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गोंडा में कोहरे के कारण ई-रिक्शा-ट्रक भिड़ंत, 16 श्रद्धालु अस्पताल में भर्ती

AKAtul Kumar Yadav
Nov 05, 2025 07:35:00
Gonda, Uttar Pradesh
एंकर- खबर गोंडा से है। जहां करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत कपूरपुर गांव के पास कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्नान करके लौट रहे श्रद्धालुओं से भरे एक ई-रिक्शा की खड़े ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई। इस भीषण सड़क हादसे में ई रिक्शा पर बैठे 16 श्रद्धालु घायल हो गए हैं जिनमें से 6 श्रद्धालुओं की हालत नाजुक बनी हुई है जिन्हें गोंडा के मेडिकल कॉलेज इलाज के लिए भेजा गया है। शेष 10 श्रद्धालुओं को हल्की चोटें आई है जिनका सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें उनके घरों के लिए भेज दिया गया है। यह भीषण सड़क हादसा घने कोहरे के कारण हुआ है जिसमें एक ही रिक्शा पर सवार सभी 16 श्रद्धालु घायल हो गए। अत्यधिक कोहरे के कारण ई-रिक्शा चालक सड़क किनारे खड़े एक ट्रक को देख नहीं पाया जिसके परिणामस्वरूप ई-रिक्शा ट्रक के पिछले हिस्से से जा भिड़ा। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि रिक्शा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और सभी यात्री घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। छह गंभीर रूप से घायल गुड्डी,पीके,हार्दिक,संकुन्तला, ममता और रामदेवी यह गंभीर रूप से घायल है जिनका गोंडा मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। दुर्घटना का मुख्य कारण ओवरलोडिंग भी माना जा रहा है, क्योंकि चार-पांच यात्रियों की क्षमता वाले ई-रिक्शा में एक साथ 16 श्रद्धालु सवार थे। इस लापरवाही और घने कोहरे के चलते इतना बड़ा हादसा हो गया। पुलिस घटना की जांच कर रही है और ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है।
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SKSATISH KUMAR
Nov 05, 2025 10:00:19
Jaspur, Uttarakhand:गर्जिया मंदिर परिसर में गंगा स्नान मेले का आयोजन किया गया,हर साल की तरह इस बार भी श्रद्धालाओं ने कोसी नदी के पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाते हुए माता के दर्शन कर पूजा अर्चना की इसके साथ ही ग्राम छोई में स्थित हनुमान धाम मेंभी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और उन्होंने यहां भी नदी में आस्था की डुबकी लगाकर मंदिर में दर्शन किए सुबह से ही मंदिर परिसर और नदी किनारे श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी. लोगों ने विधि-विधान से स्नान कर देवी गर्जिया के दर्शन किए और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की. कोसी नदी को यहाँ की गंगा कहा जाता है, और गर्जिया मंदिर में स्नान का यह मेला हर साल कार्तिक पूर्णिमा के आसपास लगता है.उत्तराखंड के साथ ही उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा से भी श्रद्धालु यहाँ पहुँते हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए मंदिर समिति और प्रशासन की ओर से विशेष इंतज़ाम किए गए. नदी किनारे गोताखोर और जल पुलिस की टीमें तैनात रहीं,मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, प्रसाद और साफ-सफाई की व्यवस्था की. हालांकि इस बार पिछले वर्षों के मुकाबले भीड़ में भारी कमी देखने को मिली. स्थानीय लोगों का कहना है कि मौसम और परिवहन की असुविधा की वजह से श्रद्धालु कम पहुँचे. श्रद्धालु सुमन बिष्ट कहती है कि हर साल यहाँ आते हैं माता के दर्शन करने से मन को बहुत शांति मिलती है,इस बार भीड़ थोड़ी कम है, लेकिन माहौल पहले जैसा ही श्रद्धा भरा है. वहीं श्रद्धालु भूपेंद्र खाती कहते है कि कोसी का पानी बहुत पवित्र माना जाता है, यहाँ स्नान करने से पाप धुलते हैं,हम कई सालों से यहाँ आ रहे हैं, हर बार अलग अनुभव मिलता है. वहीं मंदिर समिति के अध्यक्ष कुबेर सिंह अधिकारी कहते है मेला शांतिपूर्ण चल रहा है,प्रशासन और समिति ने मिलकर पूरी व्यवस्था संभाली,भीड़ भले ही कम रही हो, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं दिखी. गर्जिया मंदिर का ये मेला सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि लोक आस्था का पर्व है,जहाँ श्रद्धा, संस्कृति और कुमाऊँ की परंपरा एक साथ दिखाई देती है। भले ही इस बार भीड़ कम रही हो, लेकिन आस्था की डोर पहले की तरह अटूट बनी रही. मेले को लेकर एसडीएम प्रमोद कुमार,सीओ सुमित पांडे, कोतवाल सुशील कुमार भी सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था को लेकर मेला स्थल पर डटे रहे।
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SSSHARVAN SHARMA
Nov 05, 2025 09:59:07
Shamli, Uttar Pradesh:शामली में सीमा विवाद पर यूपी और हरियाणा आमने-सामने: शामली में किसानों के सरकारी पट्टे पर चलाई जा रही बालू खनन को लेकर हरियाणा खनन विभाग के अधिकारी जबरन दबंगई दिखाने का मामला सामने आया है. हरियाणा के खनन विभाग के अधिकारी खनन कार्य रोकते हैं और आसपास के किसानों को आवागमन पर पाबंदी लगाते हैं. शामली के प्रशासनिक अधिकारियों ने टीम भेजकर सर्वेक्षण कराया और पाया कि क्षेत्र यूपी की सीमा के भीतर है, जबकि हरियाणा के अधिकारियों के आरोप थे कि काम रोका गया. यह मामला थाना झिझाना क्षेत्र के बिडोली व शीतल खेड़ी गांवों की सीमा का है. यूपी सरकार ने शाकम्भरी माइंस नाम की कंपनी को बालू का टेंडर दिया हुआ है; बरसात के मौसम के बाद कंपनी कर्मचारी खनन के लिए पहुंचे तो हरियाणा के खनन अधिकारी पहुँचे और उनका काम रोक दिए. यह घटनाएं बार-बार हुईं. किसानों और पट्टे के स्वामियों ने शिकायत की. SDM ऊन संदीप त्रिपाठी ने मौके का सर्वे कराया और पाया कि पूरा क्षेत्र यूपी सीमा के भीतर है; अब तक सर्वे रिपोर्ट ऑफ इंडिया की ऑथेंटिक रिपोर्ट नहीं आई है, इसलिए सीमांकन करना मुश्किल है. क्षेत्र के अधिकारिक पक्षों के अनुसार यह यूपी का क्षेत्र है औरBorder पर निशान देहाई का काम जारी रहेगा. शाकम्भरी माइंस के कर्मचारियों ने भी शिकायत की थी कि हरियाणा के अधिकारी बार-बार काम रोकते रहे, जिससे यूपी को राजस्व हानि होती है. घटना के दौरान अधिकारियों के बयान और बयानों में विरोध बना रहा.
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