Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Mandsaur458895

मंदसौर में हरियाली अमावस्या पर पशुपतिनाथ को चढ़ाया मालपुआ का भोग

Aug 04, 2024 06:56:49
Mandsaur, Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश के मंदसौर में हरियाली अमावस्या का त्योहार उत्साह से मनाया गया। लंबे इंतजार के बाद हुई अच्छी बारिश ने लोगों में खुशी का माहौल बना दिया। इस अवसर पर भगवान पशुपतिनाथ के मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने भगवान की पूजा-अर्चना की और परंपरागत रूप से मालपुए का भोग लगाया।

0
comment0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
MDMahendra Dubey
Dec 18, 2025 09:21:40
Damoh, Madhya Pradesh:महिला स्वसहायता समूहों पर आने वाला है संकट, सड़कों पर उतरी महिलाएं पीएम और सीएम से गुहार.. एंकर/ एमपी में सेल्फ हेल्प ग्रुप यानि स्व सहायता समूहों पर संकट आने वाला है और इस संकट को भांपते हुए सरकार के निर्णय के खिलाफ अब महिलाएं सड़कों पर आकर प्रधानमंत्री मुख्य मंत्री से गुहार लगा रही है कि उनके साथ अन्याय न होने दिया जाए। दमोह में बड़ी संख्या में महिलाओं ने होकर स्व सहायता समूहों को बचाने के साथ महिलाओं की रोजी रोटी को बचाने की मांग की है। दरअसल सरकार ने स्कूलों में बांटे जाने वाले मिड डे मील को लेकर बड़ा निर्णय लिया है जिसके तहत अब बड़े स्तर पर ठेका देकर मिड डे मील बनवाया जाएगा और फिर ये खाना स्कूलों में सप्लाई होगा। इसके लिए कांट्रेक्टर को आधुनिक संसाधनों से लैस होना पड़ेगा और गुणवत्ता पूर्ण खाना बच्चों को दिया जाएगा। अब तक शहरी और खास तौर पर ग्रामीण इलाको में मिड डे मील तैयार करने का काम स्व सहायता समूह किया करते थे और सरकार की दलील थी कि इन ग्रुप्स के जरिए तैयार होने वाले मिड डे मील से महिलाओं को रोजगार मिलेगा और वो सम्पन्न होगी। दमोह जिले में ऐसी सैकड़ों महिलाएं हे जो बीते 15 से 16 सालों से इस काम में लगी है लेकिन सरकार के नए आदेश के बाद उनके सामने बड़ा संकट पैदा होगा और इसे लेकर स्व सहायता समूहों की महिलाएं और उनके साथ जुड़े लोग विरोध करने सड़कों पर दिख रहे है। बाइट/ पूना बाई (संरक्षक स्व सहायता समूह संगठन दमोह) बाइट/ नारायण सिंह ( समाजसेवी दमोह)
0
comment0
Report
DRDamodar Raigar
Dec 18, 2025 09:21:10
Jaipur, Rajasthan:आमेर/जयपुर। महिला अधिकारिता विभाग आमेर द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लबाना में महिलाओं के लैंगिक उत्पीड़न पर ब्लॉक स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का संचालन सुपरवाइज़र अनिता चौधरी द्वारा किया गया। कार्यशाला में महिलाओं की स्वतंत्रता, सुरक्षा और कार्यस्थल पर समानता से संबंधित प्रावधानों की जानकारी दी गई। बताया गया कि जिन कार्यालयों में 10 या उससे अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, वहां लैंगिक उत्पीड़न की शिकायतों की सुनवाई हेतु आंतरिक शिकायत समिति का गठन अनिवार्य है; वहीं जिन कार्यालयों में 10 से कम कर्मचारी कार्यरत हैं, उनके लिए जिला स्तर पर स्थानीय शिकायत समिति का प्रावधान है। कार्यशाला में ब्लॉक स्तर पर विभिन्न विभागों से प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
0
comment0
Report
RVRajat Vohra
Dec 18, 2025 09:19:14
