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Gautam Buddha Nagar201304
गुरदासपुर के बाद अमृतसर और फिरोजपुर में ग्रेनेड अटैक की योजना उजागर
ABAmit Bhardwaj1
Dec 01, 2025 07:54:28
Noida, Uttar Pradesh
After Gurdaspur, grenade attacks were to take place in Amritsar and Ferozepur, a major revelation of the terror module. After Gurdaspur, grenade attacks were planned in Amritsar and Ferozepur. The International Terror Module has revealed this. Terrorists associated with the terror module conducted a recce at the behest of Shahzad Bhatti. Videos were sent after the recce of the Amritsar, Ferozepur, and Gurdaspur police stations. After the attack on the Gurdaspur City Police Station on November 25th, Amritsar and Ferozepur were next in line. These locations were also reconnaissance at Shahzad Bhatti's behest. Evidence of this was found in the mobile phones recovered from the accused. During the investigation, the team discovered that grenades for the attack were being transported from across the border via drones. In Punjab's border areas, where farmland and security forces are less vigilant, the weapons are delivered by drone at night. Humans are already present to receive them. After receiving the weapons and grenades, they are sent to the front lines. The money to be given to the terrorists is sent to India through hawala. Additional Commissioner of Special Cell PS Kushwaha said that during interrogation, Vikas told that initially he used to work as a laborer in Indergarh, Datia. Shahzad was influenced by Bhatti on social media. He started communicating with Bhatti on Instagram. He joined Bhatti's module, dealing in illegal weapons. Meanwhile, Bhatti sent Vikas to Gurdaspur to pick up a parcel containing grenades and other items. Bhatti then trained him on how to use a grenade using a video. He received the money. Later, at Bhatti's behest, Vikas conducted a recce of Amritsar, Ferozepur, and Gurdaspur police stations and sent the video. Bhatti sent Hargunpreet, Asif, and Mohan to Vikas. They were ordered to carry out the Gurdaspur attack. Hargunpreet said he had come into contact with Bhatti through a friend. At Bhatti's behest, he and his associates approached Vikas. Later, they attacked. Mohan was riding the bike at the time of the attack. Meanwhile, Asif came into contact with Bhatti through Instagram about two and a half months ago. At Bhatti's request, he created a video and map of the attack. At Bhatti's behest, he contacted Vikas. After the Gurdaspur attack, he was instructed to remain silent and turn off his mobile phone until further notice. Shahzad Bhatti and his associates closely monitor various social media platforms. They lure young people into their trap by offering them money and other inducements. Afterwards, their financial needs are met. Shahzad Bhatti and his gang provide them with money, accommodation, bikes, and other necessary support. In return, they discussed attacks in India.
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Dec 01, 2025 08:30:55
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SKSATISH KUMAR
Dec 01, 2025 08:30:27
