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MP में सीमांकन के दौरान राजस्व टीम पर ग्रामीणों का हमला

Jul 27, 2024 13:11:40
Mehgaon, Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश के लहार तहसील के केशवगढ़ गांव में एक खेत का सीमांकन करने गई राजस्व टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। विरोधी पक्ष ने लाठी, डंडे और पत्थरों से हमला किया, जिसमें हल्का पटवारी राजकुमार सिंह तोमर सहित कई लोग घायल हो गए। पटवारी ने समझाने की कोशिश की कि केवल सर्वे नंबर की नपाई हो रही है, लेकिन विरोध बढ़ता गया। आवेदक पक्ष के चोटे सिंह और मुकेश सिंह को भी चोटें आईं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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NSNeeraj Sharma
Dec 11, 2025 09:50:58
Delhi, Delhi:दिल्ली का मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन के पास G20 के समय pwd ने और दिल्ली सरकार ने लाखों रुपया खर्च कर दिल्ली को साफ सुथरा बनाने की मुहिम शुरू की थी और दिल्ली के अंदर कई जगहों पर पटरी को खत्म कर एक अलग से रास्ता बनाया गया था जहां रात को घूमने के लिए लाइट लगाई गई थी सुबह शाम मॉर्निंग वॉक के लिए बढ़िया रास्ता तैयार किया गया था जिसमें आने जाने वालों के लिए वॉशरूम की सुविधा भी उपलब्धि मगर अब यहां के हालात बच्चे पत्थर हो चुके हैं सुबह शाम घूमने आने वाले लोगों को डर का सामना करना पड़ता है कारण है pwd की व्यवस्था pwd सफाई के नाम पर यहां पर जीरो है चारों तरफ गंदगी फैली हुई है पीडब्ल्यूडी का नाला खुला पड़ा है जो हादसे को दावत देता है यहां पर अब रात को शराबियों का अड्डा बन चुका है जहां रात को बैठकर कुछ लोग शराब पीते हैं जिससे महिलाओं का निकलना भी दुश्वार हो चुका है जनता के अंदर काफी रोज़ देखा जा रहा है और अगर पीडब्ल्यूडी की बात करते हैं तो कोई अधिकारी यहां सुध लेने तक नहीं आता
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SNSWATI NAIK
Dec 11, 2025 09:50:25
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FWFAROOQ WANI
Dec 11, 2025 09:49:56
Chaka, :सुप्रीम कोर्ट ने शब्बीर अहमद शाह की फंडिंग मामले में जमानत याचिका पर सुनवाई 7 जनवरी तक के लिए टाल दी। यह मामला जस्टिस विक्रम नाथ और संदीप मेहता की बेंच के सामने आया, जो शाह की उस याचिका पर सुनवाई कर रही है जिसमें उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट के जमानत न देने के आदेश को चुनौती दी है। शाह को जून 2019 में गिरफ्तार किया गया था और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने उन पर जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी नेटवर्क को मजबूत करने में मुख्य भूमिका निभाने का आरोप लगाया है। NIA ने आरोप लगाया है कि उन्होंने विध्वंसक और आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन देने के लिए हवाला चैनलों और लाइन ऑफ कंट्रोल व्यापार के ज़रिए फंड लिया था। उनका नाम 4 अक्टूबर, 2019 को दायर दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में शामिल किया गया था। परिवार के सूत्रों ने बताया कि NIA के वकील ने सुनवाई जनवरी तक टालने کا अनुरोध किया और कोर्ट को बताया कि सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता दूसरी बेंच के सामने एक अधूरे मामले के कारण उपलब्ध नहीं हैं। शाह की ओर से पेश हुए सीनियर एडवोकेट कॉलिन गोंसाल्वेस ने इस अनुरोध का विरोध किया और कोर्ट से लंबी तारीख देने के बजाय अगले हफ्ते मामले को लिस्ट करने का आग्रह किया। बेंच ने करीब एक महीने की देरी की ज़रूरत पर सवाल उठाया और टिप्पणी की कि याचिका जमानत के लिए थी और काफी समय से लंबित थी। संक्षिप्त दलीलों के बाद, कोर्ट ने मामले की सुनवाई 7 जनवरी के लिए तय की और चेतावनी दी कि आगे कोई और तारीख नहीं दी जाएगी।