Jammu, :उधमपुर मुठभेड़ में शहीद अमजद अली खान, बेटी की मासूम तस्वीर ने देश को किया भावुक जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के मजालता इलाके में 15 दिसंबर को आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए जवान अमजद अली खान की शहादत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस मुठभेड़ के बाद शहीद हुए जवान के घर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें शहीद की मासूम बेटी अपने पिता को पुकार रही है, यह समझे बिना कि अब वह कभी वापस नहीं आएंगे। तिरंगे में लिपटा शहीद का पार्थिव शरीर और उसके पास उसे पुकारती नन्हीं बेटी का दृश्य हर आंख को नम कर रहा है। अमजद अली खान ने देश की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया, लेकिन उनकी शहादत की सबसे बड़ी कीमत उनकी मासूम बेटी ने चुकाई है, जिसकी ज़िंदगी पिता के साए के बिना ही शुरू होने से पहले बदल गई। बताया जा रहा है कि शहीद अमजद अली खान 15 दिसंबर को उधमपुर के मजालता इलाके में आतंकियों के साथ चल रही मुठभेड़ के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए। इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों को घेर रखा है और अभियान अब भी जारी है। शहीद अमजद अली खान की कुर्बानी को देश कभी नहीं भूलेगा। उनकी शहादत एक बार फिर यह याद दिलाती है कि सीमा पर तैनात जवानों के परिवार हर दिन देश की सुरक्षा की सबसे बड़ी कीमत चुकाते हैं।
0
comment0
Report
KSKULWANT SINGH
Dec 18, 2025 09:18:43
Yamuna Nagar, Haryana:यमुनानगर में कथित तौर पर बढ़ रही “लव जिहाद” की घटनाओं को लेकर आज हिंदू संगठनों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। जिला लघु सचिवालय के बाहर प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा और मांग की कि ऐसी घटनाओं पर पूरी तरह रोक लगाई जाए। संगठनों ने मामलों की गहन जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) के गठन की मांग भी उठाई। जिला लघु सचिवालय के बाहर एकत्र हुए विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिले में कथित रूप से “लव जिहाद” से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि इन घटनाओं में हिंदू लड़कियों और महिलाओं को बहला-फुसलाकर धोखाधड़ी, शारीरिक शोषण और हिंसा जैसी घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों से समाज में आक्रोश है और सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है। प्रदर्शन के दौरान संगठनों ने हाल ही में प्रतापनगर क्षेत्र में सामने आए महिला की हत्या के मामले का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और जांच आगे बढ़ाई, जिसके लिए उन्होंने पुलिस का आभार जताया। साथ ही, संगठनों ने यह भी मांग रखी कि ऐसे मामलों के पीछे किसी संगठित गिरोह की भूमिका की जांच की जाए और जिले में कथित तौर पर सक्रिय असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई हो। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बीते समय में जिले के विभिन्न इलाकों से लड़कियों के लापता होने की सूचनाएं भी सामने आई हैं, जिनकी गंभीरता से जांच आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने वरिष्ठ अधिकारी की अध्यक्षता में SIT गठित करने की मांग दोहराई, ताकि ऐसे मामलों की पहचान कर समय रहते रोक लगाई जा सके। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और ज्ञापन सौंपकर संगठनों ने प्रशासन से शीघ्र कदम उठाने की अपील की। Last वीओ — “हम यमुनानगर में सामने आ रही घटनाओं को लेकर बेहद चिंतित हैं। पुलिस ने हाल के मामले में त्वरित कार्रवाई की, इसके लिए हम आभारी हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि इस तरह के सभी मामलों की उच्चस्तरीय जांच हो। SIT का गठन किया जाए ताकि किसी भी संगठित रैकेट का खुलासा हो सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर प्रभावी रोक लगे। प्रशासन से हमारी मांग है कि महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बने।”
