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Chittorgarh312001

एम टू: गैंगरार के बच्चों के लिए निःशुल्क शिक्षा का आश्चर्य जमीन पर

ASABHISHEK SHARMA1
Sept 16, 2025 07:00:09
Chittorgarh, Rajasthan
\B \B \Bपाज़िटिव स्पेशल स्टोरी- फॉर सुभाष चंद्रा सर शो \B गंगरार, चित्तौड़गढ़ - एंकर - कभी अंधेरे कोने में बैठकर चुपचाप किताबों के पन्ने पलटते ये बच्चे… आज पूरे आत्मविश्वास से भविष्य की इबारत लिख रहे हैं। किसी ने कहा है – शिक्षा वह दीपक है, जो अज्ञान के अंधकार को मिटा देता है। और यही दीपक राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार कस्बे में जला है। नाम है – एम टू… जो सिर्फ एक कोचिंग नहीं, बल्कि शिक्षा का आंदोलन बन चुका है। गरीब और वंचित बच्चों के लिए, जिन्हें महंगी कोचिंग का खर्च उठाना मुश्किल था, यहां शिक्षा पूरी तरह निःशुल्क दी जाती है। गांव की गलियों से लेकर मंदिर के प्रांगण तक, यहां शिक्षा की गूंज सुनाई देती है। माता-पिता अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के सपने देखने लगे हैं। वहीं बच्चे अपनी मेहनत और लगन से हर प्रतियोगिता में नया इतिहास रच रहे हैं। देखिए चित्तौड़गढ़ से जी मीडिया संवाददाता अभिषेक शर्मा की यह खास रिपोर्ट। वीओ – 1 चित्तौड़गढ़ के गंगरार कस्बे में एम टू की नींव मनोज मीणा ने रखी। 2013 में, उन्होंने अपने गांव के बच्चों को निःशुल्क पढ़ाने का संकल्प लिया। शुरुआती दौर में केवल तीन बच्चे ही उनके साथ पढ़ते थे। मनोज ने उन्हें नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा के लिए तैयार किया और एक बच्चे का चयन हुआ। सफलता ने अन्य बच्चों को भी प्रेरित किया। धीरे-धीरे और बच्चे जुड़ने लगे, ग्रामीण और अभिभावक भी सहयोग देने लगे। आज एम टू में करीब 2000 से अधिक बच्चे पढ़ रहे हैं और उनके सपनों को उड़ान मिल रही है। यह केवल पढ़ाई नहीं, बल्कि गरीब बच्चों को जीवन में पहला अवसर देने और आत्मविश्वास जगाने की कहानी है। बाइट - मनोज मीणा ................. संस्थापक वीओ – 2 एम टू में लड़कियों को विशेष प्राथमिकता दी जाती है। संस्थान में सुरक्षित और समर्पित वातावरण बनाया गया है। माता-पिता अपने बच्चों को बिना किसी डर के भेज सकते हैं। यहां प्रवेश की पहली शर्त और प्राथमिकता यह है कि बच्चा सरकारी स्कूल में पढ़ता हो, ताकि ग्रामीण और पिछड़े बच्चों को सही अवसर मिलें। यहां लड़कियां बिना किसी शुल्क या डर के पढ़ाई कर सकती हैं। सुबह से शाम तक चलने वाली क्लासेस में बच्चों को व्यक्तिगत ध्यान दिया जाता है, ताकि हर बच्चा अपने लक्ष्य की ओर बढ़ सके। बाइट - सुमन शर्मा ................ छात्र व शिक्षक वीओ – 3 एम टू के माध्यम से गरीब और पिछड़े बच्चों को पूरी तरह निःशुल्क शिक्षा दी जाती है। बड़ी-बड़ी कोचिंग संस्थाओं की मोटी फीस न चुका पाने वाले बच्चे यहां शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। संस्थान में नियम और व्यवस्था बच्चों को नियमित अध्ययन और अनुशासन में बनाए रखते हैं। डेली क्लास, रिवीजन और संडे टेस्ट के माध्यम से बच्चों का व्यक्तिगत मूल्यांकन किया जाता है। इस प्रणाली से बच्चों में प्रतिस्पर्धा की भावना और आत्मविश्वास बढ़ता है। बाइट - रवीना जाट ............. छात्र व शिक्षक वीओ – 4 कुछ बच्चे ऐसे हैं, जिनके पास पढ़ाई के लिए संसाधन नहीं थे। ऐसे छात्रों के लिए एम टू उम्मीद की किरण बन गया। नवोदय और सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षाओं में बच्चों का चयन लगातार बढ़ रहा है। यहां छोटे बच्चों को बड़े छात्र पढ़ाते हैं, जिससे सीखने और सिखाने दोनों की संस्कृति विकसित होती है। एम टू बच्चों को न केवल शिक्षा देता है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी भी बनाता है। बाइट - प्रद्युमन सिंह चौहान ........... छात्र व शिक्षक वीओ – 5 एम टू में तीसरी से बारहवीं कक्षा तक की कोचिंग चलती है। बीएसटीसी, रीट और अग्निवीर जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी यहां तैयारी कराई जाती है। लाइब्रेरी और अन्य संसाधनों की व्यवस्था से बच्चों का अध्ययन और भी प्रभावी बनता है। बच्चों को लक्ष्य तक पहुँचाने के लिए पूरा सहयोग और मार्गदर्शन दिया जाता है। बाइट - अशोक सेन ........... छात्र व शिक्षक वीओ – 6 एम टू का पूरा माहौल नैतिकता और अपनत्व पर आधारित है। यहां बच्चों को