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बुंदेलखंड में टेसू-झिंझिया विवाह: कुंवारी कन्याओं के गीतों में राक्षस की पूजा
JSJitendra Soni
Oct 06, 2025 18:02:08
Jalaun, Uttar Pradesh
बुंदेलखंड की अनोखी परम्परा, टेसू-झिंझिया का विवाह हुआ सम्पन्न, यहां कुंवारी कन्याएं पूजती है राक्षस के पैर रिपोर्ट-जितेन्द्र सोनी प्लेस-जालौन यूपी डेट-06-10-2025 एंकर बुंदेलखंड के जालौन में बुंदेली खेल की परंपरा आज भी लोग बड़े हर्षाल्लास के साथ मनाते हैं यहां टेसू-झिंझिया विवाह का खेल बुंदेली संस्कृति को आज भी बनाए हुए है यह अदभुत खेल पूरे एक महीने तक कुंवारी कन्याओं द्वारा खेला जाता है कन्यायें इस खेल को चार चरणों में खेलती हैं जो भादौ मास की पूर्णिमा के बाद शुरू हो जाता है और शरद पूर्णिमा तक चलता है शरद पूर्णिमा की रात टेसू-झिंझिया का विवाह होने से इस पूर्णिमा को टिसवारी पूनो के नाम से भी जाना जाता है। बुंदेलखंड की धरा पर अनेक बुंदेली परंपरा आज भी अपनी छाप को छोड़े हुए हैं जिन्हें भूल पाना आसान नहीं है इसी क्रम में वर्षा ऋतु की समाप्ति तथा शरद ऋतु प्रारम्भ होने की दस्तक के मध्य यह खेल कुंवारी कन्याओं द्वारा ही खेला जाता है जिसमें कन्याओं का झुंड भोर सवेरे जाग कर पूरे 15 दिन अर्थात् क्वांर मास के प्रथम पखवारे तक दीवार पर सूर्य-चंद्रमा का गाय के गोबर से चित्र बनाती हैं तथा गोबर की टिपकी लगाती हुईं ‘भौर भए सब जागो नारे, सुअटा मालिन ठांड़ी द्वार’ गीत को गाया करती हैं एक पखवारे क्वांर मास की अमावस्या तक यह क्रम निरंतर चलता रहता है इसी पखवारे में कन्याओं द्वारा शाम को कांटो वाला झक्कर लेकर गांव की गलियों में ‘मामुलिया के आए लिवऊआ, ठुमुक चली मेरी मामुलिया’ गीत गाकर गाँव के बाहर बने तालाब-तलईया में सिराने जाती हैं इस एक पखवारे के बाद दूसरा चरण प्रारंभ होता है इस पखवारे में जिस स्थान पर गोबर की टिपकियाँ लगाई जाती हैं उसी स्थान पर मिट्टी की मूर्ति बनाकर गौरा की पूजा की जाती है इसमें कन्यायें खड़े गेंहू तथा चना को पकाकर ‘मेरी गोरा को पेट पिरानो, बरेदी भईया हपक्कू’ गीत गाकर सुबह तथा शाम को निरंतर हपक्कू मनाती हैं इसके बाद तीसरे चरण में जिन कन्याओं की शादी हो जाती है। वह सुअटा के बने चित्र की पूजा आदि करती हैं नवरात्रि की अष्टमी को दीवाल पर सुअटा बनाया जाता है जिसे भौमासुर राक्षस कहा जाता है। इसके बाद प्रारंभ होता है चौथा व अंतिम चरण जिसमें दशहरा वाले दिन से बच्चे टेसू बनाते हैं तथा कन्यायें मिट्टी के घिल्लों में दीपक जलाकर झिंझिया बनाती हैं। वही इस मौके पर मुहल्ले व आस-पड़ोस के घरों से अनाज, पैसा आदि मांगने की प्रथा है जिसमें ग्रामीण बड़े हर्षोउल्लास के साथ टेसू-झिंझिया के गीत सुनकर मंत्र-मुग्ध होते हैं यह क्रम 5 दिन चलता है वही लड़के टेसू बनाकर ‘टेसू मेरा यहीं खडा़, खाने को मांगे दही बड़ा’ गीत गाते हुए घरों से अनाज-पैसा आदि मांगते हैं वहीं कन्याऐं ‘बूझत-बूझत आए थे, नारे सुअटा पौर भरी दालान’ गीत गाती हैं घरों से उन्हें दान स्वरूप अनाज, रूपये आदि देकर विदा किया जाता है शरद पूर्णिमा के दिन इस खेल का अंत टेसू-झिंझिया के विवाह के साथ हो जाता है टेसू-झिंझिया का विवाह