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Gautam Buddha Nagar201304

पुलिस से जुड़ी खबर नहीं मिलने पर अटकलें तेज

AMAsheesh Maheshwari
Oct 31, 2025 09:35:17
Noida, Uttar Pradesh
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UCUmesh Chouhan
Oct 31, 2025 16:02:05
Jhabua, Madhya Pradesh:झाबुआ जिले में आज दोपहर से एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर वायरल हो रहा है, जिसने पूरे शिक्षा तंत्र की पोल खोल दी है। यह वीडियो थांदला ब्लॉक के शासकीय माध्यमिक विद्यालय फलिया थेथम का बताया जा रहा है। बारिश के बीच मासूम बच्चों को स्कूल की छत पर भेजकर पानी निकलवाया गया, वो भी बिना किसी सुरक्षा इंतज़ाम के! यह नजारा किसी फिल्म का नहीं, बल्कि “नए भारत की शिक्षा व्यवस्था” की हकीकत है — जहां किताबों के बजाए बच्चों के हाथों में थाली पकड़ा दी जाती है, ताकि वे खुद अपनी सुरक्षा का इंतज़ाम करें। जिम्मेदारों की नींद, बच्चों की जिंदगी खतरे में: वायरल वीडियो की तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है — न कोई सुरक्षा रस्सी, न कोई देखरेख। बच्चे बारिश में फिसलन भरी छत पर मेहनतकश मजदूरों की तरह पानी निकालते दिख रहे हैं। क्या यही है शिक्षा विभाग की “सुरक्षा नीति”? क्या स्कूल में मौजूद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सिर्फ नाम के लिए हैं? सवाल जो प्रशासन की पोल खोलते हैं: क्या शिक्षक और प्रधानाचार्य इतने असहाय हैं कि बच्चों से यह जोखिम भरा काम करवाना पड़ा? क्या स्कूल में एक बाल मजदूरी का अड्डा बन गया है? और सबसे बड़ा सवाल — अगर इन बच्चों में से किसी को कुछ हो जाता, तो जिम्मेदारी कौन लेता? यह घटना न केवल लापरवाही है, बल्कि मानवता और शिक्षा दोनों पर तमाचा है। सोशल मीडिया पर उबाल – “शिक्षा का मज़ाक बन गया सिस्टम”: जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने इसे “शिक्षा की शर्मनाक तस्वीर” बताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है। लेकिन सवाल वही पुराना — क्या विभाग फिर सिर्फ नोटिस और जांच तक सीमित रहेगा? प्रशासन के लिए चेतावनी: अगर इस लापरवाही पर तुरंत कार्रवाई नहीं होती, तो ये सिर्फ एक घटना नहीं — बल्कि आने वाले किसी बड़े हादसे का संकेत है। अब वक्त है कि अधिकारी कागज़ों से बाहर निकलकर जमीनी हकीकत देखें। वरना अगली बार किसी बच्चे की जान की कीमत सिर्फ “एक जांच रिपोर्ट” बनकर रह जाएगी।
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SHSAYED HUSSAIN AKHTAR
Oct 31, 2025 16:01:16
