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Bhind477001
पावई वाली माता: 1000 साल पुराना मंदिर, नवरात्र में भारी मेले और चमत्कार
PSPradeep Sharma
Sept 30, 2025 15:32:17
Bhind, Madhya Pradesh
मां भगवती का ऐतिहासिक मंदिर, पावई वाली माता के नाम से प्रसिद्ध है। -मंदिर का एक हजार साल पुराना है इतिहास, इस मंदिर का इतिहास करीब 1000 वर्ष पुराना है, इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में भदावर वंश के राजा ने करवाया था,पावई गांव में बने विशाल परिसर में माता की मूर्ति कुएं में विराजमान है, जिनके दर्शन के लिए चैत्र और शारदेय दोनों ही नवरात्रि के समय भक्तों तांता लगता है, नवमी और दशहरे के दिन यहां पर विशाल मेले का आयोजन किया जाता है, श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस और प्रशासन भी यहां पर विशेष इंतजाम करता है, जिससे भक्तों को किसी प्रकार की समस्या ना हो, नवरात्र के 9 दिन यहां पर हजारों की संख्या में भक्त सिर पर जवारे रखकर और नेजा लेकर दूर दूर से माता रानी के दरबार में चढ़ाने के लिए आते हैं, -क़ैला देवी से है पावई वली माता का नाता, अटेर का पावई गाँव,इसी गांव में विराजी हैं पावई वाली माता, कहा जाता है कि राजस्थान के करौली धाम में स्थित माँ क़ैला देवी और भिंड की पावई वाली माता दोनो बहने हैं, इसी लिए इस जगह को छोटी करौली भी कहते हैं, पावई वाली माता पर क्षेत्र के लोगों को तो श्रद्धा है ही, साथ ही दूर दूर से आने वाले श्रद्धालु भी माँ की महिमा के चलते खिंचे चले आते हैं, जिस तरह करौली में मंदिर के नीचे काली सिंध बहती है ठीक उसी तरह पावई मंदिर के नीचे भी बारह मास झरना चलता है, और पास में ही क्वारी नदी बहती है, कहा जाता है कि माता कैला देवी के दर्शन के बाद अगर पावई वाली माता रानी के दर्शन न किए जाएं तो श्रद्धालुओं की यात्रा भी अधूरी रह जाती है, -जिस भाव में भक्त दर्शन करता है उसी भाव में माता देती हैं दर्शन, पावई वाली माता को लेकर एक और बात भी प्रसिद्ध है कि श्रद्धालुओं को वह अलग-अलग रूपों में नजर आती हैं, माता का स्वरूप बेहद शांत और शीतल है, किसी को शीतला देवी नजर आती हैं, तो कोई उन्हें पद्मादेवी कहता है, गांव के ही कुछ लोग उन्हें मां अन्नपूर्णा का रूप मानते हैं, इस मंदिर में जो भी सच्चे मन से मनोकामना लेकर आता है और अर्जी लगाता है तो माता रानी उसकी मनोकामना जरूर पूरा करती हैं, -भक्त ने काटकर चडाई थी जीभ, मां ने चमत्कार दिखाकर जोड़ा था जीभ को, माता की महिमा के साथ भक्तों का प्रेम भी अपार होता है, भक्त मां की सेवा में अपना जीवन न्योछावर कर देते हैं ऐसा ही किस्सा गांव में रहने वाले श्यामलाल का है, सालों पहले अपनी किसी मनोकामना के लिए श्याम लाल ने माता के सामने अपनी जीभ काटकर चढ़ा दी थी, माता रानी का चमत्कार था कि नवमी के दिन श्यामलाल माता का जयकारा लगाते हुए खड़े हो गए थे उनकी जीभ अपने आप आ गई थी, पावई में विराजी मां भगवती की महिमा के न जाने कितने ही और कितने क्षेत्रों में प्रसिद्ध हैं, और भक्तों मां के आस्था में लीन हैं यही वजह है के प्रति सोमवार मंदिर में भक्तों की भीड़ दर्शन को पहुंचती है, और हर नवरात्र में यहां विशाल मेला लगता है, प्रसादी भंडारों का आयोजन होता है, पूरे नवरात्र यहां का माहौल देखने लायक होता है। -औरंगजेब भी नहीं खंडित कर सका था मां की मूर्ति, मंदिर के पुजारी ने माता की महिमा से जुड़ा एक और किस्सा बताया उनका कहना था कि पूर्वजों द्वारा बताया गया था कि जब देश में मुगल