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Hazaribagh825301
बारिश से धान फसल बर्बाद, तना छेदक रोग ने किसानों उम्मीदें चकनাচूर कर दी
YMYadvendra Munnu
Oct 09, 2025 05:37:28
Hazaribagh, Jharkhand
हजारीबाग जिले में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश अब किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। जिले के लगभग 70 प्रतिशत किसान धान की खेती पर निर्भर हैं. लेकिन इस बार मौसम ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। लगातार वर्षा के कारण खेतों में पानी भरने से धान की फसल बर्बाद हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र के प्रगतिशील किसान अशोक कुमार मेहता ने बताया कि इस लगातार बारिश से धान की फसल में “तना छेदक रोग” फैल गया है, जो फसल के लिए अत्यंत हानिकारक है। यह रोग लगने के बाद इसका कोई प्रभावी उपचार नहीं होता है। तने के अंदर कीड़े लग जाने से पौधे सूखने लगते हैं। जिससे लगभग 25 से 30 प्रतिशत फसल के नुकसान की आशंका है। किसानों ने सरकार से मांग की है कि प्रभावित क्षेत्रों में फसल क्षति का सर्वे कर मुआवजे की व्यवस्था की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि फसल बीमा योजना का लाभ किसानों तक समय पर नहीं पहुंच पाता। जिससे उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। लगातार बारिश और रोग के प्रकोप ने इस बार किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है。
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SHSAYED HUSSAIN AKHTAR
Oct 09, 2025 08:23:53
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KBKuldeep Babele
Oct 09, 2025 08:23:19
Jabalpur, Vehicle Fac. Jabalpur, Madhya Pradesh:अब अंत्येष्टि का सामान भी मिल रहा नकली!! नकली "राल" से नहीं जल पाई लाश... श्मशान घाट में घण्टो तक हलाकान होते रहे मृतका के परिजन अंत्येष्टि का सामान बेचने वाले दुकानदार ने परिजनों को थमा दी नकली राल असली राल की जगह दुकानदार ने पकड़ा दी रेत और मिट्टी लाश नहीं जल पाने के कारण 3 घण्टों तक परेशान होते रहे परिजन दुकानदार से मिन्नतें करने के बाद भी नहीं मिली असली राल परिजनों ने दूसरी दुकान से राल मंगवा कर महिला का किया अंतिम बेलबाग थाना इलाके के तुलसी मोहल्ला निवासी शगुन सोनकर नाम की महिला की कल बुधवार को हुई थी मौत चिता को सजाकर परिजन अंतिम संस्कार के लिए ले गए थे करियापाथर मुक्तिधाम परिजनों ने गुरंदी बाजार के नेवन्द क्लॉथ स्टोर्स के संचालक जीतू सावलानी की दुकान से खरीदी थी अंत्येष्टि की सामग्री शव को जलाने में इस्तेमाल की जाती है राल अंत्येष्टि का सामान बेचने वाले दुकानदार के खिलाफ परिजनों ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत मृतका के परिजनों की शिकायत पर बेलबाग पुलिस ने शुरू की जांच
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VSVIPIN SHARMA
Oct 09, 2025 08:21:52
