वाराणसी – मां गंगा की गोद में एक अनुपम दृश्य! काशी में सोमवार की संध्या गंगा आरती के दौरान घाटों से लेकर जलधारा तक आस्था और अद्भुत समन्वय का साक्षी बनी।
आरती के समय एक साथ सैकड़ों नावें गंगा जल में सजीव हो उठीं — सभी नियोजित ढंग से संचालित, श्रद्धालुओं से भरी हुईं। दीपों की रोशनी, मंत्रोच्चारण और घंटियों की ध्वनि ने वातावरण को दिव्यता से भर दिया।
काशी की यह झलक न सिर्फ आस्था की, बल्कि व्यवस्थागत सुंदरता की मिसाल भी बनी। गंगा मैया की महाआरती और नावों का यह सामूहिक दृश्य देश-विदेश से आए यात्रियों के लिए अविस्मरणीय बन गया।
"जय गंगा मैया" के उद्घोष से पूरा घाट गूंज उठा — यह थी काशी, जहां अध्यात्म और अनुशासन एक साथ बहते हैं।