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Chandauli232104

चन्दौली में पानी निकासी की समस्या को लेकर ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन

Sept 29, 2024 13:35:47
Chandauli, Uttar Pradesh

चन्दौली जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के नवही गांव में ग्रामीणों ने पानी निकासी की समस्या को लेकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि पेट्रोल पंप के कारण नाले पर अतिक्रमण हुआ है जिससे उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता तो वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगे। उपजिलाधिकारी सदर ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

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APAbhay Pathak
Dec 10, 2025 07:04:59
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HSHITESH SHARMA
Dec 10, 2025 07:04:44
Durg, Chhattisgarh:एंकर-दुर्ग से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है जहां रो वॉटर सप्लाई की मुख्य पाइपलाइन में लीकेज आने से आज दुर्ग शहर की पांच टंकियो को जल आपूर्ति नहीं की जाएगी जिसके कारण पांच वार्डो में पानी सप्लाई नहीं की सकेगी दरअसल गंजपारा के पास पाइप लाइन में पिछले कुछ दिनों से लीकेज आ गया था लीकेज के कारण लगातार पानी की बर्बादी हो रही थी जिसके बाद आज उस लीकेज हुई पाइपलाइन का संधारण किया जा रहा है लीकेज हुई पाइपलाइन को खोलकर उस भाग की कटिंग कर उसे जॉइंट करने के बाद कंप्रेशन फिटिंग का कार्य किया जाएगा और उसके बाद पाइपलाइन को टेस्टिंग के लिए चालू किया जाएगा जिसमें 24 घंटे का वक्त लगेगा जिसमें शंकर नगर शक्ति नगर पद्मनाभपुर हनुमान नगर और गिरधारी नगर में जल आपूर्ति बाधित रहेगी उक्त इलाकों में नगर निगम द्वारा टैंकर के माध्यम से पानी सप्लाई की जाएगी.
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PSPradeep Sharma
Dec 10, 2025 07:04:35
Bhind, Madhya Pradesh:हेडर-नहर में ट्रेक्टर गिरने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत,ट्रैक्टर से धान बेच कर लौट रहे था किसान परिवार। एंकर-हादसा भिण्ड जिले के लहार थाना अंतर्गत आनेवाले नानपुरा गांव के पास बीती मंगलवार देर रात हुआ पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शवों को बाहर निकलवाया और हॉस्पिटल भिजवाया है, मृतकों में रावतपुरा सानी गांव निवासी झींगुरी सिंह राजपूत बलवीर सिंह राजपूत और शिब्बू उर्फ शिवेंद्र सिंह राजपूत है। ये तीनों धान बेचने के लिए उत्तर प्रदेश गए थे,मंगलवार देर शाम वापस लौट रहे थे,देर रात 10 बजे नानपुरा गांव के पास टूटी पुलिया से गुजरते वक्त अंधेरे में ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर सीधे नहर में पलट गया,खेतों में पानी दे रहे कुछ किसानों की नजर नहर में उल्टे पड़े ट्रैक्टर-ट्रॉली पर पड़ी। पास जाकर देखा तो तीनों किसान ट्रैक्टर के नीचे दबे हुए थे,ग्रामीणों ने लहार पुलिस को सूचना दी,खबर मिलते ही टीआई शिवसिंह यादव पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे, पुलिस और ग्रामीणों की मदद से नहर के पानी में फंसे ट्रैक्टर को हटाया गया। इसके नीचे दबे तीनों किसानों के शव बाहर निकाले गए। ट्रैक्टर-ट्रॉली के नीचे दबने और पानी में डूबने से तीनों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी,नहर की पुलिया लंबे समय से टूटी हुई है,इसकी मरम्मत नहीं कराई गई। इसी कारण आए दिन ग्रामीण जान जोखिम में डालकर यहां से गुजरते हैं। प्राथमिक जांच में हादसा पुलिया क्षतिग्रस्त होने और अंधेरे के कारण हुआ है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। बाइट-पंचम सिंह,मृतकों के परिजन।
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BBBindu Bhushan
Dec 10, 2025 07:04:13