Kaithal, Haryana:कैथल में पटवारियों की हड़ताल, सुरक्षा व वेतन को लेकर सचिवालय में धरना सरकार से नाराज़ पटवारी बोले — सुरक्षा के बिना नहीं करेंगे पराली अवशेष जलाने से रोकने का काम ट्रेनी पटवारियों को पूरा वेतन न मिलने पर भड़के पटवारी, सचिवालय में जताया विरोध कैथल के लघु सचिवालय में आज पटवारी संगठन के बैनर तले सभी पटवारी एक दिन की सांकेतिक हड़ताल पर बैठ गए। उन्होंने अपना नियमित काम छोड़कर धरना दिया और सरकार से दो प्रमुख मांगों को पूरा करने की अपील की। पिछले तीन दिनों से पटवारी काली पट्टी बांधकर काम करते हुए अपना विरोध दर्ज करा रहे थे, लेकिन उनका कहना है कि सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। धरना स्थल पर मौजूद पटवारियों ने बताया कि पहली और सबसे अहम समस्या सुरक्षा की है। पराली प्रबंधन के दौरान जब वे किसानों को प्रणाली जलाने से रोकने के लिए खेतों में जाते हैं, तो कुछ मामलों में किसानों द्वारा उन पर हमला किया जाता है। उन्होंने कहा कि जब तक उचित सुरक्षा उपलब्ध नहीं होगी, वे इस कार्य में सहयोग नहीं करेंगे। दूसरी बड़ी समस्या ट्रेनी पटवारियों से जुड़ी है। जनवरी में मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि ट्रेनी अवधि को सेवाकाल में गिना जाएगा और उन्हें पूरा वेतन दिया जाएगा, लेकिन अभी तक उन्हें केवल ₹10,000 का भत्ता मिल रहा है। पटवारियों का कहना है कि इतने कम भत्ते में घर का खर्च चलाना मुश्किल है, खासकर उनके लिए जो अन्य विभागों से नौकरी छोड़कर इस पद पर आए हैं। धरने पर बैठे पटवारियों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार वादा पूरा नहीं करती और ट्रेनी पटवारियों को पूरा वेतन नहीं देती, तो वे आगे भी काम में सहयोग नहीं करेंगे।
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D1Deepak 1
Oct 09, 2025 08:21:26
Delhi, Delhi:दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 36 में आज दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम और मेरठ में एक हत्या के आरोपी के बीच मुठभेड़ हुई, पुलिस और बदमाश की मुठभेड़ के बीच बदमाश के पैर में गोली लगी है, आरोपी बदमाश का नाम हमजा बताया जा रहा है जिसने मेरठ में एक आदिल नाम के शख्स को गोली मार कर उसकी हत्या को अंजाम दिया था, जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ था, हत्या का वीडियो हमजा के साथी जुल्मकर ने बनाया था जिसको उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन हमजा इस मामले में लगातार फरार चल रहा था और उत्तर प्रदेश की पुलिस भी हमजा की तलाश कर रही थी, सूत्रों की माने तो हमजा हत्या के बाद से दिल्ली में छुपा हुआ था और दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार को सूचना मिली कि हमजा रोहिणी सेक्टर 36 के पास आने वाला है इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार की टीम ने वहां पर ट्रैप लगाया और जैसे ही पुलिस को हमजा आता हुआ दिखाई दिया पुलिस ने उसको रोकने की कोशिश की इसके बाद हम जाने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी वही जवाबी कार्यवाही में क्राइम ब्रांच की टीम ने भी फायरिंग की जिसमें हमजा के पेर में गोली लगी इसके बाद पुलिस ने उसे मौके पर ही दबोच लिया, और उसको नजदीक के अस्पताल में ले जाया गया है जहा उसका इलाज जारी है
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JPJitendra Panwar
Oct 09, 2025 08:21:16
Karnaprayag, Uttarakhand:एंकर चमोली जिले में बीते दिनों आयी आपदा से जान माल का काफी नुकसान हो गया था । जिलाधिकारी चमोली सन्दीप तिवारी ने बताया कि जिला प्रशाषन चमोली ने आपदा पीड़ितों को मुआवजा वितरण कर दिया है । जिन लोगो के पास घर और भूमि नही है उनके विस्थापन की प्रक्रिया तेजी से चल रही है । बीओ 1 / चमोली जिले के अंतर्गत इस वर्ष आयी कुदरती आफत ने जमकर तबाही मचाई है । जिससे नंदानगर में 9 तो थराली में 1 युवती की मौत हो गयी थी जबकि 78 वर्षीय एक ब्यक्ति अभी भी लापता