उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई बड़ी घटना के बाद अमेठी पुलिस हाई अलर्ट मोड में है। अमेठी कस्बे के गांधी चौक स्थित जामा मस्जिद और चौक चौराहों पर ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है। किसी भी बड़ी वारदात होने से पहले सतर्क है अमेठी पुलिस ,वहीं जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू कर दिया गया है।
अमेठी - संभल में हुई बड़ी घटना के बाद अमेठी पुलिस हाई अलर्ट पर ,ड्रोन कैमरे से कर रही है निगरानी
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन हेतु चलाए जा रहे "मिशन शक्ति फेज-5" के तहत गोरखपुर में जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में और पुलिस अधीक्षक अपराध के मार्गदर्शन में जनपद के सभी थानों ने प्रमुख बाजारों, कस्बों, चौराहों, स्कूलों/कॉलेजों, धार्मिक स्थलों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर महिला पुलिस कर्मियों द्वारा अभियान चलाया।
परसपुर ब्लाक परिसर में अखिल भारतीय किसान यूनियन ने गणेश दत्त सिंह की अगुवाई में बुधवार को अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष अब्दुल अजीज शाह ने कहा है कि ब्लाक मुख्यालय पर डीएम को संबंधित मांग पत्र एडीओ, आईएसबी को सौंपा गया। उन्होंने कहा कि गेंहू बुवाई के समय खाद और बीज की किल्लत है। खाद और बीज की उपलब्धता कराई जाय।
बुधवार को प्राथमिक विद्यालय कटरा बाजार में जल जीवन मिशन "हर घर जल" योजना के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। राज्य परियोजना एवं स्वच्छता मिशन उत्तर प्रदेश के अंतर्गत अम्बर प्रेस प्राइवेट लिमिटेड लखनऊ की टीम ने कार्यक्रम का संचालन किया। प्रशिक्षक मीरा वर्मा, मुस्कान और गोविंद वर्मा ने बच्चों को पानी की गुणवत्ता और स्वच्छता के महत्व के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा, स्वच्छता क्लब का गठन किया गया और बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित हुई।
हरदोई के सर्कुलर रोड स्थित निर्मला वाटिका बारात घर पर कब्जे और संचालन को लेकर विवाद बढ़ रहा है। गाटा संख्या 1260 की यह भूमि खुशीराम दीक्षित के नाम दर्ज थी, जो अब उनकी पोती अनामिका दीक्षित (पत्नी अंकित अवस्थी) ने अपना हक बताते हुए कोर्ट में दावा किया है। अनामिका का आरोप है कि उनके ताऊ और उनके पुत्र अवैध रूप से बारात घर चला रहे हैं, जिसका न पंजीकरण है और न स्वीकृत नक्शा। उन्होंने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है।
कुंडा तहसील से एक रिटायर्ड फौजी की जमीन पर जबरन कब्जा करने का मामला सामने आया है। फौजी ने आरोप लगाया है कि लेखपाल भूमाफिया से मिलकर उसकी जमीन पर जबरन कब्जा कराने की कोशिश कर रहे हैं। पीड़ित फौजी ने बताया कि उन्होंने अपनी जमीन को सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज़ और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया था। लेकिन लेखपाल और भूमाफिया ने मिलकर उनकी जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की है।
अमेठी के भादर, सोनारी और अन्य गांवों से होकर रामगंज बाजार जाने वाली सड़क की हालत खराब हो गई है। जगह-जगह सड़कें टूट चुकी हैं और सड़क किनारे बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं जिससे लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारी इस समस्या पर मौन हैं। ग्रामीणों ने सड़क मरम्मत की मांग की है।
परिवार नियोजन के तहत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 21 नवंबर से 4 दिसंबर 2024 तक मनाया जा रहा है। इस अवसर पर बलरामपुर में जनजागरूकता के लिए सारथी वाहन रवाना किए गए। सरकार ने नसबंदी मुआवजा योजना में भी वृद्धि की है। कार्यक्रम के तहत महिलाओं और पुरुषों को नसबंदी की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है ताकि जनसंख्या नियंत्रण में मदद मिल सके।
कानपुर देहात- रुरा थाना क्षेत्र में अलग अलग जगहों पर मामूली झगड़ा फसाद हो गया था। वहीं दोनों पक्षों द्वारा एक दूसरे पर आरोप लगाकर शिकायती पत्र दिया गया। पुलिस ने जांच पड़ताल कर दो लोगों पर शांतिभंग की कार्यवाई की। थाना प्रभारी जयप्रकाश शर्मा ने बताया कि दो लोगों पर शांतिभंग की कार्यवाही की गई है।
बलिया जनपद की बांसडीह विधानसभा के शाहपुर से हुसैनाबाद मुख्य मार्ग पिछले 15 वर्षों से बदहाल है। यह सड़क दर्जनों गांवों जैसे शाहपुर, बनकट, मझवालिया, राजागांव, टईयां टोला, बिसौली आदि के लगभग 60 हजार लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। छह किलोमीटर लंबी इस सड़क की गिट्टियां पूरी तरह उखड़ चुकी हैं, जिससे यात्रा करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। यह सड़क ग्रामीणों को सीधे तहसील मुख्यालय से जोड़ती है, लेकिन सरकार की तमाम सड़क सुधार योजनाओं के बावजूद यहां कोई काम नहीं हुआ है।
इटियाथोक कस्बे में बिसुही नदी पर बना अंग्रेजों के जमाने का पुल अब जर्जर हालत में पहुंच गया है। नियमित देखभाल के अभाव में पुल के पिलरों में दरारें पड़ चुकी हैं और रेलिंग सिर्फ दिखावे के लिए है। भारी वाहनों के गुजरने पर पुल हिलने लगता है, जिससे हादसे का खतरा बढ़ गया है। गोंडा जिला मुख्यालय जाने के लिए इस पुल से रोजाना हजारों छोटे-बड़े वाहन गुजरते हैं। वर्तमान में इस पुल से सफर करना जोखिम भरा हो गया है।