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तंत्र-मंत्र की आड़ में काली साजिश: मासूम बेटियों का शिकार!

ADArvind Dubey
Jul 13, 2025 08:30:42
Lucknow, Uttar Pradesh
तिलिस्मी पूजा की आड़ में काली साजिश तांत्रिक अनुष्ठान के जरिए धनवर्षा कराने की साजिश में शामिल थे। गिरोह ऐसी लड़कियों की तलाश कर रहा था, जिनकी लंबाई 5 फीट 6 इंच हो और शरीर पर गोदना (टैटू) न हो। तांत्रिकों की 'रुपए पैदा करने वाली' पूजा का भंडाफोड़, खास कद-काठी की लड़कियों को बना रहे थे निशाना सोनभद्र । तंत्र मंत्र का तांत्रिक अंधविश्वासी और आपराधिक साजिश ने सोनभद्र जिले के म्योरपुर क्षेत्र को दहला कर रख दिया है। तांत्रिक विद्या से रुपये पैदा करने की तिलिस्मी पूजा के नाम पर एक गिरोह आदिवासी समाज की मासूम बेटियों को निशाना बना रहा था। पूजा-पाठ की आड़ में चल रहे इस खतरनाक षड्यंत्र का पर्दाफाश तब हुआ, जब एक वीडियो वायरल हुआ जिसमे लड़कियों को लेजाने की कीमत लगा रहा है आरोपी । क्षेत्र के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दिया पुलिस ने गुप्त सूचना और वायरल वीडियो के आधार पर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में जो बातें सामने आईं, वो चौंकाने वाली हैं। पकड़े गए आरोपी कथित तौर पर एक तांत्रिक अनुष्ठान की तैयारी में थे, जिससे उनके मुताबिक धनवर्षा होनी थी। इसके लिए उन्हें कुछ ‘विशेष प्रकार’ की लड़कियों की जरूरत थी, जिनकी लंबाई 5 फीट 6 इंच हो और शरीर पर कोई गोदना (टैटू) न हो। ये लोग कई दिनों से इस तरह की लड़कियों की तलाश कर रहे थे और उन्हें लाने वालों को 10 लाख रुपए से अधिक मोटा इनाम देने का वादा भी कर रहे थे। इस साजिश के पीछे अंधश्रद्धा और लालच का गहरा जाल बिछाया गया था। गिरोह गांव-गांव जाकर लोगों को तांत्रिक विधियों से पैसा पैदा करने के झूठे सपने दिखा रहा था। इसके लिए मासूम बच्चियों को ‘बलि का पात्र’ बनाया जा रहा था। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपी बड़ी गिरोह के साजिश का हिस्सा हैं। तांत्रिक पूजा के नाम पर ये लोग समाज के भोले-भाले लोगों को गुमराह कर रहे थे। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि अंधविश्वास की आड़ में बेटियों की बलि व तांत्रिक पूजा की साजिश रची जा रही थी । इन लोगों के खिलाफ ऐसी साजिशों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह मामला न सिर्फ कानून और सुरक्षा व्यवस्था के लिए चेतावनी है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे अंधविश्वास और लालच की जुगलबंदी समाज के कमजोर वर्गों को निशाना बनाती है। पुलिस की तत्परता से एक बड़ा अनहोनी टल गई, लेकिन इस पूरे मामले ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि 21वीं सदी में भी तंत्र-मंत्र और टोने-टोटकों की दुकानें किस तरह फल-फूल रही हैं। पूरे इलाके में इस खुलासे के बाद दहशत और आक्रोश का माहौल है। लोग पूछ रहे हैं कि बेटियां क्या अब भी अंधविश्वास का शिकार बनती रहेंगी? प्रशासन के लिए यह चुनौती है कि ऐसे मामलों को सिर्फ कार्रवाई तक सीमित न रखकर, जड़ से खत्म करने की कोशिश हो।
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