बडे धूम-धाम से मनाया जाता है लोग अपनी-अपनी बारातों को सजाकर उसी स्थान पर ले जाते हैं जहां पर सुअटा बना होता है। इस मौके पर कन्यायें सुअटा यानी भौमासुर की पूजा पैर पूजकर करती हैं दशहरा से शरद पूर्णिमा तक रात में महिलायें बुंदेली गीतों को गाकर नाचती हैं आज मनाए जाने वाले टेसू-झिंझिया के विवाह की तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। विद्वान पं. देवेंद्र मिश्रा बताते हैं कि भौमासुर राक्षस कुंवारी कन्याओं से पैर पुजाता है। इसीलिए यह राक्षस की श्रेणी में आता है श्रीकृष्ण ने इस राक्षस का वध शरद पूर्णिमा के दिन ही किया था तभी से यह परम्परा आज तक चली आ रही है बुंदेली संस्कृति का यह खेल बुंदेलखंड के अलावा मथुरा-वृंदावन में भी खेला जाता है। साथ ही जालौन के कोंच में भी नगर में टेशू झिझिया का विवाह करवाया गया और नगर डीजे के साथ बारात निकाली गई सुरक्षा के پुख्ता इंतजाम थे।
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ADAnup Das
Oct 06, 2025 19:03:29
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AAAkshay Anand
Oct 06, 2025 19:02:33
Noida, Uttar Pradesh:
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RRRakesh Ranjan
Oct 06, 2025 19:02:25
Noida, Uttar Pradesh:सीएम धामी ने अपने सोशल मिडिया एक्स पर लिखा कि अल्पसंख्यक शिक्षा विधेयक–2025 को स्वीकृति प्रदान करने के लिए माननीय राज्यपाल LtGenGurmit जी (सेवानिवृत्त) का हार्दिक आभार! माननीय राज्यपाल महोदय की स्वीकृति के साथ ही इस विधेयक के कानून बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इस कानून के अंतर्गत अल्पसंख्यक समुदायों की शिक्षा व्यवस्था के लिए एक प्राधिकरण का गठन किया जाएगा जो अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थानों को मान्यता प्रदान करने का कार्य करेगा साथ ही इस विधेयक के लागू होने के बाद मदरसा जैसे अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों को उत्तराखंड शिक्षा बोर्ड से मान्यता लेनी होगी। निश्चित तौर पर यह कानून राज्य में शिक्षा व्यवस्था को अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और गुणवत्तापूर्ण बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
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RNRajesh Nilshad
Oct 06, 2025 19:02:03
Chittorgarh, Rajasthan:रायपुर दिल्ली दौरे से लौटे सांसद बृजमोहन अग्रवाल. दौरे को लेकर कहा- छत्तीसगढ़ के विकास को दिल्ली में नई दिशा देने के लिए सार्थक चर्चा हुई. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा से मुलाकात कर राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के लिए 15 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने छत्तीसगढ़ के रजत जयंती के अवसर पर 1 नवंबर को सूर्य किरण एरोबेटिक डिस्प्ले की स्वीकृति प्रदान की है. ननकीराम कंवर मामले पर कहा- ननकी राम कंवर वरिष्ठ नेता है, उनके कुछ सुझाव है. प्रदेश अध्यक्ष ने उनसे बात किया है. बिहार चुनाव में भूपेश बघेल को सीनियर ऑब्जर्वर बनाए जाने ली चुटकी कहा-जहां-जहां पांव पड़े संतन के तहां तहां बंटाधार हुआ.
