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Gautam Buddha Nagar201304

बूंदी टनल मरम्मत आज से, बारिश से खतरा बढ़ा; NHAI की ताजा रिपोर्ट

SPSanjay Prakash
Sept 20, 2025 04:00:40
Noida, Uttar Pradesh
लोकेशन बूंदी संवाददाता रामफूल मेहरा मोबाइल नंबर 94 142 56725 ramphool_mehra आज से शुरू होगा बूंदी टनल का मरम्मत कार्य शुरू जी राजस्थान की खबर का हुआ बड़ा असर जी राजस्थान ने की थी टनल में रिसाव व एवं चट्टानों का मलबा गिरने की खबर प्रसारित। NHAI दिल्ली के अधिकारियों ने देखी थी बूंदी टनल की स्थिति। लगातार बारिश होने की वजह से टनल की दीवारों में से हो रहा था रिसाव और गिर रहा था मलबा। 120 करोड़ की लागत से बनी 10 साल पुरानी बूंदी टनल पर मंडराने लगा था खतरे का साया टनल में खतरे की आशंका के चलते ट्रक ड्राइवरो ने पुरानी बाईपास से कर दिया था निकलना शुरू।
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OTOP TIWARI
Sept 20, 2025 05:49:30
Surajpur, Chhattisgarh:एंकर - सूरजपुर के भैयाथान में पदस्थ रहे तत्कालीन तहसीलदार संजय राठौर की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं,,पहले एक जीवित महिला को मृत घोषित कर जमीन का नामांतरण कराने का मामला सामने आया था, और अब एक और नया मामला उजागर हुआ है,, दरअसल एक युवक ने कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत दर्ज कराते हुए संजय राठौर पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है,,पीड़ित युवक सौरभ सिंह ने बताया कि उसकी मां मंजू सिंह ने ओड़गी तहसील के इंद्रपुर गांव में एक एकड़ जमीन खरीदी थी,,जमीन की रजिस्ट्री के बाद विक्रेता महिला ने दोबारा कुछ दिनों बाद बेची गई जमीन पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद मामला तहसील कार्यालय पहुंचा,,युवक का आरोप है कि विवाद निपटाने और बेदखली की कार्रवाई के बजाय तत्कालीन तहसीलदार संजय राठौर ने रिश्वत की मांग की,,करीब तीन साल तक पीड़ित बेदखली के आदेश के लिए चक्कर लगाता रहा,, इस दौरान युवक ने करीब 80 हज़ार रुपए संजय राठौर को दे भी दिए थे,,हालाकि इस दौरान तहसीलदार संजय राठौर एक अलग मामले में फंसे और उनका निलंबन हो गया,,जिसके बाद शिवनारायण राठिया भैयाथान तहसीलदार बने पीड़ित युवक का आरोप है कि जब युवक पेशी गया तो इनके गार्ड के द्वारा एक लाख रुपए की डिमांड की गई,,आदेश करने के नाम पर यह कहते हुए कि संजय राठौर से आपकी बात हुई थी, युवक ने पैसे देने से इनकार कर दिया जिसके बाद इनका केश ख़ारिज कर दिया गया,,पीड़ित सौरभ ने इस संबंध में जनदर्शन में एक पेन ड्राइव भी सौंपी है, जिसमें तत्कालीन तहसीलदार के साथ कथित पैसों के लेन-देन की बातचीत रिकॉर्ड बताई जा रही है,,फिलहाल संजय राठौर की पोस्टिंग कोरिया जिले में है,, अधिकारियों का कहना है कि यह मामला सरगुजा संभाग से जुड़ा है, इसलिए कमिश्नर सरगुजा को जांच के लिए पत्र भेजा जाएगा,,इस नए खुलासे के बाद तहसीलदार संजय राठौर पर पहले से चल रहे मामलों के साथ एक और गंभीर आरोप जुड़ गया है,,अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पूरे मामले में क्या कदम उठाता है,, बाइट -01- सौरभ सिंह,, पीड़ित बाइट -02- पुष्पेंद्र शर्मा,, संयुक्त कलेक्टर
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ATALOK TRIPATHI
