बिहार में आज विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग शुरू हो गई है। सुबह 7 बजे से ही मतदाता अपने-अपने बूथों पर पहुंचकर लोकतंत्र का त्योहार मना रहे हैं।
इस चरण में कुल -
• सीटें - 121
• जिलों - 18
• उम्मीदवार - 1,314। (1,192 पुरुष,122 महिला)
• मतदाता - 3,75,13,302
इनमें 1 करोड़ 98 लाख 35 हजार 325 पुरुष, 1 करोड़ 76 लाख 77 हजार 219 महिलाएं और 758 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। वोटिंग शाम 5 बजे तक चलेगी।
इस बार के पहले चरण में 1314 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 1192 पुरुष और 122 महिलाएं शामिल हैं। इनमें कई दिग्गज नेता हैं, तो कुछ नए चेहरे भी पहली बार अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं। 121 में से 102 सीटें सामान्य वर्ग के लिए और 19 सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं।
तेजस्वी बनाम एनडीए
राघोपुर में बड़ा मुकाबला
पटना जिले की सबसे चर्चित सीटों में से एक राघोपुर से राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मैदान में हैं। यह तेजस्वी की पारंपरिक सीट मानी जाती है। वे यहां से 2015 और 2020 दोनों बार जीत चुके हैं। इस बार भी महागठबंधन ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया है। तेजस्वी के सामने भाजपा ने सतीश कुमार को उम्मीदवार बनाया है, जिन्होंने 2010 में तेजस्वी की मां राबड़ी देवी को हराया था। इस सीट पर जनसुराज पार्टी ने चंचल कुमार को उतारा है। मुकाबला बेहद रोचक है क्योंकि यह सीट यादव परिवार की प्रतिष्ठा से जुड़ी है।
तारापुर में सम्राट चौधरी की परीक्षा
तारापुर विधानसभा सीट से बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मैदान में हैं। पहले वे परबत्ता सीट से राजद के टिकट पर विधायक बन चुके हैं, लेकिन अब भाजपा के उम्मीदवार हैं। उनका सीधा मुकाबला राजद के अरुण कुमार से है। यह सीट एनडीए के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है।
लखीसराय -
विजय सिन्हा फिर से मैदान में
लखीसराय से भाजपा नेता और बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा फिर से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वे तीन बार इस सीट से जीत चुके हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के अमरेश कुमार से है। इस सीट को एनडीए का गढ़ माना जाता है, लेकिन कांग्रेस ने भी इस बार पूरी ताकत झोंक दी है।
मोकामा -
बाहुबली अनंत सिंह पर सबकी निगाह
मोकामा विधानसभा सीट हमेशा से चर्चा में रही है। इस बार यहां से जदयू के उम्मीदवार अनंत सिंह मैदान में हैं। मोकामा हत्याकांड के आरोपों की वजह से अनंत सिंह लंबे समय से सुर्खियों में रहे हैं। प्रचार के बीच ही उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी, जिसके बाद उनके प्रचार की जिम्मेदारी जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने संभाली।
छपरा-
खेसारी लाल यादव से बढ़ी चर्चा
सारण जिले की छपरा सीट इस बार सबसे ज्यादा चर्चा में है। भोजपुरी अभिनेता और गायक खेसारी लाल यादव को राजद ने उम्मीदवार बनाया है। उनके सामने भाजपा की छोटी कुमारी और जनसुराज पार्टी के जयप्रकाश सिंह हैं। कुल 10 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन सारा फोकस खेसारी पर टिका है।
अलीनगर -
मैथिली ठाकुर ने भरी सियासी पारी की शुरुआत
लोकगायिका मैथिली ठाकुर को भाजपा ने अलीनगर सीट से टिकट दिया है। वे पहली बार राजनीति में कदम रख रही हैं। उनका मुकाबला राजद के विनोद मिश्रा और जनसुराज के बिप्लव चौधरी से है। यह सीट मिथिला क्षेत्र में काफी चर्चित हो चुकी है।
रघुनाथपुर -
शाहबुद्दीन के बेटे ओसामा मैदान में
सीवान जिले की रघुनाथपुर सीट पर राजद ने दिवंगत बाहुबली नेता शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को टिकट दिया है। उनके सामने जदयू के विकास कुमार सिंह और जनसुराज के राहुल कीर्ति हैं। इस सीट पर बाहुबली छवि और पारिवारिक विरासत दोनों ही मुद्दे हैं।
गरखा, बांकीपुर, भोरे और बनियापुर — अलग-अलग दिलचस्प मुकाबले
गरखा में चिराग पासवान के भांजे सीमांत मृणाल लोजपा (रामविलास) के टिकट पर मैदान में हैं। उनके सामने राजद के मौजूदा विधायक सुरेंद्र राम और जनसुराज के मनोहर कुमार राम हैं।
बांकीपुर में भाजपा के दिग्गज नीतिन नबीन चौथी बार जीत दर्ज करने के लिए उतरे हैं। उनके सामने राजद की रेखा कुमारी और जनसुराज की वंदना कुमार हैं।
भोरे सीट (गोपालगंज) से शिक्षा मंत्री सुनील कुमार (जदयू) फिर से मैदान में हैं। पिछली बार उन्होंने भाकपा (माले) के जितेंद्र पासवान को सिर्फ 462 वोटों से हराया था। इस बार भाकपा (माले) ने धनंजय को उम्मीदवार बनाया है, जबकि जनसुराज ने प्रीति किन्नर को टिकट दिया है।
बनियापुर में भाजपा ने केदार नाथ सिंह को टिकट दिया है, जो पहले राजद से तीन बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने पार्टी बदल ली है। अब राजद ने यहां चांदनी देवी को मैदान में उतारा है।
अन्य प्रमुख सीटें और मुकाबले
गायघाट में लोजपा सांसद वीणा देवी की बेटी कोमल सिंह मैदान में हैं।
सरायरंजन में मंत्री विजय चौधरी लगातार चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
गौड़ा बौराम में राजद और वीआईपी दोनों के उम्मीदवार एक-दूसरे के खिलाफ हैं,
जिससे महागठबंधन में असमंजस की स्थिति है। कल्याणपुर में जदयू के महेश्वर
हजारी मैदान में हैं, वहीं भाकपा (माले) ने रंजीत राम को उतारा है।
जाले में मंत्री जीवेश मिश्रा (भाजपा) और कांग्रेस के ऋषि मिश्रा आमने-सामने हैं।
मधेपुरा में जदयू ने पहली बार गैर-यादव उम्मीदवार कविता साहा को टिकट दिया है, जबकि राजद ने पुराने विधायक चंद्रशेखर यादव पर भरोसा जताया है।
मुंगेर सीट पर भाजपा के कुमार प्रणय सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। उन्होंने अपने हलफनामे में 170 करोड़ की संपत्ति घोषित की है।
मतदान शांतिपूर्ण, प्रशासन सतर्क
सुबह से ही कई इलाकों में लंबी कतारें देखने को मिलीं। प्रशासन ने सुरक्षा के सख्त इंतज़ाम किए हैं। मतदान केंद्रों पर पुलिस और होमगार्ड तैनात हैं। दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए अलग व्यवस्था की गई है।
पहला चरण बिहार के चुनावी माहौल की दिशा तय करेगा। जिन सीटों पर बड़े नेता उतरे हैं, उनके नतीजे बाकी चरणों में वोटरों के मूड को प्रभावित कर सकते हैं। तेजस्वी यादव, सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, खेसारी लाल यादव और मैथिली ठाकुर जैसे नाम इस चरण की सबसे बड़ी चर्चा हैं।