आत्मविश्वास, नैतिक शिक्षा और समाज में सही मार्गदर्शन मिलता है। लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए बराबरी का माहौल है। प्रतियोगिता में सफलता मिलने पर बच्चे पौधा लगाकर उसकी देखभाल करते हैं। यह केवल पढ़ाई नहीं, बल्कि बच्चों में सामाजिक जिम्मेदारी और नैतिक शिक्षा भी विकसित करता है। बाइट - राहुल कुमार धाकड़ ............. छात्र व शिक्षक वीओ – 7 कोविड महामारी के दौरान भी एम टू ने बच्चों की पढ़ाई जारी रखी। ऑनलाइन और ऑफलाइन व्यवस्था के माध्यम से बच्चों को उनकी जरूरत के अनुसार पढ़ाया गया। पुराने छात्र नए छात्रों की मदद करते हैं और उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करते हैं। यहां का नियम है कि जो छात्र चयनित होते हैं, वे भविष्य में नए छात्रों को पढ़ाने में योगदान दें। यही सिस्टम बच्चों में जिम्मेदारी और शिक्षा के प्रति समर्पण की भावना विकसित करता है। एम टू ने चित्तौड़गढ़ के बच्चों के जीवन में आशा और प्रेरणा की नई कहानी लिखी है। यहां गरीब और पिछड़े बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, सुरक्षित वातावरण और बराबरी का अवसर मिलता है। पिटीसी - अभिषेक शर्मा, जी मीडिया, चित्तौड़गढ़
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ADAbhijeet Dave
Sept 16, 2025 09:03:28
Ajmer, Rajasthan:अजमेर विधानसभा किशनगढ़ स्थानीय रेपोर्टर - पदम् कोठारी 7014896923 जिला रिपोर्टर - अभिजीत दवे 9829102621 एंकर -किशनगढ़ क्षेत्र के पाटन स्थित सोलर सेल कंपनी में अज्ञात कारणों से तोलामाल निवासी 30 वर्षीय श्योजी राम चौधरी की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों, फैक्ट्री प्रबंधन और पुलिस के बीच लंबा गतिरोध बना रहा। परिजन शव लेने से तब तक इंकार करते रहे जब तक मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और आश्रित को नौकरी दिए जाने की घोषणा नहीं कर दी गई। मामला गंभीर होते देख भाजपा नेता सुभाष चौधरी ने मध्यस्थता करते हुए फैक्ट्री प्रबंधन से बातचीत कर समाधान निकाला। समझौते के तहत मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता और फैक्ट्री में नौकरी देने पर सहमति बनी। इसके बाद परिजनों ने शव स्वीकार करने पर सहमति दी। वहीं, पुलिस ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है और रिपोर्ट आने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा। घटना स्थल पर बांदर सिंदरी थाना प्रभारी दयाराम चौधरी, मदनगंज थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात रहा। फिलहाल प्रशासन और फैक्ट्री प्रबंधन की पहल से मामला शांत हुआ है
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ADAbhijeet Dave
Sept 16, 2025 09:03:18
Ajmer, Rajasthan:अजमेर विधानसभा अजमेर सिटी अभिजीत दवे 9829102621 एंकर - अवैध रूप से डोडा पोस्ट तस्करी मामले में प्रयुक्त कार के मालिक को अजमेर जिले की बोराडा थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार गत 5 सितंबर को अरांई थानाधिकारी भोपाल सिंह के नेतृत्व में अगस्त के दौरान अरांई सरवाड़ रोड पर आकोडिया सीमा के पास एक स्विफ्ट कार में सात प्लास्टिक के कट्टों में 130 किलो 440 ग्राम डोडा पोस्ट भरा हुआ जप्त किया था तथा एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज किया था। जिसकी जांच बोराडा थाना अधिकारी जगदीश प्रसाद को दी गई थी। थाना अधिकारी जगदीश प्रसाद ने अनुसंधान के दौरान एक टीम का गठन किया तथा कार मालिक की तलाश शुरू की जिस पर कार मालिक जैन मंदिर वरुण पत्र मानसरोवर जयपुर निवासी राहुल कसौटिया पुत्र ओमप्रकाश कसौटिया को गिरफ्तार किया है तथा पुलिस अनुसंधान कर रही है। पुलिस टीम में एएसआई सुरेश चंद एएसआई रामकिशन कांस्टेबल लक्ष्मण श्याम बाबू रमेश कुमार आदि शामिल रहे।
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BSBhanu Sharma
Sept 16, 2025 09:03:01
Dholpur, Rajasthan:बाड़ी,धौलपुर- धौलपुर के बाड़ी क्षेत्र में आवारा शवानो (कुत्तों ) का आतंक बढ़ता जा रहा है? हर माह लगभग 300 लोग इन कुत्तों का शिकार बन रहे हैं। यह समस्या इतनी गंभीर हो गई है? कि पिछले 3 महीनों में 942 लोगों पर कुत्तों ने अटैक किया है। इनमें से कई कुत्ते पागल भी हैं, जो स्थिति को और भी खतरनाक बना रहे हैं। हर गली और मोहल्ले में बीस से पच्चीस कुत्तों का जमावड़ा देखा जा सकता है। यह कुत्ते हॉस्पिटल और विभिन्न कार्यालयों में भी घूमते नजर आते हैं। हालांकि, इस गंभीर समस्या पर जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में छोटे बच्चे, बुजुर्ग महिलाएं और पुरुषों के लिए रास्तों पर निकलना दूभर हो गया है।
