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बरेली में पुलिस कार्रवाई: खानदान-ए-आला हज़रत का संयुक्त बयान

AKAjay Kashyap
Sept 30, 2025 18:16:30
Bareilly, Uttar Pradesh
बरेली में उपजे बवाल और उसके बाद की पुलिस कार्रवाई को लेकर खानदान-ए-आला हज़रत ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी किया है। बयान में आरोप लगाया गया है कि बरेली के मुसलमानों को बेवजह सामूहिक सजा दी जा रही है और पुलिस झूठे मुकदमे बनाकर बेगुनाहों को जेल भेज रही है। संयुक्त बयान में कहा गया कि पुलिस बेगुनाह मुसलमानों पर तमंचा, पेट्रोल बम और तेज़ाब की बोतल से हमले का झूठा आरोप लगाकर गिरफ्तारियां कर रही है। इंदिरा मार्केट के पास वायरल हुए एक वीडियो का हवाला देते हुए बयान में कहा गया कि कुछ अराजक तत्वों ने साजिशन मुसलमानों और पुलिस दोनों पर पथराव किया ताकि माहौल बिगाड़ा जा सके, लेकिन पुलिस इस पर कार्रवाई करने से कतरा रही है। बयान में यह भी कहा गया है कि बरेली शरीफ में लगातार बेगुनाह मुसलमानों को गिरफ्तार किया जा रहा है और थानों में उन्हें बुरी तरह पीटा जा रहा है। यहां तक कि मीडिया के सामने परेड कराई जा रही है जिसमें कई लोग चोटिल और चलने-फिरने तक लायक नहीं रह गए हैं। आरोप है कि थानों में गिरफ्तार लोगों को खाने-पीने तक को नहीं दिया जा रहा है। संयुक्त बयान में कहा गया है कि शहर भर में मुस्लिमों के घरों पर बुलडोजर खड़े कर दिए गए हैं और अवैध तरीके से तोड़फोड़ की जा रही है। दबिश के दौरान मुस्लिम महिलाओं और बच्चियों पर भी जुल्म ढाए जा रहे हैं। यहां तक कि बच्चों तक को पीटा जा रहा है। बयान में यह भी आरोप लगाया गया कि पुलिस ने मस्जिदों में दबिश डालकर इमामों और मुअज्जिनों को प्रताड़ित किया है। इस वजह से कई मस्जिदों में नमाज़ तक नहीं हो पा रही है। खानदान-ए-आला हज़रत का कहना है कि यह मुसलमानों के संवैधानिक अधिकार – अपने मज़हब पर अमल करने की आज़ादी – का खुला उल्लंघन है। संयुक्त बयान में कहा गया कि पुलिस की ज्यादती से न केवल बरेली बल्कि पूरे मुल्क और दुनिया भर के करोड़ों सुन्नी मुसलमानों में बेचैनी फैल गई है। खानदान-ए-आला हज़रत की ओर से ये माँगें रखी गईं: बेगुनाह मुसलमानों की गिरफ्तारी पर तत्काल रोक लगे। पुलिस की दबिश और ज्यादतियों को फौरन बंद किया जाए। झूठे मुकदमे वापस लेकर गिरफ्तार बेगुनाहों को रिहा किया जाए। बुलडोजर कार्रवाई रोकी जाए और दहशत का माहौल खत्म किया जाए। ठोस फैसला लेने की चेतावनी संयुक्त बयान में चेतावनी दी गई है कि अगर ये माँगें तुरंत स्वीकार नहीं की गईं तो आने वाले दिनों में ठोस फैसला लिया जाएगा। बाइट तौसीफ मियां, खानदाने आला हजरत, तौकीर रजा का भाई
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Sept 30, 2025 20:40:42
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PSPramod Sharma
Sept 30, 2025 18:45:39
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ASAmit Shrivastav
Sept 30, 2025 18:33:55
Dewas, Madhya Pradesh:देवास ज़िले की हाटपीपल्या विधानसभा अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सिया के हालात बेहद खराब हैं。 गाँव बदहाली के आँसू बहा रहा है। मूलभूत सुविधाओं से वंचित इस गाँव की हालत चिंताजनक है। सड़कें इतनी जर्जर हैं कि गड्ढों में सड़क ढूँढना मुश्किल हो जाता है। विकास की रोशनी अब तक यहाँ तक नहीं पहुँची, और गाँववासी आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। गाँव विकास की राह से कोसों दूर दिखाई देता है। ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत में सड़कें तक नहीं बनीं, जगह-जगह कीचड़ और गड्ढों से लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। स्वच्छता अभियान की भी खुलेआम धज्जियाँ उड़ रही हैं। गाँव के मुख्य मार्ग के किनारे गंदगी का अंबार लगा है, जिससे संक्रमण का खतरा बना हुआ है। गाँव के लोग अब भी आवास योजना और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि राजनीतिक खींचतान और सत्ता संघर्ष की वजह से गाँव का विकास वर्षों से ठप पड़ा हुआ है। स्थिति इतनी गंभीर है कि गाँव का श्मशान घाट तक की बाउंड्री जर्जर और उपेक्षित पड़ा है, जहाँ अंतिम संस्कार में भी ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच से लेकर विधायक नें भी इस दिशा में ध्यान नहीं दिया। गाँव की बदहाली के चलते अब लोग खुलकर पंचायत सवाल उठा रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द गाँव की समस्याओं का समाधान किया जाए और सिया पंचायत को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाए।
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