Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Amroha244221

महादेव निष्काम सेवा संस्थान ने अमरोहा में मिले अज्ञात शव की अस्थियों को गंगा में किया प्रवाहित

Apr 16, 2025 14:58:43
Amroha, Uttar Pradesh
बुधवार की शाम संस्था की अध्यक्ष पूजा चौहान ने बताया कि तीन दिन पूर्व अमरोहा में सड़क पर भीख मांगने वाले एक अज्ञात शख्स का शव पड़ा होने की जानकारी उन्हें समाचार पत्रों के माध्यम से हुई थी। अमरोहा पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार वहीं रेलवे स्टेशन के पास स्थित श्मशान में कराया था। सुबह वह अमरोहा पहुंची और पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर उसकी अस्थियां गंगा में प्रवाहित करने का आग्रह किया। इसके बाद वह श्मशान पहुंचीं और मृतक की अस्थियां एकत्र कीं।
0
comment0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
JCJitendra Chaudhary
Dec 26, 2025 07:50:43
Begusarai, Bihar:एंकर बेगूसराय से इस वक्त एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है, जहां चलती कार में अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही पलों में कार धू-धू कर जलने लगी। हालांकि चालक की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। यह तस्वीरें बेगूसराय के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव के पास की हैं, जहां बेगूसराय से खगड़िया जा रही एक कार में अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि कार चालक जैसे ही रघुनाथपुर के समीप पहुंचा, तभी चलती गाड़ी से धुआं निकलने लगा और देखते ही देखते कार आग का गोला बन गई। चालक ने हालात को भांपते हुए तुरंत गाड़ी रोकी और किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। आग इतनी भीषण थी कि कुछ ही देर में पूरी कार जलकर खाक हो गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों ने दमकल विभाग को जानकारी दी। मौके पर पहुंची दमकल की टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।फिलहाल चलती कार में आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
0
comment0
Report
ACAshish Chauhan
Dec 26, 2025 07:50:19
Jaipur, Rajasthan:पंचायत निकाय चुनाव-ओबीसी आयोग वक्त पर नहीं दे पाएगा रिपोर्ट, दूसरा बार बढ़ेगा कार्यकाल. जयपुर-पंचायत-निकाय चुनाव के लिए ओबीसी आयोग समय पर रिपोर्ट नहीं दे पाएगा. आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर को खत्म हो रहा है. सूत्रों की मानें तो ओबीसी सीटों के निर्धारण की रिपोर्ट तैयारी नहीं हो पाई है. ऐसे में सरकार ओबीसी आयोग का कार्यकाल फिर से बढ़ा सकती है. 31 दिसंबर को खत्म हो रहा कार्यकाल- पंचायत और निकाय चुनाव में ओबीसी सीटों के निर्धारण के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग 31 दिसंबर तक राज्य सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट नहीं दे पाएगा. आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर को खत्म होगा, लेकिन सूत्रों के मानें तो ओबीसी सीटों के निर्धारण की रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई है. सूत्रों के मुताबिक अभी तक आयोग का 50 प्रतिशत से अधिक का काम बाकी है. अदालत के दिशा निर्देशों के आधार पर निर्वाचन आयोग को 15 अप्रैल तक चुनाव कराने हैं. ऐसे में अब दूसरा मौका होगा जब चुनाव संबंधित ओबीसी आयोग का कार्यकाल बढ़ेगा. इससे पहले 21 अगस्त को आयोग का कार्यकाल बढ़ाया गया था. आयोग का कार्यकाल बढ़ाने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा जा रहा है. यह तय माना जा रहा है कि एक महीना या इससे अधिक का समय आयोग को और मिल सकता है. 14635 पंचायतें,450 पंचायत समिति में आरक्षण तय होगा- ओबीसी प्रतिनिधित्व आयोग की रिपोर्ट पर ही 14635 ग्राम पंचायतों, 450 पंचायत समिति और 41 जिला परिषदों में ओबीसी आरक्षण के आधार पर वार्ड से lekar सरपंच, प्रधान और जिला प्रमुख तय होंगे. वार्डों का प्रतिशत तय होगा. निकायों में भी आरक्षण इसी के आधार पर तय होगा. 3 जनवरी तक जनसंवाद- ओबीसी राजनैतिक प्रतिनिधित्व आयोग की ओर से 22 दिसंबर से 3 जनवरी तक विभिन्न जिलों में जिला स्तरीय जनसंवाद करेगा. आयोग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश मदनलाल भाटी 29 दिसंबर को गंगानगर और हनुमानगढ़, 30 दिसंबर को पाली में व्यस्त रहेंगे. आयोग के सदस्य प्रो. राजीव सक्सेना एवं मोहन मोरवाल संयुक्त रूप से 30 दिसंबर को अलवर-खैरथल, 2 जनवरी को झालावाड़, 3 जनवरी को बांरा-बूंदी में जनसंवाद कार्यक्रम व्यस्त रहेगा. इसके बाद सर्वे का प्रोसेस पूरा कराया जाएगा. 7 महीने से चल रही है आयोग की वर्किंग- ओबीसी प्रतिनिधित्व आयोग का गठन 9 मई 2023 को हुआ था और तीन माह के कार्यकाल की समय सीमा निर्धारित थी. ऐसी स्थिति में समय पर रिपोर्ट नहीं बनने पर 21 अगस्त को कार्यकाल 31 दिसंबर तक बढ़ाया गया था. अब आयोग की वर्किंग सात महीने गुजरने के बाद फिर से कार्यकाल बढ़ने जा रहा है.