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BSBhanu Sharma
Sept 16, 2025 09:02:51
Dholpur, Rajasthan:राजाखेड़ा पुलिस की बड़ी कार्रवाई,फर्जी दस्तावेज़ों से 20 साल से नौकरी कर रही शिक्षिका गिरफ्तार। राजाखेड़ा थाना अधिकारी रामकिशन यादव के नेतृत्व में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज़ों के आधार पर पिछले 20 वर्षों से शिक्षिका की नौकरी कर रही महिला को गिरफ्तार किया है। राजाखेड़ा थाना अधिकारी रामकिशन यादव ने बताया कि मुल्जिमा मोनीदेवी (48 वर्ष), निवासी वार्ड नं. 21,रोहाई मोहल्ला राजाखेड़ा ने गांधी स्मारक इंटर कॉलेज,जैंगारा आगरा से कक्षा 10वीं और 12वीं के अंक तालिकाएँ व प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से तैयार करवाए एवं पति स्व. सोवरनसिंह द्वारा तैयार कराए गए इन कूटरचित दस्तावेज़ों के आधार पर मोनीदेवी ने वर्ष 2005 में विधवा कोटे से तृतीय श्रेणी शिक्षक के पद पर नियुक्ति प्राप्त की थी। तब से लेकर अब तक वह राज्य सरकार से लाखों रुपये का वेतन प्राप्त कर रही थी।जांच के दौरान उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद, मेरठ से दस्तावेजों का सत्यापन कराया गया, जिसमें वे पूर्णतः फर्जी पाए गए। इसके बाद 15 सितंबर 2025 को राजाखेड़ा पुलिस ने मोनीदेवी को गिरफ्तार कर लिया। ऐसे था प्रकरण . दिनांक 24 फरवरी 2025 को कार्यवाहक मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ममता गुप्ता राजाखेड़ा ने थाना राजाखेड़ा में लिखित शिकायत दी थी कि मोनीदेवी ने फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर नौकरी प्राप्त की है। शिकायत पर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।मुल्जिमा पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।कार्रवाई करने वाली पुलिस टीम में थानाधिकारी रामकिशन यादव, हेड कांस्टेबल सुरेशचन्द,महिला कांस्टेबल पूनम,कांस्टेबल जितेन्द्र सिंह मौजूद रहे बाइट 1 रामकिशन यादव थाना प्रभारी
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PSPradeep Sharma
Sept 16, 2025 09:01:55
Bhind, Madhya Pradesh:हेडर- जी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ की खास पेशकश,"पाखंड"ओझाओ, तांत्रिकों और बाबाओ को सजने वाले ठगी के दरबारों की कहानीयां, किस तरह फंसाते हैं लोगों को जाल में, कैसे होता है इलाज। एंकर- ज़ी न्यूज़ मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ लोगों को पाखंड और ढोंगी बाबाओं के खिलाफ जागरूक करने के लिए मुहिम शुरू कर रहा है जिसका नाम है, पाखंड, इस सीरीज के अंदर हम आपको दिखाएंगे प्रदेश भर में फैले ऐसे ओझाओं तांत्रिकों बाबाओं का जाल जिसमें भोले वाले लोग फंसकर सालों और महीनों बीमारी और भूत व्याधा ठीक होने के नाम पर परिक्रमा और चक्कर लगाते रहने के साथ-साथ अपना समय और पैसा दोनों बर्वाद हैं, ठीक होने के नाम पर उनको कहीं गण्डा,ताबीज, कलवा, तो कहीं भबूती देकर ठीक होने का दावा किया जाता है, आज हम दर्शकों को दिखाएंगे एक ऐसे ही तांत्रिक ओझा मुकेश कुमार का प्रति सोमवार को लगने वाले दरबार को जहां पर एक दो नहीं सैकड़ो भूत प्रेत बाधा और बीमारी से पीड़ित लोग पहुंच कर झाड़ फूंक करवाते हैं, जी मीडिया की टीम पहुंची है मध्य प्रदेश के भिंड में, जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर गोहद विधानसभा के अंतर्गत आने वाले भगवासा गांव में गांव से बाहर वैसली नदी के किनारे बना है कुंवर बाबा का मंदिर और मंदिर परिसर में भूत प्रेत बाधा और बीमारी से ठीक करने का दावा करने वाले मुकेश ओझा का बीते 18 सालों से प्रत्येक सोमवार को दरबार सजता है, दरबार में पहले आओ पहले पाओ के सिद्धांत पर पीड़ितों की रजिस्टर पर लिख कर अर्जी लगाई जाती है फिर एक-एक कर ओझा मुकेश कुमार के सामने पेशी होती है, इस दौरान आप देख सकते हैं, कभी ओझा के ऊपर कुंवर बाबा खेलते और झूमते हुए दिखाई देते हैं तो कभी भूत व्याधा से पीड़ित महिलाएं और पुरुष झूमते दिखाई देते है, भूत प्रेत बाधा से ग्रसित लोगों को ओझा मुकेश कुमार और उनके