Back
रक्षाबंधन पर महिलाओं ने पेड़ों को राखी बांधकर शुरू की अनोखी पहल!
ASAshok Singh Shekhawat
Aug 09, 2025 05:46:12
Sikar, Rajasthan
रक्षाबंधन
महिलाओं ने की एक अनूठी पहल
पेड़ों को राखी बांधी
सीकर।
रक्षाबंधन के पावन पर्व पर सीकर जिले में पर्यावरण संरक्षण के लिए कुछ महिलाओं ने एक अनूठी पहल की जा रही है. महिलाएं पेड़ों को राखी बांध कर मिठाई की जगह उन्हें खाद और पानी अर्पित कर पेड़ो की लंबी उम्र की कामना कर उनके संरक्षण कर रही है.
डॉ. अभिलाषा रणवा और उनकी टीम पिछले आठ वर्षों से पेड़-पौधों के साथ रक्षाबंधन मना रही हैं. इस बार भी उन्होंने अपने भाई को राखी बांधने से पहले सीकर के स्मृति वन में जाकर उन पेड़ों को राखी बांधी, जिन्हें उन्होंने खुद लगाया था. राजस्थानी पारंपरिक वेशभूषा में सजी उनकी टीम ने उन पौधों को राखी बांधकर उनकी सुरक्षा का संकल्प लिया है.
पांच लाख से अधिक पौधे लगा चुकी
डॉ. अभिलाषा रणवा बताती हैं कि उन्होंने वर्ष 2011 में अपने पिता की स्मृति में पेड़ लगाना शुरू किया था. अब तक वे और उनकी टीम पूरे राजस्थान में पांच लाख से अधिक पौधे लगा चुकी हैं. जिनमें से साढ़े तीन लाख पौधे अब बड़े होकर पेड़ बन चुके हैं. वे जब भी कोई पौधा लगाती हैं. तो एक संकल्प के साथ लगाती हैं कि वह पौधा सुरक्षित रहे और पेड़ बनकर बढ़े. इसके लिए वे उसकी देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी भी खुद उठाती हैं. इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए हर साल रक्षाबंधन पर वे इन पेड़-पौधों के साथ यह त्योहार मनाती हैं.
डॉ. रणवा ने बताया कि रक्षाबंधन भाई-बहन के एक-दूसरे की रक्षा करने की भावना का प्रतीक है. उनकी यह पहल लोगों को पर्यावरण से जोड़ने के उद्देश्य से की जाती है. ताकि वे पेड़-पौधों की महत्ता समझें और उनकी रक्षा के लिए प्रेरित हों. इसलिए वे और उनकी पूरी टीम भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले उन पेड़-पौधों को राखी बांधती हैं. जिन्हें उन्होंने लगाया है. उनका मानना है कि हमारा जीवन और अस्तित्व पेड़-पौधों से जुड़ा हुआ है. ये हमें ऑक्सीजन, छाया और जीवनदायिनी ऊर्जा देते हैं. ऐसे में इनकी रक्षा करना हम सबका कर्तव्य बनता है.
डॉ. अभिलाषा रणवा के टीम की सदस्य ममता चौधरी बताती हैं कि रक्षाबंधन के दिन भाई-बहन को एक-दूसरे को एक-एक पौधा उपहार में देना चाहिए और उसे मिलकर अपने घर या खेत में लगाना चाहिए. रक्षाबंधन पर लगाया गया यह पौधा उनके प्रेम और रिश्ते का प्रतीक बन जाएगा. जब भी वे उसे देखेंगे, उन्हें एक-दूसरे की याद आएगी. इसके अलावा, पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से घर में आयोजित किसी भी कार्यक्रम में ग्रीन गोल्ड यानी पौधों को गिफ्ट के रूप में देना चाहिए. ताकि हर अवसर प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारी की याद दिलाए।
बाइट - डॉ अभिलाषा चौधरी (पिंक कपड़े पहने)
बाइट - ममता चौधरी (ग्रीन कपड़े पहने)
बाइट - प्रेमलता (चश्मा लगाए)
0
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement
338
Report
390
Report
281
Report
420
Report
228
Report
मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ कि प्रेस कॉन्फ्रेंस : MMC जोन के सीसी मेंबर रामधर सहित 12 इनामी नक्सलियों का स
361
Report
169
Report
NSNivedita Shukla
FollowDec 08, 2025 19:01:43Noida, Uttar Pradesh:Japan - Fire near nursery school in Aomori City: Investigation into connection to earthquake underway - NHK
157
Report
NSNivedita Shukla
FollowDec 08, 2025 19:01:31Noida, Uttar Pradesh:Japan: The moment the M7.6 earthquake hit Hachinohe City - captured from the Aomori Asahi Broadcasting Hachinohe branch office
176
Report
NSNivedita Shukla
FollowDec 08, 2025 19:01:10Noida, Uttar Pradesh:Damage reported after a violent storm hit Yanbu, Saudi Arabia this evening...
153
Report
114
Report
138
Report
193
Report
HBHemang Barua
FollowDec 08, 2025 18:45:19274
Report