Madhubani, Bihar:मधुबनी पुलिस ने पिकप ट्रक से भारी मात्रा में शराब किया बरामद, झंझारपुर थाना पुलिस ने सिमरा गांव के पास एनएच 27 पर की कार्रवाई। गुप्त सूचना के आधार पर एसपी योगेंद्र कुमार द्वारा गठित विशेष टीम ने की कार्रवाई। डीएसपी सुबोध कुमार सिन्हा ने बताया गुप्त सूचना के आधार पर NH 27 पर शराब से लदे ट्रक का पुलिस द्वारा पीछा किया जा रहा था इस दौरान ट्रक चालक चलते ट्रक से कूदकर भाग निकला। सिमरा गांव के पास ट्रक NH किनारे पलट गया ट्रक में भारी मात्रा में शराब पाया गया। पिकप ट्रक से कुल 1600 लीटर शराब बरामद किया गया है। ट्रक फुलपरास से दरभंगा जिला की ओर जा रही थी। ट्रक मालिक, चालक और अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। पुलिस द्वारा शराब तस्करों के नेटवर्क को खंगाला जा रहा है साथ ही ट्रक पर शराब कहां लोड किया गया और कहां पहूंचाया जाना था जांच की जा रही है。
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DBDURGESH BISEN
Dec 10, 2025 07:03:57
Pendra, Chhattisgarh:पेंड्रा प्रसव के लिए जिला अस्पताल पहुची प्रसूता के जच्चा बच्चा की मौत होने का मामला सामने आया है, जच्चा बच्चा की मौत के बाद नाराज परिजनों ने अस्पताल प्रबंधक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है, और लापरवाह डॉक्टर पर कार्यवाही के साथ मुआवजे और न्याय की मांग कर रहा है, तो दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी प्रसूता के परिजनों के द्वारा लापरवाही और देरी के कारण जच्चा बच्चा की मौत की वजह बता रहे हैं.. मामला गौरेला विकाशखण्ड के जोगीसार गांव के तरैयापारा में मैं रहने वाली 30 वर्षीय अनीता बाई को प्रसव पीड़ा से पीड़ित होने के बाद प्रसव के लिए जिला अस्पताल लाया गया था जहाँ लगभग 8 घंटे रखने के बाद उसे जिला अस्पताल से बिलासपुर सिम्स के लिए रेफर कर दिया गया था रेफर के बाद बिलासपुर पहुंचने के पहले एंबुलेंस में ही प्रसूता की मौत हो गई, प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने जिला अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते कार्रवाई की मांग की है। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग ने इसे समय पर अस्पताल में भर्ती न होने से जुड़ी जागरूकता की कमी करार दिया है। जानकारी के अनुसार अनिता बाई चौथी बार गर्भवती थी और गांव की मितानिन की निगरानी में उसकी प्रसव पूर्व देखभाल जारी थी। 29 नवंबर को जब प्रसव पीड़ा बढ़ी, तो सुबह 10 बजे मितानिन की मदद से एंबुलेंस द्वारा उसे जिला अस्पताल लाया गया। परिजनों का आरोप है कि सुबह से शाम तक ऑपरेशन नहीं किया गया, न ही समय पर उचित उपचार मिला, जिससे प्रसूता की स्थिति लगातार बिगड़ती गई। शाम तक हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया। बताया जाता है कि सिम्स ले जाते समय ही रास्ते में जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। उनका कहना है कि यदि समय पर रेफर किया जाता या फिर ऑपरेशन किया जाता और डॉक्टर सक्रिय रहते, तो दोनों की जान बच सकती थी। वहीं मृतिका के पति शंकर यादव ने आरोप लगाया कि अस्पताल में दवा और दूसरे खर्चों के नाम पर पैसा मांगने के साथ-साथ नर्स को 4,000 रुपये भी देने पड़े, फिर भी उपचार में लापरवाही बरती गई। वहीं मामले में गांव की मितानिन क्रांति पैकरा ने भी अस्पताल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रसूता को भर्ती तो कर लिया गया, लेकिन पूरे दिन उचित देखभाल नहीं की गई, जिसके कारण स्थिति बिगड़ती चली गई मामले पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि प्रसूता को तीन दिन पहले ही अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई थी, लेकिन परिजनों ने उसे भर्ती नहीं कराया, अधिकारी ने बताया कि अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने पूर्ण प्रयास किया, पर हालत गंभीर होने पर रेफर करना पड़ा। विभाग ने इसे जनजागरूकता की कमी बताते हुए कहा है कि समय पर अस्पताल पहुंचने से ऐसी परिस्थितियों से बचा सकता है。 इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है। अनिता बाई के तीन छोटे बच्चे अब बेसहारा हो गए हैं। परिजनों के अनुसार मासूम बच्चे बार-बार अपनी मां के बारे में पूछते हैं उन्हें अब भी लगता है कि उनकी मां इलाज कराने अस्पताल गई है, जबकि उन्हें यह नहीं पता कि उनकी मां अब कभी वापस नहीं आ पाएगी。 घटना के बाद क्षेत्र में गहरा रोष है। ग्रामीण और परिजन अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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RRRAJA REHBER JAMAL
Dec 10, 2025 07:03:09
Ramban, :Anchor: Reaffirming its commitment to empowering youth and guiding them towards a secure and progressive future, the Indian Army organized a Career Counseling & Guidance Programme at Government Higher Secondary School, Ukhral, in District Ramban. The initiative aimed to spread awareness among students and the local population regarding diverse career opportunities in the defence forces and civil sectors, motivating them toward a purposeful professional life. As part of the programme, representatives from multiple professional fields were invited to share their experiences and expert insights. An Assistant Commandant from the CRPF, a Sub-Inspector from the local Police Station, teachers from reputed coaching institutes, and officers from the Indian Army interacted with the youth, providing valuable guidance on educational choices, competitive exams, and long-term career planning. Speakers highlighted career opportunities in the Indian Armed Forces, CAPFs, J&K Police, Civil Services, Banking sector, Engineering, Medical, and various government and private job sectors. They also provided detailed information on eligibility criteria, selection procedures, required educational streams, and preparation methods. The session proved inspirational as students enthusiastically raised questions, sought clarification on different career paths, and openly discussed their aspirations. Dignitaries focused on the importance of discipline, dedication, academic excellence, and physical fitness in achieving professional success. The event was attended by school faculty, students, parents, and respected citizens from surrounding areas, who appreciated the efforts of Ukhral COB in reaching out to the youth and providing constructive direction for their future. Addressing the gathering, Army officials emphasized that the foundation of a strong and progressive nation lies in the education, development, and empowerment of its youth. They urged students to remain focused, avoid negative influences, and work hard to build careers that contribute to their personal growth as well as the nation’s development. The programme concluded with a strong message encouraging continued cooperation between the civil population and security forces to support the academic, moral, and professional growth of young minds in the region. The Indian Army reaffirmed its unwavering commitment to the welfare, education, and holistic development of the youth of Ukhral and adjoining areas, pledging continued efforts to nurture awareness, ambition, and national pride among them.
