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भोपाल के ईंटखेड़ी में भीषण सड़क हादसा, थार की टक्कर से दो बाइक सवारों की मौत

Oct 21, 2025 03:03:10
Bhopal, Madhya Pradesh

भोपाल के ईंटखेड़ी थाना क्षेत्र में रविवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। तेज रफ्तार थार गाड़ी ने बाइक सवार दो युवकों को टक्कर मार दी, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, थार की स्पीड काफी ज्यादा थी और चालक ने नियंत्रण खो दिया। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और थार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हादसे की जांच जारी है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। स्थानीय लोग हादसे के बाद सड़क सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।

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MPManish Purohit
Oct 21, 2025 05:06:59
Mandsaur, Madhya Pradesh:मध्य प्रदेश के मंदसौर के शामगढ़ में बीती रात एक मकान के बाड़े में भीषण आग लग गई,, हालांकि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया और कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन इस आगजनी में मकान के बाड़े में रखा सामान जलकर खाक हो गया अनुमान लगाया जाता रहा है की पटाखे से यह आग लगी शामगढ़ नगर के डोनी पोलो उद्योग के पास बसी बस्ती गुर्जर मोहल्ले में देर रात फटाकों के कारण 11:30 बजे करीब अचानक बाडे में रखें सामान में आग लग गई अचानक आग लगने पर मोहल्ले में अफरा-तफरी का माहौल बन गया जैसे ही मोहल्ले के लोगों को इस बात की पता चली सभी ने आग पर काबू पाने की काफी कोशिश की साथ ही फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया काफी मशक्कत के बाद आग बुझ गई समय रहते आग पर काबू पा लिया गया कोई जनहानी नहीं हुई है
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DRDivya Rani
Oct 21, 2025 05:06:42
Panchkula, Haryana:पंचकुला में पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की हत्या और आपराधिक षड्यंत्र रचने के मामले में FIR दर्ज की गई है। पत्नी, मां और बहन समेत पुत्रवधु के खिलाफ भी षड्यंत्र में शामिल होने का आरोप है। पड़ोसी शोमशुद्दीन के आरोप के आधार पर पंचकुला मनसा देवी थाने में 103 (1) और 61 BNS के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोप हैं कि अकील की पत्नी और पिता के बीच अवैध संबंध थे, जिससे मौत का संबंध जुड़ता है। 16 अक्टूबर की देर रात पंचकुला में उनकी मौत हो गई; परिवार ने दवाइयों की ओवरडोज बताई। 27 अगस्त का एक वीडियो सामने आया है जिसमें अकील कह रहा है कि परिवार के लोग उसकी हत्या के लिए साजिश कर रहे हैं।
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SLSanjay Lohani
Oct 21, 2025 05:06:05
Satna, Madhya Pradesh:सतना। कोलगवां थाना इलाके के बाबूपुर चौकी अंतर्गत सरबहना गांव में बीती रात एक ही परिवार के 3 घरों में चोरी की वारदात हुई। अज्ञात बदमाश आंगन के रास्ते घर में दाखिल हुए और एक एक कर कमरों के ताले तोड़ नगदी, गहने, बर्तन और कपड़े चोरी कर ले गए। घटना के समय घर के लोग दूसरे कमरों में सो रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवाकांत द्विवेदी और उनके भाई रमाकांत तथा विष्णुकांत द्विवेदी के घर अगल बगल बने