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150 साल बाद वंदे मातरम: मुस्लिम भी देशभक्ति का गान मानते हैं
VSVishnu Sharma
Nov 06, 2025 13:22:08
Jaipur, Rajasthan
वंदे मातरम गीत का तराना, राजनीतिक दांवपेच में उलझा गाना, मुस्लिम बोले - वतन के प्रति वफादारी का गान, हर दिल गाए
जयपुर
राष्ट्रगीत 'वंदे मातरम' के 150 वर्ष पूरे होने पर शुक्रवार से लोग सामूहिक रूप में देशभक्ति का तराना गाएंगे। अब मुस्लिम समुदाय को भी वंदे मातरम गायन से कोई एतराज नहीं रहा। मुस्लिम समुदाय के लोग बोले कि यह वतन के प्रति वफादारी का गान है, इसे हर दिल को मिलकर गाना चाहिए। देश की वफादारी हमारे खून में है। राजनीति के दांवपेचों ने इस भारत माता के इस गान को उलझा दिया है。
भारत की आजादी के आंदोलन में अलख जगाने का प्रेरणा स्रोत बने वंदे मातरम गीत को कल 150 साल पूरे हो रहे हैं। वंदे मातरम के सामूहिक गान को लेकर देशभर में आयोजन किए जा रहे हैं। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में सुबह 7:30 बजे वंदे मातरम 150 राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया जा रहा है। इसमें 50,000 लोगों के सामूहिक रूप से वंदे मातरम का गायन करने का दावा किया गया है। वंदे मातरम को लेकर भले ही यह कहा जाता रहा है कि मुस्लिम समाज इससे दूरी बनाए रखता है, वहीं दूसरी ओर मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि वंदे मातरम भारत माता का गान है। वंदे मातरम का मतलब अपने वतन से मोहब्बत है और इस्लाम भी वतन से मोहब्बत करना सिखाता है。
वंदे मातरम गा कर सुनाया बुजुर्ग शकील ने。
सी-स्कीम में रहने वाले बुजुर्ग शकील अहमद बोले कि इसको गाने से भला किसी को क्या ऐतराज हो सकता है। इसके बाद उन्होंने वंदे मातरम का एक पैरा गाकर सुनाया। उन्होंने कहा कि बचपन में स्कूल में जाते थे तब वंदेमातरम गाते थे। पूरा वंदेमातरम गान याद था, लेकिन अब उम्र के तकाजे के कारण भूल गए। सरकार आयोजन कर रही है तो अच्छी बात है, सबको मिलकर गाना चाहिए, चाहे किसी भी जाति बिरादरी या समुदाय का व्यक्ति हो। ऊपर वाले की नजरों में ऊंच नीच हिंदू मुस्लिम का भेद नहीं है, सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा …
इधर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ कह चुके हैं कि मुस्लिम समाज भी वंदेमातरम गा रहा है। मातृभूमि को नमन किसी को ऐतराज नहीं है। किसी की पूजा पद्धति क्या है हमने कभी एतराज नहीं किया, लेकिन राष्ट्रभक्ति राष्ट्रीय चरित्र जरूरी है, इससे समझौता नहीं हो सकता है। मुस्लिम नौजवान भी अब समझने लगे हैं कि वंदे मातरम क्यों जरूरी है。
वंदे मातरम गाकर वतन के प्रति वफादारी जताएं …
इसी तरह मुस्लिम नौजवान इमरान रियाज ने कहा कि मुस्लिम समाज का व्यक्ति हो या कोई और, वंदे मातरम गाकर वतन के प्रति वफादारी शो करनी चाहिए। स्कूल, मदरसे में लागू करें या कहीं भी करें, यह हमारे देश का गान है। इस्लाम भी यह सिखाता है कि नेशन फर्स्ट है, सरकार अच्छा फैसला है। सब देश के साथ हैं, देश की वफादारी हमारे खून में है। वंदे मातरम देश का गाना है, देश की आजादी के अंदर इस गान से क्रांति आई है, हमें जो आजादी मिली है उसमें इसकी बड़ी भूमिका है। यह वफादारी का प्रतीक है ऐसे किसी को गाने से आपत्ति नहीं होनी चाहिए。
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हुसैन खान ने कहा कि देश के प्रत्येक समाज का दायित्व बनता है कि वह हर दिन वंदे मातरम का गायन करें. देश की अलख जगाने वाला देश भक्ति बढ़ाने वाला गान है। किसी धर्म की किताब में नहीं लिखा कि भारत माता की वंदना करना गुनाह है। यह हमारे देश का गौरव है, भारत में नहीं बल्कि विश्व के किसी भी देश में जाएं वंदे मातरम प्रतिदिन गाना चाहिए, ताकि हमारे अंदर देश की प्रेम की भावना को जागृत रहे. उन्होंने कहा कि वंदे मातरम का अगर कोई विरोध करता है या वंदे मातरम गाना ठीक नहीं समझता है, इसको अपमानजनक समझता है तो इससे बड़ा दुर्भाग्य की बात नहीं हो सकती। ऐसी बात है तो यह राजनीतिक बयान हो सकता है। साधारण व्यक्ति इसको कभी स्वीकार नहीं करेगा कि धर्म में गलत नहीं बताया गया है。
50 हजार लोगों का एक साथ गायन - जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में शुक्रवार को प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम होगा. इसके बाद अभियान के तहत संभाग, जिला, नगरीय निकाय, पंचायत राज संस्थान, स्कूल, कॉलेज, छात्रावास, अस्पताल एवं पुलिस थानों सहित राज्यभर में कार्यक्रम किए जाएंगे. वहीं, संगठन स्तर पर 150 स्थानों पर 150 कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक वंदे मातरम गायन किया जाएगा. सांसदों की उपस्थिति में हर जिले के एक कॉलेज में विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे. इसके साथ ही वंदे मातरम आधारित प्रदर्शनी, सोशल मीडिया जनजागरण अभियान एवं राष्ट्रव्यापी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मदरसे में गूंजेगा वंदे मातरम - प्रदेश के शिक्षा विभाग, संस्कृत शिक्षा विभाग और पंचायती राज विभाग में तो अब हर दिन राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान होगा. सरकार ने सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, महाविद्यालयों और मदरसों में प्रतिदिन वंदे मातरम का गायन अनिवार्य किया है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि प्रदेश में मदरसा हो या फिर अन्य संस्थान जो गायन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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