Raebareli, Uttar Pradesh:एंकर.. रायबरेली में गड़ा धन पाने की लालच में एक ढाबा संचालक चार लाख रुपये गँवा बैठा। बदले में उसे मिली कुछ मुट्ठी राख, पीतल के नकली सिक्के और तांबे की लुटिया। ठगी का शिकार ढाबा संचालक अब दो दो ज़िले के पुलिस अधिकारियों की चौखट पर पैसा दिलाने की गुहार लगा रहा है। मामला अमेठी ज़िले के फुरसतगंज थाना इलाके में नहर कोठी इलाके से जुड़ा है। यहां रायबरेली ज़िले के महाराजगंज थाना इलाके में पूरे गोसाई गांव का रहने वाला नितेश अंकित ढाबा नाम से खाने पीने का संस्थान चलाते थे। इसके ढाबे पर पड़ोस का रहने वाला राम प्रताप पासी आकर बैठता था। धीरे धीरे उनमें मित्रता हो गई। मित्र होने के चलते नितेश ने अपनी माँ की खराब चल रही तबियत के बारे में राम प्रताप से बताया। राम प्रताप ने उसे आश्वासन देते हुए अगले दिन अपने किसी मित्र से मिलवाया जो तंत्र मंत्र काम करता था। राम प्रताप के बाबा बने मित्र ने बताया कि उसके घर पर प्रेत की छाया है और तांत्रिक उपाय से उसे भगाया जा सकता है। बाबा ने यह भी कहा कि उसके घर में धन भी गड़ा है जिसे वह निकाल देगा लेकिन तांत्रिक प्रक्रिया में चार लाख का खर्च आएगा। मानसिक रूप से परेशान चल रहे नितेश ने मित्र और बाबा की बात मानते हुए घर में अनुष्ठान की अनुमति दे दी। इन ठगों ने बड़ी चालाकी से घर में एक जगह तांबे की लुटिया में राख रखकर उसे दबा दिया था। बाद में अनुष्ठान का नाटक करते हुए कपड़े से ढकी लुटिया को बाहर निकाला और नितेश को यह हिदायत देते हुए चले गए कि इसे खोलना नहीं। हर माह की पूर्णमासी को वह आकर पूजा करेगा और उचित समय पर खोलेगा जिससे इसमें रखे हीरे जवाहरात और सोने के सिक्के उसे मिल सकें। नितेश ने इस बीच दो किस्तों में चार लाख की रकम भी उन लोगों को दे दी। तीन पूर्णमासी तक जब वह लोग नहीं आये तो नितेश को शक हुआ और उसने लुटिया खोल कर देखी तो उसे खुद के ठगे जाने का एहसास हुआ। फिलहाल नितेश अमेठी और रायबरेली की पुलिस से अपना पैसा दिलाये जाने की गुहार लगा रहा है।
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KAILASH NATH VERMAKAILASH NATH VERMA
Oct 31, 2025 15:51:33
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Oct 31, 2025 15:49:29
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PPPREMANANDA PUJARI
Oct 31, 2025 15:47:02
