Back

सहारनपुर में 1567 वाहनों का पंजीकरण निलंबित, क्या आप सुरक्षित हैं?
Saharanpur, Uttar Pradesh
Date....24.6.2025
Name.... Neena jain
location.... saharanpur
anchor.....सहारनपुर फिटनेस खत्म होने और यातायात नियमों को तोड़ने पर संभागीय परिवहन विभाग ने करीब 1567 वाहनों का पंजीकरण निलंबित कर दिया है। इनमें 167 स्कूली वाहन भी शामिल है। अब यह वाहन चलते मिले तो सीज किए जाएंगे। इसके साथ ही वाहन मालिक के खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा।संभागीय परिवहन विभाग में 1200 से अधिक स्कूली वाहन पंजीकृत हैं। समय-समय पर स्कूली वाहनों की फिटनेस कराना होता है। तमाम कार्रवाई के बावजूद जिले की सड़कों पर बिना फिटनेस वाहन दौड़ रहे हैं। इनमें स्कूली वाहनों के साथ ही ऑटो, बस और ट्रक शामिल हैं। पिछले महीने संभागीय विभाग ने 1567 वाहनों को फिटनेस खत्म होने और यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर नोटिस किए हैं
बाईट:-महेंद्र प्रताप सहायक संभागीय परिवहन (परिवर्तन)
0
Share
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Haridwar, Uttarakhand:
हरिद्वार ब्रेकिंग
ड्रग इंस्पेक्टर और पुलिस की संयुक्त रूप से ज्वालापुर क्षेत्र में हुई बड़ी कार्यवाही
मेडिकल स्टोर पर की थी छापेमारी
मेडिकल स्टोर पर कुछ न मिलने पर आरोपी के घर पहुंची टीम
आरोपी के घर से नारकोटिक्स दवा की खेप मिली
आरोपी के घर से प्रतिबंधित दवाओं की खेप मिली, मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू।
0
Share
Report
Korba, Chhattisgarh:
कोरबा ब्रेकिंग- अनियंत्रित होकर 20 फीट गहरे नहर में गिरी कार,
ट्रक से बचने के कारण हुई दुर्घटना,
कार में 5 लोग थे सवार,
3 लोग हुए है घायल 2 को मामूली चोटें,
राहगीरों और क्षेत्रवासियों की मदद से सभी को निकाला गया बाहर, सर्वमंगला चौकी क्षेत्र के बरमपुर नहर की घटना...
0
Share
Report
Sakti, Chhattisgarh:
आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर भाजपा ने उस दौर के विभीषिका की दिलाई याद,,, प्रेस वार्ता कर आपातकाल के दौर को कांग्रेश के मनमानी का कार्यकाल बताया,,,कांग्रेस के लोकतंत्र पर कुठाराघात के 50 वर्ष,,
एंकर ,,,,पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष राजा पांडे का सक्ती जिले में आगमन हुआ जहां उन्होंने अपने दौरे में आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर उस समय कठिन दिनों के बारे में बताया। उनका आरोप था कि कांग्रेस हमेशा बीजेपी पर आरोप लगाती है कि संविधान को बदल दिया जाएगा एसटी एससी का आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा लेकिन आपातकाल के माध्यम से कांग्रेस ने उस दौर में कई बार संविधान के साथ खिलवाड़ किया है। आपातकाल एक कठिन दौर था जिसमें समाज के सभी वर्गों को दबाया गया एवं बोलने की आजादी का अधिकार छीन लिया गया,,राजा पांडे ने कहा कि उसे दौर में पत्रकार, एवं पत्रकारिता संस्थाओं को भी उनके अधिकार छीन ले गए थे। कृषि तरह सरकार के खिलाफ जाने उनको बंदिशों का सामना करना पड़ता था। कीसी तरह से कांग्रेस के खिलाफत करने पर उनको प्रतिबंधित कर जेल में डाला जाता था,, आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने लोकतंत्र का गला घोटते हुए सभी वर्ग के लोगों पर बंदिशें से लगाई थी, चाहे वे पत्रकार, वकील, राजनीतिक पार्टियों हों सभी पर आपातकाल का असर दिखा। लोगों के द्वारा कांग्रेस का विरोध करने पर बेवजह जेल में डाला जाता था।
राजा पाण्डेय ने अपने उद्बोधन मे कहा की 25 जून 1975 की आधी रात को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 'आंतरिक अशांति' का बहाना बनाकर भारत पर आपातकाल थोप दिया। यह निर्णय किसी युद्ध या विद्रोह के कारण नहीं, बल्कि अपने चुनाव को रद्द किए जाने और सत्ता बचाने की हताशा में लिया गया था। कांग्रेस पार्टी ने इस काले अध्याय में न केवल लोकतांत्रिक संस्थाओं को रौंदा, बल्कि प्रेस की स्वतंत्रता, न्यायपालिका की निष्पक्षता और नागरिकों के मौलिक अधिकारों को कुचलकर यह स्पष्ट कर दिया कि जब-जब उनकी सत्ता संकट में होती है, वे संविधान और देश की आत्मा को ताक पर रखने से पीछे नहीं हटते। आज 50 वर्ष बाद भी कांग्रेस उसी मानसिकता के साथ चल रही है, आज भी सिर्फ तरीकों का बदलाव हुआ है, नीयत आज भी वैसी ही तानाशाही वाली है।