ऊपर आए कुंवर बाबा की सवारी पूछताछ करती है और उसका समाधान जानने की पश्चात भूत को उसके द्वारा मांगे गए दान पुण्य और गंगा स्नान का का आश्वासन दिया जाता है, जिसके उपरांत एक बताशा खिलाकर और कलावा बांधकर पांच परिक्रमा देने की बात कह कर पीड़ित को रवाना कर दिया जाता है, जी मीडिया की टीम ने कई लोगों से चर्चा की तो लोगों का दावा था कि कई लोगों की भूत प्रेत बाधा ठीक हो गई और कई लोग बीमारियां भी ठीक होने का दावा कर रहे थे, लोगों का कहना था कि जहां डॉक्टर के इलाज से फायदा नहीं मिलता है वहां ओझा द्वारा दी गई भभूति से बीमारी का निदान हो जाता है,तांत्रिक मुकेश कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि वह गांव से निकलकर छोटी सी उम्र में ही मंदिर पर आ गए थे और उन्होंने लोगों की सेवा का व्रत लिया और मंदिर पर ही रहने लगे, पहले मंदिर एक छोटी सी मठिया हुआ करती थी लेकिन अब काफी बड़ा मंदिर बन चुका है, मंदिर में विराजमान कुंवर बाबा के बारे में कहा जाता है कि बह ग्वालियर जिले के डबरा तहसील के अंतर्गत एक रियासत के राजा कुंवर साह थे जो अब भगवासा गांव में सिद्ध के रूप में विराजमान है और उन्हीं की गद्दी लगाई जाती है, तांत्रिक मुकेश कुमार का कहना है कि उन्हें अंदर से आभास होता है कि सामने आए हुए व्यक्ति के ऊपर यह व्याधा है, जिसको पीड़ित को बता कर उसका उपचार बताते हैं, जिसके एवज में वह कभी भी किसी भी श्रद्धालु और भूत व्याधा अथवा बीमारी से पीड़ित व्यक्ति से कोई भी फीस अथवा पैसा नहीं लेते हैं, वह लोगों का उपचार और समाधान बिल्कुल निशुल्क करते हैं, हां यह बात अलग है और कोई मंदिर में कुछ दान दक्षिणा अथवा चढ़ावा चढाना चाहता है तो उसके लिए मनाही नहीं है, जी मीडिया ने बातचीत करते हुए उनसे कई सवाल पूछे जिसमें पूछा कि क्या वह पाखंड करते हैं, उनका कहना था कि यह पाखंड नहीं है लोगों की आस्था और श्रद्धा है जिसके चलते उनकी समस्याओं का वह निदान निशुल्क करते हैं, ऐसा नहीं है कि तांत्रिक के पास आने वाले भोले वाले ग्रामीण अथवा कम पढे लिखे लोग ही आते है, उच्च शिक्षित और ऊंची नौकरी वाले भी लोगों के पास समस्या समाधान के लिए पहुंचते हैं,बीते चार साल से लगातार प्रति माह हर सोमबार परिक्रमा करने बाले ऐसे ही एक एक्साइज इंस्पेक्टर की भी जी मीडिया से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि उन्हें काफी परेशानियां थी और वह एमपी यूपी राजस्थान तक कई ओझाओं के चक्कर लगाए कई तांत्रिको ने उनसे परिक्रमा लगवाई तो कई लोगों ने उनसे पैसा भी ठगा, उनका कहना था कि ऐसे बाबा और ओझाओं में अधिकतर ठगी और पैसा लूटने के लिए दरबार सजाते है, लेकिन 4 साल पहले जब वह ओझा मुकेश कुमार के दरबार में पहुंचे थे तब से उन्हें 90% लाभ मिला है और यहां पर एक पैसा भी खर्च नहीं हुआ है। बाइट-1- लखपत सिंह, एक्साइज इंस्पेक्टर। बाइट-2-लोकेन्द्र,भूत व्याधा से पीड़ितयुवक। बाइट-3- परमानंद जोशी, गृहक्लेश से पीड़ित। बाइट-4- शिशुपाल, एपिलेप्सी बीमारी से पीड़ित बच्चों के पिता। बाइट-5- हरेंद्र सिंह नरवरिया, बीमारी से पीड़ित बच्ची के पिता। बाइट-6-ग्याप्रसाद कुशवाहा, पेट दर्द से पीडित बच्ची के पिता। बाइट-7-भागवती देवी, पितृ नाराजगी से पीड़िता बाइट-8-कमला देवी,बच्चे की चाहत। बाइट-9-ढ़केली बाई, एपिलेप्सी से पीड़ित युवती की मां। बाइट-10-कुसमा देवी, मानसिक रोगी पति की पत्नी। बाइट-11- मुकेश कुमार, तांत्रिक, कुंवर बाबा मंदिर भगवासा। प्रदीप शर्मा जी मीडिया भिंड
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PSPradeep Sharma
Sept 16, 2025 09:00:42
Bhind, Madhya Pradesh:हेडर- जी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ की खास पेशकश,"पाखंड"ओझाओ, तांत्रिकों और बाबाओ को सजने वाले ठगी के दरबारों की कहानीयां, किस तरह फंसाते हैं लोगों को जाल में, कैसे होता है इलाज। एंकर- ज़ी न्यूज़ मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ लोगों को पाखंड और ढोंगी बाबाओं के खिलाफ जागरूक करने के लिए मुहिम शुरू कर रहा है जिसका नाम है, पाखंड, इस सीरीज के अंदर हम आपको दिखाएंगे प्रदेश भर में फैले ऐसे ओझाओं तांत्रिकों बाबाओं का जाल जिसमें भोले वाले लोग फंसकर सालों और महीनों बीमारी और भूत व्याधा ठीक होने के नाम पर परिक्रमा और चक्कर लगाते रहने के साथ-साथ अपना समय और पैसा दोनों बर्वाद हैं, ठीक होने के नाम