Jaspur, Uttarakhand:स्लग रामनगर में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने कॉर्बेट पार्क के निदेशक को सौंपा ज्ञापन शहर रामनगर एंकर आपको बता दें कि सोमवार करणी सेना युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष सूरज चौधरी के नेतृत्व में दर्जनो कार्यकर्ताओं ने कॉर्बेट पार्क के निदेशक डॉ साकेत बड़ोला को ज्ञापन सौंपा सौंपे गए ज्ञापन में करणी सेना युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष सूरज चौधरी ने कहा कि कॉर्बेट में जिप्सी संचालन के कार्य में मूल निवास एवं स्थाई निवास प्रमाण पत्र की व्यवस्था को लागू किया जाए उन्होंने कहा कि आज रामनगर में कॉर्बेट पार्क होने के बाद भी यहां के लोग बेरोजगार होने के चलते बाहरी राज्यों में रोजगार करने के लिए मजबूर है उन्होंने कहा कि कॉर्बेट पार्क में भ्रमण के दौरान तंबाकू एवं धूम्रपान के साथ ही जिप्सी वाहनों में म्यूजिक पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाए साथ ही उन्होंने कहा कि कॉर्बेट पार्क में पर्यटकों को भ्रमण करने का समय 3 से 3:30 घंटे निर्धारित है लेकिन जिप्सी चालकों द्वारा मात्र एक से डेढ़ घंटे में ही पर्यटकों को भ्रमण कराया जा रहा है संगठन द्वारा दिए गए ज्ञापन को गंभीरता से देते हुए पार्क के निदेशक डॉ साकेत बडोला ने बताया कि पार्क में तंबाकू प्रतिबंध को लेकर पहले से ही कार्य किया जा रहा है तो वहीं उन्होंने कहा कि संगठन अन्य मांगों पर भी सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा। बाइट नम्बर एक सूरज चौधरी प्रदेश अध्यक्ष करणी सेना युवा शक्ति बाइट नम्बर दो डा साकेत बडोला निदेशक सीटीआर
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PSPradeep Soni
Dec 01, 2025 08:25:32
Jaipur, Rajasthan:खेजरोली में पानी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन ग्रामीण खाली मटके लेकर बैठे सड़क पर पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण नहीं होती सप्लाई सड़क का निर्माण चलने के कारण टूट जाती हैं पाइपलाइन गोविंदगढ़ पुलिस पहुंची मौके पर खेजरोली चौमूं सड़क पर लगाया जाम खेजरोली कस्बे में पेयजल सप्लाई बाधित होने से आज ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। लंबे समय से परेशान ग्रामीण खाली मटके लेकर खेजरोली–चौमूं सड़क पर बैठ गए और धरना दिया। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण कार्य के दौरान बार-बार पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो रही है, जिसके कारण कई दिनों से पानी की नियमित सप्लाई बंद पड़ी है। महिलाओं ने बताया कि पानी नहीं मिलने से पेयजल संकट गहरा गया है और रोजमर्रा का जीवन प्रभावित हो रहा है।सूचना पर गोविंदगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची ...पुलिस ने समझाइश कर मामला शांत करवाया।
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ASArvind Singh
Dec 01, 2025 08:24:55
Sawai Madhopur, Rajasthan:गंगाजी की कोठी पर भीषण सड़क हादसा, बाइक सवार युवक की मौत गंगापुर सिटी के गंगा जी की कोठी पर देर रात एक भीषण सड़क हादसा हो गया। एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवार को तेज रफ़्तार में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची और शव को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां शव की पहचान 32 वर्षीय भगवान सहाय पुत्र मांग्या माली निवासी बंदर पूरा ढाणी, खानपुर बड़ौदा, गंगापुर सिटी के रूप में हुई। मिली जानकारी के अनुसार मृतक वाजीतपुर से अपने घर लौट रहा था, तभी यह दर्दनाक हादसा हो गया। हाल फिलहाल शव को राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया गया है। परिजनों की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। घटना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है। पुलिस अज्ञात वाहन चालक की तलाश में जुटी हुई है और मामले की जांच जारी है।
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MPMAHESH PARIHAR1
Dec 01, 2025 08:24:35