इसके साथ ही बिहार में कांग्रेस सरकार के खिलाफ असंतोष बढ़ने लगा और 1975 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। 12 जून 1975 को कोर्ट ने इंदिरा गांधी को चुनाव में दोषी ठहराया और उन्हें 6 वर्षों तक किसी भी निर्वाचित पद पर रहने से अयोग्य करार दिया। इसके बाद राजनीतिक अस्थिरता तेजी से बढ़ी, जिससे घबराकर इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को 'आंतरिक अशांति' का हवाला देकर राष्ट्रपति से आपातकाल लगा दिया।
0
Share
Report
Balrampur, Uttar Pradesh:
बलरामपुर
जिले के दो अलग अलग धान खरीदी केंद्रों में पाई गई अनियमितता
खाद्य विभाग ने दोनों धान खरीदी केंद्र के प्रबंधकों के खिलाफ FIR दर्ज करवाने के निर्देश दिए है
खाद्य विभाग ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के नोडल अधिकारी को FIR दर्ज करवाने के लिए लिखा है पत्र
संयुक्त जांच दल द्वारा कुशमी और श्याही धान खरीदी केंद्र का किया गया था जांच
कुशमी धान खरीदी केंद्र में 851 क्विंटल और स्याही धान खरीदी केंद्र में 1075 क्विंटल धान का पाया गया था शार्टेज
बाइट विनय कुजूर जिला खाद्य अधिकारी
0
Share
Report
Shahdol, Madhya Pradesh:
आरक्षक भर्ती घोटाला: बायोमेट्रिक फर्जीवाड़ा कर हासिल की नौकरी, मनीष गुर्जर गिरफ्तार
एंकर-आरक्षक भर्ती परीक्षा में हुए बहुचर्चित घोटाले का पर्दाफाश करते हुए शहडोल पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। भर्ती प्रक्रिया में फर्जी दस्तावेज और बायोमेट्रिक डेटा की हेराफेरी कर नौकरी हासिल करने वाले मुख्य आरोपी मनीष गुर्जर (निवासी ग्राम चीमक, तहसील डबरा, जिला ग्वालियर) को गिरफ्तार कर न्यायालय से रिमांड पर लिया गया है।
विओ01-जांच में सामने आया कि मनीष गुर्जर ने किसी अन्य व्यक्ति से परीक्षा दिलवाई थी। इसके लिए उसने पहले आधार कार्ड का बायोमेट्रिक डेटा बदलवाया और परीक्षा के बाद फिर से असली बायोमेट्रिक अपडेट कर लिया। दस्तावेज़ों, फोटो, फिंगरप्रिंट और हस्तलिपि की गहन जांच में यह खुलासा हुआ कि परीक्षा देने वाला और नियुक्ति पाने वाला व्यक्ति अलग-अलग हैं।
विओ02- शहडोल कोतवाली में दर्ज मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मनीष को गिरफ्तार किया। फिलहाल आरोपी पुलिस रिमांड पर है और उससे पूछताछ जारी है।
विओ03-शहडोल के एडिशनल एसपी अभिषेक दिवान ने बताया कि पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस फर्जीवाड़े में कोई संगठित गिरोह या अन्य अभ्यर्थी भी शामिल हैं या नहीं।
यह मामला सिर्फ एक भर्ती घोटाले का नहीं, बल्कि तकनीकी जालसाजी और सिस्टम को चकमा देने की संगठित साजिश का प्रतीक है। शहडोल पुलिस की मुस्तैदी से इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ और अब पूरे नेटवर्क पर शिकंजा कसने की उम्मीद जताई जा रही है।
बाईट 01- अभिषेक दीवान (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहडोल)
0
Share
Report
Haridwar, Uttarakhand:
हरिद्वार ब्रेकिंग
ड्रग इंस्पेक्टर और पुलिस की संयुक्त रूप से ज्वालापुर क्षेत्र में हुई बड़ी कार्यवाही
मेडिकल स्टोर पर की थी छापेमारी
मेडिकल स्टोर पर कुछ न मिलने पर आरोपी के घर पहुंची टीम
आरोपी के घर से नारकोटिक्स दवा की खेप मिली
आरोपी के घर से प्रतिबंधित दवाओं की खेप मिली, मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू।
0
Share
Report
Korba, Chhattisgarh:
कोरबा ब्रेकिंग- अनियंत्रित होकर 20 फीट गहरे नहर में गिरी कार,
ट्रक से बचने के कारण हुई दुर्घटना,
कार में 5 लोग थे सवार,
3 लोग हुए है घायल 2 को मामूली चोटें,
राहगीरों और क्षेत्रवासियों की मदद से सभी को निकाला गया बाहर, सर्वमंगला चौकी क्षेत्र के बरमपुर नहर की घटना...