पर उनको कहीं गण्डा,ताबीज, कलवा, तो कहीं भबूती देकर ठीक होने का दावा किया जाता है, आज हम दर्शकों को दिखाएंगे एक ऐसे ही तांत्रिक ओझा मुकेश कुमार का प्रति सोमवार को लगने वाले दरबार को जहां पर एक दो नहीं सैकड़ो भूत प्रेत बाधा और बीमारी से पीड़ित लोग पहुंच कर झाड़ फूंक करवाते हैं, जी मीडिया की टीम पहुंची है मध्य प्रदेश के भिंड में, जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर गोहद विधानसभा के अंतर्गत आने वाले भगवासा गांव में गांव से बाहर वैसली नदी के किनारे बना है कुंवर बाबा का मंदिर और मंदिर परिसर में भूत प्रेत बाधा और बीमारी से ठीक करने का दावा करने वाले मुकेश ओझा का बीते 18 सालों से प्रत्येक सोमवार को दरबार सजता है, दरबार में पहले आओ पहले पाओ के सिद्धांत पर पीड़ितों की रजिस्टर पर लिख कर अर्जी लगाई जाती है फिर एक-एक कर ओझा मुकेश कुमार के सामने पेशी होती है, इस दौरान आप देख सकते हैं, कभी ओझा के ऊपर कुंवर बाबा खेलते और झूमते हुए दिखाई देते हैं तो कभी भूत व्याधा से पीड़ित महिलाएं और पुरुष झूमते दिखाई देते है, भूत प्रेत बाधा से ग्रसित लोगों को ओझा मुकेश कुमार और उनके ऊपर आए कुंवर बाबा की सवारी पूछताछ करती है और उसका समाधान जानने की पश्चात भूत को उसके द्वारा मांगे गए दान पुण्य और गंगा स्नान का का आश्वासन दिया जाता है, जिसके उपरांत एक बताशा खिलाकर और कलावा बांधकर पांच परिक्रमा देने की बात कह कर पीड़ित को रवाना कर दिया जाता है, जी मीडिया की टीम ने कई लोगों से चर्चा की तो लोगों का दावा था कि कई लोगों की भूत प्रेत बाधा ठीक हो गई और कई लोग बीमारियां भी ठीक होने का दावा कर रहे थे, लोगों का कहना था कि जहां डॉक्टर के इलाज से फायदा नहीं मिलता है वहां ओझा द्वारा दी गई भभूति से बीमारी का निदान हो जाता है,तांत्रिक मुकेश कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि वह गांव से निकलकर छोटी सी उम्र में ही मंदिर पर आ गए थे और उन्होंने लोगों की सेवा का व्रत लिया और मंदिर पर ही रहने लगे, पहले मंदिर एक छोटी सी मठिया हुआ करती थी लेकिन अब काफी बड़ा मंदिर बन चुका है, मंदिर में विराजमान कुंवर बाबा के बारे में कहा जाता है कि बह ग्वालियर जिले के डबरा तहसील के अंतर्गत एक रियासत के राजा कुंवर साह थे जो अब भगवासा गांव में सिद्ध के रूप में विराजमान है और उन्हीं की गद्दी लगाई जाती है, तांत्रिक मुकेश कुमार का कहना है कि उन्हें अंदर से आभास होता है कि सामने आए हुए व्यक्ति के ऊपर यह व्याधा है, जिसको पीड़ित को बता कर उसका उपचार बताते हैं, जिसके एवज में वह कभी भी किसी भी श्रद्धालु और भूत व्याधा अथवा बीमारी से पीड़ित व्यक्ति से कोई भी फीस अथवा पैसा नहीं लेते हैं, वह लोगों का उपचार और समाधान बिल्कुल निशुल्क करते हैं, हां यह बात अलग है और कोई मंदिर में कुछ दान दक्षिणा अथवा चढ़ावा चढाना चाहता है तो उसके लिए मनाही नहीं है, जी मीडिया ने बातचीत करते हुए उनसे कई सवाल पूछे जिसमें पूछा कि क्या वह पाखंड करते हैं, उनका कहना था कि यह पाखंड नहीं है लोगों की आस्था और श्रद्धा है जिसके चलते उनकी समस्याओं का वह निदान निशुल्क करते हैं, ऐसा नहीं है कि तांत्रिक के पास आने वाले भोले वाले ग्रामीण अथवा कम पढे लिखे लोग ही आते है, उच्च शिक्षित और ऊंची नौकरी वाले भी लोगों के पास समस्या समाधान के लिए पहुंचते हैं,बीते चार साल से लगातार प्रति माह हर सोमबार परिक्रमा करने बाले ऐसे ही एक एक्साइज इंस्पेक्टर की भी जी मीडिया से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि उन्हें काफी परेशानियां थी और वह एमपी यूपी राजस्थान तक कई ओझाओं के चक्कर लगाए कई तांत्रिको ने उनसे परिक्रमा लगवाई तो कई लोगों ने उनसे पैसा भी ठगा, उनका कहना था कि ऐसे बाबा और ओझाओं में अधिकतर ठगी और पैसा लूटने के लिए दरबार सजाते है, लेकिन 4 साल पहले जब वह ओझा मुकेश कुमार के दरबार में पहुंचे थे तब से उन्हें 90% लाभ मिला है और यहां पर एक पैसा भी खर्च नहीं हुआ है। बाइट-1- लखपत सिंह, एक्साइज इंस्पेक्टर। बाइट-2-लोकेन्द्र,भूत व्याधा से पीड़ितयुवक। बाइट-3- परमानंद जोशी, गृहक्लेश से पीड़ित। बाइट-4- शिशुपाल, एपिलेप्सी बीमारी से पीड़ित बच्चों के पिता। बाइट-5- हरेंद्र सिंह नरवरिया, बीमारी से पीड़ित बच्ची के पिता। बाइट-6-ग्याप्रसाद कुशवाहा, पेट दर्द से पीडित बच्ची के पिता। बाइट-7-भागवती देवी, पितृ नाराजगी से पीड़िता बाइट-8-कमला देवी,बच्चे की चाहत। बाइट-9-ढ़केली बाई, एपिलेप्सी से पीड़ित युवती की मां। बाइट-10-कुसमा देवी, मानसिक रोगी पति की पत्नी। बाइट-11- मुकेश कुमार, तांत्रिक, कुंवर बाबा मंदिर भगवासा। प्रदीप शर्मा जी मीडिया भिंड
