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गडकरी ने शिक्षा विभाग की समस्याओं पर खोला राज, जानें क्या कहा!
AKAMAR KANE
FollowJul 12, 2025 15:35:43
kolhapur, Maharashtra
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नागपुर मे एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने शिक्षा विभाग के प्रॉब्लेम के बारे मे बताते हुए चल रे कुछ गलत चिजो पर टिप्पणी की
गडकरी ने कहा है की, सत्ता, संपत्ती, ज्ञान और सौंदर्य से व्यक्ती को अहंकार होता है.. जब ये सब बाते आ जाती है तो उस व्यक्ती को लगता है की वो बहुत शयाना है, और वो अपने असेंरटीव्ह स्वभाव के साथ दूसरो पर थोपता है. इससे कोई बडा नही बनता.
गडकरी ने कहा कि वो तिसरी बार सांसद चुनकर आया है. इस चुनाव मे उन्होंने सोचा था वो कोई पोस्टर, बैनर नही लगायेंगे, ना किसीं को खाना खिलायेंगे, जात-पात की राजनीती नही करनी.. जिसको देना है वोट दे, अन्यथा ना दे.. वो अपने वसुलो के साथ चलेंगे..
शिक्षा विभाग के बारे बोलते हुए गडकरी ने कहा की, प्रॉब्लेम तो है..टीचर के अप्रुव्हल के लिए माल-पानी देना पडता है, अँपॉइंटमेंट के लिए भी पैसे मांगनेवाले है..
शिक्षा का सार्वत्रीकरण होना चाहिये.... और शिक्षा की गुणवत्ता भी मेंटेन होना चाहिए
शिक्षा विभाग के अधिकरी क्या- क्या करते उन्हें सब मालूम है, फिर जेल जाते है अधिकारी...
गडकरी ने कहा की, लोग उनसे पुछते है की, इतनी प्रॉब्लेम है तो रोड कैसे बनते है, तब वो उन्हे कहते है की,
There are some people's who covert problems into opportunity and some people's who convert opportunity into problems...
जब तूमको नौकरी मिली है इसका मतलब तुम्हारी परीक्षा है, तुम गधे को घोडा कैसे बना सकते हो... ये मत गिनाओ की ये गधा ही है, सुधर नही सकता... अरे सुधर नही सकता इसिलिए तुम्ह बुलाया गया है..
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कहां की *विनम्रता कैसी होनी चाहिए फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन कि उन्होंने देखी* एक वाक्य का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि एक कार्यक्रम में वो अमिताभ बच्चन के साथ बैठे थे ,तभी एक छोटा लड़का और लड़की मंच पर आते हैं ,अमिताभ बच्चन उठकर हाथ जोड़कर उन्हें मंच पर बुलाए, गडकरी ने कहा कि वो बैठे रहे, बाद संकोच वस खड़े हुए, बाद में वो गए, गडकरी ने कहा कि बाद मे उन्हें ध्यान में आया कि छोटे लड़कों के लिए भी इतनी बड़ा अभिनेता कितना विनम्र है,
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जब भविष्य का भारत निर्माण करना है, तो स्वाभाविक रूप से भविष्य का भारत कैसे निर्माण करना है, आज के विद्यार्थियों को आप क्या पढ़ावो गे, इसके ऊपर उसका परिणाम होगा,हमारा इतिहास, हमारे संस्कृति और विरासत जो है, वह देश तक सीमित नहीं है, *हम यह कहते कि मानव जाति का कल्याण हो और सबसे बड़ी समस्या यह है, विश्व युद्ध के कगार पर विश्व खड़ा है, हमारा देश गौतम बुद्ध की भूमि है, जिन्होंने इस देश को सत्य ,अहिंसा एक प्रकार से मानवता का संदेश दिया है, विश्व गुरु बनने की हममे क्षमता भी है, यह बनने के लिए भविष्य की हमें जो पीढ़ी निर्माण करनी है, उसको किस तरीके से हम निर्माण कर रहे हैं ,उस पीढ़ी के कार्य, करतूत के आधार पर हमारे देश का मूल्यांकन होने वाला है*, इसलिए स्वाभाविक रूप से शिक्षा ही महत्वपूर्ण है,
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