0
comment0
Report
Dec 18, 2025 09:18:42
0
comment0
Report
LSLaxmi Sharma
Dec 18, 2025 09:18:14
Dausa, Rajasthan:जिला दौसा नोट-WEEKLY STORY जेल जेल नहीं बल्कि अब बन रहा उद्योग केंद्र केंद्रीय विशिष्ट कारागृह श्यालावास में हो रहे रचनात्मक काम जेल के बंदी बना रहे एक से एक बेहतरीन उत्पाद जेल में बने उत्पादों की मांग के अनुरूप करते सप्लाई बंदियों के इस काम में जेल प्रशासन करता पूरा सहयोग दौसा के श्यालावास में स्थित केंद्रीय विशिष्ट कारागृह कभी फोन से सीएम को जान से मारने की धमकियों को लेकर सुर्खियों में रही अब जेल के बंदी रचनात्मक काम कर रहे है जेल में बंदी अब एक से एक बेहतरीन उत्पाद बना रहे है जिनमें कम्बल,लकड़ी के फर्नीचर,स्टील फर्नीचर,कार्पेट,मिट्टी के कुल्ड,कलाकृति सहित अन्य वस्तुएं तैयार कर रहे है अगर सब कुछ सही चलता रहा तो आने वाले दिनों में जेल जेल नहीं बल्कि एक उद्योग केंद्र बन जाएगा इसके माध्यम से कैदियों को जेल में रहकर काम करने की एवज में आय होती रहेगी । एक सौ पैंसठ बीघा जमीन में बनी एक हजार बंदियों की क्षमता वाली श्यालावास जेल में फिलहाल करीब 700 बंदी सजा काट रहे हैं जेल में रहते हुए बंदी काम कर आया कर सके इसके लिए जेल प्रशासन द्वारा पहले बंदियों को कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण दिया गया उसके बाद यहां शुरू हुआ लघु उद्योग का काम अब श्यालावास जेल के बंदी कई अन्य फर्मों के कांटेक्ट से एक से एक बेहतरीन उत्पाद बना रहे हैं जिनमें लकड़ी के फर्नीचर , स्टील फर्नीचर , ऊनी कम्बल , मिट्टी के कुल्हड़ कार्पेट , दरी, कलाकृतियां सहित कई वस्तुएं बनाी जा रही है साथ ही खेती का भी यहां काम किया जा रहा है जेल अधीक्षक पारस जांगिड़ ने बताया जेल में रहकर भी बंदी आय कर सके इसके लिए यह काम शुरू किया गया है पीपीपी मॉडल पर कई फर्मों से कांटेक्ट कर इस काम को यहां शुरू किया गया है और मांग के अनुरूप माल तैयार कर सप्लाई किया जाता है ताकि बंदियों को जेल में भी नियमित आय होती रहे साथ ही उनकी आपराधिक प्रवृत्ति में बदलाव होकर वह भी एक सामाजिक जीवन जी सके जेल अधीक्षक ने कहा फिलहाल जेल में जय कम छोटे स्तर पर किया जा रहा है और आने वाले समय में मांग के अनुरूप इस काम को बढ़ाया भी जा सकता है । राजस्थान सरकार के 2 साल के कार्यकाल के पूर्ण होने पर जेल प्रशासन द्वारा जेल में बंदियों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों की कलेक्ट्रेट परिसर में सूचना केंद्र के सामने प्रदर्शनी भी लगाई ताकि आम लोगों को जेल में बने उत्पादों की जानकारी मिले और वह भी जेल में बने उत्पाद खरीदेंगे तो बंदियों की आय में भी इजाफा होगा और सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहा तो आने वाले दिनों में जेल जेल नहीं बल्कि एक बड़ा अलग-अलग उद्योगों का केंद्र भी बन सकता है । बाइट पारस जांगिड़ जेल अधीक्षक केंद्रीय विशिष्ट कारागृह श्यालावास दौसा
0
comment0
Report
SRSANDEEP RATHORE