Sept 20, 2025 05:48:28
গাজীপুর, ঢাকা বিভাগ: गाजीपुर,  समाज में बैठे लोग कैसे मौज-मस्ती करेंगे और तरंगों में कैसे अपना जीवन बिताएंगे, इसके लिए सामवेद दिया गया था : अफजाल अंसारी, सपा सांसद गाजीपुर  विश्वकर्मा समाज के एक कार्यक्रम में "वेदों" के साथ "पीएम विश्वकर्मा योजना" के बारे में भी सांसद अफजाल अंसारी ने अपने शब्दों में उसकी व्याख्या की और पीएम मोदी की योजना को नकारा। सपा सांसद अफजाल अंसारी ने विश्वकर्मा समाज के लिए पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना को मंच से नकारा। विश्वकर्मा समाज के एक कार्यक्रम में आज मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे सपा सांसद अफजाल अंसारी। अफजाल अंसारी ने विश्वकर्मा समाज को मंच से संबोधित करते हुए कहा, ये सरकार नहीं चाहती कि आप लोग आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा के आगे पीएम जोड़ दिया और योजना में 15 हजार की वही एक पारंपरिक किट आपको दी जा रही है, इससे समाज और देश का विकास नहीं होगा। ये लोग नहीं चाहते कि आपका बेटा तरक्की करे, आपका बेटा मिसाइल बनाए इस दिशा में काम होना चाहिए। वहीं मंच से सपा सांसद अफजाल अंसारी ने वेदों के बारे में भी बात की, और वेदों के महत्व को अपने शब्दों में समझाते हुए बड़ा बयान दिया है। वैदिक काल में राष्ट्रवाद चलाने के लिये ऋग्वेद दिया गया। राजपाट के लिये अथर्वेद की व्यवस्था दी गयी। समाज में बैठे लोग कैसे मौज-मस्ती करेंगे,कैसे तरंगों में अपना जीवन बितायेंगे उसके लिये सामवेद दिया गया। चारों वेद चार कोण हैं जिनसे समाज को सदियों से चलाया जा रहा है। पीएम विश्वकर्मा योजना के एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे अफजाल अंसारी। एंकर : गाजीपुर के सपा सांसद अफजाल अंसारी ने विश्वकर्मा समाज के एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचकर अपने शब्दों की जादूगरी दिखाई है, और पीएम विश्वकर्मा योजना को लेकर बड़ा बयान दिया है, साथ वेदों पर भी अपनी राय जाहिर की है। गाजीपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि आपको फिर से ट्रेनिंग दी जाएगी, उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने विश्वकर्मा समाज के लिए योजना बनाई है, जिसमें आपके बच्चों को ट्रेनिंग दी जाएगी, इस योजना में भगवान विश्वकर्मा के आगे "पीएम" जोड़कर "प्रधानमंत्री विश्वकर्मा" योजना बनाई गई है जिसमें आप लोगों का रजिस्ट्रेशन होगा और 15 हजार रुपये की एक बाबा दादा के जमाने वाली किट दी जा रही है, जो समाज और देश के विकास के लिए पर्याप्त नहीं है। उन्होंने मंच से उपस्थित लोगों को समझाते हुए कहा कि जो थे वहीं आओ। ये सरकार नहीं चाहती कि विश्वकर्मा समाज के लोग आगे बढ़ें। आपका लड़का मिसाइल बनाए इस पर काम नहीं हो रहा आप जहां हैं वहीं रहें ये कम हो रहा है। बता दें कि बीते 17 सितंबर 2023 को विश्वकर्मा पूजनॉत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों के लिए अपना व्यवसाय चलाने के लिए ये महत्वाकांक्षी योजना शुरू की थी, जिसमें इच्छुक लोगों एवं पारंपरिक रूप से कार्य करने वाले कारीगरों को स्वरोजगार हेतु कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिसमें 500 सौ रुपया स्टाइपेंड भी प्रस्तावित है। 