Jhalawar, Rajasthan:झालावाड़ पुलिस द्वारा ईमित्र संचालकों के माध्यम से सरकारी योजनाओं में बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया गया था। इसी मामले में अनुसंधान में जुटी पुलिस ने दूसरे चरण में एक और बड़े मामले का खुलासा किया है, जिसमें ईमित्र संचालक तथा सरकारी मशीनरी के संयुक्त मिली भगत का खेल सामने आया है। इसके तहत ईमित्र संचालक विभिन्न विभागों के आपरेटर व संविदा कर्मियों के माध्यम से फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र, पेंशन सत्यापन तथा फसल मुआवजे का लाभ फर्जी तरीके से अपात्र लोगों तक पहुंचा रहे थे। उक्त मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसने दो ई मित्र संचालक, एक स्वास्थ्य विभाग का संविदाकर्मी ऑपरेटर, तहसील कार्यालय का रीडर तथा फर्जी लाभार्थी भी शामिल है, जिसके द्वारा अपात्र होने के बावजूद फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र सम्मिलित कर स्कूटी का लाभ उठा लिया था। झालावाड़ पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने आज पुलिस कार्यालय में प्रेसवार्ता कर मामले में बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि झालावाड़ पुलिस द्वारा ऑपरेशन शटर डाउन के तहत बड़ी कार्रवाई की गई थी, जिसके तहत प्रदेश तथा केंद्र सरकार के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं में फर्जीवाड़ा कर सरकार को लाखों करोड़ों रुपए का चूना लगाने तथा अपात्र लोगों को लाभ पहुंचाने का खुलासा किया गया था। उक्त मामले में पूर्व में 40 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और अनुसंधान जारी था। ऐसे में झालावाड़ पुलिस द्वारा ऑपरेशन शटरडाउन के दूसरे चरण में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाकर, फर्जी पेंशन सत्यापन कर तथा फर्जी तरीके से फसल मुआवजा जारी करवाने के रैकेट का खुलासा किया गया। उक्त मामले में पुलिस द्वारा कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें दो ईमित्र संचालक, एक स्वास्थ्य विभाग का ऑपरेटर, अकलेरा तहसील कार्यालय का रीडर तथा एक अपात्र फर्जी लाभार्थी भी शामिल है। कार्रवाई के दौरान पुलिस द्वारा अभियुक्तों से डिजिटल डिवाइसेज, संदिग्ध डाटा, फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र तथा अपात्र तरीके से प्राप्त की गई स्कूटी भी बरामद की गई है। पुलिस द्वारा अब तक कुल 47 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। इसके साथ ही करोड़ों रुपए की राशि व हजारों फर्जी खाते भी फ्रिज करवा दिए गए हैं। झालावाड़ पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ जारी है। अनुसंधान में और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
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MSManish Sharma
Dec 01, 2025 08:23:58
Aligarh, Uttar Pradesh:अलीगढ़ पुलिस ने गुम और चोरी हुए 186 मोबाइल फोन बरामद कर उनके मालिकों को वापस सौंप दिए। इन सभी मोबाइलों की कुल कीमत लगभग 32 लाख रुपए बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार लोगों ने अपने मोबाइल फोन के गुम होने या चोरी होने की शिकायत CEIR पोर्टल पर दर्ज कराई थी। शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस, लोकेशन ट्रैकिंग और मोबाइल कंपनियों के सहयोग से फोनों को ट्रेस किया। इसके बाद संबंधित थाने में सत्यापन प्रक्रिया पूरी कर फोनों को मालिकों को सौंप दिया गया। मोबाइल वापस मिलने से लोगों के चेहरों पर खुशी लौट आई। कई लोगों ने पुलिस का आभार व्यक्त किया कि महंगे स्मार्टफोन चोरी होने से नुकसान होता है और जरूरी डाटा भी चला जाता है। आगे भी CEIR पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने वालों की पूरी मदद की जाएगी। अलीगढ़ पुलिस की इस पहल को लोगों ने राहत और सराहना बताई।
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VCVikash Choudhary
Dec 01, 2025 08:22:57
Noida, Uttar Pradesh:“मानसिक रोगियों का मसीहा, दीदियों का सहारा… कोइलवर में नीतीश का कमाल” एंकर:- बिहार में मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक अनूठी मिसाल कायम हो रही है। भोजपुर जिले के कोइलवर में स्थित बिहार राज्य मानसिक स्वास्थ्य एवं संबंद्ध विज्ञान संस्थान अब न सिर्फ़ मानसिक रोगियों के लिए वरदान बन रहा है, बल्कि सैकड़ों जीविका दीदियों को आत्मनिर्भर बनाने का ज़रिया भी। आलीशान नया भवन, आधुनिक सुविधाएँ, लावारिस मरीजों का मुफ़्त इलाज और महिलाओं का सशक्तिकरण… ये सब एक ही छत के नीचे। कैसे हुआ ये चमत्कार? इसका पूरा श्रेय जाता है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दूरगामी विज़न को। विज़ुअल:- कोइलवर का नया आलीशान हॉस्पिटल बिल्डिंग, हरा-भरा कैंपस, साफ़-सुथरे गलियारे, मुस्कुराते मरीज़ और स्टाफ। वॉइस ओवर: बिहार का इकलौता सरकारी मानसिक अस्पताल… कभी पुराना जर्जर भवन, भीड़भाड़ और संसाधनों की कमी… लेकिन आज यही अस्पताल देश के सबसे आधुनिक मानसिक चिकित्सालयों में शुमार हो रहा है। 