Dec 18, 2025 09:17:55
Pali, Rajasthan:सोजत नगर पालिका को लगे जुर्माने से जुड़ा मामला, सेवा पखवाड़ा शिविर में प्रशासनिक अधिकारीयों में मचा हङकंप, नगर पालिका की संपत्ति कुर्क करने एडीजे सोजत कोर्ट की टीम पहुंची नगरपालिका, 21 मई 2015 को आवारा सांड के हमले से नरेंद्र टांक की हुई थी मौत, पीड़ित परिवार ने नगरपालिका की लापरवाही मानते हुई कलेंम के लिए किया था दावा पेश, जिस पर कोर्ट ने नगरपालिका को दोषी मानते हुए मृतक के आश्रित परिवार को करीब 44 लाख रुपए का मुआवजा देने का दिया था आदेश, कोर्ट के आदेश की अवहेलना व कई बार नगर पालिका को नोटिस तलब करने के बाद भी हुई लापरवाही, जिस पर आज नगरपालिका में सम्पत्ति कुर्क व जब्त करने के लिए न्यायिक टीम पहुंची नगरपालिका, न्यायिक टीम व नगर पालिका टीम में वार्ता जारी ।
0
comment0
Report
AGAdarsh Gautam
Dec 18, 2025 09:17:42
Sidhi, Madhya Pradesh:सीधी जिले में ललितपुर–सिंगरौली रेल लाइन निर्माण कार्य के दौरान मुरूम की रॉयल्टी को लेकर उठे विवाद पर अब कलेक्टर ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। कलेक्टर ने विगत दिनों लगाए गए करोड़ों रुपये के राजस्व नुकसान के आरोपों को खारिज करते हुए साफ कहा है कि जब तक संबंधित कंपनियों को एनओसी जारी नहीं होगी, तब तक उन्हें किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी रेलवे संविदाकारों को नोटिस जारी की जा चुकी है और स्पष्ट निर्देश हैं कि रॉयल्टी जमा किए बिना भुगतान नहीं होगा। सीधी जिले में मुरूम खनन को लेकर विवाद लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव रामचरण सोनी द्वारा प्रशासन पर जिले के राजस्व को करोड़ों रुपये के नुकसान का आरोप लगाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई थी। वहीं अब जिले के मुखिया कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने पूरे मामले पर स्थिति स्पष्ट की है। कलेक्टर ने कहा कि ललितपुर–सिंगरौली रेल लाइन का कार्य रेलवे विभाग द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से किया जा रहा है। मुरूम खनन में रॉयल्टी चोरी के आरोप तथ्यहीन हैं। जहां भी अनियमितता की शिकायत सामने आई है, वहां संबंधित विभाग को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। रेलवे विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि जब तक संबंधित ठेकेदार रॉयल्टी का भुगतान नहीं करता, तब तक उसे किसी भी प्रकार का भुगतान न किया जाए। प्रशासन ने साफ किया है कि रॉयल्टी की पूरी राशि जमा कराई जाएगी और जिले के राजस्व के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होगा。
0
comment0
Report
VPVEDENDRA PRATAP SHARMA
Dec 18, 2025 09:17:25
Azamgarh, Uttar Pradesh:पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कुहासा बना काल, वैन-ट्रक से टकराई 3 की मौत 4 घायल। मुबारकपुर थाना क्षेत्र के बम्हौर के पास आज एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गई। चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गये, उन्हें अस्पताल के लिए भेजा गया। वैन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। मेरठ के सरधना थाना क्षेत्र के अलीपुर ग्राम के निवासी वैन वाराणसी जा रही थीं। एक्सप्रेसवे स्टोन 254 पर ट्रक से टकराने के कारण दुर्घटना हुई। दुर्घटना में तीन व्यक्ति मौके पर मौत हो गए, उनमें विशेषधर पुत्र ओमवीर व एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। घायल डोली, अंशिका, कार्तिक व सत्या को मंडलीय/ जिला चिकित्सालय में पहुँचाया गया। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए। परिजनों में कोहराम मचा है। सीओ सदर ने बताया कि परिवार मेरठ से वाराणसी जा रहा था; कुहासा की वजह से वैन-ट्रक की टक्कर हुई। अन्य चार घायल मंडलीय चिकित्सालय आजमगढ़ में उपचाररत हैं।