15 हजार रुपये की सहायता राशि औजार खरीदने के लिए दी जाती है। साथ ही 3 लाख रुपये तक का लोन 5% ब्याज दर पर प्रदान किया जा रहा है, जिसमें पहली किस्त में 1 लाख रुपये और दूसरी किस्त में 2 लाख रुपये का लोन दिया जाएगा। हालांकि सरकार के अनुसार इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाना है, लेकिन अफजाल अंसारी का कहना है कि यह योजना समाज और देश के विकास के लिए पर्याप्त नहीं है और मंच से उन्होंने कहा कि उस मीटिंग में वे थे और इस योजना को नकार दिए थे, क्योंकि ये लोग आपके समाज को आपके बच्चों को आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते। वहीं चुनावों में अक्सर हिंदू देवी देवताओं के मंदिर घूमने वाले अफजाल अंसारी विश्वकर्मा पूजनॉत्सव के इस कार्यक्रम में मंच से वेदों के महत्व पर बात करते हुए बोले कि वैदिक काल में राष्ट्रवाद चलाने के लिए ऋग्वेद दिया गया था। राजपाट के लिए अथर्वेद की व्यवस्था दी गई थी और फिर उन्होंने कहा कि समाज में बैठे लोग कैसे मौज-मस्ती करेंगे और तरंगों में कैसे अपना जीवन बिताएंगे, इसके लिए सामवेद दिया गया था। चारों वेद चार कोण हैं जिनसे समाज को सदियों से चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि जो समाज समता मूलक समाज न हो वह कभी तरक्की नहीं कर सकता।  मंच बाइट : अफजाल अंसारी, सपा सांसद, गाजीपुर
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DBDEVENDRA BISHT
Sept 20, 2025 05:48:10
Almora, Uttarakhand:Devendra Singh Almora Anchor - पहाड़ी जिलों की लाइफ लाइन माने जाने वाले अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्वारब के दरकते पहाड़ों का संकट अब व्यापारियों के सब्र का बांध तोड़ने लगा है। लगातार एक वर्ष से इस मार्ग पर भूस्खलन से यातायात बाधित हो रहा है, लेकिन ठोस समाधान न निकलने पर अब प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल ने आंदोलन की चेतावनी दे डाली है। अल्मोड़ा में प्रेस वार्ता करते हुए प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष सुशील साह ने साफ कहा कि यदि 15 दिनों के भीतर क्वारब का स्थायी समाधान नहीं निकाला गया और मार्ग को चौबीसों घंटे तथा सभी लोडेड वाहनों के लिए सुचारू नहीं किया गया, तो व्यापारी सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे। चेतावनी दी गई कि आंदोलन में धरना-प्रदर्शन, बाजार बंद और भाजपा नेताओं को काले झंडे दिखाने तक की कार्रवाई की जाएगी। सुशील साह ने बताया कि पिछले एक वर्ष से क्वारब में लगातार मलबा गिर रहा है, जिससे अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और चंपावत जिलों की लाइफ लाइन कट सी गई है। उन्होंने कहा कि इस समस्या से स्थानीय लोग, व्यापारी, ट्रांसपोर्ट, पर्यटन और होटल व्यवसाय सभी प्रभावित हैं। पहले क्वारब मार्ग से प्रति कुंतल सामान का किराया ₹120 आता था, लेकिन अब भारी वाहनों पर रोक के चलते मालवाहक वाहनों को शहर फाटक या रानीखेत होकर घूमना पड़ता है। इससे भाड़ा ₹220 प्रति कुंतल तक पहुंच गया है। गौरतलब है कि क्वारब क्षेत्र की पहाड़ियां पिछले एक साल से लगातार दरक रही हैं। प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से रात के समय यातायात रोक रखा है। हालत यह है कि हल्की बारिश में भी सड़क पर मलबा आ जाता है और कई बार सड़क खोलने में एक हफ्ते तक का समय लग जाता है। इससे चारों जिलों के आम जनजीवन पर गहरा असर पड़ा है। फल, सब्जी और खाद्यान्न की ढुलाई प्रभावित होने से बाजार में दाम तेजी से बढ़ गए हैं। रोजमर्रा की जरूरतों का सामान महंगा हो जाने से आम लोगों का बजट बिगड़ गया है। बाइट - सुशील शाह, जिला व्यापार मंडल अध्यक्ष
