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ट्रैक्टर का आवासीय प्रमाण पत्र: प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल!

PKPrashant Kumar
Jul 09, 2025 14:31:23
Munger, Bihar
सदर आरओ ने बनाया ट्रैक्टर का आवासीय प्रमाण पत्र।वायरल हुआ प्रमाण पत्र तो टूटी नींद, डाटा इंट्री आपरेट से स्पष्टीकरण। रद होगा प्रमाण पत्र, अपनी खामी छिपाने के लिए आवेदन की हो रही खोज मुंगेर : मुंगेर में अपने आप में एक अजूबा हुआ है। इसमें सदर प्रखंड के राजस्व अधिकारी ने एक टैक्टर का आवासीय प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। सोमवार की देर शाम से ही सोनालिका ट्रैक्टर की तस्वीर व इसी नाम से सदर प्रखंड कार्यालय से जारी किया गया यह आवासीय प्रमाण पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। इससे जिला प्रशासन की जग हंसाई हो रही है। इस प्रकरण को प्रशासनिक पदाधिकारियों व कर्मियों की लापरवाही नहीं तो और क्या कहा जाय। बताया जाता है कि किसी व्यक्ति ने लापरवाह प्रशासनिक कार्यशैली की परख के लिए एक ट्रैक्टर के नाम व तस्वीर के माध्यम से आवासीय प्रमाण पत्र बनाने के लिए लोक सेवा का अधिकार कानून के तहत आवेदन किया। इसके बाद बिना आवेदन पत्र की जांच किए ही उसका प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया। इसके बाद जब यह प्रमाण पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया और पूरे प्रशासनिक महकमे की बदनामी होने लगी तो प्रशासनिक अमला अपनी खामियों को छिपाने के लिए अब आवेदक को ढूंढ़ने का प्रयास शुरू कर दिया है। हालांकि दूसरी ओर इस प्रमाण पत्र को रद करने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। उठ रहे कई सवाल, क्या बिना उचित जांच के बनता प्रमाण पत्र -------------------------------------------------------------------------------- इस प्रकरण के सामने आने के बाद कई सवाल उत्पन्न हो रहा है। पहला यह कि क्या सदर प्रखंड क्षेत्र में जनता से प्राप्त आवेदनों की बिना उचित माध्यम से जांच किए प्रमाण पत्र बना दिया जाता है। दूसरा कि आवेदन पत्र की स्क्रूटनी करने का प्रशासन के पास कोई तंत्र नहीं है। वहीं यह भी कि यदि कोई सामान्य व्यक्ति आफलाइन या आनलाइन किसी भी प्रकार से आवेदन करता है तथा आवश्यकतानुसार कम समय में प्रमाण पत्र की मांग करता है तो उसके एक-एक दस्तावेज की जांच की जाती है तथा उसे अनावश्यक परेशान भी किया जाता है, पर ऐसी क्या स्थिति थी कि बिना स्थानीय जनप्रतिनिधि, पंचायत सचिव, विकास मित्र आदि से सत्यापन कराए किसी ट्रैक्टर का आवासीय प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। क्या है मामला  ------------------------ छह जुलाई को किसी व्यक्ति ने लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम के तहत आनलाइन माध्यम से सदर राजस्व अधिकारी के यहां निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया। इसमें आवेदक का नाम सोनालिका चौधरी, पिता का नाम बेगूसराय चौधरी, माता का नाम, बलिया देवी तथा तस्वीर के स्थान पर सोनालिका कंपनी के एक ट्रैक्टर का तस्वीर आवेदन के साथ अपलोड किया। इसका पता टैक्टर पुर दियारा, डाकघर कुतलुपुर, वार्ड संख्या - 17 तथा आवेदन का उद्देश्य खेती बारी बताया। इसके एक दिन बार आठ जुलाई को बिना किसी जांच परख के सदर राजस्व अधिकारी कार्यालय की ओर से इस ट्रैक्टर का निवास प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया।  एसडीओ ने कहा  ----------------------- एसडीओ कुमार अभिषेक ने बताया की सोनालिका नाम से एक आवासीय प्रमाण पत्र जारी होने की सूचना मिली है। इसकी जांच कर प्रमाण पत्र को रद करने की प्रक्रिया की जा रही है। संबंधित डाटा इंट्री आपरेटर से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि किस पते से यह आवेदन किया गया है। जांच कर संबंधित साइबर कैफे संचालक पर भी कार्रवाई की जाएगी। बाइट : कुमार अभिषेक, एसडीओ, सदर
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