0
comment0
Report
ACAshish Chauhan
Dec 26, 2025 07:50:08
Jaipur, Rajasthan:जयपुर-पंचायत-निकाय चुनाव के लिए ओबीसी आयोग समय पर रिपोर्ट नहीं दे पाएगा. आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर को खत्म हो रहा. सूत्रों की मानें तो ओबीसी सीटों के निर्धारण की रिपोर्ट तैयारी नहीं हो पाई है. ऐसे में सरकार ओबीसी आयोग का कार्यकाल फिर से बढ़ा सकती है. 31 दिसंबर को खत्म हो रहा कार्यकाल- पंचायत और निकाय चुनाव में ओबीसी सीटों के निर्धारण के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग 31 दिसंबर तक राज्य सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट नहीं दे पाएगा. आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर को खत्म होगा, लेकिन सूत्रों की मानें तो ओबीसी सीटों के निर्धारण की रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई है. सूत्रों के मुताबिक अभी तक आयोग का 50 प्रतिशत से अधिक का काम बाकी है. बहरहाल कोर्ट के दिशा निर्देशों के आधार पर निर्वाचन आयोग को 15 अप्रैल तक चुनाव कराने हैं. ऐसे में अब दूसरा मौका होगा जब चुनाव संबंधित ओबीसी आयोग का कार्यकाल बढ़ेगा. इससे पहले 21 अगस्त को आयोग का कार्यकाल बढ़ाया गया था. आयोग का कार्यकाल बढ़ाने के लिए से राज्य सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा जा रहा है. ये तय माना जा रहा है कि एक महीना या उससे अधिक का समय आयोग को और मिल सकता है. 14635 पंचायतें,450 पंचायत समिति में आरक्षण तय होगा- ओबीसी प्रतिनिधित्व आयोग की रिपोर्ट पर ही 14635 ग्राम पंचायतों, 450 पंचायत समिति और 41 जिला परिषदों में ओबीसी आरक्षण के आधार पर वार्ड से लेकर सरपंच, प्रधान और जिला प्रमुख तय होंगे. वार्डों का प्रतिशत तय होगा। निकायों में भी आरक्षण इसी के आधार पर तय होगा. 3 जनवरी तक जनसंवाद- ओबीसी राजनैतिक प्रतिनिधित्व आयोग की ओर से 22 दिसंबर से 3 जनवरी तक विभिन्न जिलों में जिला स्तरीय जनसंवाद करेगा. आयोग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश मदनलाल भाटी 29 दिसंबर को गंगानगर और हनुमानगढ़,30 दिसंबर को पाली में व्यस्त रहेंगे. आयोग के सदस्य प्रो. राजीव सक्सेना एवं मोहन मोरवाल संयुक्त रूप से 30 दिसंबर को अलवर-खैरथल,2 जनवरी को झालावाड़, 3 जनवरी को बांरा-बूंदी में जनसंवाद कार्यक्रम व्यस्त रहेगा. इसके बाद सर्वे का प्रोसेस पूरा कराया जाएगा. 7 महीने से चल रही है आयोग की वर्किंग- ओबीसी प्रतिनिधित्व आयोग का गठन 9 मई 2023 को हुआ था और तीन माह के कार्यकाल की समय सीमा निर्धारित की गई थी. ऐसे में समय पर रिपोर्ट तैयार नहीं होने पर 21 अगस्त को कार्यकाल 31 दिसंबर तक बढ़ाया गया था. आयोग की वर्किंग को सात महीने गुजरने के बाद अब दोबारा से आयोग का कार्यकाल बढ़ने जा रहा है.