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HKHARI KISHOR SAH
Sept 20, 2025 05:47:59
Delhi, Delhi:ऑपरेशन आघात के तहत साउथ ईस्ट जिले की पुलिस टीम ने 63 अपराधियों को 24 घंटे के भीतर किया गिरफ्तार साउथ ईस्ट जिले के पुलिस टीम ने ऑपरेशन आघात के तहत 24 घंटे के अंदर 63 आरोपियों को अलग-अलग मामले में गिरफ्तार किया है वही इस पूरे मामले की जानकारी साउथ ईस्ट के डीसीपी हेमंत तिवारी ने मीडिया प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी इस दौरान उन्होंने बताया कि साउथ ईस्ट जिले की पुलिस टीम ऑपरेशन घाट के तहत जितने भी ऑर्गेनाइज्ड क्राईम है उसे रोकने की कोशिश की जा रही है और उन सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा जो ऑर्गेनाइज्ड क्राईम में शामिल पाए जाएंगे. आगे डीसीपी ने क्या कहा देखिए बाइट : हेमंत तिवारी डीसीपी साउथ ईस्ट
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SDSurendra Dasila
Sept 20, 2025 05:47:30
Dehradun, Uttarakhand: फीड liveu 98 से भेजी गई है एंकर - उत्तराखंड में मानसून के दौरान चार धाम यात्रा पूरी तरीके से प्रभावित रही है गंगोत्री और यमुनोत्री रोड पर काफी नुकसान देखने को मिला है पर्यटन सचिव धीराज गर्ब्याल का कहना है कि गंगोत्री और यमुनोत्री में आपदा आने से काफी नुकसान हुआ है जिसका आंकलन किया जा रहा है कितना प्रभाव इसका यात्रा से जुड़े लोगों पर भी पड़ा है इसका भी आंकलन किया जा रहा है, मानसून सीजन में बुकिंग में भी यात्रा के दौरान कैंसिल हुई है पिछले सालों की तुलना अब इस यात्रा सीजन से भी की जा रही है की कितने रजिस्ट्रेशन होने के बाद कितने लोग यात्रा पर पहुंचे और मानसून सीजन में क्या कुछ असर यात्रा पर पड़ा है जल्द ही इसके आंकड़े भी जारी किए जाएंगे कि आखिरकार क्या कुछ नुकसान मानसून सीजन के दौरान रहा है बाइट - धीराज गर्ब्याल, सचिव पर्यटन। हालांकि उत्तराखंड के लोग मुसीबत आने के बाद फिर से खड़े होते हैं,केदारनाथ आपदा इसका उदाहरण है। पर्यटन सचिव का कहना है कि मानसून के बाद अब आने वाले विंटर सीजन के लिए सभी क्षेत्रों में तैयारी की जा रही है उम्मीद है कि सर्दियों में इस बार पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ उत्तराखंड में देखने को मिलेगी जिसके लिए पर्यटन विभाग लगातार तैयारी कर रहा है बाइट - धीराज गर्ब्याल, सचिव पर्यटन।
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Sept 20, 2025 05:47:26
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AMAjay Mishra
Sept 20, 2025 05:46:27