321 बेड का ये भवन देखते ही बनता है। अभी 180 बेड पूरी तरह चालू हैं और बाकी जल्द ही शुरू होने वाले हैं। लेकिन सबसे ख़ास बात… यहाँ इलाज सिर्फ़ बिहार के नहीं, देश के किसी भी कोने से आए मानसिक रोगी का मुफ़्त इलाज होता है। इस अस्पताल में बेसहारे मानसिक मरीजों का भी इलाज होता है और अगर उन्हें एडमिट करने की ज़रूरत पड़ी तो एडमिट भी किया जाता है... यहाँ हर साल सैकड़ों लावारिस मानसिक रोगी आते हैं। सड़क पर भटकते, परिवार से बिछड़े, कभी-कभी दूसरे राज्यों से भी। यहाँ उन्हें न सिर्फ़ दवा और थेरेपी मिलती है, बल्कि गरम खाना, साफ़ कपड़े और सम्मान भी। बाइट-1: निदेशक डॉ.जय्यश रंजन (मानसिक अस्पताल) “हमारे यहाँ कोई भेदभाव नहीं। भारत के अलग अलग राज्यों से तो मरीज़ आते ही है उसके अलावा परोसी देश नेपाल और बांग्लादेश से भी मरीज़ आते है इलाज करवाने... अगर कोई बेसहारा मानसिक रोगी मिलता है, हम उसे एडमिट करते हैं। इलाज पूरा होने के बाद परिवार को ढूँढकर सौंप देते हैं। पिछले साल हमने 400 से ज़्यादा मरीज़ों को उनके घर वापस पहुँचाया।” यहाँ रहने वाले मरीजों को मुफ्त में खाना, दवा और सब तरह की सुविधा मुफ्त में अस्पताल की तरफ से मुहैया कराइ जाती है... इस अस्पताल में मेडिकल सम्बंधित कार्यो के अलावा सभी तरह के कार्य चाहे वोअस्प्तल के किचन संभालना हो, साफ़ सफाई का जिम्मा हो, मरीजों के वार्ड में हॉस्पिटैलिटी सम्बंधित सभी कार्य जीविका दीदियो द्वारा किया जा रहा है...इससे जीविका दीदियों का सशक्तिकरण हो रहा है... विज़ुअल: किचन में दीदी लोग खाना बनाते हुए, वार्ड की सफ़ाई करते हुए, मुस्कुराते हुए सेल्फ़ी लेते हुए... वॉइस ओवर:- इस अस्पताल की चमक सिर्फ़ इमारत में नहीं, यहाँ काम करने वाली सशक्त महिलाओं में भी है। किचन, सफ़ाई, हॉस्पिटैलिटी… सारा काम जीविका दीदियाँ संभाल रही हैं। बाइट-2: जीविका दीदी “पहले घर में बैठे-बैठे दिन कटता था। अब यहाँ 8-10 हज़ार महीना कमा लेती हूँ। बच्चों की फ़ीस, घर का ख़र्च… सब निकल जाता है। नीतीश जी ने हमारी ज़िंदगी बदल दी।” विज़ुअल:- पुराना भवन → वहाँ सिलाई मशीनें, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय और अल्पसंख्यक स्कूल की यूनिफ़ॉर्म बनाते हुए दीदी लोग। वॉइस ओवर:- पुराने भवन को भी ख़ाली नहीं रहने दिया। यहाँ जीविका दीदियाँ स्कूल ड्रेस सिलती हैं। हर महीने हज़ारों ड्रेस बनकर सरकारी स्कूलों में जाती हैं और दीदियों के खाते में सीधे पैसे। बाइट-3:- जीविका दीदी बाइट:- गुंजन सिंह DDC भोजपुर वॉइस ओवर:- “पहले लोग कहते थे औरत घर में रहे। आज हम हॉस्पिटल चलाती हैं, ड्रेस बनाती हैं, घर चलाती हैं। ये सब नीतीश बाबू की सोच का नतीजा है।” “ये दीदियाँ सिर्फ़ कमाने नहीं, एक मिसाल बन रही हैं। मानसिक रोगियों की सेवा भी और अपनी आत्मनिर्भरता भी… दोहरी जीत!” विज़ुअल:- मुख्यमंत्री का पुराना कोइलवर दौरा क्लिप (अगर उपलब्ध हो), शिलान्यास, उद्घाटन की पुरानी फ़ाइल फ़ुटेज, नया भवन बनने की टाइमलैप्स। वॉइस ओवर:- ये सब संभव हो पाया सिर्फ़ और सिर्फ़ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व और संवेदनशील सोच की वजह से। जहाँ दूसरे राज्य मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता नहीं देते, वहीं नीतीश जी ने बिहार को देश का सबसे आधुनिक मानसिक चिकित्सालय दिया और साथ ही सैकड़ों महिलाओं को रोज़गार भी। क्लोजिंग वॉइस ओवर:- मानसिक रोगियों को नई ज़िंदगी, जीविका दीदियों को नई उड़ान और बिहार को एक नया गर्व… कोइलवर का ये अस्पताल बताता है कि जब नेतृत्व में संवेदना और विज़न होता है, तो असंभव भी संभव हो जाता
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