Tehran, Tehran Province:ଗଞ୍ଜାମ ଜିଲ୍ଲାରେ ଅନନ୍ୟ ପରମ୍ପରା ଏବେବି ବଞ୍ଚି ରହିଛି , ବାଛୁରୀ ସହ ଷଣ୍ଢ ର ହେଉଛି ବାହାଘର । ଗଞ୍ଜାମ ଜିଲ୍ଲାର ହିଞ୍ଜିଳିକାଟୁ ବ୍ଲକ ଅନ୍ତର୍ଗତ ମକରଝୋଳ ଗ୍ରାମରେ ଗୋଷ୍ଠମୀ ପାଳନ ସମୟରେ ଦେଖାଦେଇଛି ଏଭଳି ଏକ ଅନନ୍ୟ ଓ ଆକର୍ଷଣୀୟ ଆୟୋଜନ । ବାଛୁରୀ ସହ ହୋଇଥିଲା ଷଣ୍ଡ ର ବାହାଘର । କଥାଟି ଶୁଣିଲେ ଆଶ୍ଚର୍ଯ୍ୟ ଲାଗିପାରେ, କିନ୍ତୁ ପୁରାପୁରି ଥିବା ସତ୍ୟ। ପାରମ୍ପରିକ ରୀତି ଓ ନୀତି ଅନୁଯାୟୀ ଷଣ୍ଡ କୁ ବର ଓ ବାଛୁରୀ କୁ କନ୍ୟା ଭାବେ ବିବାହ କରାଯାଇଛି। ହୋମ, ରୋଷଣୀ ଓ ମନ୍ତ୍ରୋଚ୍ଚାର ସହିତ ସମସ୍ତ ପୂଜାପାଠ ହୋଇଥିଲା। ଏହି ବିବାହ ଅବସରରେ ଶତାଧିକ ଗାଈ o ବାଛୁରୀଙ୍କୁ ସାମିଲ କରାଯାଇଥାଲା। ଗାଁ ର ଗୋଷ୍ଠମୀରେ ପାଳନ ପାଇଁ ପ୍ରତିବର୍ଷ ଗୋମାତାଙ୍କ ପୂଜା ହୋଇଥାଏ। ଗ୍ରାମବାସୀମାନେ ସମସ୍ତେ ଏକତ୍ରିତ ହୋଇ ଗାଇଙ୍କୁ ନାନା ଦି ଗୋଖାଦ୍ୟ ଖାଇବାକୁ ଦେଇଥାନ୍ତି। ଗ୍ରାମବାସୀଙ୍କ କଥା ଅନୁଯାୟୀ, ଏହି ପରମ୍ପରା ପ୍ରଥମରୁ ୫୦ ବର୍ଷ ଧରି ଗ୍ରାମରେ ଅବିରତ ଭାବରେ ପାଳନ ହୋଇ ଆସୁଛି। ଗୋଷ୍ଠାମୀ ଅବସରରେ “ହରେ କୃଷ୍ଣ ହରେ ରାମ” ମହାମନ୍ତ୍ର ରେ ପ୍ରକମ୍ପିତ ହୋଇଥିଲା ସମଗ୍ର ଗାଁ। ନିକଟରେ ଗ୍ରାମବାସୀ ମାନେ ପ୍ରସାଦ ସେବନ କରିଥାନ୍ତି ଓ ଆନନ୍ଦ ଉଲ୍ଲାସରେ ମେଳିଥାନ୍ତି। ଏହି ପାରମ୍ପରିକ ପରମ୍ପରା ଯେତେବେଳେ ଅନେକ ଅଞ୍ଚଳରୁ ଲୋପ ପାଉଛି, ସେତେବେଳେ ମକରଝୋଳ ଗ୍ରାମବାସୀ ୫୦ ବର୍ଷ ଧରି ଏହାକୁ ଜୀବନ୍ତ ରଖିଥିବାରୁ ସମସ୍ତ ଦିଗରୁ ପ୍ରଶଂସାର ସୁଅ ଛୁଟୁଛି। ଚାଲିଛି ବାଛୁରୀ ସହ ଷଣ୍ଡ ର ବାହାଘର। କଥାଟି ଆପଣଙ୍କୁ ଆଶ୍ଚର୍ଯ୍ୟ ଲାଗିପାରେ। କିନ୍ତୁ ହଁ ଆଜ୍ଞା ବା sast ରେ କଥା ଟି ସତ। ବାଛୁରୀ ସହ ହୋଇଛି ଷଣ୍ଡ ର ବାହାଘର। ଏହି ବାହାଘର ରେ ବର ହୋଇଛନ୍ତି ଷଣ୍ଡ ଆଉ କନ୍ୟା ହୋଇଛନ୍ତି ବାଛୁରୀ । ରୀତି ନୀତି ଅਨୁଯାୟୀ ରୋଷଣୀ ହେବା ସହ ହୋମ ଆଦି ପ୍ରକାରେ ହୋଇଛି ସେମାନଙ୍କ ବାହାଘର। ଆଉ ଏହି ବାହାଘର ରେ ସାମିଲ ଅଛନ୍ତି ଶତାଧିକ ଗାଇ ଏବଂ ବାଛୁରୀ। ଗଂଜାମ ଜିଲ୍ଲା ହିenguଜିଲ୍ଲା କାଟୁ ବ୍ଲକ ଅନ୍ତର୍ଗତ ମକରଝୋଳ ଗ୍ରାମବାସୀ ୫୦ ବର୍ଷ ଧରି ଏହି ପୂଜା ଚାଲୁଆଛି। ଏହି ପୂଜାରେ ଗୋମାତା ତଥା ଗାଈକୁ ପୂଜା କରିବା ସହ ଗୋଟାଏ ଷଣ୍ଡ କୁ ବିବାହ କରାଯାଇଥାଏ । ବର୍ଷକରେ ଗୋଟିଏ ଦିନ ସମସ୍ତ ଗ୍ରାମବାସୀ ଏକତ୍ରିତ ହୋଇ ଗାଈମାନଙ୍କୁ ପୂଜା କରିବା ସହ ବିଭିନ୍ନ ଖାଦ୍ୟପଦାର୍ଥ ସେମାନଙ୍କୁ ଖାଇବାକୁ ଦେଇଥାନ୍ତି । ତେବେ ଗ୍ରାମ ବାସୀଙ୍କ କହିବା ଅନୁଯାୟୀ ଏହି ଗୋଷ୍ଠାଷ୍ଟମି ପୂଜା ଦିର୍ଘ ୫୦ ବର୍ଷ ଧରି ଏହି ଗ୍ରାମରେ ଅନୁଷ୍ଠିତ ହୋଇ ଆସୁଛି।
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PCPartha Chowdhury
Oct 31, 2025 15:46:22
Bardhaman, West Bengal:হিরে দা (তৃণমূলের অঞ্চল সভাপতি) যে ভাবে বলেছে সেভাবেই কাজ করেছি।অঞ্চল সভাপতি আমায় যেভাবে বলে দিয়েছে আমি সেভাবেই কাজ করেছি,এটাই আমার শেষ কথা ' সাফ কথা -অশোক কুমার সরকারের। তিনি দেবীপুর গ্রাম পঞ্চায়েতের প্রধান। তাকে ঘेरাও করে বিক্ষোভ দেখালেন দলেরই আর এক গোষ্ঠী। এই নিয়ে গোল বেধেছে পূর্ব বর্ধমানের দেবীপুরে। প্রধান না অঞ্চল সভাপতি কার কথায় হবে কাজ?এই নিয়ে chরম বিতর্ক।'আমাদের পাড়া,আমাদের সমাধান' ক্যাম্পেই বিক্ষোভ। খোদ স্থানীয় pঞ্চায়েত সদস্যের নেতৃত্বে প্রধানকে ঘেরাও করে বিক্ষোভে সামিল একাংশের গ্রামবাসী।