0
comment0
Report
GSGAURAV SRIVASTAVA
Dec 18, 2025 09:17:12
Auraiya, Uttar Pradesh:खोदा पहाड़,निकली चुहिया: 3 साल और 5 जांचों का नतीजा—सिर्फ 1 रुपये का घोटाला! यह कोई सामान्य प्रशासनिक रिपोर्ट नहीं है, बल्कि सरकारी बाबूशाही के इतिहास का एक कल्पित नाटक है! उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के बिधूना तहसील स्थित खानजहांपुर चिरकुआ ग्राम पंचायत का यह मामला अब एक लोककथा बन गया है, जहाँ "लाखों के आरोप बनाम एक रुपये का न्याय की कहानी लिखी गई है। 1. हाई-वोल्टेज शुरुआत: 'मेगा स्कैम' का आरोप साल 2022, दिसंबर: कहानी शुरू होती है ग्राम पंचायत सदस्य कुलदीप शर्मा की शिकायत से। उन्होंने आरोप लगाया कि हैंडपंप, स्ट्रीट लाइट, सड़क और स्कूल कायाकल्प जैसे विकास कार्यों के नाम पर ग्राम पंचायत में 25 से 30 लाख रुपये का 'मेगा स्कैम' हुआ है। यह सिर्फ एक शिकायत नहीं थी, यह उस ग्राम पंचायत के लिए वित्तीय सुनामी की चेतावनी थी। 2. 'जांच-जांच' का अंतहीन सिलसिला इसके बाद शुरू होता है तीन साल लंबा, थका देने वाला प्रशासनिक मैराथन。 एक, दो नहीं... पूरे पाँच बार जांच अधिकारी बदले गए। हर नई जांच एक नई उम्मीद लेकर आती थी: चौथी जांच (सितंबर 2024): इस चरण पर प्रशासन ने सख्ती दिखाई। अनियमितता की पुष्टि हुई और आनन-फानन में ग्राम प्रधान शकुंतला देवी के अधिकार तक सीज कर दिए गए! ऐसा लगा मानो लाखों का घोटाला सच में सामने आ गया है。 3. एक रुपये का महा-गबन साल 2025, 4 जून: ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता को सौंपी गई पाँचवीं और अंतिम जांच की रिपोर्ट आती है। इस रिपोर्ट ने सिर्फ मामले को नया मोड़ नहीं दिया, बल्कि पूरे प्रशासनिक सिस्टम पर एक बड़ा सवालिया निशान लगा दिया। निष्कर्ष: तीन साल की मशक्कत, पाँच अधिकारियों की भागदौड़ और लाखों के आरोपों के बाद, जांच में पता चला कि गड़बड़ी केवल हैंडपंप मरम्मत के भुगतान में हुई है। भुगतान होना था ₹59,500 का, लेकिन हो गया ₹59,501 का。 परिणाम: यानी, ₹1 (सिर्फ एक रुपया!) का गबन! 4. प्रशासनिक पंचलाइन और पर्दा गिरा जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी के सामने जब यह हास्यास्पद रिपोर्ट आई, तो उन्होंने इसे "मानवीय भूल" घोषित कर दिया。 सजा क्या मिली? ग्राम प्रधान और सचिव को एक चेतावनी。 पुरस्कार क्या मिला? पहले सीज किए गए ग्राम प्रधान के अधिकार तत्काल बहाल कर दिए गए。 निष्कर्ष: यह घोटाला किसका है? यह मामला अब ग्राम पंचायत से लेकर प्रशासनिक गलियारों तक में मजाक का विषय है। ग्रामीणों के बीच चर्चा है: क्या सच में लाखों का घोटाला ₹1 में बदल गया? या यह प्रशासनिक अक्षमता का गबन है, जहाँ 3 साल और 5 अधिकारियों की ऊर्जा, समय और सरकारी संसाधन ₹1 के पीछे बर्बाद कर दिए गए? यह सिर्फ एक रुपये के गबन की कहानी नहीं है, यह भारतीय बाबूशाही की विडंबना की एक जीवंत मिसाल है! बाइट:संत कुमार मुख्य विकास अधिकारी औरैया बाइट:कुलदीप शर्मा शिकायतकर्ता
0
comment0
Report
Advertisement
Back to top