0
comment0
Report
PSPramod Sharma
Dec 26, 2025 07:47:05
Seoni, Madhya Pradesh:SEONI (MP) *सिवनी के मढ़ी गांव के सरकारी स्कूल में दहशत,लड़कियों ने स्कूल आना किया बंद,स्कूल में झाड़फूंक और डॉक्टर्स का डेरा* - सरकारी स्कूल में दहशत लड़कियों ने स्कूल आना किया बंद... - पिछले सप्ताह स्कूल की अबतक 22 लड़कियों तबीयत बिगड़ने से हड़कंप... - स्कूल आते ही लड़कियों को तबियत हो रही खराब... - स्कूल आते ही लड़कियों को गले मे दर्द,हाथ पैर में अकड़न,चीखना जैसी घटनाओं से हड़कंप... - सिवनी जिले मढ़ी गांव के हायर सेकेंडरी स्कूल में 289 बच्चे है जिसमे 133 लड़के जबकि 146 लड़कियों है... - ग्रामीण और स्कूल प्रबंधन स्कूल में करा चुके है झाड़फूंक... - ग्रामीण मान रहे प्रेतबाधा ... - स्कूल में लगाये गए भगवा झंडे दहशत के चलते स्कूल बज रहा है हनुमान चालीसा...
0
comment0
Report
SSsubhash saheb
Dec 26, 2025 07:46:50
Dhamtari, Chhattisgarh:धर्मांतरण विवाद के बाद सुलह के साथ पुनिया बाई का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार किया गया। नगरी-सीहा वा क्षेत्र के बोराई गांव में धर्मांतरण को लेकर विवाद के बीच साहू परिवार की धर्मावरित महिला पुनिया बाई का निधन हो गया था। मौत के बाद शव दफनाने को लेकर सर्व समाज के सदस्यignet विरोध कर रहे थे, जिससे गांव में तनाव बना रहा। जिला प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंचकर समझाने में लगे रहे, पर देर शाम तक विरोध जारी रहा। इसके बाद प्रशासन, पुलिस अधिकारी, समाज के प्रतिनिधि और धर्मावरित परिवार की बैठक हुई। काफी चर्चा के बाद परिवार ने हिंदू धर्म अपनाने की लिखित सहमति दी, जिसमें कहा गया कि हम जयंती बाई साहू और हमारा परिवार अब पूर्ण रूप से हिंदू रीति-रिवाज, देवी-देवताओं की पूजा और सामाजिक त्योहारों में हिस्सा लेंगे और भविष्य में ईसाई धर्म से हमारा संबंध नहीं रहेगा। इस सहमति के बाद गांव में सर्व समाज और संगठनों के बीच सहमति बनी और पुनिया बाई को आज सुबह हिंदू रीति से अंतिम संस्कार किया गया।
0
comment0
Report
SHShahzad Hussain Bhat
Dec 26, 2025 07:46:15
0
comment0
Report
SBShowket Beigh
Dec 26, 2025 07:46:01
0
comment0
Report
FWFAROOQ WANI
Dec 26, 2025 07:45:47
Srinagar, :श्रीनगर के छत्ताबल इलाके में एक शिव मंदिर को लगभग तीन दशकों के बाद अतिक्रमण से आज़ाद कराया गया है। यह मंदिर, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के लिए जाना जाता है, सालों तक कब्जे में रहा, जिसके दौरान यहां भगवान शिव की मूर्ति भी हटा दी गई थी। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह मंदिर मूल रूप से श्रीनगर में बोरा समाज के समय बनाया गया था और एक समय यह समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र था। लेकिन 90 के दशक में उग्रवाद के दौरान मंदिर को नष्ट कर दिया गया और उस समय इसकी ऊपरी संरचना में भी आग लगा दी गई थी। लेकिन अब, मंदिर के खोलने के बाद एक विशेष पूजा और कीर्तन किया गया। कश्मीरी पंडित संदीप मावा ने कहा कि लगातार प्रयासों और स्थानीय मुसलमानों और पुलिस के सहयोग से, मंदिर के रहने के कमरे, जिन पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया था, खाली करा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मंदिर को उसकी पुरानी शान वापस दिलाने के लिए जल्द ही नवीनीकरण का काम शुरू किया जाएगा। यह मंदिर कभी श्रीनगर के डाउनटाउन इलाके में बहुत प्रसिद्ध था और बड़ी संख्या में हिंदू परिवार यहां आते थे। हालांकि, उग्रवाद के दौरान, भगवान शिव की मूर्ति हटा दी गई थी और कथित तौर पर मंदिर में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई। घटना के बाद मंदिर के पुजारी भी घाटी छोड़कर चले गए थे। 