তাদের কেউ কেউ সক্রিয় তৃণমূল কর্মী। পূর্ব বর্ধমানের মেমারী ১ নং ব্লকের দেবীপুর গ্রাম পঞ্চায়েতের অন্তর্গত দেবীপুর স্টেশন বাজার এলাকার এই ঘটনায় এলাকায় সোরগোল পড়ে যায়। শুক্রবার দেবীপুর গ্রাম পঞ্চায়েতের দেবীপুর স্টেশন বাজার প্রাথমিক বিদ্যালয়ে আমাদের pাড়া আমাদের সমাধান শিবির ছিল। সেই শিবিরে দেবীপুর গ্রাম পঞ্চায়েতের হেতমপুর গ্রামের একাংশ গ্রামবাসী দেবীপুর গ্রাম পঞ্চায়েতের প্রধান অশোক কুমার সরকার- কে ঘিরে ক্ষোভ উগরে দেন। কিন্তু কী কারণে এই ক্ষোভ? হেতমপুর গ্রাম পঞ্চায়েতের তৃণমূল সদস্য আনন্দ ক্ষেত্রপাল ও গ্রামবাসীদের অভিযোগ,হেতমপুর প্রাথমিক বিদ্যালয় যাওয়ার প্রায় আড়াইশো মিটার রাস্তার হাল একেবারে বেহাল।রাস্তাটি মাটির হওয়ায় বৃষ্টির পর সেই রাস্তা দিয়ে যাতায়াত করতে খুবই সমস্যায় পড়তে হয় স্কুল পড়ুয়া থেকে গ্রামবাসীদের। দীর্ঘদিন ধরে গ্রাম পঞ্চায়েতে জানিয়েও কোন সুরাহा হয়নি।প্রতিবারই গ্রাম পঞ্চায়েত প্রধান নাকি শুধু আশ্বাস দেন কিন্তু রাস্তাটির হাল ফেরানোর। কিন্তু তারপরও কোন উদ্যোগ নেই গ্রাম পঞ্চায়েতের তরফে। এদিন আমাদের pাড়া আমাদের সমাধান শিবির চলাকালীন‌ গ্রামবাসীরা রাস্তা কবে হবে এই বিষয়ে দেবীপুর গ্রাম পঞ্চায়েত প্রধান অশোক কুমার সরকারকে প্রশ্ন করলে তিনি কোন উত্তর না দিয়ে উল্টে গ্রামবাসীদের বলেন যে রাস্তা কবে হবে সেটা অঞ্চল তৃণমূল কংগ্রেসের সভাপতি জানেন! এবং অঞ্চল তৃত sgrম কংগ্রেসের সভাপতি যেমন বলবেন তেমন কাজ হবে।এরপরই পঞ্চায়েত সদস্য ও গ্রামবাসীদের একাংশ ক্ষোভে ফেটে পড়েন। গ্রামবাসীরা জানান, এই রাস্তার দাবি বারবার জানিয়েছেন তারা। আজ জবাব চাইতে গেলে প্রধান মেজাজ হারান। তিনি রাস্তা করার ঠিকা নেন নি বলে সাফ জানান। এবং অঞ্চল সভাপতিকে দেখিয়ে দেন। কিন্তু কে এই অঞ্চল তৃণমূলের সভাপতি? যার কথায় পঞ্চায়েত প্রধান কাজ করেন? তবেই নাকি পঞ্চায়েত এলাকায় উন্নয়নের কাজ হয়? জানা যায়, দেবীপুর অঞ্চল তৃণমূল কংগ্রেসের সভাপতি হলেন দেবব্রত রায় ওরফে হিরে দা। দেবীপুর গ্রাম পঞ্চায়েতের প্রধান অশোক কুমার সরকার ফোনে জানান,রাস্তার ব্যাপারে আমাকে জানিয়েছিলেন।কিন্তু রাস্তাটি বড় হওয়ায় আমরা পঞ্চায়েত সমিতি ও জেলা পরিষদকে মৌখিক ভাবে জানিয়েছি। তবে আমার প্রশাসনিক পদে থেকে অঞ্চল সভাপতির কথা বলা ঠিক হয় নি।আমার বলা ভুল হয়েছে।
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AVArun Vaishnav
Oct 31, 2025 15:45:51
