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Rohtas821115

बिहार के चेनारी में जल जमाव के विरोध में सड़क पर पानी में दिया गया धरना

Jul 05, 2024 06:02:55
Sasaram, Bihar

चेनारी में कुदरा स्टेट हाईवे पर जल जमाव की समस्या से परेशान स्थानीय लोगों ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। सूचना के अनुसार वार्ड नंबर 6 के निवासी सड़क पर जमा पानी में ही धरने पर बैठ गए। साथ ही जिला परिषद सदस्य विजय शर्मा के नेतृत्व में यह प्रदर्शन लगभग 4 घंटे तक चला, जिससे चेनारी-कुदरा और चेनारी-मल्हीपुर मार्ग जाम रहे। आपको बता दें कि प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रशासन महीनों से की जा रही शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहा है।

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SKSunny Kumar
Nov 27, 2025 03:21:05
Patna, Bihar:बिहार में पछुआ हवा के कारण ठंड समय से पहले बढ़ी है, जिससे न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट आई है. बुधवार को रोहतास 8.9 डिग्री C राज्य का सबसे ठंडा जिला रहा, जबकि 6 जिलों का पारा 10 डिग्री C से नीचे दर्ज हुआ. अगले दो दिनों में अधिकांश जिलों में तापमान 1 डिग्री C से 2 डिग्री C तक और गिरने की संभावना है, जिससे ठंड का असर और तेज होगा. रोज दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखी जा रही है. बुधवार को 06 जिलों में न्यूनतम तापमान 10°C से नीचे दर्ज किया गया, जबकि अधिकांश जिलों का तापमान 10°C के आसपास रिकॉर्ड किया गया. इस दिन रोहतास जिला सबसे ठंडा साबित हुआ है. दूसरी तरफ, सुबह के समय अधिकांश भागों में कोहरा देखा जा रहा है. बुधवार की सुबह सबसे कम दृश्यता पूर्णिया में 500 मीटर दर्ज किया गया.. पिछले 24 घंटों में बिहार का सबसे कम तापमान रोहतास के नौहट्टा प्रखंड में दर्ज किया गया है . यहां जहां रात का तापमान 8.9°C तक पहुंच गया. ठंडी हवा और साफ आसमान की वजह से यहां पारा लगातार नीचे जा रहा है. इसके अलावा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सारण, गया और नवादा का भी न्यूनतम तापमान 10°C से नीचे दर्ज किया गया. उत्तर पूर्वी भाग के जिलों में रात का तापमान 12 से 13°C के बीच रहा जो दूसरे जिलों के मुकाबले एक डिग्री ज्यादा रहा. शेष सभी जिलों का न्यूनतम तापमान 10°C के आस पास दर्ज किया गया.
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MMMRITYUNJAI MISHRA
Nov 27, 2025 03:20:54
Bokaro Steel City, Jharkhand:बोकारो थर्मल में बंद प्लांट की दो चिमनियाँ गिराई गईं। चिमनी गिराने के दौरान प्रदूषण से लोग परेशान हुए। दामोदर वैली कारपोरेशन (डीवीसी) की बोकारो थर्मल में निर्मित बी प्लांट का एक और तीन नंबर चिमनी बुधवार को गिरा दी गई। चिमनियाँ दो टुकड़ों में टूट कर जमीन पर गिर गईं। चिमनी गिराए जाने के बाद प्लांट से सटे बोकारो थर्मल रेलवे स्टेशन में व्यापक प्रदूषण फैला जिससे रेलवे यात्रियों को परेशानी हुई। बोकारो थर्मल में वर्ष 1992 में निर्मित बी प्लांट से 630 मेगावॉट विद्युत उत्पादन हो रहा था। परंतु अधिक खर्चीले होने के कारण डीवीसी प्रबंधन ने इस चालू प्लांट को दिसंबर 2020 से बंद कर दिया, और अब इस बंद प्लांट को ध्वस्त किया जा रहा है। ध्वस्त करने का कार्य हैदराबाद की कंपनी राधा स्मेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रु 290 करोड़ की निविदा पर कराई जा रही है। प्लांट डिस्मेंटल करने का कार्य अंतिम चरण में है, इसी के तहत प्लांट के चिमनियाँ गिराई जा रही हैं। सभी चिमनियाँ गिर चुकी हैं। एक चिमनी दो माह पूर्व 12 सितम्बर को गिराई जा चुकी थी। सभी चिमनियाँ गिराने का कार्य मात्र एक पोकलेन मशीन से किया गया। फिलहाल बोकारो थर्मल में 500 मेगावॉट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली मात्र ए प्लांट बचा है।