90 के दशक में उग्रवाद अपने चरम पर था और कई मंदिर नष्ट हो गए थे और कई मंदिरों की ज़मीन पर कब्ज़ा कर लिया गया था यह मंदिर भी उनमें से एक है, जिसे बोरा समाज ने बनवाया था। स्थानीय हिंदुओं ने कहा कि शिव मूर्ति उग्रवाद से पहले के समय की थी, लेकिन अब वह कहीं नहीं है, स्थानीय लोगों ने कहा कि यह जांच का विषय है। मंदिर परिसर में कई कमरे हैं जिनका इस्तेमाल पहले दूर-दराज के इलाकों से आने वाले भक्त रात भर रुकने के लिए बनाए गए थे। इन कमरों पर बाद में बदमाशों ने कब्ज़ा कर लिया था, लेकिन अब स्थानीय लोगों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रयासों से उन्हें खाली करा दिया गया है। यह भी बताया गया कि मंदिर से जुड़ी एक और शिव मूर्ति एक अलग जगह पर सुरक्षित रखी गई है। लगभग 30 साल बाद, एक स्थानीय पुरोहित ने मंदिर में पूजा की और ऐतिहासिक मंदिर में वापस आने पर खुशी जताई। हिंदू समुदाय के अन्य सदस्यों ने कहा कि पहले अतिक्रमण के तहत रहे तीन और मंदिरों को भी वापस ले लिया गया है। संदीप मावा ने मंदिर के जीर्णोद्धार में सहयोग के लिए स्थानीय मुस्लिम समुदाय को धन्यवाद दिया और इसे सांप्रदायिक सद्भाव का एक उदाहरण बताया। कश्मीर, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत के लिए जाना जाता है, इस मंदिर जैसी ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों को पुनर्जीवित करने और संरक्षित करने के प्रयासों का गवाह बन रहा है।
0
comment0
Report
JGJugal Gandhi
Dec 26, 2025 07:45:37
Rajgarh, Rajasthan:राजगढ़ में केंद्रीय विद्यालय बाहर खोलने के फैसले का विरोध तेज़, तीसरे दिन भी पूरा बाजार बंद, महारैली निकली राजगढ़ (अलवर). राजगढ़ आवाज मंच के बैनर तले कस्बे में स्वीकृत केंद्रीय विद्यालय को राजगढ़ से बाहर खोले जाने के विरोध में आंदोलन तीसरे दिन भी जारी रहा। सोमवार को कस्बे का संपूर्ण बाजार शांतिपूर्ण तरीके से बंद रहा। मेडिकल स्टोर और सब्जी मंडी भी पूरी तरह से बंद रही। इसी दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने महारैली निकालकर अपनी आवाज बुलंद की। सुबह करीब 9 बजे से ही व्यापारी और विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग पंडित भवानी सहाय चौक पर एकत्रित होने लगे। कुछ ही देर में भीड़ का आकार बढ़ता गया और नारेबाजी के बीच रैली कस्बे के मुख्य मार्गों से होते हुए गोल सर्किल, सराय बाजार और आगे टहला बाईपास की ओर रवाना हुई। आंदोलन के दौरान मंच के प्रतिनिधि मुकेश जैमन ने संबोधित करते हुए कहा कि राजगढ़ की जनता की आवाज अब राजस्थान सरकार तक पहुंच चुकी है। यह आंदोलन अधिकारों की लड़ाई है और इसे शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले 50 वर्षों में राजगढ़ को कोई बड़ी योजना नहीं मिली, और अब जो योजना स्वीकृत हुई थी, उसे भी क्षेत्र से दूर ले जाया जा रहा है, जो जनभावनाओं के साथ अन्याय है। उन्होंने जिला प्रशासन पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए लोगों से एकजुट रहने की अपील की। बाइट – मुकेश जैमन
0
comment0
Report
Advertisement
Back to top