Rewa, Madhya Pradesh:पुलिस और थाने के नाम से ही सामान्यत: लोगों को डर लगता है। लेकिन शहर के अमहिया थाने में रविवार के दिन छोटे-छोटे बच्चे बेखौफ होकर जाते हैं। दरअसल, इस दिन यहां बच्चों की पाठशाला लगती है। यहां बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ ही जीवन के लिए जरूरी बातों की सीख दी जाती है। इस थाने में किसी त्योहार या विशेष अवसर पर आयोजन भी होते हैं। जिसमें बच्चों के साथ ही उनके अभिभावकों को भी शामिल किया जाता है.. हालांकि अब थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल ने रविवार के दिन ही बस नहीं अब हर दिन थाना के अंदर पाठशाला लगाई जाएगी.. जिसके लिए अब टीचर भी नियुक्त कर दिए गए हैं... इस अनोखी पाठशाला की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही हैं और लोग थाना प्रभारी की सराहना भी कर रहे है... थाने में बैठकर पढ़ाई कर रहे ये बच्चे स्लम एरिया के रहने वाले हैं। समाज के कुछ जागरूक युवाओं की पहल पर 8 माह पहले इस थाने में इन बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए क्लासेस शुरू की गई। रविवार को शाम 4 बजे से 7 बजे का समय रखा गया। शुरूआती दिनों में थाने में लगने वाली इस क्लासेस में बच्चों की संख्या काफी कम थी। लेकिन अब प्रत्येक रविवार को यहां नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के 25 से 30 बच्चे देखे जा सकते हैं। यहां सभी धर्म के बच्चे पढऩे आते हैं। शुरूआती दिनों में जब ये बच्चे आते थे तो अच्छी भाषा का उपयोग नहीं करते थे। साफ-सफाई का भी ध्यान नहीं रखते थे। पढऩे में भी कमजोर थे। लेकिन अब इनमें काफी बदलाव देखा जा रहा है। ये बच्चे अब अंग्रेजी भी बोलते हैं। इन्हें देश-दुनिया की भी तमाम जानकारियां हैं। अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा के अभाव में कई बच्चे गलत राह पकड़ लेते हैं। अन्नशेष की टीम ने मुलाकात कर थाना परिसर में बच्चों के लिए क्लासेस शुरू करने सहयोग मांगा। बच्चों के भविष्य को देखते हुए आवश्यक व्यवस्था कराई गई। इन बच्चों के पर्सनैलिटी डेवलपमेंट (व्यक्तित्व विकास) पर पूरा फोकस है। इन बच्चों को पढ़ाने वाले कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढऩे वाले स्टूडेंट है। बाइट - शिवा अग्रवाल, थाना प्रभारी अमहिया रीवा...
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CSChandrashekhar Solanki
Sept 20, 2025 05:46:16
Ratlam, Madhya Pradesh:ratlam बाबा बागेश्वर का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि आने वाली Gen-G जनरेशन के पास धार्मिक ज्ञान और भारतीय संस्कृति की समझ की भारी कमी है। उनका कहना है कि जब यही पीढ़ी आगे चलकर देश की बागडोर संभालेगी, तो इस कमी का असर पूरे भारत पर साफ दिखाई देगा। बाबा बागेश्वर के इस बयान पर अब Gen-G जनरेशन ने भी अपनी राय रखी है। हैरानी की बात यह है कि युवा इस मुद्दे पर बाबा के साथ सहमति जताते नज़र आ रहे हैं। उनका कहना है कि आज के समय में आधुनिकता की दौड़ में हर कोई सिर्फ टेक्नोलॉजी और करियर पर फोकस कर रहा है। ऐसे में धार्मिक और सांस्कृतिक ज्ञान को समय नहीं मिल पा रहा। युवाओं का मानना है कि उन्हें इस बात की ज़रूरत महसूस हो रही है कि पढ़ाई और आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति का भी एक अलग से ज्ञान दिया जाए। ताकि आने वाली पीढ़ी सिर्फ आधुनिक ही नहीं, बल्कि अपनी जड़ों से जुड़ी और संस्कारों से परिपूर्ण भी हो। 7 Byte- student रतलाम चंद्रशेखर सोलंकी
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