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SKSATISH KUMAR
Nov 27, 2025 03:20:31
Jaspur, Uttarakhand:रामनगर में विकास प्राधिकरण हटाने की मांग तेज, ब्लॉक प्रमुख एवं पंचायत प्रतिनिधियों ने तहसील में उपवास और धरना देकर सरकार पर बोला हमला शहर रामनगर रामनगर में जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त किए जाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है,बुधवार को रामनगर तहसील परिसर में ब्लॉक प्रमुख मंजू नेगी और जेष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी के नेतृत्व में उपवास और धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। विकास प्राधिकरण के खिलाफ यह बड़ा विरोध कार्यक्रम स्थानीय जनता, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों की भागीदारी के साथ आयोजित हुआ。 धरने का नेतृत्व कर रहे ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने कहा कि विकास प्राधिकरण रामनगर की जनता के लिए उत्पीड़न व लूट का केंद्र बन गया है,उनका आरोप है कि लगभग 70% क्षेत्र को प्राधिकरण के दायरे में लाने से स्थानीय लोगों पर भारी बोझ बढ़ गया है,ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर फल पट्टी तक, हर जगह भवन निर्माण, दुकान निर्माण, होमस्टे और घर बनाने जैसी सामान्य गतिविधियां भी मुश्किल होती जा रही हैं。 संजय नेगी ने बताया कि प्राधिकरण की प्रक्रिया इतनी जटिल और लंबी है कि लोग महीनों तक चक्कर काटते रहते हैं, पर नक्शा पास नहीं हो पाता,उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्राधिकरण में भ्रष्टाचार बढ़ गया है,रिश्वत मांगना आम बात हो चुकी है, और कई बार पैसे देने के बाद भी फाइलें दबा दी जाती हैं। लोगों के भवनो सील करने की धमकियां दी जा रही हैं,उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले भी प्राधिकरण हटाने को लेकर सांकेतिक धरना दिया गया था, लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की,आज फिर आम जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ एक दिन का उपवास बैठ कर उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अब भी ध्यान नहीं दिया, तो रामनगर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा。 संजय नेगी ने सांसद अनिल बलूनी और विधायक दीवान सिंह बिष्ट को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि संसदीय चुनाव को डेढ़ साल बीत गए, लेकिन सांसद एक बार भी रामनगर की समस्याओं पर बात करने नहीं आए,राजस्व ग्राम बनाने का वादा किया था, लेकिन वह आज तक सिर्फ वादा ही है, उन्होंने कहा。 रामनगर के विधायक पर भी उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि विधानसभा में जनता की समस्या पर एक भी सवाल नहीं उठाया गया। उन्होंने चेतावनी दी अगर जनता की आवाज नहीं सुनी गई तो 2027 के चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा, और उनकी विदाई तय है。 धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने एक स्वर में मांग की कि प्राधिकरण को रामनगर से तुरंत हटाया जाए और जनता पर हो रहा उत्पीड़न बंद किया जाए。 बाइट संजय नेगी,जेष्ठ ब्लॉक प्रमुख रामनगर
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SKSATISH KUMAR
Nov 27, 2025 03:19:38
Jaspur, Uttarakhand:चीनी मिल बंद होने से आक्रोशित किसानों ने चीनी मिल महाप्रबंधक डॉ अमृता शर्मा का घेराव किया। चीनी मिल शाम से बंद पड़ी है जिससे किसानों की गन्ने से भरी ट्रैक्टर ट्रालियों का जाम लग गया है। बुधवार सुबह भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष करम सिंह पड्डा की अगुवाई में किसान एकत्र होकर चीनी मिल की चेन पर पहुंचे उन्होंने मौके पर पहुंचे SDM एवं प्रधान प्रबंधक डा अमृता शर्मा और सीसीओ डॉ राजीव अरोड़ा का घेराव कर चीनी मिल को सुचारू रूप से चलाने की मांग की। GM डॉ अमृता शर्मा ने अधीनस्थ अधिकारियों को चीनी मिल को नियमित और सुचारू रूप से चलाने की निर्देश दिए। आपको बता दे की चीनी मिल लगभग 24 घंटे से बंद पड़ी है जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। करोड़ों रूपए खर्च करने के बाद भी चीनी मिल का ना चलना चर्चा का विषय बना हुआ है।