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PSPradeep Sharma
Sept 16, 2025 09:00:36
Bhind, Madhya Pradesh:हेडर- जी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ की खास पेशकश,"पाखंड"ओझाओ, तांत्रिकों और बाबाओ को सजने वाले ठगी के दरबारों की कहानीयां, किस तरह फंसाते हैं लोगों को जाल में, कैसे होता है इलाज। एंकर- ज़ी न्यूज़ मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ लोगों को पाखंड और ढोंगी बाबाओं के खिलाफ जागरूक करने के लिए मुहिम शुरू कर रहा है जिसका नाम है, पाखंड, इस सीरीज के अंदर हम आपको दिखाएंगे प्रदेश भर में फैले ऐसे ओझाओं तांत्रिकों बाबाओं का जाल जिसमें भोले वाले लोग फंसकर सालों और महीनों बीमारी और भूत व्याधा ठीक होने के नाम पर परिक्रमा और चक्कर लगाते रहने के साथ-साथ अपना समय और पैसा दोनों बर्वाद हैं, ठीक होने के नाम पर उनको कहीं गण्डा,ताबीज, कलवा, तो कहीं भबूती देकर ठीक होने का दावा किया जाता है, आज हम दर्शकों को दिखाएंगे एक ऐसे ही तांत्रिक ओझा मुकेश कुमार का प्रति सोमवार को लगने वाले दरबार को जहां पर एक दो नहीं सैकड़ो भूत प्रेत बाधा और बीमारी से पीड़ित लोग पहुंच कर झाड़ फूंक करवाते हैं, जी मीडिया की टीम पहुंची है मध्य प्रदेश के भिंड में, जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर गोहद विधानसभा के अंतर्गत आने वाले भगवासा गांव में गांव से बाहर वैसली नदी के किनारे बना है कुंवर बाबा का मंदिर और मंदिर परिसर में भूत प्रेत बाधा और बीमारी से ठीक करने का दावा करने वाले मुकेश ओझा का बीते 18 सालों से प्रत्येक सोमवार को दरबार सजता है, दरबार में पहले आओ पहले पाओ के सिद्धांत पर पीड़ितों की रजिस्टर पर लिख कर अर्जी लगाई जाती है फिर एक-एक कर ओझा मुकेश कुमार के सामने पेशी होती है, इस दौरान आप देख सकते हैं, कभी ओझा के ऊपर कुंवर बाबा खेलते और झूमते हुए दिखाई देते हैं तो कभी भूत व्याधा से पीड़ित महिलाएं और पुरुष झूमते दिखाई देते है, भूत प्रेत बाधा से ग्रसित लोगों को ओझा मुकेश कुमार और उनके ऊपर आए कुंवर बाबा की सवारी पूछताछ करती है और उसका समाधान जानने की पश्चात भूत को उसके द्वारा मांगे गए दान पुण्य और गंगा स्नान का का आश्वासन दिया जाता है, जिसके उपरांत एक बताशा खिलाकर और कलावा बांधकर पांच परिक्रमा देने की बात कह कर पीड़ित को रवाना कर दिया जाता है, जी मीडिया की टीम ने कई लोगों से चर्चा की तो लोगों का दावा था कि कई लोगों की भूत प्रेत बाधा ठीक हो गई और कई लोग बीमारियां भी ठीक होने का दावा कर रहे थे, लोगों का कहना था कि जहां डॉक्टर के इलाज से फायदा नहीं मिलता है वहां ओझा द्वारा दी गई भभूति से बीमारी का निदान हो जाता है,तांत्रिक मुकेश कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि वह गांव से निकलकर छोटी सी उम्र में ही मंदिर पर आ गए थे और उन्होंने लोगों की सेवा का व्रत लिया और मंदिर पर ही रहने लगे, पहले मंदिर एक छोटी सी मठिया हुआ करती थी लेकिन अब काफी बड़ा मंदिर बन चुका है, मंदिर में विराजमान कुंवर बाबा के बारे में कहा जाता है कि बह ग्वालियर जिले के डबरा तहसील के अंतर्गत एक रियासत के राजा कुंवर साह थे जो अब भगवासा गांव में सिद्ध के रूप में विराजमान है और उन्हीं की गद्दी लगाई जाती है, तांत्रिक मुकेश कुमार का कहना है कि उन्हें अंदर से आभास होता है कि सामने आए हुए व्यक्ति के ऊपर यह व्याधा है, जिसको पीड़ित को बता कर उसका उपचार बताते हैं, जिसके एवज में वह कभी भी किसी भी श्रद्धालु और भूत व्याधा अथवा बीमारी से पीड़ित व्यक्ति से कोई भी फीस अथवा पैसा नहीं लेते हैं, वह लोगों का उपचार और समाधान बिल्कुल निशुल्क करते हैं, हां यह बात अलग है और कोई मंदिर में कुछ दान दक्षिणा अथवा चढ़ावा चढाना चाहता है तो उसके लिए मनाही नहीं है, जी मीडिया ने बातचीत करते हुए उनसे कई सवाल पूछे जिसमें पूछा कि क्या वह पाखंड करते हैं, उनका कहना था कि यह पाखंड नहीं है लोगों की आस्था और श्रद्धा है जिसके चलते उनकी समस्याओं का वह निदान निशुल्क करते हैं, ऐसा नहीं है कि तांत्रिक के पास आने वाले भोले वाले