Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Panna488001

पन्ना टाइगर रिजर्व की वत्सला ने कहा अलविदा, गिनीज में नाम न दर्ज होने का दुख!

PSPIYUSH SHUKLA
Jul 09, 2025 10:02:58
Panna, Madhya Pradesh
पन्ना टाइगर की उम्र दराज हथनी ने कहा अलविदा वन महकमे की नाकामी के कारण गिनीज बुक में दर्ज नहीं हो सका वत्सला का नाम एंकर -- पन्ना टाइगर रिजर्व के इतिहास में वत्सला का नाम हमेशा अमर रहेगा । 1993 में केरल से लाई गई इस हथनी ने पन्ना टाइगर रिजर्व में अपनी अहम भूमिका निभाई । 11 सालों तक सक्रिय भूमिका में रहने के बाद 2004 में यह रिटायर हुई और उसके बाद उसने यहां जन्म लेने वाले बच्चों की देखरेख में अपनी सक्रिय भागीदारी राखी । दादी और नानी की तरह उसने छोटे बच्चों का लालन-पालन किया। उनको प्रशिक्षित करने का काम भी उसने किया। उम्र के अंतिम पड़ाव में उसकी आंखों से दिखाई देना कुछ काम हुआ और उसका इलाज पन्ना टाइगर रिजर्व में होता रहा। पन्ना टाइगर रिजर्व की क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की ने बताया कि उसकी मृत्यु के बाद सम्मान के सहित उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है उसे दफनाकर अंतिम विदाई दी गई । लेकिन पन्ना टाइगर रिजर्व की इस बहुमूल्य धरोहर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज नहीं हो पाया है। जिसका कारण यह रहा कि मध्य प्रदेश का वन महकमा संबंधित विभाग को उचित दस्तावेज उपलब्ध कराने में सक्षम रहा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर लगभग सभी राजनेताओं ने वात्सल्य की मृत्यु के बाद अपनी शोक संवेदन आए व्यक्त की हैं । बाइट अंजना सुचिता तिर्की क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व wt
14
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
Advertisement
Back to top