है। सभी के घर आंगन के रास्ते से जुड़े हुए है। बदमाश इसी रास्ते घरों में घुसे और कमरों के ताले चटका कर लगभग 40 हजार रुपए नगद, एक लाख कीमत के सोने चांदी के गहने एवं बर्तन चुरा ले गए। घर के सदस्यों को घटना की जानकारी सुबह हुई। आसपास देखने पर खेत में पेटियां एवं कपड़े बिखरे दिखे। शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि उनके भाई रमाकांत सतना में रहते है। बीच बीच में गांव आते रहते है। जबकि विष्णुकांत और उनका परिवार घर पर ही था। उधर, सूचना मिलने पर बाबूपुर चौकी पुलिस मौके पर पहुंच जांच कर रही है।
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OTOP TIWARI
Oct 21, 2025 05:05:33
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SLSanjay Lohani
Oct 21, 2025 05:05:01
Satna, Madhya Pradesh:सतना। जिले के मझगवां वन रेंज की सरभंगा सर्किल में सोमवार की सुबह एक बार फिर टाइगर का मूवमेंट सड़क पर दिखाई दिया। अमुवा और धारकुंडी थाने के बीच गस्त कर रहे डॉयल 112 का स्टॉफ सड़क पर टाइगर देख कर रोमांचित हो गया। उन्होंने इस पूरे पल को मोबाइल पर रिकॉर्ड कर वीडियो वायरल कर दिया। डॉयल 112 वाहन के सामने अचानक दिखा टाइगर सड़क पार कर जंगल की तरफ निकल गया। सरभंगा के जंगल इन दिनों वन्य प्राणियों की लगातार मौजूदगी को लेकर चर्चा में हैं। यहां बाघ, तेंदुआ और हिरण जैसे वन्य प्राणी अक्सर देखे जा रहे हैं। राहगीर अब इस रूट पर चलते समय अलर्ट मोड में रहते हैं। वन विभाग भी इन गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए सतर्कता और निगरानी बढ़ा रहा है।
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JSJagmeet Singh
Oct 21, 2025 05:04:36
Fatehgarh Sahib, Punjab:ਫਤਿਹਗੜ੍ਹ ਸਾਹਿਬ ਵਿਖੇ ਡਿਊਟੀ ਦੌਰਾਨ ਸ਼ਹੀਦ ਹੋਏ ਪੰਜਾਬ ਪੁਲਿਸ ਦੇ ਜਵਾਨਾਂ ਨੂੰ ਜ਼ਿਲਾ ਫਤਿਹਗੜ੍ਹ ਸਾਹਿਬ ਦੀ ਪੁਲਿਸ ਤੇ ਸਿਵਲ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨ ਵਲੋਂ ਸ਼ਰਧਾਂਜਲੀ ਭੇਂਟ ਕਰਨ ਦੇ ਲਈ ਸਮਾਗਮ ਕਰਵਾਇਆ ਗਿਆ। ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਐਸਐਸਪੀ, ਸ਼ੈਸ਼ਨ ਜੱਜ ਤੇ ਸ਼ਹੀਦਾਂ ਦੇ ਪਰਿਵਾਰਕ ਮੈਂਬਰ ਮੌਜੂਦ ਸਨ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਐਸਐਸਪੀ ਸ਼ੁਭਮ ਅਗਰਵਾਲ ਨੇ ਡਿਊਟੀ ਦੌਰਾਨ ਸ਼ਹੀਦ ਹੋਏ ਪੁਲਿਸ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਤੇ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਸ਼ਰਧਾਂਜਲੀ ਦੇਣ ਲਈ ਪੁਲਿਸ ਲਾਈਨ, ਮਹਦੀਆਂ ਵਿਖੇ ਕਰਵਾਏ ਗਏ ਪੁਲੀਸ ਸ਼ਹੀਦੀ ਦਿਵਸ ਸਮਾਗਮ ਨੂੰ ਸੰਬੋਧਨ ਕਰਦਿਆਂ ਕੀਤਾ। ਐਸਐਸਪੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸੂਬੇ ਵਿੱਚ ਅਮਨ ਕਾਨੂੰਨ ਦੀ ਸਥਿਤੀ ਕਾਇਮ ਰੱਖਣ ਲਈ ਪੁਲੀਸ ਜਵਾਨਾਂ ਨੇ ਜੋ ਕੁਰਬਾਨੀਆਂ ਦਿੱਤੀਆਂ, ਉਹ ਆਪਣੇ ਆਪ ਵਿੱਚ ਬੇਮਿਸਾਲ ਹਨ ਅਤੇ ਸਮੁੱਚੇ ਦੇਸ਼ ਵਾਸੀ ਇਨ੍ਹਾਂ ਸ਼ਹਾਦਤਾਂ ਨੂੰ ਹਮੇਸ਼ਾਂ ਯਾਦ ਰੱਖਣਗੇ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਸ਼ਹੀਦ ਪੁਲਿਸ ਜਵਾਨਾਂ ਦੇ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਨੂੰ ਭਰੋਸਾ ਦਿੱਤਾ ਕਿ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਮੋਢੇ ਨਾਲ ਮੋਢਾ ਜੋੜ ਕੇ ਖੜ੍ਹਾ ਹੈ ਅਤੇ ਉਹ ਆਪਣੀਆਂ ਦੁੱਖ ਤਕਲੀਫਾਂ ਬਾਰੇ ਕਿਸੇ ਵੀ ਸਮੇਂ ਆ ਕੇ ਦੱਸ ਸਕਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਮੱਸਿਆ ਦਾ ਫੌਰੀ ਹੱਲ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਇਸ ਮੌਕੇ ਸ਼ਹੀਦ ਜਵਾਨਾਂ ਦੇ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਦੀਆਂ ਮੁਸ਼ਕਲਾਂ ਵੀ ਸੁਣੀਆਂ。 ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪੁਲੀਸ ਮੁਖੀ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਦੇਸ਼ ਦੀ ਏਕਤਾ ਤੇ ਅਖੰਡਤਾ ਕਾਇਮ ਰੱਖਣ ਲਈ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਦੇ ਪੁਲਿਸ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਨੇ ਵੀ ਆਪਣੀਆਂ ਸ਼ਹਾਦਤਾਂ ਦਿੱਤੀਆਂ ਸਨ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਪੁਲਿਸ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਤੇ ਜਵਾਨਾਂ ਨੂੰ ਸੱਦਾ ਦਿੱਤਾ ਕਿ ਉਹ ਸ਼ਹੀਦਾਂ ਤੋਂ ਸੇਧ ਲੈ ਕੇ ਲੋਕ ਸੇਵਾ ਪ੍ਰਤੀ ਹੋਰ ਵੀ ਵੱਧ ਸਮਰਪਿਤ ਹੋ ਕੇ ਆਪਣੀ ਡਿਊਟੀ ਨਿਭਾਉਣ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੁਲਿਸ ਅੰਦਰੂਨੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਪ੍ਰਤੀ ਆਪਣੇ ਫ਼ਰਜ਼ਾਂ ਨੂੰ ਤਨਦੇਹੀ ਨਾਲ ਨਿਭਾਉਂਦੀ ਰਹੇਗੀ ਤੇ ਪੰਜਾਬ ਪੁਲਿਸ ਹਰ ਮੁਸ਼ਕਿਲ ਦੀ ਘੜੀ ਵਿਚ ਸ਼ਹੀਦ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਨਾਲ ਖੜ੍ਹੀ ਹੈ。 ਇਸ ਮੌਕੇ ਸ਼ਹੀਦ ਜਵਾਨਾਂ ਨੂੰ ਸ਼ਰਧਾਂਜਲੀ ਦੇਣ ਲਈ ਪੁਲੀਸ ਦੀ ਟੁਕੜੀ ਨੇ ਡੀ.ਐੱਸਪੀ. ਖੁਸ਼ਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਦੀ ਅਗਵਾਈ ਵਿੱਚ ਸਲਾਮੀ ਦਿੱਤੀ ਅਤੇ ਦੋ ਮਿੰਟ ਦਾ ਮੌਨ ਵੀ ਰੱਖਿਆ ਗਿਆ。
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ACAshish Chauhan
Oct 21, 2025 05:03:53
Jaipur, Rajasthan:सहकार सदस्यता अभियान में 9 लाख से अधिक सदस्य बन गए हैं। अभियान के अंतर्गत अब तक लगभग 8,500 पैक्स के स्तर पर शिविरों का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है। पैक्सविहीन ग्राम पंचायतों में नवीन पैक्स गठन की कार्यवाही के तहत 1,688 ग्राम पंचायतों में सर्वे की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है। इनमें से 1,288 पैक्स के लिए जिला स्तरीय कमेटी की बैठक हुई। 1208 पैक्स के गठन के लिए प्रस्ताव विभाग को प्राप्त हो चुके हैं। सहकारिता मंत्री ने बताया कि अभियान के अंतर्गत भूमिहीन या अपर्याप्त भूमि वाली 1,340 सहकारी समितियों में गोदाम निर्माण हेतु भूमि चिन्हित की गई है, 1,213 सहकारी समितियों द्वारा भूमि आवंटन के लिए आवेदन किया गया है। इस दौरान पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लंबित आवेदनों में से 38,437 कृषकों की आधार सीडिंग व 27,209 कृषकों की ई-केवाईसी का कार्य पूर्ण किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान अब तक 10.78 लाख से अधिक लोगों को प्रस्तावित नवीन सहकारी कानून के प्रमुख प्रावधानों की जानकारी दी जा चुकी है। सहकारिता मंत्री का कहना है कि इस अभियान में 10 लाख से अधिक सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। कल इस अभियान का आखिरी दिन है। सहकार सदस्यता अभियान राज्य में सहकारिता का नेटवर्क मजबूत करने और सहकारी आंदोलन को नई ऊंचाइयां देने की दिशा में अहम कड़ी साबित हो रहा है। बड़ी संख्या में नवीन पैक्स के गठन तथा युवाओं एवं महिलाओं के सहकारी समितियों से जुड़ने से राज्य में जमीनी स्तर पर सहकारिता का नेटवर्क और अधिक मजबूत हो रहा है, जिससे अधिक लोगों तक सुचारू रूप से जनकल्याणकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित होगी। साथ ही, भूमिहीन समितियों को भूमि आवंटन हो जाने से इन समितियों में गोदाम के निर्माण की राह प्रशस्त होगी, जिससे राज्य की भण्डारण क्षमता में आशातीत वृद्धि होगी।
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DGDeepak Goyal