शासक औरंगजेब मंदिरों मठों से हिंदू धर्म की मूर्तियां तोड़ते हुए भिंड के इस मंदिर में आया तो माता रानी खुद अपने मठ से उठकर पास बने कुएं में विराजमान हो गई थी, और वहीं से उन्होंने मुगलों को ललकार ते हुए कहा था कि तुम मुझे खंडित नहीं कर पाओगे काफी कोशिशों के बाद मुगल शासक हार मान कर यहां से चले गए थे, आज भी मंदिर परिसर में मुगलों द्वारा खंडित किए गए प्राचीन मूर्तियों और पाषाण कला के अवशेष मौजूद हैं, माता आज भी उस कुएं में विराजमान हैं, हालांकि उनकी एक प्रतिमा की प्रतिष्ठा कुएं के पास ही कराई गई है, जहां भक्त मां के दर्शन लाभ लेते हैं। -मंदिर में घंटा चढ़ाने पहुंचते थे डकैत, डकैतों का मूवमेंट रोकने स्थापित कराई थी पुलिस चौकी, चंबल क्षेत्र काफी समय तक डकैतों का गढ़ रहा था और सभी जानते हैं कि मां भगवती डकैतों की आराध्य रही हैं, वह माता के बड़े भक्त हुआ करते थे, पावई वाली माता के मंदिर में भी डकैतों का आवागमन रहा करता था, नवरात्रि में डकैत यहां घंटा चढ़ाने आते تھے, लगातार डकैत मूवमेंट को देखते हुए मंदिर परिसर में ही एक पुलिस चौकी का निर्माण कराया गया था जिससे कि उन्हें मंदिर में और इस क्षेत्र में आने से रोका जा सके। कहा जाता है कि जो भी भक्त श्रद्धा भाव से मनो कामना लेकर यहाँ पहुंचता है उसकी मानो कामना अवश्य पूरी होती है।भदावर वंश के भदौरिया लोग पवाई बाली माता को अपनी कुल देवी मानते है,और दर्शन के लिए देश के कोने में कहीं भी हो एक बार अवश्य पहुंचते है। बाइट-1-सपना शर्मा,माता भक्त । बाइट-2-प्राची,श्रद्धालु बाइट-3-सोभा देवी,श्रद्धालु बाइट-4-मोहित पांडेय,श्रद्धालु बाइट-5-वीर सिंह बाइट-6-मायाराम बाल्मीकि,स्थानीय निवासी बाइट-7-कमलेश दास सेंथिया,मंदिर पुजारी
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PSPramod Sharma
Sept 30, 2025 18:45:39
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ASAmit Shrivastav
Sept 30, 2025 18:33:55
Dewas, Madhya Pradesh:देवास ज़िले की हाटपीपल्या विधानसभा अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सिया के हालात बेहद खराब हैं。 गाँव बदहाली के आँसू बहा रहा है। मूलभूत सुविधाओं से वंचित इस गाँव की हालत चिंताजनक है। सड़कें इतनी जर्जर हैं कि गड्ढों में सड़क ढूँढना मुश्किल हो जाता है। विकास की रोशनी अब तक यहाँ तक नहीं पहुँची, और गाँववासी आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। गाँव विकास की राह से कोसों दूर दिखाई देता है। ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत में सड़कें तक नहीं बनीं, जगह-जगह कीचड़ और गड्ढों से लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। स्वच्छता अभियान की भी खुलेआम धज्जियाँ उड़ रही हैं। गाँव के मुख्य मार्ग के किनारे गंदगी का अंबार लगा है, जिससे संक्रमण का खतरा बना हुआ है। गाँव के लोग अब भी आवास योजना और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि राजनीतिक खींचतान और सत्ता संघर्ष की वजह से गाँव का विकास वर्षों से ठप पड़ा हुआ है। स्थिति इतनी गंभीर है कि गाँव का श्मशान घाट तक की बाउंड्री जर्जर और उपेक्षित पड़ा है, जहाँ अंतिम संस्कार में भी ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच से लेकर विधायक नें भी इस दिशा में ध्यान नहीं दिया। गाँव की बदहाली के चलते अब लोग खुलकर पंचायत सवाल उठा रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द गाँव की समस्याओं का समाधान किया जाए और सिया पंचायत को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाए।