ग्रामीण अथवा कम पढे लिखे लोग ही आते है, उच्च शिक्षित और ऊंची नौकरी वाले भी लोगों के पास समस्या समाधान के लिए पहुंचते हैं,बीते चार साल से लगातार प्रति माह हर सोमबार परिक्रमा करने बाले ऐसे ही एक एक्साइज इंस्पेक्टर की भी जी मीडिया से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि उन्हें काफी परेशानियां थी और वह एमपी यूपी राजस्थान तक कई ओझाओं के चक्कर लगाए कई तांत्रिको ने उनसे परिक्रमा लगवाई तो कई लोगों ने उनसे पैसा भी ठगा, उनका कहना था कि ऐसे बाबा और ओझाओं में अधिकतर ठगी और पैसा लूटने के लिए दरबार सजाते है, लेकिन 4 साल पहले जब वह ओझा मुकेश कुमार के दरबार में पहुंचे थे तब से उन्हें 90% लाभ मिला है और यहां पर एक पैसा भी खर्च नहीं हुआ है। बाइट-1- लखपत सिंह, एक्साइज इंस्पेक्टर। बाइट-2-लोकेन्द्र,भूत व्याधा से पीड़ितयुवक। बाइट-3- परमानंद जोशी, गृहक्लेश से पीड़ित। बाइट-4- शिशुपाल, एपिलेप्सी बीमारी से पीड़ित बच्चों के पिता। बाइट-5- हरेंद्र सिंह नरवरिया, बीमारी से पीड़ित बच्ची के पिता। बाइट-6-ग्याप्रसाद कुशवाहा, पेट दर्द से पीडित बच्ची के पिता। बाइट-7-भागवती देवी, पितृ नाराजगी से पीड़िता बाइट-8-कमला देवी,बच्चे की चाहत। बाइट-9-ढ़केली बाई, एपिलेप्सी से पीड़ित युवती की मां। बाइट-10-कुसमा देवी, मानसिक रोगी पति की पत्नी। बाइट-11- मुकेश कुमार, तांत्रिक, कुंवर बाबा मंदिर भगवासा। प्रदीप शर्मा जी मीडिया भिंड
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PSPradeep Sharma
Sept 16, 2025 09:00:29
Bhind, Madhya Pradesh:हेडर- जी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ की खास पेशकश,"पाखंड"ओझाओ, तांत्रिकों और बाबाओ को सजने वाले ठगी के दरबारों की कहानीयां, किस तरह फंसाते हैं लोगों को जाल में, कैसे होता है इलाज। एंकर- ज़ी न्यूज़ मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ लोगों को पाखंड और ढोंगी बाबाओं के खिलाफ जागरूक करने के लिए मुहिम शुरू कर रहा है जिसका नाम है, पाखंड, इस सीरीज के अंदर हम आपको दिखाएंगे प्रदेश भर में फैले ऐसे ओझाओं तांत्रिकों बाबाओं का जाल जिसमें भोले वाले लोग फंसकर सालों और महीनों बीमारी और भूत व्याधा ठीक होने के नाम पर परिक्रमा और चक्कर लगाते रहने के साथ-साथ अपना समय और पैसा दोनों बर्वाद हैं, ठीक होने के नाम पर उनको कहीं गण्डा,ताबीज, कलवा, तो कहीं भबूती देकर ठीक होने का दावा किया जाता है, आज हम दर्शकों को दिखाएंगे एक ऐसे ही तांत्रिक ओझा मुकेश कुमार का प्रति सोमवार को लगने वाले दरबार को जहां पर एक दो नहीं सैकड़ो भूत प्रेत बाधा और बीमारी से पीड़ित लोग पहुंच कर झाड़ फूंक करवाते हैं, जी मीडिया की टीम पहुंची है मध्य प्रदेश के भिंड में, जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर गोहद विधानसभा के अंतर्गत आने वाले भगवासा गांव में गांव से बाहर वैसली नदी के किनारे बना है कुंवर बाबा का मंदिर और मंदिर परिसर में भूत प्रेत बाधा और बीमारी से ठीक करने का दावा करने वाले मुकेश ओझा का बीते 18 सालों से प्रत्येक सोमवार को दरबार सजता है, दरबार में पहले आओ पहले पाओ के सिद्धांत पर पीड़ितों की रजिस्टर पर लिख कर अर्जी लगाई जाती है फिर एक-एक कर ओझा मुकेश कुमार के सामने पेशी होती है, इस दौरान आप देख सकते हैं, कभी ओझा के ऊपर कुंवर बाबा खेलते और झूमते हुए दिखाई देते हैं तो कभी भूत व्याधा से पीड़ित महिलाएं और पुरुष झूमते दिखाई देते है, भूत प्रेत बाधा से ग्रसित लोगों को ओझा मुकेश कुमार और उनके ऊपर आए कुंवर बाबा की सवारी पूछताछ करती है और उसका समाधान जानने की पश्चात भूत को उसके द्वारा मांगे गए दान पुण्य और गंगा स्नान का का आश्वासन दिया जाता है, जिसके उपरांत एक बताशा खिलाकर और कलावा बांधकर पांच परिक्रमा देने की बात कह कर पीड़ित को रवाना कर दिया जाता है, जी मीडिया की टीम ने कई लोगों से चर्चा की तो लोगों का दावा था कि कई लोगों की भूत प्रेत बाधा ठीक हो गई और कई लोग बीमारियां भी ठीक होने का दावा कर रहे थे, लोगों का कहना था कि जहां डॉक्टर के इलाज से फायदा नहीं मिलता है वहां ओझा द्वारा दी गई भभूति से बीमारी का निदान हो जाता है,तांत्रिक मुकेश कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि वह गांव से निकलकर छोटी सी उम्र में ही मंदिर पर आ गए थे और उन्होंने लोगों की सेवा का व्रत लिया और मंदिर पर ही रहने