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AZAmzad Zee
Nov 27, 2025 03:19:10
Navi Mumbai, Maharashtra:मुंबई कस्टम्स की 'ब्लैक कस्टम्स' का बड़ा एक्शन: ₹2.07 करोड़ की अवैध करेंसी ज़ब्त, 'हसन गोगा' गिरफ्तार मुंबई कस्टम्स की एक विशेष खुफिया इकाई, जिसे 'ब्लैक कस्टम्स' के नाम से जाना जाता है, ने गुप्त सूचना के आधार पर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस अत्यधिक सफल और समन्वित छापे में, 'ब्लैक कस्टम्स' ने एच.एम. फॉरेक्स प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों को निशाना बनाया। इस सनसनीखेज ऑपरेशन के दौरान, टीम ने हसन मोहम्मद करोडिया उर्फ हसन गोगा के कब्जे से भारी मात्रा में अवैध नकदी बरामद की। बरामदगी में ₹7 लाख मूल्य की विदेशी मुद्रा और ₹2 करोड़ की भारतीय मुद्रा शामिल है, जिससे कुल जब्ती ₹2.07 करोड़ हो गई है。 मध्य-पूर्व से जुड़े तार, आर्थिक सुरक्षा को खतरा जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि आरोपी हसन गोगा विदेशों में काम कर रहे वाहकों (कैरियर्स) और यात्रियों के माध्यम से भारत में तस्करी कर लाई गई विदेशी मुद्रा को अवैध रूप से खरीदने, अपने पास रखने और बेचने में सक्रिय रूप से शामिल था। जब्त की गई विदेशी मुद्रा की तस्करी अवैध रूप से देश में की गई थी, और चल रही जांच में इसके तार मध्य-पूर्व (Middle East) से जुड़ रहे हैं。 कस्टम्स अधिकारियों का मानना है कि यह रैकेट देश की आर्थिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा उत्पन्न कर रहा था。 20 सालों में सबसे बड़ी कार्रवाई इस महत्वपूर्ण सफलता के बाद, हसन गोगा को 26 नवंबर, 2025 को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 (Customs Act, 1962) के तहत दंडनीय अपराधों और फेमा अधिनियम (FEMA Act) के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है。 आरोपी को माननीय एस्प्लेनेड कोर्ट में पेश किया गया, जिसने उसे हिरासत (Custodial Custody) में भेज दिया है। यह ऑपरेशन पिछले दो दशकों में मुंबई कस्टम्स द्वारा की गई सबसे बड़ी ज़ब्ती (biggest seizure) है। प्रिवेंटिव विंग के तहत गठित नई टास्क फोर्स 'ब्लैक कस्टम्स' अब राजस्व विभाग की सबसे प्रतिष्ठित प्रवर्तन एजेंसियों में से एक, राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हुए एक दुर्जेय शक्ति के रूप में उभर रही है。
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KRKishore Roy
Nov 27, 2025 03:16:29
Noida, Uttar Pradesh:चार महीने पहले शॉफ्ट एनक्लोजर से आज़ाद हुई युवा बाघिन आरवीटी-8 अब पहुंची भीमलत के जंगलों में। वन विभाग ने इलाके में मॉनिटरिंग बढ़ा दी है और लोगों से जंगल में नहीं जाने की अपील की है। करीब दो महीने तक कालदां के घने जंगलों में सक्रिय रही बाघिन ने अब भीमलत क्षेत्र का रुख किया… जहां पहाड़ी इलाकों में मौजूद प्राकृतिक जलस्रोत इस क्षेत्र को बाघों के लिए सुरक्षित कॉरिडोर बनाते हैं। वन अधिकारियों का कहना—बाघिन की 24 घंटे ट्रैकिंग की जा रही है。 जंगलों में बढ़ती जल उपलब्धता के कारण भालू, पेंथर और अन्य वन्यजीवों की संख्या में भी इजाफा दर्ज हुआ है। बाघिन के मूवमेंट के चलते उसके मुकुंदरा टाइगर रिज़र्व की ओर बढ़ने की भी संभावना जताई जा रही है
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NJNEENA JAIN
Nov 27, 2025 03:16:14