है , तो करीब 15 लोग इस वर्ष आयी आपदा में घायल हो गए थे । भले ही इस घटना को यहां के लोग अभी तक नही भूल पा रहे है लेकिन अब धीरे धीरे स्थिति यहां सामान्य होने लगी है । जिला प्रशाषन चमोली के निर्देश पर सड़क , बिजली , पानी को लेकर विभागीय अधिकारीयो ने तेजी से कार्य कर के सभी सुविधाएं बहाल कर दी है । जिलाअधीकारी चमोली सन्दीप तिवारी ने Zee Media को Exclusive معلومات देते हुए बताया कि आपदा से प्रभावित परिवारों को मुआवजा दे दिया गया है । और जिन लोगो के पास घर और भूमि नही है इनके विस्थापन के लिए भूमि का चयन किया जा रहा है । उन्हें भी विस्थापन नीति के तहत ज्योलॉजिकल रिपोर्ट आने के बाद राशि दे दी जाएगी । बाईट / सन्दीप तिवारी डीएम चमोली
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PKPravesh Kumar
Oct 09, 2025 08:21:06
Ayodhya, Uttar Pradesh:अयोध्या में आज उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना पहुंचे, जहां उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के स्वागत में हिस्सा लिया। इस दौरान सुरेश खन्ना ने कई राजनीतिक मुद्दों पर बयान देते हुए अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की आजम खान से मुलाकात केवल वोट बढ़ाने की नौटंकी है। जब आजम खान 23 महीने तक जेल में रहे, तब अखिलेश ने कोई हमदर्दी नहीं दिखाई। अब चुनाव नजदीक आते ही दिखावा किया जा रहा है। सुरेश खन्ना ने कहा कि आजम खान की नाराज़गी पहले से ही साफ दिखती रही है और अखिलेश यादव को डर है कि कहीं आजम खान, शिवपाल यादव के साथ मिलकर कोई नया गठबंधन न बना लें।आजम खान को फंसाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जहाँ जरूरत होगी, कानून अपना काम करेगा। बिहार चुनाव को लेकर उन्होंने दावा किया कि वहां का माहौल एनडीए के पक्ष में है और निश्चित तौर पर बिहार में पूर्ण बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या आगमन को लेकर उन्होंने कहा कि आज जो हम यहां आए हैं, यह उसी का क्रिएशन है。
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DCDILIP CHOUDHARY
Oct 09, 2025 08:20:32
Dudu, Rajasthan:दूदू (जयपुर) स्कूल में बालिकाओं और गाँवों में विधवा महिलाओं के टूटते घर और बिखरते रिश्तों की व्यथा सुनकर मेनका भूपेश का पसीजा मन, उठाया ऐतिहासिक कदम। निःस्वार्थ भाव से पकड़ ली समाज सेवा की डगर। 11 साल से कर रहे हैं निःस्वार्थ सेवा, एक लाख बालिकाओं को बाँटे निशुल्क सेनेटरी पेड। दूदू और फुलेरा विधानसभा सहित जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में जिन गांव और ढाणियों में सरकार नहीं पहुंची वहां मेनका भूपेश ने अरमान संस्था बनाकर पहले बालिकाओं का सर्वे कराया और फिर बालिकाओं के दर्द को खत्म करने में जुट गईं। परिणाम ये हुआ कि पिछले 11 सालों में मेनका भूपेश ने करीब एक लाख बालिकाओं को निशुल्क सेनेटरी पेड वितरण कर समाज में एक मिसाल पेश कर डाली। मेनका भूपेश को इस ऐतिहासिक पहल पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत और राष्ट्रपति सहित इंदिरा गांधी प्रियदर्शिनी पुरस्कार भी प्रदान किया गया है। अरमान संस्था की अध्यक्षा डॉ मेनका अब तक 40 विधवा महिलाओं को नि शुल्क सिलाई मशीन उपलब्ध करवा कर आत्मनिर्भर बनाने का भी रिकॉर्ड क़ायम किया है। कोरोना काल में जहां एक तरफ लोग घरों में क़ैद हो गए थे उसी संकट काल में डॉ मेनका भूपेश ने 10 हज़ार स्कूली बच्चों को शिक्षा सामग्री और खाद्य सामग्री वितरित की गई। राजस्थान सरकार द्वारा सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग द्वारा भी महिलाओं एवं बालिकाओं के क्षेत्र में लगातार ज़मीनी स्तर पर कार्य करने के लिए डॉ अम्बेडकर महिला कल्याण पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। मेनका भूपेश का कहना है कि उन्हें ये प्रेरणा अपने पिता से मिली है। मेनका ने आगे कहा कि उनका जीवन गरीबों की सेवा के लिए ही समर्पित है। और अभी आगे भी सेवा ही करने का संकल्प लिया है।
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SSSHAILENDAR SINGH THAKUR
Oct 09, 2025 08:20:21
Bilaspur, Chhattisgarh:बिलासपुर। हसदेव अरण्य क्षेत्र में कोयला खनन के खिलाफ दायर याचिका पर हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने ग्राम घठबार्रा के निवासियों की दायर याचिका को खारिज करते हुए कहा कि सामुदायिक वन अधिकार का कोई ठोस दावा साबित नहीं हुआ है। सरगुजा के उदयपुर तहसील के घठबार्रा ग्रामसभा की बैठकों में सामुदायिक अधिकारों को लेकर कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ। वर्ष 2008 और 2011 की ग्रामसभा बैठकों में केवल व्यक्तिगत पट्टों और भूमि अधिकारों की चर्चा हुई थी। ऐसे में यह दावा निराधार है कि ग्रामीणों के सामुदायिक वन अधिकारों का उल्लंघन हुआ है। मामले की सुनवाई जस्टिस राकेश मोहन पांडेय की एकलपीठ ने की।दरअसल, हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति और जयनंदन सिंह पोर्ते ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी, जिसमें कहा गया था कि घठबार्रा गांव के लोगों को वन अधिकार कानून 2006 के तहत सामुदायिक अधिकार मिले थे, जिन्हें 2016 में जिला समिति ने रद्द कर दिया। याचिकाकर्ताओं ने 2022 में फेज-2 कोल ब्लाक खनन की मंजूरी को भी चुनौती दी थी, यह कहते हुए कि ग्रामसभा की सहमति लिए बिना यह निर्णय अवैध है।राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता राजकुमार गुप्ता ने कहा कि हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति कोई वैधानिक संस्था नहीं है, इसलिए वह ग्रामसभा या गांववालों की ओर से सामुदायिक अधिकार का दावा नहीं कर सकती। वहीं राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता डाॅ. निर्मल शुक्ला ने तर्क दिया कि कोल ब्लाक का आवंटन संसद द्वारा पारित कोल माइंस (स्पेशल प्रोविजन) एक्ट, 2015 के तहत हुआ है। यह अधिनियम अन्य सभी कानूनों पर प्राथमिकता रखता है, इसलिए वन अधिकार कानून की धाराएं इसमें बाधक नहीं है।हाईकोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार के वर्ष 2012 और 2022 के आदेशों को सही ठहराया, जिनके तहत पारसा ईस्ट एवं केते बासन (पीईकेबी) कोल ब्लाक के फेज-1 और फेज-2 में खनन की मंजूरी दी गई थी। कोर्ट ने कहा कि खनन के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन किया गया है। ग्रामसभा की बैठकों और अभिलेखों में सामुदायिक वन अधिकारों से जुड़ा कोई दावा या प्रमाण नहीं मिला। ऐसे में जिला समिति द्वारा 2016 में सामुदायिक अधिकारों को रद्द करने का आदेश उचित है।मामले में सभी पक्षों को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि सामुदायिक अधिकारों का कोई वैधानिक दावा सिद्ध नहीं हुआ और न ही याचिकाकर्ता ग्रामसभा की ओर से अधिकृत थे। अदालत ने खनन परियोजना को वैध बताते हुए केंद्र व राज्य सरकार के आदेशों को बरकरार रखा है.
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