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RSRavi sharma
Dec 11, 2025 09:49:22
Jammu, :उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवाद में अपने परिजनों को गवा चुके लोगों को बाटें एसआरओ 43 के तहत नियुक्ति पत्र उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू संभाग के 82 लोगों को बांटे नियुक्ति पत्र इस दौरान बोलते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आज उन लोगों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं जिनके परिजन आतंकवाद में मारे गए! उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि बहुत से लोगों को आजतक जानबूझकर उनके हमसे वंचित रखा गया ताकि वह देश के लिए अपना योगदान न दें सके मगर अब समय बदल गया है और अब जम्मू-कश्मीर में सभी लोगों के साथ इंसाफ होता है ! नियुक्ति पत्र पाने वाले लोगों ने उपराज्यपाल मनोज सिनहां का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होनें आतंकवाद में अपने परिजनों को खोया और आज उपराज्यपाल मनोज सिन्हां ने उन्हैं नियुक्ति पत्र देकर उनके जख्मों पर मरहम लगाया है और इस के लिए वह उपराज्यपाल मनोज सिन्हां का धन्यवाद करते हैं
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AKAshwani Kumar
Dec 11, 2025 09:49:09
Bhagalpur, Bihar:बिहार में मनचले अब सावधान हो जाएं महिलाओं छात्राओ से अगर छेड़खानी की तो बड़ी कार्रवाई होगी क्योंकि बिहार में सम्राट चौधरी के अभया ब्रिगेड का गठन हो गया है। आदेश के बाद ही फौरन यह पहल धरातल पर दिखने लगी। भागलपुर में आज इसकी शुरुआत हो गयी है। शहर के प्रतिष्ठित सुन्दरवती महिला कॉलेज जाने वाले रास्ते में अभया ब्रिगेड की टीम ने छात्राओं को समझाया इस ब्रिगेड के बारे में बताया साथ ही छात्राओ को बताया गया कि कोई अगर फब्तियां कसता है या छेड़खानी करता है तो बगैर डरे खुलकर इसका विरोध करना है प्रशासन उनके साथ ही। सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने अभया ब्रिगेड की टीम द्वारा किये जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया। सिटी एसपी ने कई तरह के दिशा निर्देश भी दिये। वहीं छात्राओं ने भी इसकर जमकर सराहना की छात्राओ ने कहा कि पहले कोई कमेंट करता था तो डरते थे अब नहीं डरेंगे इस रास्ते में कई बार लोगों के कमेंट का सामना करना पड़ता था लेकिन अब यह रुकेगा यह बेहतर कदम है। अभया ब्रिगेड के एक्शन का जायजा लिया संवाददाता ashwini ने…
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NKNished Kumar
Dec 11, 2025 09:48:31
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RKRAJESH KUMAR
Dec 11, 2025 09:47:50
Noida, Uttar Pradesh:तेजस्वी यादव के संदर्भ में. जो उनको भेजा. कल यानी 9 दिसंबर को मेरा जन्मदिन था.संयोग ऐसा है कि नौ दिसंबर मेरी प्यारी नतिनी शाएबा के विवाह का भी दिन है. उसका विवाह कर्नाटक के एक नौजवान के साथ हुई है. दोनों को जर्मनी में एक साथ पढ़ते थे और वहीं उनकी दोस्ती हुई. लड़का किस बिरादरी का है इसकी जानकारी मुझे आज तक नहीं है. क्योंकि लड़का इतना अच्छा और भला है कि इसके आगे कभी नजर ही नहीं गई. वह विवाह जमशेदपुर हुआ था. संयोग है कि जिस दिन मेरी नातिन का विवाह हुआ यानी 9 दिसंबर 2021, उसी दिन तेजस्वी यादव का भी विवाह हुआ था. वह विवाह अंतर्धार्मिक था. लेकिन उस विवाह के विषय में इससे ज़्यादा मुझे कोई जानकारी नहीं थी. फ़ोन पर मैंने तेजस्वी को बधाई दी और उसे बताया कि नातिन के विवाह में हूँ. आज मेरा जन्मदिन भी है. इसलिए तुम्हारे विवाह का दिन मुझे हमेशा याद रहेगा. कल मैंने जब अपने نातिन और दामाद को फोन पर बधाई दी तो मुझे तेजस्वी के विवाह की याद आई. हालाँकि लालू परिवार से मैं थोड़ा अलग थलग चल रहा हूँ. फिर भी मैंने फोन पर उसे बधाई संदेश भेजा. उसने भी इस इमोजी के ज़रिए मुझे जवाब दिया. .