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RVRaunak Vyas
Dec 10, 2025 07:01:59
Bikaner, Rajasthan:दो सौ साल पहले भी राजस्थान ने प्रवासी राजस्थानी समुदाय को दिया था खुला निमंत्रण, 1816 में बीकानेर रियासत ने व्यापारियों को सुरक्षा, सम्मान और करों में बड़ी छूट दी थी। ऊंट कारवां के ज़रिए उस दौर में प्रदेश का व्यापार देशभर में होता था मजबूत। रियासतों की स्पष्ट नीतियों ने प्रवासी व्यापारियों को बनाया विकास का आधार, आज के प्रवासी राजस्थानी दिवस पर इतिहास फिर दे रहा है पूर्वजों की दूरदृष्टि का संदेश। संवेदनशील और व्यापार हितैषी नीतियों की वही परंपरा आज भी राजस्थान में जारी। राजस्थान इतिहास और परंपराओं की धरती जहां व्यापार, संस्कृति और संवेदनशील प्रशासन की एक लंबी विरासत रही है, आज हम बात करेंगे उस अनोखी परंपरा की जिसकी जड़ें दो सौ साल पहले से भी गहरी हैं। यह कहानी बताती है कि राजस्थान ने न केवल अपने लोगों को जोड़ा, बल्कि प्रवासी राजस्थानी समुदाय को प्रदेश के विकास का अहम हिस्सा बनाकर उन्हें सम्मान और सुरक्षा भी दी। आज प्रवासी राजस्थानी दिवस भव्य पैमाने पर मनाया जा रहा है तो यह इतिहास एक बार फिर जीवंत हो उठा है; हमारे दस्तावेज़ दिखाते हैं कि बीकानेर रियासत ने 1816 में ही प्रवासी व्यापारियों का स्वागत किया और उन्हें व्यापार बढ़ाने के लिए विशेष सुविधाएं दीं। आइए उसी समय के उस ऐतिहासिक सफर पर। बीकानेर रियासत के दौर की तस्वीरें और शिलालेख बताते हैं कि व्यापार उस समय राजस्थान की जीवनरेखा था; ऊंटों के बड़े-बड़े कारवां देशभर की मंडियों में राजस्थान का माल लेकर पहुंचते थे। व्यापार सिर्फ लेन-देन का साधन नहीं था, बल्कि यह प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ था; इसी कारण रियासतों ने प्रवासी व्यापारियों की भूमिका को बेहद सम्मानित माना और उन्हें यहाँ आने, बसने और व्यापार बढ़ाने का खुला निमंत्रण दिया। 1816 के आदेश में स्पष्ट तौर पर लिखा हुआ मिलता है कि जो व्यापारी राजस्थान आकर बसना चाहता है, उसे करों में राहत मिलेगी, सुरक्षा मिलेगी और व्यापार से जुड़े विवादों का समाधान तुरंत किया जाएगा; यदि व्यापारी नया उद्योग या कारोबार शुरू करता है तो रियासत उसकी सहायता भी करेगी। यह नीति न केवल दूर-दराज के व्यापारियों को आकर्षित करती थी, बल्कि राजस्थान को देश के सबसे संवेदनशील और व्यवस्थित व्यापारिक प्रदेशों में से एक बनाती थी। इतिहासकार बताते हैं कि 1781 और 1790 के दौरान बीकानेर रियासत ने माप, तौल और व्यापार के नियम भी तय किए; ये दस्तावेज़ बताते हैं कि व्यापारियों को धोखाधड़ी या अनिश्चितता का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रशासन ने सटीक दिशानिर्देश दिए। यह उस दौर में अत्यंत प्रगतिशील नीति मानी जाती थी। एक बड़ी बात—रियासत ने प्रवासी राजस्थानी समुदाय को सिर्फ व्यापारी नहीं, बल्कि साझेदार माना, उन्हें सम्मानित किया जाता था जैसे मेहमान की तरह नहीं, बल्कि परिवार की तरह शामिल किया जाता था। यही कारण है कि प्रवासी समुदाय का योगदान पीढ़ियों तक चलता रहा। आज जब प्रवासी राजस्थानी दिवस मनाया जा रहा है तो राज्य उसी परंपरा को आगे बढ़ाता नज़र आ रहा है; आज भी राजस्थान का बुनियादी विकास, निवेश, व्यापार और सांस्कृतिक पहचान में प्रवासियों की भूमिका निर्णायक है। प्रदेश की सरकार का यह प्रयास सुर्खियों में है और इसी का उदाहरण आज भी नज़र आ रहा है। वही दो सौ साल पुराने दस्तावेज़ बताते हैं कि राजस्थान ने प्रवासियों का स्वागत सिर्फ शब्दों में नहीं, बल्कि नीतियों, व्यवस्थाओं और सम्मान की परंपरा से किया था। इतिहास हमें यही संदेश देता है—राजस्थान की प्रगति कभी अकेले नहीं चली; यह हमेशा प्रवासी राजस्थानी समुदायों के कंधों पर खड़ी रही, जिन्होंने दुनिया भर में जाकर भी अपनी जड़ों से नाता नहीं तोड़ा। प्रवासी राजस्थानी दिवस उसी सतत परंपरा का जीवंत प्रतीक है।
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ACAshish Chauhan
Dec 10, 2025 07:01:41
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RNRajesh Nilshad
Dec 10, 2025 07:00:46
Chittorgarh, Rajasthan:रायपुर शहीद वीर नारायण सिंह की शहादत दिवस कार्यक्रम पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय हुए शामिल.. सीएम साय ने शहीद वीर नारायण सिंह की मूर्ति पर किया माल्यार्पण.. सीएम साय के साथ मंत्री रामविचार नेताम और मंत्री केदार कश्यप भी रहे मौजूद.. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा- आज शहीद वीर नारायण सिंह का शहादत दिवस है.. सभी लोग यहां श्रद्धांजलि अर्पित करने आए हैं..शहीद वीर नारायण सिंह सोनाखान के जमींदार थे..उन्होंने अंग्रेजों के शोषण और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी.. अकाल पड़ने पर अंग्रेजी हुकूमत के गोदाम पर अनाज था.. लोग भूखमारी से मर रहे थे.. उनसे देख नहीं गया और अनाज निकालकर सब में बांट दिया था.. अंग्रेजी ने देशद्रोह का मुकदमा चलाया..आज ही के दिन उन्हें जय स्तंभ चौक फांसी की सजा दे दी थी.. उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.. उनके बताएं मार्गों पर सब चलेंगे.. राहुल गांधी द्वारा इलेक्शन कमीशन पर बीजेपी के लिए काम करने का आरोप पर कहा- उनके आरोप में कोई सत्यता नहीं है.. चुनाव आयोग निष्पक्ष अपना काम करता है.. बाइट- विष्णुदेव साय, मुख्यमंत्री
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MTMD. TARIQ
Dec 10, 2025 07:00:39
Pilibhit, Uttar Pradesh:एंकर-किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम मिले, इसके लिए सरकार ने धान खरीद केंद्र खोलकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की घोषणा की है। लेकिन पीलीभीत में हकीकत कुछ और ही बयाँ कर रही है। यहाँ धान खरीद केंद्र तो हैं, लेकिन खरीद नाममात्र को भी नहीं हो रही। स्टाफ गायब, तौल बंद, और केंद्र की कमान चौकीदार के हाथ में! हमने जमीनी हकीकत जानने के लिए सरदार नगर के दो धान खरीद केंद्रों का दौरा किया। वहाँ का नजारा देखकर हैरानी हुई। न किसान दिखे, न तौल हो रही थी, न ही कोई अधिकारी मौजूद। लेकिन हैरानी की बात ये कि सरकारी पोर्टल पर लगातार धान खरीद के आँकड़े चढ़ाए जा रहे हैं! केंद्र के आसपास सिर्फ़ बंदरों की फौज नजर आई, जो बोरियों में रखा धान चट कर रहे थे। काफी इंतज़ार के बाद केंद्र प्रभारी मिले, तो उनका जवाब सुनकर हैरानी और बढ़ गई। केंद्र प्रभारी वारदाना न होने का रोना रो रहे है। सवाल ये है कि जब ज़मीन पर खरीद ही नहीं हो रही, तो पोर्टल पर आँकड़े कैसे चढ़ रहे हैं? आख़िर किसान कब तक इंतज़ार करते रहेंगे और उनका धान बंदर खाते रहेंगे।
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