0
Share
Report
Noida, Uttar Pradesh:
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम हमले पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि इस हमले में विदेशी आतंकवादी शामिल थे। उन्होंने साफ किया कि स्थानीय लोगों का इसमें कोई हाथ नहीं है। उमर अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि आम कश्मीरियों को शक की नजर से देखना गलत है।
0
Share
Report
Sakti, Chhattisgarh:
आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर भाजपा ने उस दौर के विभीषिका की दिलाई याद,,, प्रेस वार्ता कर आपातकाल के दौर को कांग्रेश के मनमानी का कार्यकाल बताया,,,कांग्रेस के लोकतंत्र पर कुठाराघात के 50 वर्ष,,
एंकर ,,,,पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष राजा पांडे का सक्ती जिले में आगमन हुआ जहां उन्होंने अपने दौरे में आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर उस समय कठिन दिनों के बारे में बताया। उनका आरोप था कि कांग्रेस हमेशा बीजेपी पर आरोप लगाती है कि संविधान को बदल दिया जाएगा एसटी एससी का आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा लेकिन आपातकाल के माध्यम से कांग्रेस ने उस दौर में कई बार संविधान के साथ खिलवाड़ किया है। आपातकाल एक कठिन दौर था जिसमें समाज के सभी वर्गों को दबाया गया एवं बोलने की आजादी का अधिकार छीन लिया गया,,राजा पांडे ने कहा कि उसे दौर में पत्रकार, एवं पत्रकारिता संस्थाओं को भी उनके अधिकार छीन ले गए थे। कृषि तरह सरकार के खिलाफ जाने उनको बंदिशों का सामना करना पड़ता था। कीसी तरह से कांग्रेस के खिलाफत करने पर उनको प्रतिबंधित कर जेल में डाला जाता था,, आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने लोकतंत्र का गला घोटते हुए सभी वर्ग के लोगों पर बंदिशें से लगाई थी, चाहे वे पत्रकार, वकील, राजनीतिक पार्टियों हों सभी पर आपातकाल का असर दिखा। लोगों के द्वारा कांग्रेस का विरोध करने पर बेवजह जेल में डाला जाता था।
राजा पाण्डेय ने अपने उद्बोधन मे कहा की 25 जून 1975 की आधी रात को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 'आंतरिक अशांति' का बहाना बनाकर भारत पर आपातकाल थोप दिया। यह निर्णय किसी युद्ध या विद्रोह के कारण नहीं, बल्कि अपने चुनाव को रद्द किए जाने और सत्ता बचाने की हताशा में लिया गया था। कांग्रेस पार्टी ने इस काले अध्याय में न केवल लोकतांत्रिक संस्थाओं को रौंदा, बल्कि प्रेस की स्वतंत्रता, न्यायपालिका की निष्पक्षता और नागरिकों के मौलिक अधिकारों को कुचलकर यह स्पष्ट कर दिया कि जब-जब उनकी सत्ता संकट में होती है, वे संविधान और देश की आत्मा को ताक पर रखने से पीछे नहीं हटते। आज 50 वर्ष बाद भी कांग्रेस उसी मानसिकता के साथ चल रही है, आज भी सिर्फ तरीकों का बदलाव हुआ है, नीयत आज भी वैसी ही तानाशाही वाली है।
इसके साथ ही बिहार में कांग्रेस सरकार के खिलाफ असंतोष बढ़ने लगा और 1975 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। 12 जून 1975 को कोर्ट ने इंदिरा गांधी को चुनाव में दोषी ठहराया और उन्हें 6 वर्षों तक किसी भी निर्वाचित पद पर रहने से अयोग्य करार दिया। इसके बाद राजनीतिक अस्थिरता तेजी से बढ़ी, जिससे घबराकर इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को 'आंतरिक अशांति' का हवाला देकर राष्ट्रपति से आपातकाल लगा दिया।
0
Share
Report
Korba, Chhattisgarh:
कोरबा ब्रेकिंग- अनियंत्रित होकर 20 फीट गहरे नहर में गिरी कार,
ट्रक से बचने के कारण हुई दुर्घटना,
कार में 5 लोग थे सवार,
3 लोग हुए है घायल 2 को मामूली चोटें,
राहगीरों और क्षेत्रवासियों की मदद से सभी को निकाला गया बाहर, सर्वमंगला चौकी क्षेत्र के बरमपुर नहर की घटना...
0
Share
Report