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IAImran Ajij
Sept 30, 2025 18:33:29
Bagaha, Bihar:देशभर में दुर्गापूजा की धूम है, चारों ओर पूजा पंडालों में रौनक़ के साथ धूमधाम से शारदीय नवरात्रि का दौर समापन की ओर बढ़ रहा है। एक खूबसूरत तस्वीर नेपाल और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित बगहा से आई है जहाँ एक ही जगह मंदिर और मस्जिद में कौमी एकता की अनूठी मिसाल कायम कर देश और समाज को आपसी भाईचारे का संदेश दिया जा रहा है। NH 727 गोरखपुर-बेतिया मुख्य सड़क किनारे स्थित बगहा के पटखौली मलकौली में इस शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा रामलला के मंदिर में विराज रही हैं जो श्रद्धालुओं और भक्तों के आकर्षण और भक्ति का खास केंद्र बना हुआ है। पड़ोसी देश नेपाल समेत यूपी और बिहार के चम्पारण कई अलग-अलग हिस्सों से लोग इसे देखने आ रहें हैं क्योंकि एक ही पंडाल में रामल्ला के साथ मातारानी का दर्शन विशेष आकर्षण का केंद्र बना है। खास बात यह है कि एक ही जमीन पर दाईं ओर मस्जिद में अजां और इबादत हो रही है तो बाईं ओर मंदिर में दुर्गा पूजा की धूम मची है। बताया जा रहा है कि जगदम्बा आराधक पूजा समिति ने इस वर्ष मां दुर्गा की स्थापना के लिए अयोध्या के राम मंदिर की शक्ल में पूजा पंडाल बनाया है जिसकी खूबसूरती देखते ही बन रही है। आयोजकों और भक्तों के साथ साधु और हाफ़िज़ ने बताया कि माता रानी की दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को गुफा के रास्ते से होकर गुजरना पड़ रहा है जो कि भगवान श्रीराम के अयोध्या मंदिर के तर्ज पर बने आकर्षक मंदिर के भीतर बनाया गया है। यहाँ परंपरा कोई नई शुरुआत नहीं है पिछले कई वर्षों से साथ पूजा और नमाज़ अदा करते बगहा के लोग गंगा यमुनी तहज़ीब का मिसाल कायम रखें हैं। बता दें कि हर वर्ष की भांति इस साल भी बगहा के पटखौली में हिन्दू-मुस्लिम मिलकर पूजा आराधना करवा रहे हैं लेकिन इस पंडाल को रामल्ला की तरह बनाकर खास रूप दिया गया है जो अलौकिक और दर्शनीय है लिहाजा बिना किसी भेद भाव के आपसी भाईचारे के बीच न केवल समाज बल्कि देश दुनिया को मिल्लत का संदेश एक साथ हो रही अजां और शंख की गूंज यह बताने के लिए काफी है कि ईश्वर अल्लाह और भगवान सबका मालिक एक है。
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TBTarsem Bhardwaj
Sept 30, 2025 18:33:15
Ludhiana, Punjab:लुधियाना में चलती गाड़ी में शॉर्टसर्किट की वजह से ऑडी कार में लगी आग पखोवाल रोड पर स्थित फ्लाईओवर पर मंगलवार देर रात एक ऑडी कार को आग लग गई। हादसे में कोई जानी नुकसान तो नहीं हुआ। लेकिन कार पूरी तरह से जल गई। इस हादसे की वजह से करीब 1 घंटे तक ट्रैफिक जाम भी रहा फिर राहगीरों ने दमकल विभाग को जानकारी देकर मौके पर बुलाया। ट्रैफिक कर्मी सुखराज सिंह पुन्नी ने बताया कि उसकी पास के इलाके में ही ड्यूटी थी। पुल के ऊपर आग की लपटे देखकर मौके पर पहुंचे। इस कार मालिक अपनी कार के शीशे बदलवाने के दुगरी इलाके में स्थित सर्विस स्टेशन लेकर आया था। फिर जब वापिस जा रहा था । तभी उसकी कार में शॉटसर्किट की वजह वाहन से आग गई। सिर्फ 10 मिनट के अंदर पूरी कार में आग लग गई। ट्रैफिक कर्मी ने बताया कि मामले में थाना दुगरी की पुलिस को जानकारी दी है。 Byte ट्रैफिक पुलिस अधिकारी
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Dussera 2025
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