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लातेहार में करोड़ों का बचत महाघोटाला: ग्रामीणों ने उठाई आवाज़!
Latehar, Jharkhand
एंकर :- लातेहार प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो ज्यांद्रेज की टीम ने लातेहार में एक बचत महाघोटाला का मामला पकड़ा है। जिले के मनिका प्रखंड के मटलोंग, विसुनबान्ध आदि गांव में कुछ लोगों के द्वारा ग्रामीणों से राशि जमा कर कुछ वर्षों में दुगनी से लेकर तीन गुनी तक करने का झांसा देकर करोड़ों रुपए का घोटाला किए जाने का मामला प्रकाश में आया। इस मामले में पीड़ित गग्रामीणों ने लातेहार एसपी को आवेदन देकर उचित कार्रवाई की मांग की ।एसपी कुमार गौरव के द्वारा मामले को पूरी गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकी कर इसकी पूरी जांच करने का निर्देश मनिका थाना प्रभारी को दिया गया।जानकारी के अनुसार मनिका थाना क्षेत्र के मटलोंग,बिसुनबांध आदि गांव में यह घोटाला पिछले कई वर्षों से चला आ रहा था।मटलोंग गांव निवासी नरेश प्रजापति प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से जुड़कर कंपनी में ग्रामीणों से पैसे इन्वेस्ट कराया जाता था।ग्रामीणों को यह कहा जाता था कि उनके पैसे तीन से पांच वर्षों में दुगने से तीन गुने तक हो जाएंगे।ग्रामीण भी इनके झांसे में आकर अपने मेहनत की कमाई के पैसे फाइनेंस कंपनी में इन्वेस्ट करने लगे। ग्रामीण दीपक प्रसाद ,वाहिद अंसारी,भूटन भुइयां,कबीला बीबी,रजीना बीबी आदि लोगों ने बताया कि पैसे जमा करने के बाद जब उनका टर्म पूरा हुआ तो वे लोग अपने पैसे वापस मांगने लगे। परंतु नरेश प्रजापति और उसके सहयोगी अभय प्रजापति ने ग्रामीणों को फिर से झांसा देते हुए कहा कि जो पैसे दुगने हुए हैं उन्हें फिक्स डिपाजिट कर दिया गया है।कुछ वर्षों में उक्त राशि दोगुनी हो जाएगी।इसी प्रकार का खेल पिछले कई वर्षों से गांव में चल रहा था। परंतु एक भी ग्रामीण को उनके जमा हुए पैसे वापस नहीं मिले। इसके बाद ग्रामीणों को नरेश प्रजापति पर शक हुआ तो उससे पैसे मांगने लगे।इसके बाद नरेश प्रजापति ने ग्रामीणों को कहा कि कंपनी डूब गया ,इसलिए पैसे नहीं मिलेंगे। घटना के बाद नरेश प्रजापति गांव छोड़कर भी फरार हो गया। इधर कुछ दिन पूर्व जब नरेगा सहायता केंद्र के सदस्यों को इस घोटाले की जानकारी मिली तो उनके द्वारा इसकी पूरी जांच आरंभ की गई।प्रो ज्यांद्रेज के निर्देश पर जब नरेगा सहायता केंद्र के सदस्य ब्योम ने मामले को लेकर पीड़ितों के घर जाकर सर्वे किया तो पता चला कि इस प्रकार का घोटाला सिर्फ एक दो गांव में ही नहीं बल्कि बड़े पैमाने पर की गई है।ब्योम ने बताया कि नरेश प्रजापति पैसे जमा करने के लिए उन लोगों को टारगेट करता था जो मजदूर वर्ग के होते थे और भट्ठा में पैसे कमा कर वापस लौटते थे।मजदूरों को वह तरह-तरह के सपने दिखाकर और इमोशनली ब्लैकमेलिंग करके पैसे जमा करवा लेता था। उन्होंने बताया कि पैसे जमा करने के बाद ग्रामीणों को फर्जी प्रमाण पत्र और फर्जी चेक भी दिया जाता था। उन्होंने कहा कि जांच के पहले चरण में काफी चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। यदि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तो करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आएगा।इधर इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रोफेसर ज्यांद्रेज ने कहा कि यह बचत महा घोटाला है।जिस प्रकार गरीबों के मेहनत के पैसे को दुगना और तीन गुणा करने के नाम पर जमा कराया गया और उसका घोटाला कर लिया गया यह काफी गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तो एक बड़ा घोटाला सामने आएगा। उन्होंने अभी कहा कि इसकी सीबीआई से भी जांच होने की जरूरत है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।प्रोफेसर ने बताया कि लगभग 22 की संख्या में पीड़ित ग्रामीण लातेहार एसपी कुमार गौरव से मिलकर इस मामले की शिकायत की है। पुलिस अधीक्षक ने मामले को पूरी गंभीरता से लेते हुए दोषी पर प्राथमिक की दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
बाइट :- प्रो ज्या ड्रेज प्रसिद्ध अर्थशास्त्री
बाइट :- लाभुक
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संजीव कुमार गिरी लातेहार
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