यतेजस्वी, लालू यादव के बेटे हैं. उनके वारिस हैं. बल्की राष्ट्रीय जनता दल का कमान अब तेजस्वी के ही हाथ में है. पिछले चुनाव में तो घोषित हो गया था कि महागठबंधन के बहुमत में आने पर तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री होंगे. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. बल्कि उल्टा हुआ. जय और पराजय तो किसी भी क्षेत्र में सहज और सामान्य नियम है. लेकिन सबसे महत्त्वपूर्ण सवाल यह है कि हम अपने जय या पराजय को किस रूप में लेते हैं. अगर विजयी पक्ष विजय के बाद अहंकार का प्रदर्शन करता है. पराजित पक्ष को नीचा दिखाने का प्रयास करता है तो भविष्य में वह अपनी पराजय की गाथा लिख देता है. उसी प्रकार पराजित पक्ष के नेता की भूमिका विजयी पक्ष के नेता के मुक़ाबले ज़्यादा बड़ी हो जाती है. क्योंकि अपने सहयोगियों और समर्थकों के मनोबल को बनाए रखने की जवाबदेही उसको ही निभानी होती है. पराजय के बाद अगर वह मैदान छोड़ देता है तो वह स्वयं ही घोषित कर देता है कि वह भविष्य में मैदान में उतरने की लायकियत उसमें नहीं है. लोकतंत्र में राजनीतिक दल अपनी अपनी विचारधारा के आधार पर अपने पक्ष में जनमत बनाने का प्रयास करते हैं. भले ही उक्त विचारधारा के आधार पर ईमानदारी से आचरण करते हों या नहीं. लेकिन संगठन के बनावट में किन लोगों को कैसी जगह मिलती है. आप किन लोगों को विधान परिषद, विधानसभा, राज्यसभा या लोकसभा में उम्मीदवार बनाते हैं. यह सब सार्वजनिक है. सबके नजर के सामने है. इन्हीं के आधार पर लोग आपकी विचारधारा का आकलन करते हैं. आपकी पार्टी के साथ जुड़ते या अलग हैं. तेजस्वी को देखना चाहिए कि जिन सिद्धांतों की आप घोषणा कर रहे हैं उसकी छवि विधान परिषद, राज्य सभा में दिखाई देती है या नहीं. समाज का कमज़ोर तबका चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान उसको वहां जगह मिल रही है या नहीं. उनको आप उनको यहाँ जगह नहीं दे रहे हैं तो आप उनके समर्थन की अपेक्षा कैसे कर सकते हैं ! तेजस्वी को जब पार्टी का नया नया कमान मिला था उस समय मैंने उसको कहा था कि तुम्हारे पिताजी तुम्हारे लायक़ गुरु नहीं हो सकते हैं. क्योंकि 90 में मंडल अभियान और आडवाणी जी की गिरफ़्तारी के बाद तो "न भूतो न भविष्यति" जैसा जन समर्थन उनको मिला था. राजनीति में एक नायक जैसी छवि उनकी बन गई थी. मैंने स्वयं देश के कई इलाक़ों में उनके साथ गया हूँ और इसको प्रत्यक्ष देखा है. लेकिन कितनी जल्दी सब कुछ बिखर गया ! 90 के हीरो 2010 में 22 सीट पर सिमट गए. विरोधी दल की मान्यता भी नहीं मिली. तुमने तो थोड़ा बेहतर किया है. विपक्ष के मान्यता प्राप्त नेता हो. लेकिन नतीजा के बाद तुम ग़ायब हो गए ! तुम्हें तो अपने सहयोगियों के साथ बैठना था. पार्टी के निचले स्तर तक के साथियों के साथ बैठना था. उनको ढाढ़स देनी थी. ताकि हार के बाद भी उनका मनोबल थोड़ा बहुत क़ायम रहे. लेकिन तुमने तो मैदान ही छोड़ दिया. समता पार्टी के गठन में मेरी मेरी किसी से कम भूमिका नहीं थी. पहले चुनाव में पार्टी महज़ सात सीटों पर ही सिमट गई. लेकिन हमने मैदान नहीं छोड़ा. लेकिन तुम तो दो दिन भी नहीं टिक पाए. अपने सहयोगियों और समर्थकों का मन छोटा कर दिया. वैसे आज कल रजद के राज्य कार्यालय में समीक्षा बैठक चल रही है. मँगनी लाल जी कार्यकर्ताओं के आदमी हैं. कार्यकर्ताओं की बात सुनते हैं. उनकी इज़्ज़त है. कार्यकर्ता जगता भाई की इज़्ज़त नहीं करते थे. उनसे डरते थे. वे नेता नहीं साहब थे. जैसे साहब लोग मंत्री को वही सुनाते हैं जो उनको अच्छा लगता है. संजय और जगता भाई, दोनों ने तुम्हारी आँखों पर पट्टी बाँध दी थी. खूब हरियाली दिखाई. एवज़ में दोनों ने भरपूर हासिल भी कर लिया. तुमको भी वही अच्छा लगता था. सब कुछ लूट जाने के बाद जब सत्य सामने आया तो तुम सामना नहीं कर पाए. मैं तो सलाह दूँगा कि तत्काल वापस लौटो. बिहार में घूमो. नेता की तरह नहीं. बल्कि कार्यकर्ता की तरह. उनसे बराबरी से मिलो. साहब की तरह नहीं. तभी भविष्य बचेगा. याद रखना समय किसी का इंतज़ार नही करता है. तुम्हारा शुभचिंतक-शिवानन्द 10 दिसंबर 25
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STSumit Tharan
Dec 11, 2025 09:47:30
Jhajjar, Haryana:रेलवे अंडरपास की समस्याओं को लेकर सड़कों पर उतरे लोग। वार्ड 5 के पार्षद कर्मवीर शर्मा की अगुवाई में किया प्रदर्शन। मेनटेनेंस के नाम पर कई दिन तक बंद रखा गया अंडरपास खोला गया तो खुली विभाग की पोल। मरम्मत के नाम पर की गई सिर्फ खानापूर्ति। अंडरपास के अंदर जलभराव, पानी लीकेज, लाइट और टूटी हुई शेड की समस्या का नहीं किया गया समाधान। रेलवे अंडरपास की सड़क पर डाली गई मिट्टी से उड़ रही धूल भी बनी लोगों के लिए समस्या। रेलवे अधिकारियों ने लोगों का ज्ञापन लेने से किया इंकार। डीआरएम से मुलाकात करने की कहि बात। नाराज लोगों ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री को करने की दी चेतावनी। एंकर:- Bahadurgarh शहर को लाइनपार क्षेत्र से जोड़ने वाले रेलवे अंडरपास की समस्याओं से परेशान लोग सड़कों पर उतरे और रेलवे विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन देने पहुंचे लेकिन रेलवे विभाग के अधिकारियों ने लोगों का ज्ञापन लेने से साफ मना कर दिया और इसकी शिकायत डीआरएम को करने की बात लोगों से कही। इसके बाद गुस्साए लोगों ने मामले की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करने की बात कही। दरअसल बहादुरगढ शहर के इस अंडरपास को मेनटेनेंस के लिए काफी दिनों तक बंद रखा गया था लेकिन जैसे ही इसे खोला गया तो रेलवे विभाग की कार्यशैली की ही पोल खुल गई। रेलवे विभाग ने अंडरपास की मेंटेनेंस के लिए इसे बंद किया था लेकिन ना तो यहां होने वाले जल भराव की समस्या का समाधान हुआ और ना ही पानी रिसाव बंद हुआ। इसके साथ ही यहां लाइट की व्यवस्था तक नहीं की गई। रेलवे अंडरपास की शेड कई जगह से टूटी हुई है। इसके नीचे गिरने का खतरा भी बना हुआ है। इससे बड़ा हादसा हो सकता है। इतना ही नहीं रेलवे अंडरपास की सड़क पर पड़ी मिट्टी से उड़ने वाली धूल भी लोगों की परेशानी का सबब बनी हुई है। इन तमाम समस्याओं से लोग बेहद परेशान हैं। बहादुरगढ़ शहर के वार्ड 5 के पार्षद कर्मवीर शर्मा की अगुवाई में लाइनपार क्षेत्र के लोग ज्ञापन देने के लिए रेलवे अधिकारियों के पास पहुंचे थे लेकिन अधिकारियों ने उनकी और कोई ध्यान नहीं दिया और ज्ञापन लेने से ही मना कर दिया। इसके बाद गुस्साए लोगों ने अधिकारियों की कार्यशैली की शिकायत पीएम ऑफिस में करने की बात कही है। हम आपको बता दें कि बहादुरगढ़ शहर की करीब आधी आबादी लाइनपार क्षेत्र में निवास करती है। रोजाना इस अंडरपास के जरिए 20 हजार से ज्यादा लोगों का आवागमन होता है। लेकिन मेंटेनेंस करने के नाम पर यहां सिर्फ खानापूर्ति ही की गई है। इसकी उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता है। बाइट:- कर्मवीर शर्मा वार्ड 5 पार्षद और अन्य स्थानीय लोग
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Dec 11, 2025 09:47:15
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