लगे, पहले मंदिर एक छोटी सी मठिया हुआ करती थी लेकिन अब काफी बड़ा मंदिर बन चुका है, मंदिर में विराजमान कुंवर बाबा के बारे में कहा जाता है कि बह ग्वालियर जिले के डबरा तहसील के अंतर्गत एक रियासत के राजा कुंवर साह थे जो अब भगवासा गांव में सिद्ध के रूप में विराजमान है और उन्हीं की गद्दी लगाई जाती है, तांत्रिक मुकेश कुमार का कहना है कि उन्हें अंदर से आभास होता है कि सामने आए हुए व्यक्ति के ऊपर यह व्याधा है, जिसको पीड़ित को बता कर उसका उपचार बताते हैं, जिसके एवज में वह कभी भी किसी भी श्रद्धालु और भूत व्याधा अथवा बीमारी से पीड़ित व्यक्ति से कोई भी फीस अथवा पैसा नहीं लेते हैं, वह लोगों का उपचार और समाधान बिल्कुल निशुल्क करते हैं, हां यह बात अलग है और कोई मंदिर में कुछ दान दक्षिणा अथवा चढ़ावा चढाना चाहता है तो उसके लिए मनाही नहीं है, जी मीडिया ने बातचीत करते हुए उनसे कई सवाल पूछे जिसमें पूछा कि क्या वह पाखंड करते हैं, उनका कहना था कि यह पाखंड नहीं है लोगों की आस्था और श्रद्धा है जिसके चलते उनकी समस्याओं का वह निदान निशुल्क करते हैं, ऐसा नहीं है कि तांत्रिक के पास आने वाले भोले वाले ग्रामीण अथवा कम पढे लिखे लोग ही आते है, उच्च शिक्षित और ऊंची नौकरी वाले भी लोगों के पास समस्या समाधान के लिए पहुंचते हैं,बीते चार साल से लगातार प्रति माह हर सोमबार परिक्रमा करने बाले ऐसे ही एक एक्साइज इंस्पेक्टर की भी जी मीडिया से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि उन्हें काफी परेशानियां थी और वह एमपी यूपी राजस्थान तक कई ओझाओं के चक्कर लगाए कई तांत्रिको ने उनसे परिक्रमा लगवाई तो कई लोगों ने उनसे पैसा भी ठगा, उनका कहना था कि ऐसे बाबा और ओझाओं में अधिकतर ठगी और पैसा लूटने के लिए दरबार सजाते है, लेकिन 4 साल पहले जब वह ओझा मुकेश कुमार के दरबार में पहुंचे थे तब से उन्हें 90% लाभ मिला है और यहां पर एक पैसा भी खर्च नहीं हुआ है। बाइट-1- लखपत सिंह, एक्साइज इंस्पेक्टर। बाइट-2-लोकेन्द्र,भूत व्याधा से पीड़ितयुवक। बाइट-3- परमानंद जोशी, गृहक्लेश से पीड़ित। बाइट-4- शिशुपाल, एपिलेप्सी बीमारी से पीड़ित बच्चों के पिता। बाइट-5- हरेंद्र सिंह नरवरिया, बीमारी से पीड़ित बच्ची के पिता। बाइट-6-ग्याप्रसाद कुशवाहा, पेट दर्द से पीडित बच्ची के पिता। बाइट-7-भागवती देवी, पितृ नाराजगी से पीड़िता बाइट-8-कमला देवी,बच्चे की चाहत। बाइट-9-ढ़केली बाई, एपिलेप्सी से पीड़ित युवती की मां। बाइट-10-कुसमा देवी, मानसिक रोगी पति की पत्नी। बाइट-11- मुकेश कुमार, तांत्रिक, कुंवर बाबा मंदिर भगवासा। प्रदीप शर्मा जी मीडिया भिंड
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NANasim Ahmad
Sept 16, 2025 09:00:18
Delhi, Delhi:*केएमसी कॉलेज में एबीवीपी की हिंसा ने उजागर की एनएसयूआई की भारी पूर्वांचल समर्थन से उनकी डर — अजय राय ने छात्रों को दिया एकजुटता का आश्वासन* *नई दिल्ली, 16 सितंबर 2025* | आज, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय राय के केएमसी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय दौरे का कार्यक्रम था, जहाँ पूर्वांचल से आए छात्र उन्हें स्वागत करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। उनके आगमन से ठीक पहले, एबीवीपी ने हिंसा का सहारा लिया और एनएसयूआई के पूर्वांचल छात्र समर्थकों पर हमला कर कार्यक्रम को बाधित करने की नाकाम कोशिश की। यह साफ तौर पर एबीवीपी की पूर्वांचल छात्रों के प्रति गहरी नफरत और एनएसयूआई को मिल रहे अपार समर्थन से उनकी बढ़ती चिंता को उजागर करता है। श्री अजय राय ने छात्रों को एक वीडियो संदेश भेजकर आश्वासन दिया कि कोई भी डर और धमकी उनके हौसले को कमजोर नहीं कर सकती। वह इस समय कॉलेज की ओर आ रहे हैं और शीघ्र ही परिसर पहुँचेंगे। एनएसयूआई एबीवीपी की इस गुंडागर्दी की कड़ी निंदा करता है। याद रखिए — छात्र इस हिंसा और धमकी का जवाब अपने वोट की ताकत से देंगे। श्री अजय राय का पूर्वांचल छात्रों के लिए संदेश: “एबीवीपी एनएसयूआई को मिल रहे विशाल समर्थन से डर गया है। केएमसी में हुई हिंसा इसका प्रमाण है। मैं आपके साथ खड़ा होने आ रहा हूँ।” *सादर* रवि पांडेय अध्यक्ष, एनएसयूआई मीडिया विभाग
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TKTushar Kanchhal
Sept 16, 2025 08:52:39
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