Oct 21, 2025 05:03:37
Jaipur, Rajasthan:दीपक गोयल, जयपुर दिवाली के अगले ही दिन गुलाबी नगर की सड़कों पर कचरा पर्व का नजारा देखने को मिला। सुबह जैसे ही लोग घरों से बाहर निकले, उन्हें दीपों की जगमगाहट नहीं बल्कि कचरे के ढेर और उड़ती पॉलिथीनों के बीच से गुजरना पडा। नगर निगम प्रशासन दीपावली के अवसर पर सफाई के तमाम दावे धरे के धरे रह गए। नगर निगम प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद शहर की सूरत बदहाल रही। धन की नहीं, कचरे की बरसात मान्यता है कि दीपावली की रात लक्ष्मी धन की वर्षा करती हैं, लेकिन इस बार जयपुर में ऐसा लगा मानो धन नहीं, कचरे की बरसात हुई हो। दिवाली की रात तक जो शहर सजावट और रोशनी से दमक रहा था, अगले ही दिन वही सुंदरता कचरे के अंबार में दब गई। चारदीवारी से लेकर बाहरी इलाकों तक दुकानों और घरों से निकला प्लास्टिक, फूल, पत्तियाँ और पटाखों का मलबा सड़कों पर बिखरा पड़ा रहा। जौहरी बाजार, चौड़ा रास्ता, एमआई रोड, चांदपोल, बड़ी-छोटी चौपड़, सांगानेरी गेट और सी-स्कीम जैसे मुख्य बाजारों से लेकर गलियों तक हर ओर कचरे का साम्राज्य नजर आया। दावे और हकीकत के बीच बड़ा फर्क नगर निगम ने दिवाली से पहले दावा किया था कि शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए संसाधन बढ़ाए गए हैं और अलग-अलग जोन बनाकर सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही रही...कई इलाकों में न सफाईकर्मी समय पहुंचे, न हूपर्स ने चक्कर लगाए। मुख्य सड़कों पर सीमित सफाईकर्मी नजर आए, जबकि अंदरूनी गलियों में पटाखों और कचरे के ढेर जस के तस पड़े रहे अब शहरवासी पूछ रहे सवाल नगर निगम प्रशासन का दीपावली पर दावा था? या दिखावा? अगर अतिरिक्त यूनिटें लगाई गई थीं तो फिर कचरा क्यों नहीं उठा? सफाई जोन बांटने के बाद भी बाजारों में गंदगी क्यों फैली? क्या निगम का स्वच्छता तंत्र सिर्फ दिखावे के लिए सक्रिय हुआ था? दिवाली की अगली सुबह जयपुर का नजारा साफ था? रोशनी के त्यौहार की चमक पर कचरे की परत चढ़ चुकी थी। व्यापारी भी भूले अपनी जिम्मेदारी दीपावली की रोशनी और खरीददारी देखने आने वाले पर्यटकों को जयपुर की ऐसी तस्वीर देखना पड़ा, जिसने शहर की छवि पर दाग लगा दिया। व्यापारियों की लापरवाही भी किसी से छिपी नहीं रही। दुकानों से निकला कचरा सड़क पर फेंका गया, जबकि कई इलाकों में रातभर की आतिशबाजी के बाद सड़कों पर पटाखों और प्लास्टिक का ढेर लग गया। नतीजा यह हुआ कि सुबह तक बाजारों की हालत किसी कचरा स्थल जैसी बन गई। जरूरत है ठोस कार्रवाई की दीपावली की रौनक भले ही शहर को चमका गई हो, लेकिन अगले दिन सड़कों पर बिखरे कचरे ने इस चमक को फीका कर दिया। निगम प्रशासन के दावों और हकीकत में फर्क साफ नजर आया। जहां दीपावली पर सफाई व्यवस्था के लिए अतिरिक्त संसाधन लगाने का दावा किया गया था, वहीं जमीनी हालातों ने इन दावों की पोल खोल दी। कचरे से अटी सड़कें और उड़ती पॉलिथीन ने शहर की सुंदरता पर दाग लगा दिया। अब जरूरत है कि निगम प्रशासन त्योहारी बाद की सफाई व्यवस्था पर गंभीरता से काम करे ताकि आने वाले दिनों में "रोशनी का त्योहार" कचरे के अंधकार में न बदल जाए।
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ACAshish Chauhan
Oct 21, 2025 05:03:24
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DGDeepak Goyal