Saharanpur, Uttar Pradesh:शादियों में नाच–गाना और आतिशबाज़ी मुसलमानों की परेशानियों की वजह: क़ारी इसहाक़ गोरा जमीयत दावातुल मुस्लिमीन के संरक्षक और प्रसिद्ध देवबंदी उलेमा मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा ने एक विस्तृत वीडियो संदेश जारी करते हुए मुसलमानों के घरों और सामाजिक समारोहों में बढ़ते म्यूज़िक, नाच–गाने, बैंड–बाजों और आतिशबाज़ी के चलन को गहराई से चिंता का विषय बताया। उन्होंने इसे न सिर्फ़ दीनी सीखों के ख़िलाफ़ बताया, बल्कि मुसलमानों की मौजूदा परेशानियों और बेचैनी का एक अहम और अनदेखा किया जाने वाला कारण करार दिया。 वीडियो में मौलाना ने कहा कि आज हालात ऐसे हो चुके हैं कि अल्लाह की नाफ़रमानी को एक तरह का “स्टेटस सिंबल” बना लिया गया है। उन्होंने अफसोस जताया कि जिन कामों से बचने की ताकीद की गई थी, वही काम आज खुशी, शोहरत, फैशन और आधुनिकता के नाम पर आम होते जा रहे हैं। मौलाना ने कहा, “हमारे घरों में अल्लाह अल्लाह और कुरआन की तिलावत की जगह म्यूज़िक और गानों ने ले ली है। दुकानों में ज़िक्र की फिज़ा नहीं, बल्कि गानों के शोर ने माहौल को घेर रखा है। हमारी शादियां अब इबादत का माहौल नहीं बल्कि मनोरंजन का मंच बन गई हैं, जहां नाच–गाने, बैंड–बाजे और शोर-शराबा अनिवार्य समझा जाता है।” उन्होंने कहा कि यह सब होते हुए फिर मुसलमान शिकायत करते हैं कि दिलों को सुकून नहीं, घरों में बरकत नहीं, हालात ठीक नहीं। मौलाना ने सख़्त लहजे में कहा, “क्या हमने कभी सोचा कि नतीजा क्यों बदल गया? जब रास्ता ही गलत चुन लिया जाए, तो मंज़िल सही कैसे मिल सकती है? अल्लाह की खुली नाफ़रमानी के साथ हम रहमत की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?” मौलाना इसहाक़ गोरा ने शादी-ब्याह में होने वाली आतिशबाज़ी को भी गैर–ज़रूरी और नुकसानदेह बताते हुए कहा कि यह सिर्फ़ फिजूलखर्ची नहीं, बल्कि तकलीफ़ फैलाने का ज़रिया भी है। उन्होंने कहा कि तेज़ धमाकों और शोर से राहगीरों, बच्चों, बुजुर्गों और बीमारों को परेशानी होती है। यहां तक कि जानवर और परिंदे भी इस शोर से ख़ौफ़ज़दा हो जाते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि “क्या खुशी मनाने का मतलब यह है कि दूसरे इंसान या मख्लूक को तकलीफ़ पहुंचाई जाए?” मौलाना ने इस बात पर भी गहरी नाराज़गी ज़ाहिर की कि मुसलमानों के रोल मॉडल और हीरो बदल गए हैं। उन्होंने कहा कि एक ज़माना था जब उलेमा, बुज़ुर्ग, क़ुरआन के हाफ़िज़, शरीअत पर चलने वाले लोग हमारी नज़र में इज़्ज़त और अनुकरण के लायक थे। उनकी ज़िंदगी, अख़लाक़ और तालीम हमारी प्रेरणा हुआ करती थी। लेकिन आज, उन्होंने कहा, “नाचने–गाने वाले, स्क्रीन पर दिखने वाले और चमक–दमक वाले लोग हमारे हीरो बन गए हैं। हमने अपने बुज़ुर्गों की तालीम, उनकी नसीहतें और उनकी वसीयतों को लगभग भूल डाला है।” मौलाना ने मुसलमानों को याद दिलाया कि इस्लाह की शुरुआत हमेशा दूसरों से नहीं, बल्कि खुद से होती है। उन्होंने कहा कि घर का माहौल बदले बिना समाज नहीं बदल सकता। उन्होंने मुसलमानों से अपील की, “सबसे पहले अपने दिल को बदलें, अपने घर को बदलें, अपनी आदतों को बदलें। जब बंदा अल्लाह की ओर सच्चे दिल से रुख करता है, तो अल्लाह उसके हालात बदलने में देर नहीं करता।” अंत में मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा ने यह कहते हुए अपनी बात पूरी की, “यक़ीन मानिए, हमारी सबसे बड़ी ज़रूरत यही है कि हम अपनी इस्लाह करें। जो क़ौम खुद को सुधार लेती है, अल्लाह उसकी तक़दीर को भी सुधार देता है।” मौलाना का यह बयान सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है, और बड़ी संख्या में लोग इसे समय की पुकार और उम्मत के लिए एक गंभीर चेतावनी के रूप में देख रहे हैं। कई लोगों ने कमेंट्स में इस बात से इत्तेफाक़ जताया कि समाज को संगीत और दिखावे के शोर से निकालकर फिर से दीनी तालीम, सादगी और इबादत के रास्ते पर लाने की सख़्त ज़रूरत है।
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