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NCNITIN CHAWRE
Oct 06, 2025 19:01:52
Katni, Madhya Pradesh:गांव में महिलाओं का गुस्सा फूटा, पैकारियों पर लाठियां चढ़ी, शराब बहाई गई और कार्टन में आग लगाई गई. कटनी जिले के बाकल थाना क्षेत्र के कछार गांव में अवैध शराब कारोबार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया. लाठी-डंडों से लैस महिलाओं ने गांव के पैकारियों के घरों में प्रवेश कर शराब की बोतलें छीनीं और सड़क पर बहा दीं. इसके बाद बोतलों और कार्टून को आग के हवाले कर दिया गया गया. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ग्रामीण महिलाओं ने आरोप लगाया कि गांव में लंबे समय से अवैध शराब की बिक्री खुलेआम हो रही है, जिससे घर-परिवार टूट रहे हैं. नशे की लत से युवाओं और पुरुषों का व्यवहार हिंसक हो गया है. महिलाएं घरेलू हिंसा और आर्थिक संकट झेलने को मजबूर हैं. पुलिस और आबकारी विभाग को बार-बार शिकायत के बावजूद भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई. तनावपूर्ण माहौल में महिलाएं सड़क पर उतर आईं और प्रदर्शन शुरू कर दिया. पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति संभाली. महिलाएं चेतावनी दे रही थीं कि अगर अवैध शराब पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े आंदोलन की राह अपनाएंगी. उनका कहना है कि सिर्फ विरोध नहीं, अब ठोस नतीजे चाहिए, नशे से गांव को मुक्त कराना ही उद्देश्य है. कटनी के एडिशनल एसपी संतोष डेहरिया ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और अगर अवैध पैकारी संचालित पाई गई तो संबंधितों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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SSSHAILENDAR SINGH THAKUR
Oct 06, 2025 19:01:40
Bilaspur, Chhattisgarh:बिलासपुर। कारोबारी हेमंत चंद्राकर द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अफसरों पर मारपीट और मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए जाने के मामले में आज हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। मुख्य न्यायाधीश रमेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बेंच ने पीड़ित पक्ष को निर्देश दिया कि वे अपना बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराएं। साथ ही कोर्ट ने हेमंत को मेडिकल जांच और आरोपी ईडी अधिकारी के खिलाफ आवेदन दाखिल करने की अनुमति भी दी। कारोबारी हेमंत चंद्राकर ने बीते सप्ताह सिटी कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी कि 29 सितंबर को ईडी कार्यालय में पूछताछ के दौरान उनके साथ शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ना की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी अधिकारी ने उनसे कहा कि वे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके करीबी लोगों पर कमीशन लेने के आरोप स्वीकार करें। मना करने पर उनके साथ मारपीट की गई और परिवार को जेल भेजने की धमकी दी गई। घटना के बाद हेमंत चंद्राकर का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वे रोते हुए कह रहे हैं कि मैंने किसी से कोई पैसा नहीं लिया, सिर्फ बिजनेस किया है। मेरे परिवार को जेल में डाल दो, हमें मार दो साहब, अब जीना नहीं है। मामला हाईकोर्ट पहुंचने पर ईडी की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस.वी. राजू और सौरभ पांडे ने पक्ष रखा, जबकि हेमंत चंद्राकर की ओर से पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वहां और गगन तिवारी ने पैरवी की। हेमंत के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल के साथ ईडी ने थर्ड डिग्री टॉर्चर किया, जबकि ईडी की ओर से इन आरोपों से इंकार किया गया। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद ईडी वकील का बयान रिकॉर्ड किया। चंद्राकर ने अपनी शिकायत में कहा कि ईडी अधिकारी ने उनसे कहा कि वे यह स्वीकार करें कि भूपेश बघेल से जुड़े लोगों, विजय भाटिया, रामगोपाल अग्रवाल, आशीष वर्मा, मंदीप चावला, आदित्य अग्रवाल, शाश्वत जैन, किशोर चंद्राकर और सतपाल सिंह छाबड़ा को कमीशन देकर कार्य कराए गए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके परिवार को भी झूठा बयान देने के लिए दबाव में रखा गया। हेमंत चंद्राकर ने पुलिस से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर संबंधित ईडी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कोर्ट ने अगली सुनवाई से पहले मजिस्ट्रेट के समक्ष पीड़ित का बयान दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