Oct 21, 2025 05:03:09
Jaipur, Rajasthan:एंकर- दिवाली के अगले ही दिन गुलाबी नगर की सड़कों पर ‘कचरा पर्व’ का नजारा देखने को मिला। सुबह जैसे ही लोग घरों से बाहर निकले, उन्हें दीपों की जगमगाहट नहीं बल्कि कचरे के ढेर और उड़ती पॉलिथीनों के बीच से गुजरना पडा। नगर निगम प्रशासन दीपावली के अवसर पर सफाई के तमाम दावे धरे के धरे रह गए। नगर निगम प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद शहर की सूरत बदहाल रही। वीओ-1- मान्यता है कि दीपावली की रात लक्ष्मी धन की वर्षा करती हैं, लेकिन इस बार ऐसा लगा जैसे जयपुर में धन नहीं, कचरे की बरसात हुई हो। दीपावली की तैयारियों में जहां हर घर सजावट और रोशनी से चमक रहा था, वहीं अगले ही दिन वही सजावट पर कचरे ने दाग लगा दिया...चारदीवारी से लेकर बाहरी इलाकों में दुकानों से निकला कचरा, प्लास्टिक, फूल, पत्तियों और पटाखों का कचरा सडकों पर बिखरा हुआ नजर आया। जौहरी बाजार, चौड़ा रास्ता, एमआई रोड, चांदपोल, बड़ी-छोटी चौपड़, सांगानेरी गेट और सी-स्कीम तक के मुख्य बाजारों से लेकर गलियों तक, हर ओर कचरे का साम्राज्य नजर आया। नगर निगम ने दावा किया था कि दीपावली पर संसाधन बढ़ाकर शहर को अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया है ताकि सफाई सुचारू हो सके। पर नतीजा उल्टा निकला न सफाईकर्मी समय पर पहुंचे, न हूपर्स ने चक्कर लगाए। भीतर की गलियों में तो हाल और भी खराब रहा। जहां सफाईकर्मी मुख्य सड़कों पर सीमित रहे, वहीं अंदरूनी इलाकों में पटाखों और कचरे के अंबार ज्यों के त्यों पड़े रहे। अब शहरवासी सवाल पूछ रहे हैं निगम प्रशासन का दावा था या दिखावा? अगर अतिरिक्त यूनिटें लगाई गई थीं तो फिर कचरा क्यों नहीं उठा? सफाई जोन बांटने के बाद भी बाजारों में गंदगी क्यों फैली? क्या निगम का स्वच्छता तंत्र सिर्फ दिखावे के लिए सक्रिय हुआ था? दिवाली की अगली सुबह जयपुर का नजारा साफ था रोशनी के त्यौहार की चमक पर कचरे की परत चढ़ चुकी थी। वीओ-2- शहरवासियों ने कहा की दीपावली की रोशनी देखने लोग आते हैं, खरीददारी करने पर्यटक आते हैं, लेकिन दीपावली के दूसरे दिन जो नजारा देखने को मिला उसने जयपुर की छवि पर दाग लगा दिया। वहीं व्यापारियों की लापरवाही भी किसी से छिपी नहीं रही। दुकानों से निकला कचरा सड़कों पर फेंका गया...रातभर की खरीदारी और आतिशबाजी के बाद बाजारों में ऐसा लग रहा था मानो निगम की सफाई नहीं, कचरे की बरसात हुई हो। नगर निगम प्रशासन ने दावा किया था कि दीपावली पर संसाधनों और सफाई टीमों की संख्या बढ़ाई गई है तथा शहर को अलग-अलग जोनों में बांटकर निगरानी रखी जाएगी। लेकिन जमीनी हकीकत ने सारे दावे उजागर कर दिए। बाइट-शहरवासी बाइट-शहरवासी बहरहाल, शहर में दीपावली की रौनक तो थी, लेकिन अगले ही दिन सड़कों पर बिखरे कचरे ने इस चमक-दमक को फीका कर दिया। निगम प्रशासन के दावों और हकीकत में फर्क साफ नजर आया। जहां दीपावली पर सफाई व्यवस्था के लिए अतिरिक्त संसाधन लगाने का दावा किया गया था, वहीं जमीनी हालातों ने इन दावों की पोल खोल दी। कचरे से अटी सड़कें और उड़ती पॉलिथीन ने शहर की सुंदरता पर दाग लगा दिया। अब जरूरत है कि निगम प्रशासन त्योहारी बाद की सफाई व्यवस्था पर गंभीरता से काम करे ताकि आने वाले दिनों में "रोशनी का त्योहार" कचरे के अंधकार में न बदल जाए।
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