Back
पुष्कर मेले में 11 करोड़ के बादल और 15 करोड़ के शाबाज ने बना दिया आकर्षण केंद्र
AVArun Vaishnav
Oct 27, 2025 07:38:15
Jaipur, Rajasthan
पुष्कर(अजमेर)
पुष्कर(अजमेर)
15 करोड़ का शाबाज और 11 करोड़ का बादल बने आकर्षण का केंद्र, विदेशी पर्यटक भी रह गए दंग
एंकर अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेला अपने पूरे रंग में है।
रेतीले नए मेला मैदान में इस समय घोड़ों, ऊंटों और पशुपालकों की रौनक देखते ही बन रही है। पंजाब, हरियाणा, बीकानेर और राजस्थान के अन्य जिलों से आए हजारों पशुपालकों ने अपने लग्जरी टेंटों में डेरा जमा रखा है। टेंटों के बाहर चमचमाती लगज़री गाड़ियाँ और भीतर लाखों-करोड़ों के घोड़े, मेला मैदान को एक शाही अखाड़े का रूप दे रहे हैं।
इस बार पुष्कर मेले का सबसे बड़ा आकर्षण है — केकड़ी के अश्वपालक राहुल जेतवाल का घोड़ा “बादल, जिसकी कीमत 11 करोड़ रुपए आंकी जा चुकी है। मात्र 5 साल का यह सफेद घोड़ा अब तक 285 बच्चों का बाप बन चुका है और वर्तमान में इसकी 120 घोड़ियाँ गर्भवती हैं। बादल की ऊँचाई 68 इंच से अधिक है और यह नुगरा नस्ल का है। राहुल ने साफ कहा — “बादल हमारे परिवार का हिस्सा है, इसे बेचने नहीं, सिर्फ प्रदर्शन के लिए लाए हैं।”
बाइट राहुल जेतवाल, अश्व पालक, बादल
वहीं पंजाब से आए पशुपालक गेरी अपने 15 करोड़ के घोड़े “शाबाज” को लेकर पहुंचे हैं। शाबाज अब तक 6 शो जीत चुका है और इसकी ब्रीडिंग फीस 2 लाख रुपए तक जाती है। गेरी हर साल अपने करीब 40 घोड़े लेकर पुष्कर आते हैं, जिनमें इस बार “भारत ध्वज”, “दबंग” और “नागेश्वर” जैसे नामचीन घोड़े शामिल हैं।
गेरी ने बताया — “शाबाज की हाइट 65 इंच है, और अब तक 9 करोड़ की बोली मिल चुकी है, लेकिन इसकी असली कीमत 15 करोड़ है。”
बाइट गैरी गिल, अश्व पालक
वहीं 800 किलो वजन वाला “मुर्रा नस्ल का भैंसा बुलबुल” भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस भैंसे की कीमत करीब 10 लाख रुपए बताई जा रही है। भैंसे को देखने के लिए देशी ही नहीं, विदेशी सैलानी भी धोरों पर पहुंच रहे हैं। इस बीच अमेरिका और यूरोप से आए विदेशी पर्यटकों के दल ने जब इन करोड़ों के पशुओं को देखा, तो वे दंग रह गए। उन्होंने कहा कि पुष्कर मेला सिर्फ एक पशु मेला नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, पशु प्रेम और लोक परंपरा का जीवंत उदाहरण है। यह अनुभव जिंदगीभर याद रहेगा।”
बाइट रेंजी मैक्फलो, अमेरिकी पर्यटक
बाइट... डार्विया, पर्यटक, अमेरिका
अब तक पुष्कर मेले में कुल 3021 पशु पहुँच चुके हैं, जिनमें 2102 घोड़े और 917 ऊँट शामिल हैं।
रेतीले धोरों पर इन पशुओं की सजावट, प्रदर्शन और ब्रीडिंग डील्स का शोर मेला मैदान को एक जीवंत उत्सव में बदल रहा है। मेले में पशु व्यापार के साथ ही पशु प्रेम, लोक संस्कृति और परंपरा की झलक हर ओर बिखरी है। रेतीले धोरों पर अब सिर्फ मोलभाव नहीं, बल्कि राजस्थान की शान, घोड़ों की रौनक और परंपरा का गर्व भी चमक रहा है.
0
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement
SASARIFUDDIN AHMED
FollowOct 27, 2025 10:51:560
Report
KSKISHORE SHILLEDAR
FollowOct 27, 2025 10:51:310
Report
AVArun Vaishnav
FollowOct 27, 2025 10:51:15Jaipur, Rajasthan:17 आरएएस अधिकारियों के तबादले, डीओपी ने जारी किए आदेश
0
Report
AGAbhishek Gour
FollowOct 27, 2025 10:51:090
Report
KYKaniram yadav
FollowOct 27, 2025 10:50:550
Report
MVManish Vani
FollowOct 27, 2025 10:50:230
Report
PGPiyush Gaur
FollowOct 27, 2025 10:50:080
Report
CSChandrashekhar Solanki
FollowOct 27, 2025 10:49:583
Report
KSKISHORE SHILLEDAR
FollowOct 27, 2025 10:49:452
Report
NANasim Ahmad
FollowOct 27, 2025 10:49:250
Report
VKVIJAY KUMAR
FollowOct 27, 2025 10:49:010
Report
NSNAVEEN SHARMA
FollowOct 27, 2025 10:48:260
Report
TSTHANESHWAR SAHU
FollowOct 27, 2025 10:48:060
Report
SSSHAILENDAR SINGH THAKUR
FollowOct 27, 2025 10:47:530
Report
NZNaveen Zee
FollowOct 27, 2025 10:47:400
Report