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SPSANDIP PRAMANIK
Oct 06, 2025 19:01:16
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SJSantosh Jaiswal
Oct 06, 2025 19:01:06
Chandauli, Uttar Pradesh:ब्रेकिंग चंदौली... मुगलसराय चकिया मार्ग पर बाल बाल बच्ची दर्जनों यात्रियों की जान रॉक के बावजूद पानी में डूबे सड़क से गुजर रही थी सवारियों से भरी बस तेज बहाव के बीच सवारियों से भरी बस सड़क किनारे पलटी नजर देख मौके पर मदद के लिए दौड़े सैकड़ो ग्रामीण बस में फंसे बच्चों महिलाओं बुजुर्गों को शीशा तोड़कर ग्रामीण निकाल बाहर संयोग अच्छा था कि बस सड़क किनारे खड़े में उतरकर तिरछी खड़ी हो गई मुगलसराय से दो दर्जन से अधिक सवारियों को लेकर बस जा रही थी इलिया समय रहते ग्रामीणों ने दिखाई तत्परता नहीं तो हो जाता बड़ा हादसा पिछले तीन दिन से सड़क पर 3 फीट से अधिक ऊंचाई से बह रहा है पानी गड़ई नदी और चंद्रप्रभा नदी के बाढ़ के कारण मुगलसराय चकिया मार्ग पर शनिवार से है यातायात बंद पुलिस अधीक्षक आदित्य लाग्हे के आदेश पर के शनिवार शाम से यातायात किया गया था बंद पुलिस अधीक्षक के आदेश के बावजूद बाढ़ के पानी में डूबे सड़क पर कैसे चली सवारी बस पानी में बस पलटने के बाद होती दर्जनों मौत तो कौन होता जिम्मेदार बबूरी थाना क्षेत्र के चंदौली मिर्ज़ापुर सीमा पर नोमेंस लैड में शीनाथपुर गांव के समीप कि घटना
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AAAkshay Anand
Oct 06, 2025 19:00:38
Noida, Uttar Pradesh:उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया, "अल्पसंख्यक शिक्षा विधेयक-2025 को स्वीकृति प्रदान करने के लिए माननीय राज्यपाल श्री गुरमीत सिंह जी (सेवानिवृत्त) का हार्दिक आभार! माननीय राज्यपाल की स्वीकृति के साथ ही अब इस विधेयक के कानून बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इस कानून के तहत अल्पसंख्यक समुदायों की शिक्षा व्यवस्था हेतु एक प्राधिकरण की स्थापना की जाएगी, जो अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों को मान्यता प्रदान करने का कार्य संभालेगा। इसके अतिरिक्त, इस विधेयक के लागू होने के बाद मदरसों जैसे अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों को उत्तराखंड शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त करना आवश्यक होगा। निःसंदेह, यह कानून राज्य में शिक्षा व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और गुणात्मक बनाने में सहायक सिद्ध होगा।"
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PKPravesh Kumar
Oct 06, 2025 19:00:19
Ayodhya, Uttar Pradesh:बिग ब्रेकिंग अयोध्या बोलेरो गाड़ी में छिपके बैठे बच्चे की मौत।4 वर्षीय अख्तर रजा पुत्र नफीश की मौत।5 वर्षीय माही_BE hoosh,अस्पताल में 5 वर्षीय बच्ची का चल रहा इलाज।घर पर खड़ी बोलेरो में दम घुटने से हुई मौत।खेलते समय बच्चे गेट खोलकर बैठ गए थे खड़ी बोलेरो में।ड्राइवर के उतरने के बाद बच्चे छिपकर गाड़ी में बैठे थे।ड्राइवर ने दूर से ही गाड़ी लॉक कर गांव चला गया।बच्चे अंदर फंस गए,नहीं खोल पाए दरवाजा।गाड़ी का सीसा तोड़कर निकाला गया बच्चों को।ऑक्सीजन की कमी से अख्तर रजा की हुई मौत।परिवार में मचा कोहराम, गांव में माहौल गमगीन।पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।थाना बाबा बाजार क्षेत्र के करौंदी गांव की घटना।
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