Back
झारखंड के स्कूलों में एकल शिक्षक: बच्चों का भविष्य खतरे में!
Latehar, Jharkhand
एंकर : - झारखंड सरकार स्कूल चलो अभियान चलाकर समाज के हर तबके के लोगो के बच्चे और बच्चियों को शिक्षित करने को लेकर नई -नई नीति बनाकर धरातल पर उतार रही है ताकि बच्चे और बच्चियों शिक्षा से वंचित न हो । प्रशिद्ध अर्थशास्त्री सह समाजिक कार्यकर्ता प्रो ज्या ड्रेज की टीम ने जनसुनवाई कार्यक्रम में सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक मानिका प्रखंड 40 ऐसे विद्यालय है जहाँ एकल शिक्षक सरकारी विद्यालयों है जिस कारण स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे और बच्चियों के पढ़ाई में पृरी तरह प्रभावित है जो काफी चिंताजनक है । ज्ञात हो कि यदि सरकार उच्य न्यायालय द्वारा आदेशित 26 हज़ार की नियुक्ति कर देती एकल सरकारी विद्यालयों की समस्या कुछ हद तक ठीक हो जाता । गौरतलब है कभी सरकारी कार्य से शिक्षक स्कूल से बाहर जाना पड़ता है तो उस दिन सरकारी विद्यालय बंद हो जाता है । वही प्रशिद्ध अर्थशास्त्री रितिका खेडा ने बताई की आज जनसुनवाई में जिस तरह के मुद्दे आये है जिससे साफ है स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य खतरे में है सरकार को इस संदर्भ में कोई ठोस पहल करने की जरूरत है ताकि बच्चों और बच्चियों की पढ़ाई बाधित न हो सके । वही प्रशिद्ध अर्थशास्त्री प्रो जया ड्रेज ने कहा कि आज जनसुनवाई के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि आज मानिका के 40 ऐसे सरकारी विद्यालय है विशेषकर अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय के बच्चे और बच्चियां उन विद्यालय में पढ़ती है जहाँ एक शिक्षक के भरोसे चलता है । जिन बच्चों का भविष्य काफी ही चिन्ताजनक है सरकार को वैसे विद्यालय में शिक्षक की नियुक्ति कर इस समस्या का समाधान कर बच्चों पढ़ाई समुचित हो सके ।
बाइट : - प्रो रितिका खेड़ा प्रशिद्ध अर्थशास्त्री
बाइट : - प्रो ज्या ड्रेज प्रशिद्ध अर्थशास्त्री सह समाजिक कार्यकर्ता
संजीव कुमार गिरि लातेहार
0
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement