Back
बिहार के अस्पताल में बेखौफ शूटरों ने कुख्यात चंदन मिश्रा को 36 गोलियां मारी!
PJPrashant Jha2
FollowJul 18, 2025 09:12:04
Patna, Bihar
अस्पताल में घुसकर हत्या की यह पहली घटना है . जब बिहार के सबसे बड़े निजी अस्पताल में घुसकर बिना नकाब वाले बेखौफ शूटरों ने इलाज के लिए भर्ती कुख्यात चन्दन मिश्रा को गोलियों से छलनी कर दिया. घटना को अंजाम देने के लिए 6 अपराधी पहले इकठ्ठा हुए और मीटिंग की शूट आउट का प्लान बना और पैदल ही अस्पताल में घुसे . दो बाइक पहले से ही अस्पताल के बगल वाली गली में कड़ी थी और 6 में से एक निगरानी के लिए मौजूद रहा . पांच जिसमे चार ने स्पोर्स कैप पहले थे और एक मुख्य शूटर बिना कैप खुले चेहरे के साथ अस्पताल में दाखिल हुआ और सीधे सेकेण्ड फ्लोर के आईसीयू वार्ड 209 में पहुंचा . सबसे आगेव तौसिफ बादशाह और उसके बाद बलवंत बताया जाता है और सबसे अंत में मुन्नू था . अन्दर शूट और के बाद तौसिफ ने विडो भी बनाया ताकि सुपारी देने वालों को विडो भेज सके . और फिर सारे अपराधी वार्ड से निकले पर तौसिफ सबसे अंत में आराम से निकला और अस्पातल के बाहर बैक तक आया और बैक पर सवार होकर सारे अपराधी हथियार लहराते भाग निकले .
पटना में यह पहली घटना थी, जब बेखौफ अपराधी अपना चेहरा दिखाते हुए बड़े आराम से एक बड़े अस्पताल के अंदर घुसकर इलाजरत चन्दन मिश्रा की हत्या की. हत्या 34 साल के कुख्यात चंदन मिश्रा की हुई, जो जेल से पैरोल पर निकला था. घटना को अंजाम देने के बाद 6 अपराधी दो बाइक पर सवार होकर ख़ुशी का इजहार करते हुए आराम से फरार हो गए. सीसीटीवी में ऐसा दिख रहा है मानो उन्होंने कोई जंग जीती हो. यह घटनास्थल पुलिस मुख्यालय से 750 मीटर की दूरी पर है .घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस भी पहुंची और फिर जांच-पड़ताल, पूछताछ और एफएसएल टीम के द्वारा जांच किए जाने के पूरे तामझाम किए गए. देर शाम तक इस घटना को अंजाम देने वाले तौसिफ और उसके दो शागिर्दों को हिरासत में ले लिया गया . खुद को 'बादशाह' कहलाने पर गर्व महसूस करने वाला तौसिफ ने खाकी को चुनौती देने के लिए अपना चेहरा सामने रखा .
घटना के कुछ घंटों के अंदर पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा हत्या कांड का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गया, जिसमें यह साफ़ दिख रहा था कि पांच अपराधी बड़े आराम से पारस अस्पताल के अंदर कमरे में जाकर फायरिंग कर बाहर निकल गये. साथ ही उनके जाने का भी सीसीटीवी फुटेज सामने आया, जिसमें दो बाइक पर तीन-तीन अपराधी हथियार लहराते हुए दिख रहे हैं. घटना के बाद ये 6 अपराधी पारस अस्पताल से सटी गली से निकलते हुए बड़े आराम से अपने ठिकाने की ओर निकल गए. अपराधी जिस रास्ते से फरार हुए, वह रास्ता भी सीसीटीवी में कैद हो चुका है. सीसीटीवी के तहत अपराधी समनपुरा मस्जिद होते हुए दीघा से आशियाना रोड और फिर फुलवारी गुमटी पार करते हुए फरार हो गए. इस घटना ने बिहार पुलिस को यह बताया कि अपराधी के हौसले कितने बुलंद हैं कि उन्हें पहचान लिए जाने का भी भय नहीं था. उनके दिलों में पुलिस का भय रत्ती भर भी नहीं है.
घटनास्थल तक पुलिस के अलावा कोई और नहीं पहुंच पाया, इसलिए गोलियों की संख्या स्पष्ट नहीं हो पायी . शुरुआती समय में यह कहा जा रहा था कि अपराधियों ने उन्हें चार गोलियां मारी हैं, लेकिन सच्चाई कुछ और हैं. चंदन मिश्रा को 4 नहीं 36 गोलियों से छलनी किया गया था . मृतक के रिश्तेदार ने बताया कि अपराधियों ने कुख्यात चंदन मिश्रा पर कुल 36 गोलियां बरसाईं. कंधा से लेकर पैर तक कुल 32 गोलियां लगी थीं. अपराधियों ने फ़िल्मी स्टाइल में कंधे से लेकर पैर तक कोई ऐसी जगह नहीं छोड़ी थी, जहां गोलियां नहीं लगी हो.
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने भी माना कि यह पूरी तरह सुनियोजित किलिंग है . घटना में अस्पताल कर्मी की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है. उन्होंने तो हत्यारों तक बहुत जल्द पहुंच जाने का भी दावा किया, लेकिन सार्वजनिक रूप से पुलिस के हाथ अब तक खाली दिख रहे हैं.
फुलवारी शरीफ का रहने वाला शिक्षिका का पुत्र तौसिफ खान पशुपति कुमार पारस की पार्टी का सक्रिय सदस्य है . RLJP के पोस्टर में तौसिफ पशुपति कुमार पारस की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी का नेता है . तौसिफ बादशाह अपराध की दुनिया से अब राजनीति में सक्रीय ही नहीं था बल्कि वह फुलवारी इलाके में पारस की पार्टी के लिए काम करता था .
7
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement