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अंबेडकर कॉलेज ओथ सेरेमनी में हंगामा, DUSU सचिव ने प्रोफेसर को थप्पड़ मारा
NANasim Ahmad
Oct 17, 2025 07:48:27
Delhi, Delhi
दिल्ली के अंबेडकर कॉलेज में ओथ सेरेमनी के दौरान उस वक्त हंगामा मच गया जब समारोह के बीच एक प्रोफेसर और छात्रों के बीच हाथापाई हो गई। डयूएसयू की संयुक्त सचिव दीपिका झा ने मंच पर ही प्रोफेसर को थप्पड़ जड़ दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके बाद dusu के ABVP पदाधिकारी ने मांगी। जानकार के अनुसार, नए निर्वाचित छात्र प्रतिनिधियों के शपथ ग्रहण समारोह चल रहा था। तभी कॉलेज के प्रोफेसर और कुछ छात्रों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। प्रोफेसर कथित तौर पर नशे में थे और छात्रों के साथ अभद्रता करने लगे। दीपिका झा ने विरोध जताया और बहस तेज हो गई। प्रोफेसर के दीपिका के साथ भी अभद्र व्यवहार को देखकर दीपिका ने मंच पर वे थप्पड़ मार दिए। घटना के तुरंत बाद कॉलेज में अफरा-तफरी मच गई। मौजूद अन्य छात्र नेताओं और शिक्षकों ने बीच-बचाव किया और समारोह रोकना पड़ा। दीपिका झा का आरोप है कि प्रोफेसर नशे में थे और अभद्रता की। मैंने सिर्फ अपनी गरिमा की रक्षा की। वीडियो वायरल होने के बाद मामला दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन के संज्ञान में आ गया है। DUSU पदाधिकारियों ने प्रोफेसर के खिलाफ जांच की मांग की और घटना पर खेद जताते हुए कहा ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। कॉलेज प्रशासन ने कहा कि आंतरिक जाँच शुरू कर दी गई है और प्रोफेसर पर लगाए गए आरोपों की भी पुष्टि की जाएगी। ओथ सेरेमनी का मंच, लोकतांत्रिक जिम्मेदारी और अनुशासन का संदेश देता था, पर अनुशासन तार-तार हो गया। अब देखना होगा कॉलेज प्रशासन क्या कदम उठाता है।
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NKNaveen Kumar Kashyap
Oct 17, 2025 09:54:15
Noida, Uttar Pradesh:इंदौर में किन्नर समाज की सियासत अब खुलेआम जंग में बदल चुकी है। एक सम्मेलन में पैसों के बंटवारे से शुरू हुआ विवाद अब आरोप, गिरफ्तारी, ब्लैकमेलिंग, फिनायल कांड और फरार पत्रकारों की सनसनी में तब्दील हो गया है। यह मामला सिर्फ समाज की अंदरूनी लड़ाई नहीं बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और रसूखदारों की गठजोड़ का उजला उदाहरण बन चुका है। सम्मेलन से शुरू हुई जंग – सीमा गुरु बनाम सपना हाजी इंदौर में हुए एक किन्नर सम्मेलन में जब पैसों के हिस्से पर असहमति हुई, तब सीमा गुरु और सपना हाजी के बीच जमकर विवाद हुआ। दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की झड़ी लगा दी। स्थिति इतनी बिगड़ी कि विजयनगर, राजेंद्र नगर और पंडरीनाथ थानों में शिकायतों का सिलसिला शुरू हो गया। पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने मामले की जांच के लिए डीसीपी को निर्देश दिए। कुछ समय के लिए माहौल शांत हुआ, लेकिन यह सन्नाटा आने वाले विस्फोट का संकेत था। इसी बीच सीमा गुरु के दरबार से एक विस्फोटक वीडियो सामने आया। वीडियो में एक फर्जी पत्रकार किन्नर के साथ हमबिस्तर दिखाई दिया। इस वीडियो ने इंदौर की हवा में आग लगा दी। इस सनसनीखेज वीडियो के आधार पर पुलिस ने फर्जी पत्रकार पंकज जैन और उसके साथी अक्षय के खिलाफ रेप, ब्लैकमेलिंग और धमकी जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया। लेकिन जैसे ही कार्रवाई की बारी आई, दोनों फर्जी पत्रकार रहस्मय तरीके से गायब हो गए। पुलिस जांच पर सवाल, 24 किन्नरों ने एक साथ पी ली फिनायल पुलिस की जांच की सुस्ती और पक्षपात से नाराज होकर 24 किन्नरों ने सामूहिक आत्महत्या की कोशिश की। उन्होंने फिनायल पीकर विरोध जताया। घटना के बाद एमवाय अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई, और जवाहर मार्ग पर जबरदस्त हंगामा हुआ। यहां तक किननरों ने आत्मदाह करने तक का प्रयास कर लिया। इस हादसे ने पुलिस पर सीधा सवाल खड़ा कर दिया — आखिर इतने गंभीर आरोपों के बाद भी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं? और पीड़ित आत्महत्या की कोशिश कर रहे हैं? सपना हाजी गिरफ्तार, लेकिन कथित पत्रकार अब भी फरार हंगामे के बाद पुलिस ने सपना हाजी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन पत्रकार पंकज जैन और अक्षय कुमायू अब भी फरार हैं। पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं, पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई है। सवाल उठ रहा है — क्या फर्जी पत्रकार पत्रकारिता की आड़ में ब्लैकमेलिंग का रैकेट चलाया जा रहा था? महामंडलेश्वर का बड़ा आरोप – “सपना हाजी से धमकियां मिल रही हैं” इस बीच किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी भी मैदान में उतर आईं। उन्होंने खुलकर बयान दिया कि उन्हें सपना हाजी के गुट द्वारा डराया-धमकाया जा रहा है और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की। लक्ष्मी त्रिपाठी का यह बयान आने के बाद मामला और ज्यादा राजनीतिक हो गया है। अब राजनीति भी कूदी मैदान में मामले ने तूल पकड़ा तो बीजेपी सांसद, पांच विधायक और नगर अध्यक्ष पुलिस कमिश्नर से मिलने पहुंचे। उन्होंने न सिर्फ किन्नरों की सुरक्षा की मांग की बल्कि कहा कि सभी किन्नरों का मेडिकल परीक्षण और पहचान पत्र जारी किए जाएं ताकि असली-नकली की पहचान साफ हो सके। भाजपा नगर सुमित मिश्रा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि इस विवाद से इंदौर की छवि धूमिल हुई है इस तरह के विवाद की स्थिति आगे ना बने इसके लिए पुलिस को कड़े कदम उठाना चाहिए। इधर, सीमा गुरु का आरोप है कि इस पूरे रैकेट में सपना हाजी के साथ पंकज जैन, अक्षय और एक वकील भी शामिल हैं, जिन्होंने किन्नरों को धमकाकर पैसे ऐंठे और सामाजिक रूप से बदनाम करने की साजिश रची। पूरा शहर अब पुलिस की अगली कार्रवाई पर नज़रें गड़ाए बैठा है। क्या पुलिस इस पूरे गिरोह का सच उजागर करेगी या एक बार फिर “प्रभावशाली लोगों की छाया” में मामला रफा-दफा कर दिया जाएगा? इंदौर में यह पहला मौका है जब किन्नर समाज की लड़ाई ने राजनीतिक गलियारों से लेकर मीडिया तक को हिला दिया है। अब देखना होगा कि कानून के तराजू में न्याय भारी पड़ता है या फिर रसूख और दबाव एक बार फिर सच्चाई को दफन कर देते हैं।
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RKRupesh Kumar
Oct 17, 2025 09:53:55
Betul, Madhya Pradesh:बैतूल में त्योहारों के मौसम को देखते हुए प्रशासन ने शहर की मिष्ठान दुकानों और उनके निर्माण कारखानों का औचक निरीक्षण शुरू किया है। निरीक्षण के दौरान कई चौंकाने वाले हालात सामने आए हैं। एसडीएम और तहसीलदार बैतूल ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के साथ शहर की प्रमुख मिठाई दुकानों और कारखानों का अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान जहां मिठाइयां तैयार की जा रही थीं, वहां सफाई व्यवस्था बेहद खराब मिली। कई जगहों पर कॉकरोच रेंगते हुए दिखाई दिए, वहीं वर्कर बिना हैंड ग्लव्स और बिना हेड कवर के, जूते-चप्पल पहनकर मिठाई बनाते मिले। बीकानेर मिष्ठान भंडार के कारखाने में सबसे अधिक गंदगी पाई गई, यहाँ जगह-जगह कॉकरोच मारने की चौक रखी मिली। अधिकारियों ने तुरंत सफाई के निर्देश दिए और दुकानदारों को सख्त चेतावनी दी है कि अगर सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने जिन कारखानों में गंदगी मिली, वहां तुरंत सफाई करवाई है और मिठाइयों के सैंपल भी लिए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि त्योहारों के दौरान लोगों के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
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RKRaj Kumar Bhati
Oct 17, 2025 09:53:41
Delhi, Delhi:दिल्ली में मिठाइयों में मिलावट का भंडाफोड़ — क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई दिल्ली में दिवाली से पहले मिलावटी मिठाइयाँ बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। साउदर्न रेंज, क्राइम ब्रांच की टीम ने रघुबीर नगर इलाके में छापा मारकर एक फैक्ट्री से करीब 2600 किलो से ज्यादा मिलावटी मिठाइयाँ और प्रतिबंधित केमिकल बरामद किए हैं। जानकारी के मुताबिक, इंस्पेक्टर विनय कुमार की अगुवाई में बनी टीम को उप-निरीक्षक अनुराग त्यागी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई। टीम में एफएसएसएआई के अधिकारियों के साथ एएसआई राजबीर, नरेंद्र मलिक, बिजेंद्र, हेड कांस्टेबल आज़ाद सिंह और कांस्टेबल प्रतीक शामिल थे। छापेमारी एसीपी गिरीश कौशिक की निगरानी में की गई। फैक्ट्री में मिल्क केक और कलाकंद जैसी मिठाइयाँ सोडियम फॉर्मल्डिहाइड सल्फॉक्सिलेट जैसे खतरनाक रसायन से बनाई जा रही थीं, जो खाने योग्य नहीं है। इस केमिकल के सेवन से कैंसर, एलर्जी, सांस की समस्या और पाचन तंत्र संबंधी बीमारियाँ हो सकती हैं। छापे के दौरान फैक्ट्री मालिक तारा चंद अग्रवाल और उसके 16 कर्मचारी गिरफ्तार किए गए। तारा चंद ने पूछताछ में बताया कि उसका बेटा कई सालों से यह अवैध कारोबार चला रहा था। बेटे की मौत के बाद उसने खुद यह काम संभाल लिया। आरोपी ने खुलासा किया कि दिवाली सीजन में बढ़ी हुई मांग को देखते हुए यह मिठाइयाँ 200 से 250 रुपये किलो तक दुकानों पर बेचने की तैयारी थी। क्राइम ब्रांच ने तारा चंद और उसके साथियों के खिलाफ भादस की धारा 271, 272, 274, 275 तथा फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट 2006 की धारा 3(1)(zz)/59 के तहत मामला दर्ज किया है। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि यह मिलावटी मिठाइयाँ किन दुकानों और सप्लायरों को सप्लाई की जा रही थीं।
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MPMahesh Pareek
Oct 17, 2025 09:53:25
Jaipur, Rajasthan:जयपुर, 17 अक्टूबर। राजस्थान हाईकोर्ट ने राजस्थान विश्वविद्यालय में आरएसएस के शस्त्र पूजन कार्यक्रम के दौरान हंगामा करने और राजकार्य में बाधा पहुंचाने से जुड़े मामले में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ सहित तीन आरोपियों को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए हैं। जस्टिस अनूप कुमार ढंड ने यह आदेश विनोद जाखड़, किशोर और महेश की ओर से पेश जमानत याचिका को स्वीकार करते हुए दिए। बयान- अधिवक्ता भरत यादव ने कहा कि राष्ट्रीय खेल अधिवेशन के नाम पर आरएसएस का शस्त्र पूजन कार्यक्रम विवि में आयोजित किया गया। जिसका शांतिपूर्वक विरोध किया गया था। इससे आक्रोशित होकर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर आरएसएस के लोगों ने हमला किया। वहीं पुलिस ने दबाव में आकर प्रार्थियों के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया। मामले में एक तरफ तो उन्हें घटना के समय शांतिभंग और अपराध किए जाने की संभावना के आधार पर गिरफ्तार किया गया, वहीं दूसरी तरफ गंभीर धाराओं में अपराध करना मानते हुए उन्हें उसी घटनाक्रम में गिरफ्तार दिखा दिया। ऐसे में एक ही घटना की दो रिपोर्ट बनाना कानूनी रूप से स्वीकार नहीं है। इसके अलावा गिरफ्तारी से पूर्व धारा 41 के प्रावधानों की पालना नहीं की गई। इसलिए उन्हें जमानत पर रिहा किया जाए। जिसका विरोध करते हुए सरकारी वकीل ने जमानत अर्जी खारिज करने की गुहार की। दोनों पक्षों की बहस सुनकर अदालत आरोपियों को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए हैं। गौरतलब है कि घटना के बाद पुलिस ने कुल नौ लोगों को आरोपी बनाया था। इनमें से छह आरोपियों को शहर की निचली अदालत पूर्व में जमानत पर रिहा कर चुकी है। शब्द- भरत यादव, याचिकाकर्ता के वकील महेश पारीक, ज़ी मीडिया जयपुर。
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NMNitesh Mishra
Oct 17, 2025 09:53:08
Dhanbad, Jharkhand:धनबाद उत्पाद विभाग को दीपावली से पहले एक बड़ी करवाई की है। उत्पाद विभाग की टीम ने तेतुलमारी थाना क्षेत्र के तीलाटांड में चल रही अवैध मिनी शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। वहीं सोनारडीह स्थित सुरज महतो के आवास से करीब 50 पेटी नकली शराब जब्त की गई है। उत्पाद विभाग के अधिकारी अमित कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि तीलाटांड और सोनारडीह इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध शराब का निर्माण और बिक्री की जा रही है। सूचना के आधार पर दोनों जगह छापामारी की गई। छापेमारी के दौरान तीलाटांड स्थित दिनेश टुडू के घर पर संचालित मिनी फैक्ट्री से करीब 800 लीटर कच्चा स्प्रिट, पंचिंग मशीन, नकली रैपर, खाली बोतल, ढक्कन, टंकी सहित कई अन्य सामग्री जब्त की गई। अवैध फैक्ट्री में रॉयल स्टैग, ब्लेंडर्स प्राइड, सिग्नेचर और मैकडॉनल्ड जैसे नामी ब्रांड की नकली शराब तैयार की जा रही थी। अधिकारी ने बताया कि यह शराब धनबाद के विभिन्न इलाकों में खपाने की योजना थी। जब्त की गई नकली शराब और कच्चे माल का बाजार मूल्य करीब 25 लाख रुपये आंका गया है। उत्पाद विभाग ने बताया कि दीपावली और छठ पर्व को देखते हुए शराब माफियाओं के खिलाफ अभियान तेज किया गया है। इस कार्रवाई से उत्पाद विभाग को बड़ी सफलता मिली है और नकली शराब कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।
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ATANKUR TYAGI
Oct 17, 2025 09:52:12
Mumbai, Maharashtra:महाराष्ट्र साइबर सेल की सबसे बड़े डिजिटल गिरफ्तारी मामले पर ब्रीफिंग यशस्वी यादव, एडीजी महाराष्ट्र साइबर - हमारी टीम ने एक बड़े डिजिटल गिरफ्तारी घोटाले का पर्दाफाश किया है। पीड़ित उच्च शिक्षित है और एक फार्मा कंपनी का संस्थापक है, लेकिन ऐसी परिस्थितियाँ पैदा की गईं कि वह व्यक्ति डिजिटल गिरफ्तारी घोटालेबाजों का शिकार हो गया। इस मामले की ख़ासियत यह थी कि पीड़ित को ठगने के लिए उच्च स्तर की सुरक्षा का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस अधिकारियों के हूबहू नामों से पुलिस स्टेशन बनाए गए, अदालत कक्ष बनाए गए। यह सब 40 दिनों तक चला। 29 सितंबर को, पीड़ित ने अपने दोस्तों को इस घोटाले के बारे में बताया। पीड़ित सदमे में थे और 11 दिनों तक साइबर विभाग से संपर्क नहीं कर सके। शिकायतें मिलने पर हमने लगभग 6 हज़ार बैंक खाते फ्रीज कर दिए। यह अब तक का सबसे बड़ा डिजिटल गिरफ्तारी घोटाला है। पुलिस ने बताया कि ठग आम तौर पर पैसे को कई खातों में भेजते, क्रिप्टोकरेंसी में बदलते और बाद में लाओस तथा कंबोडिया जैसे देशों में ट्रांसफर कर देते थे। अब तक पांच ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनके खातों का इस्तेमाल ठगी में हुआ था。 पुलिस की जांच में सामने आया कि 19 अगस्त से 8 अक्टूबर के बीच पीड़ित और उनकी पत्नी ने आरोपियों द्वारा दिए गए खातों में आरटीजीएस के माध्यम से 58.13 करोड़ रुपये भेजे थे। यह रकम महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के 18 खातों में ट्रांसफर की गई थी。 आरोपियों ने पीड़ित को यह कहकर डराया कि उनके खिलाफ ईडी और सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है और उनके खाते में “अवैध रकम” पाई गई है। भयभीत पीड़ित ने जांच से बचने के लिए ठगों के निर्देशों का पालन किया और पैसे ट्रांसफर कर दिए。 अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों में अब्दुल खलीक (47) मलाड से, अर्जुन कदमसारा (55) क्रॉफर्ड मार्केट से और हुम्बल तनवीर (35) मुंबई सेंट्रल से शामिल हैं। हमने इस घोटाले में शामिल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। सवाल ये उठता है कि अगर पासपोर्ट बिना उचित जाँच के नहीं बन सकता, तो फिर बैंक खाते क्यों खोले जा रहे हैं? बैंकिंग प्रणाली को अपने दिशानिर्देशों को और मज़बूत करने की ज़रूरत है। हम RBI समेत सभी बैंकों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी करेंगे。 इस साल अकेले हमें तीन हज़ार डिजिटल गिरफ्तारी के मामले मिले हैं और हमने उनका पता भी लगाया है। 58 करोड़ में से हम पीड़ित के 4 करोड़ बचा पाए हैं। हमारी नौ टीमें इस मामले पर काम कर रही हैं और हमें उम्मीद है कि और भी राशि सुरक्षित हो जाएगी。 विक्टिम्स के सामने कोर्ट का, एड ऑफिस का पूरा सेट अप दिखाया गया था जिससे उन्हें ये सब सच लगने लगाl Scammer ने इनसे इनकी सारी चल अचल की डिटेल्स मांगी थी, इनके कई सारे आईपीओ का कैश इन्हे अभी हाल ही में मिला था जिसकी जानकारी शायद स्कैम करने वालो को हो सकती हैl पुलिस इस मामले में इंटरनेशनल कनेक्शन निकालने में जुटी हैl
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ATANKUR TYAGI
Oct 17, 2025 09:51:59
Noida, Uttar Pradesh:महाराष्ट्र साइबर सेल की सबसे बड़े डिजिटल गिरफ्तारी मामले पर ब्रीफिंग यशस्वी यादव, एडीजी महाराष्ट्र साइबर - हमारी टीम ने एक बड़े डिजिटल गिरफ्तारी घोटाले का पर्दाफाश किया है। पीड़ित उच्च शिक्षित है और एक फार्मा कंपनी का संस्थापक है, लेकिन ऐसी परिस्थितियाँ पैदा की गईं कि वह व्यक्ति डिजिटल गिरफ्तारी घोटालेबाजों का शिकार हो गया। यह मामले की ख़ासियत यह थी कि पीड़ित को ठगने के लिए उच्च स्तर की सुरक्षा का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस अधिकारियों के हूबहू नामों से पुलिस स्टेशन बनाए गए, अदालत कक्ष बनाए गए। यह सब 40 दिनों तक चला। 29 सितंबर को, पीड़ित ने अपने दोस्तों को इस घोटाले के बारे में बताया। पीड़ित सदमे में थे और 11 दिनों तक साइबर विभाग से संपर्क नहीं कर सके。 शिकायतें मिलने पर हमने लगभग 6 हज़ार बैंक खाते फ्रीज़ कर दिए। यह अब तक का सबसे बड़ा डिजिटल गिरफ्तारी घोटाला है। पुलिस ने बताया कि ठग आम तौर पर पैसे को कई खातों में भेजते, क्रिप्टोकरेंसी में बदलते और बाद में लाओस तथा कंबोडिया जैसे देशों में ट्रांसफर कर देते थे। अब तक पांच ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनके खातों का इस्तेमाल ठगी में हुआ था। पुलिस की जांच में सामने आया कि 19 अगस्त से 8 अक्टूबर के बीच पीड़ित और उनकी पत्नी ने आरोपियों द्वारा दिए गए खातों में आरटीजीएस के माध्यम से 58.13 करोड़ रुपये भेजे थे। यह रकम महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के 18 खातों में ट्रांसफर की गई थी。 आरोपियों ने पीड़ित को यह कहकर डराया कि उनके खिलाफ ईडी और सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है और उनके खाते में “अवैध रकम” पाई गई है। भयभीत पीड़ित ने जांच से बचने के लिए ठगों के निर्देशों का पालन किया और पैसे ट्रांसफर कर दिए。 अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों में अब्दुल खलीक (47) मलाड से, अर्जुन कदमसारा (55) क्रॉफर्ड मार्केट से और हुम्बल तनवीर (35) मुंबई सेंट्रल से शामिल हैं। हमने इस घोटाले में शामिल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। सवाल ये उठता है कि अगर पासपोर्ट बिना उचित जाँच के नहीं बन सकता, तो फिर बैंक खाते क्यों खोले जा रहे हैं? बैंकिंग प्रणाली को अपने दिशानिर्देशों को और मज़बूत करने की ज़रूरत है। हम RBI समेत सभी बैंकों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी करेंगे। इस साल अकेले हमें तीन हज़ार डिजिटल गिरफ्तारी के मामले मिले हैं और हमने उनका पता भी लगाया है। 58 करोड़ में से हम पीड़ित के 4 करोड़ बचा पाए हैं। हमारी नौ टीमें इस मामले पर काम कर रही हैं और हमें उम्मीद है कि और भी राशि सुरक्षित हो जाएगी। विक्टिम्स के सामने कोर्ट का, एड ऑफिस का पूरा सेट अप दिखाया गया था जिससे उन्हें ये सब सच लगने लगाl Scammer ने इनसे इनकी सारी चल अचल की डिटेल्स मांगी थी, इनके कई सारे आईपीओ का कैश इन्हे अभी हाल ही में मिला था जिसकी जानकारी शायद स्कैम करने वालो को हो सकती हैl पुलिस इस मामले में इंटरनेशनल कनेक्शन निकालने में जुटी हैl
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RRRakesh Ranjan
Oct 17, 2025 09:51:24
Noida, Uttar Pradesh:सिवान, बिहार: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के कानपुर दौरे पर कहा, "...राहुल गांधी ने आज उस पीड़ित परिवार का मजाक बनाने का काम किया है, जिसकी पीड़ा दूर करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार कड़ी कार्रवाई कर रही है... राहुल गांधी देश का माहौल खराब करना चाहते हैं... घड़ियाली आंसू बहाने के लिए वे वहां वाल्मीकि परिवार के पास गए लेकिन वाल्मिकि परिवार ने अपना दरवाजा बंद कर लिया... जिन लोगों ने उन्हें(हरिओम वाल्मीकि) मारने का काम किया है उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। कोई दोषी बख्शा नहीं जाएगा... पीड़ित परिवार की पीड़ा का कम लेकिन अपने वोटों की चिंता उन्हें(कांग्रेस) अधिक है... इस प्रकार की नौटंकी देश बर्दाश्त नहीं करेगा."
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ASAkhilesh Sharma
Oct 17, 2025 09:50:56
Dungarpur, Rajasthan:जिला डूंगरपुर विधानसभा-सागवाडा अखिलेश शर्मा लोकेशन-सागवाडा पुलिस का ऑपरेशन शिकंजा, चैन स्नेचिंग के वारदात का खुलासा, 3 बदमाश गिरफ्तार, पुलिस ने कस्बे में निकाला बदमाशो का जुलुस डूंगरपुर जिले की सरोदा थाना पुलिस ने ऑपरेशन शिकंजा के तहत सामलिया गाँव के पास एक महिला के साथ हुई चैन स्नेचिंग की वारदात का आज खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मामले में 3 बदमाशो को गिरफ्तार किया है। इधर गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास बनाये रखने को लेकर बदमाशो का कस्बे में जुलुस भी निकाला। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। डूंगरपुर जिले के सरोदा थानाधिकारी भुवनेश कुमार ने बताया कि सामलिया निवासी प्रेमजी पाटीदार ने 9 अक्टूबर को थाने में एक रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में बताया था कि वह अपनी पत्नी रमिला पाटीदार के साथ बाइक पर डैयाणा अपने रिश्तेदार के गए थे। वही शाम को वापस अपने गाँव लौट रहे थे। इस दौरान शिवराजपुर सरकारी स्कूल के पास पीछे की तरफ से बाइक पर 3 बदमाश युवक आये और मेरी बाइक के पीछे बैठी पत्नी के गले से डेढ़ तोला वजनी सोने की चेन लूटकर फरार हो गए। इधर चलती बाइक पर हुई वारदात से पीडिता नीचे गिर गई थी और वह घायल भी हो गई थी। पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की और क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इधर जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने बांसवाडा जिले के निवासी भैयालाल कनिपा, रमेश चन्द्र कनिपा और जीवा मीणा को डिटेन किया। वहीं थाना लाकर जब युवकों से पूछताछ की तो उन्होंने वारदात को करना कबूल किया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास बनाये रखने के लिए आरोपियों का कस्बे में जुलुस भी निकाला। थानाधिकारी ने बताया कि पुलिस बदमाशो से पूछताछ कर रही है। अखिलेश शर्मा जी मीडिया डूंगरपुर
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MKMukesh Kumar
Oct 17, 2025 09:50:28
Jehanabad, Bihar:बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच घोसी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद अरुण कुमार के पुत्र जदयू प्रत्याशी ऋतुराज कुमार ने आज नामांकन दाखिल किया। इस दौरान बड़ी संख्या में समर्थक और कार्यकर्ता उनके साथ मौजूद रहे, जिससे मौके पर भारी उत्साह का माहौल देखने को मिला। नामांकन के बाद बाहर निकलते ही सबसे पहले ऋतुराज ने अपने पिता पूर्व सांसद अरुण का पैर छू कर आशीर्वाद लिया और मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि घोसी की जनता हमारे परिवार को अच्छी तरह जानती है। मैं युवाओं की आवाज और क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को लेकर विधानसभा में जाना चाहता हूं। इस बार एनडीए के पक्ष में मजबूत लहर है और जनता विकास के मुद्दे पर वोट करेगी। गौरतलब है कि टिकट वितरण के कुछ ही दिन पहले ऋतुराज कुमार जदयू में शामिल हुए थे, जिसके तुरंत बाद उन्हें पार्टी ने घोसी से उम्मीदवार घोषित कर दिया। दरअसल, घोसी विधानसभा क्षेत्र में भूमिहार समुदाय की निर्णायक भूमिका मानी जाती है। हाल ही में इसी समुदाय के प्रभावशाली नेता और पूर्व सांसद जगदीश शर्मा तथा उनके पुत्र पूर्व विधायक राहुल कुमार ने राजद का दामन थाम लिया है, जिससे क्षेत्र में भूमिहार वोटों के बिखराव की आशंका जताई जा रही थी। इसी समीकरण को साधने के लिए जदयू ने अरुण कुमार को पार्टी में शामिल किया और उनके बेटे को टिकट देकर इस वर्ग के वोटों को अपने पक्ष में लामबंद करने की कोशिश की है。
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