Jaipur, Rajasthan:Vinay Pant Pant ANTF की NCB के साथ गांजे की खेती के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई उदयपुर में ऑपरेशन गांजार्जन चला की बड़ी कार्रवाई उदयपुर के दुर्गम जनजातीय इलाकों में 50 बीघा जमीन पर की गई अवैध गांजे की खेती का किया पर्दाफाश 8 हजार से अधिक गांजे के पौधे लगे हुए थे खेतों में गांजे की सप्लाई की जानी थी पश्चिमी राजस्थान, गुजरात और पंजाब में पुलिस टीमों ने पाइपलाइन डालने के लिए सर्वे करने के नाम पर कृषि निरीक्षक बन खेतों की मिट्टी जांचने के नाम पर बिजली विभाग की टीम बन सर्वे करने आदि के नाम पर अवैध रूप से की जा रही गांजे की खेती को किया चिन्हित अपराधियों को ना लगे पुलिस आपरेशन की भनक इसके लिए जयपुर से अंबे माता की शोभायात्रा के रूप में कार्रवाई के लिए रवाना हुई ANTF की टीम करोड़ों रुपए की अवैध गांजे की फसल को पुलिस ने किया सीज IG विकास कुमार के निर्देशन में चला पूरा ऑपरेशन
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MPMahesh Pareek
Oct 31, 2025 15:45:21
Jaipur, Rajasthan:हाईकोर्ट के शॉट और याचिकाकर्ता के वकील लक्ष्मीकांत मालपुरा की बाईट इंट्रो- राजस्थान हाईकोर्ट ने यूजीसी की ओर से आयोजित नेट परीक्षा-2025 में ईडब्ल्यूएस के अभ्यर्थियों को अंकों में छूट नहीं देने पर केन्द्र सरकार और यूजीसी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। जस्टिस संजीत पुरोहित की एकलपीठ ने यह आदेश दीपक शर्मा की ओर से दायर याचिका पर प्रारंभिक सुनवाई करते हुए। बॉडी- याचिका में अधिवक्ता लक्ष्मीकांत मालपुरा ने अदालत को बताया कि यूजीसी की ओर से आगामी दिसंबर माह में नेट परीक्षा आयोजित की जा रही है। जिसमें स्नातकोत्तर में 55 फीसदी अंक लाने वालों को पात्र माना गया है। वहीं इसके लिए एससी, एसटी और ओबीसी सहित अन्य आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को पांच फीसदी अंकों की छूट दी गई है। याचिका में कहा गया कि याचिकाकर्ता के 53 फीसदी अंक हैं और वह ईडब्ल्यूएस वर्ग का है। इसके बावजूद उसे पांच फीसदी अंकों की छूट नहीं दी जा रही है। याचिका में गुहार की गई है कि नेट परीक्षा के लिए उसका आवेदन स्वीकार कर उसे परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी जाए। जिस पर सुनवाई करते हुए एकलपीठ ने संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
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ATAlok Tripathi
Oct 31, 2025 15:41:04
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ATAlok Tripathi
Oct 31, 2025 15:40:40
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