Back
नूरपुर नागनी माता मेले में दो माह का चमत्कारिक आयोजन
BSBhushan Sharma
Sept 15, 2025 08:46:33
Nurpur, Himachal Pradesh
लोकेशन नूरपुर भूषण शर्मा
अद्धभुत है माता नागनी के दो माह तक चलने वाले मेले
एंकर -नूरपुर में स्थित प्राचीन नागनी माता मंदिर राज्य में सबसे लंबी अवधि तक चलने वाले धार्मिक मेलों में से एक है। श्रावण मास से शुरू होकर दो माह तक चलने वाले इन मेलों में देश के विभिन्न राज्यों जैसे जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली से लाखों श्रद्धालु माता नागनी के दरबार में नतमस्तक होते हैं।
इस मेले की सबसे अनूठी विशेषता यह है कि जहरीले सांप, बिच्छू या अन्य विषैले जीव-जंतुओं के काटने से पीड़ित लोग मात्र माता की शक्कर (विशेष प्रकार की मिट्टी) और पवित्र जल का लेप अथवा सेवन करके जहर से पूरी तरह मुक्त हो जाते हैं। श्रद्धालु अपने घर ले जाने के लिए माता की शक्कर और जल भी प्राप्त करते हैं।
प्रतीकात्मक श्रद्धा का पर्व
माता नागनी के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था अतुलनीय है। यह मेला न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक रूप से भी महत्वपूर्ण बन चुका है। यहां हर साल कुल नौ मेले आयोजित होते हैं, जिनमें से एक को जिला स्तरीय मेला घोषित किया गया है। हर मेले में लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। अंतिम मेले के दौरान विशाल भंडारे का आयोजन होता है, जो विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र होता है।
इतिहास और मान्यता
मंदिर कमेटी के सदस्य प्रीतम मन्हास ने बताया कि यह स्थान अंग्रेजी शासनकाल से जुड़ा हुआ है। पहले इस स्थान को 'कोड़ी' के नाम से जाना जाता था। मान्यता है कि एक व्यक्ति को कोड़ से पीड़ित होने पर माता नागनी के जल और शक्कर ने चमत्कारिक रूप से स्वस्थ किया था। उसके बाद इस स्थान को नागनी माता के नाम से जाना जाने लगा।
समर्पित सेवाभाव से कार्यरत नागनी माता सेवादल
नागनी माता सेवादल के सदस्य विशेष रूप से मेलों के दौरान समर्पित भाव से कार्य करते हैं। श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए लाइन लगवाना, पानी की सेवा, जूते-चप्पल सुरक्षित रखने से लेकर मंदिर परिसर की सफाई तक सभी कार्य इन्हीं के द्वारा सुनिश्चित किए जाते हैं।
सरकारी समर्थन और सुविधाएं
इस अनूठे मेले की महत्ता को देखते हुए सरकार ने इसे जिला स्तरीय मेले का दर्जा प्रदान किया है। इसके साथ-साथ मंदिर कमेटी ने श्रद्धालुओं के लिए रहने-खाने की उत्कृष्ट व्यवस्थाएं की हैं। विशेष रूप से विवाह, सेरमनी या अन्य धार्मिक कार्यों के लिए निशुल्क भवन की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, जिससे श्रद्धालुओं का लाखों रुपये का खर्च बचता है। वर्तमान में भी मंदिर कमेटी द्वारा भवन निर्माण कार्य जारी है।
बारिश में भी श्रद्धालुओं का तांता
विशेष बात यह है कि मणिमहेश, कुंजर महादेव जैसी बड़ी यात्राएं भारी बरसात के कारण स्थगित की गईं, लेकिन माता नागनी के दरबार में श्रद्धालुओं की आस्था इतनी प्रबल रही कि वे लगातार पहुंचते रहे।
बाइट – प्रीतम मन्हास, सदस्य, नागनी माता मंदिर कमेटी
3
Report
For breaking news and live news updates, like us on Facebook or follow us on Twitter and YouTube . Read more on Latest News on Pinewz.com
Advertisement
TBTarsem Bhardwaj
FollowSept 15, 2025 10:36:110
Report
PSParambir Singh Aulakh
FollowSept 15, 2025 10:35:450
Report
ASAvtar Singh
FollowSept 15, 2025 10:19:090
Report
NSNeeraj Sharma
FollowSept 15, 2025 10:07:421
Report
KBKulbir Beera
FollowSept 15, 2025 10:06:221
Report
MTManish Thakur
FollowSept 15, 2025 09:47:510
Report
MSManish Shanker
FollowSept 15, 2025 09:47:230
Report
KKKIRTIPAL KUMAR
FollowSept 15, 2025 09:45:250
Report
ADAnkush Dhobal
FollowSept 15, 2025 09:36:361
Report
TBTarsem Bhardwaj
FollowSept 15, 2025 09:36:281
Report
KSKamaldeep Singh
FollowSept 15, 2025 09:35:152
Report
VKVipan Kumar
FollowSept 15, 2025 09:17:430
Report
ASARVINDER SINGH
FollowSept 15, 2025 09:16:480
Report
AAAsrar Ahmad
FollowSept 15, 2025 09:04:032
Report
SNSUNIL NAGPAL
FollowSept 15, 2025 09:00:180
Report