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Sirohi307001

राजस्थान के माउंट आबू में कड़ाके की सर्दी, न्यूनतम तापमान लगभग 3°C

STSharad Tak
Nov 16, 2025 06:49:45
Sirohi, Rajasthan
मौसम का बदलता मिज़ाज राजस्थान के एक मात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में कड़ाके की सर्दी लेकर आया है। क्षेत्र में चल रही शीत लहर से सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है। आज न्यूनतम तापमान लगभग 3 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है। ठंड इतनी तेज है कि लोगों की दिनचर्या भी देर से शुरू हो रही है। सर्दी से बचने के लिए स्थानीय निवासी गर्म कपड़ों, हीटर और अलाव का सहारा ले रहे हैं। वहीं, माउंट आबू पहुंचे पर्यटक भी इस कड़ाके की सर्दी का भरपूर आनंद ले रहे हैं। ठंडी हवाओं और खूबसूरत नजारों के बीच पर्यटन स्थलों पर सुबह से ही हलचल बढ़ी हुई दिखाई दे रही है।
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VSVishnu Sharma
Nov 16, 2025 08:56:24
Jaipur, Rajasthan:राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहनराव भागवत ने कहा कि स्वयंसेवकों और प्रचारकों के लिए संघ कार्य ही सबसे महत्वपूर्ण है। संघ ने मुझे कहा कि सरसंघ चालक हो जाओ, मैं हो गया। कल संघ कहेगा उतरो झाडू लगाओ तो मैं झाडू लगाउंगा। संघ ने बताया वो कर रहा हूं, मेरी इच्छा या आकांक्षा कुछ नहीं है। संघ जो बताएगा वो सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। संघ कार्यकर्ताओं में यही भाव प्रमुख है। डॉ भागवत ने राजस्थान के दिवंगत संघ प्रचारकों के कार्य प्रसंगों पर आधारित ग्रंथ '...और यह जीवन समर्पित' के विमोचन समारोह में ये बात कही। राजस्थान के दिवंगत प्रचारकों की जीवन चर्चा और कार्य जुड़े प्रसंगों को लेकर ग्रंथ लिखा गया। इस ग्रंथ का रविवार को संघ के सरसंघचालक डॉ मोहनराव भागवत ने विमोचन किया। ग्रंथ में 24 प्रचारकों की जीवटता का उल्लेख किया गया है। मालवीय नगर पाथेयकण सभागार में हुए समारोह में प्रदेश के वरिष्ठ प्रचारक, प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद रहे। समारोह के मुख्य वक्ता डॉ मोहनराव भागवत ने कहा कि संघ कार्य की अनुभूति ऐसी होती है कि विरोधी भी जाए तो बदल जाता है। परिस्थितियों और भाग्य पर स्वयंसेवक का बस चलता तो संघ के सभी स्वयंसेवक प्रचारक निकल जाते। यह भाव संघ को आगे बढ़ा रहा है, संघ सौ साल से चल रहा है। बाहर की दुनिया में हजार प्रकार के प्रश्न आएंगे , सटीक उत्तर देने के बाद भी सवाल बचे ही रहेंगे। संघ स्वयंसेवक और प्रचारक के मन में सिर्फ समर्पण ..... सरसंघचालक डॉ मोहनराव भागवत ने कहा भाव से हम स्वयंसेवक बनें, परिस्थिति अनुकूल रही तो प्रचारक बनें। प्रचारक के मन में इच्छा नहीं होती कि फोटो छपे, यह भी इच्छा नहीं रहती कि कोई हमारे प्रति कृतज्ञता व्यक्त करे। राजस्थान से हैं तो प्रचारक जीवन पर ग्रंथ लिख दिया, लेकिन सुदूर दुनिया में भी प्रचारक की कहानी ऐसी ही होती है। प्रचारक का समर्पण केवल समय का नहीं रहता है, वो तो सब कुछ दे देता है, उसे नाम भी नहीं चाहिए। कितने ही नाम ऐसे होंगे जो हमें मालूम नहीं है। जो संघ कार्य के भाव को नहीं समझते वो टीका टिप्पणी भी करते हैं, हमने अपना चेहरा दिखाने के लिए संघ कार्य का चयन नहीं किया। अब संघ की स्थितियां बदल गई है। इनके समय में संघ कार्य अतिशय कठिन था। व्यक्ति प्रचारक निकले ऐसी कोई परिस्थिति नहीं थी, संघ का काम छोटा और उपेक्षित था। डॉ हैडगेवार पर भी हंसी उड़ती थी, बच्चों को लेकर संघ कार्य करेगा। हिंदू संगठन मेंढक तोलने जैसा था। संघ कार्य अनुभूति और कल्पना से परे ..... डॉ भागवत ने कहा कि संघ का कार्य अनुभूति और कल्पना से परे है। स्वयंसेवकों का समर्पण और समाज का आयाचित स्नेह भी कल्पना से परे है। उस समय ऐसी स्थिति थी कि संघ कार्य होने वाला था ऐसा भी कुछ नहीं था। कौन कल्पना कर सकता है कि शाखा चलाकर राष्ट्र का कुछ भला होने वाला है। लोग कहते थे कि हवा में डंडे घुमा रहे हैं, कुत्ते भी मारने के काम नहीं आएंगे, ये क्या राष्ट्र की सुरक्षा करेंगे ? सामने सब अंधेरा ही था, प्रचारक जाना यानि अंधेरे में कूदना। अपने हाथ से अपने भविष्य पर मिट्टी पोतने के समान था। लेकिन एक भाव था भारत माता के लिए मैं नहीं करूँगा तो कौन करेगा ? मैं उसका अच्छा पुत्र कैसे कहलाऊंगा । स्वयंसेवकों में उत्कट भावना और हैडगवार पर विश्वास यही था। उस समय प्रचारक निकले देशभर में गए काम खड़ा किया कार्यकर्ता खड़े किए इतनी सुदृढ़ नींव बनाकर गए। आज परिस्थिति में अंतर, लेकिन माथा पच्ची ज्यादा ... डॉ भागवत ने कहा कि आज संघ की परिस्थित में बहुत बड़ा अंतर आया है। संघ का कार्य आज समाज व्यवस्था और लोगों के बीच चर्चा का विषय है। कष्ट कम हुआ है, लेकिन माथा पच्ची जरूर बढ़ी है जो पहले नहीं थी। काम करने के लिए शरीर चलाने की समस्या नहीं है। इस अनुकूलता में प्रचारक ने क्या किया यह महत्वपूर्ण नहीं है, उसने क्या किया था यह महत्वपूर्ण है। महापुरुष उनके कृत्यों के लिए जाने जाते हैं, वहीं स्वयंसेवक जानते हैं कि हम महापुरुष नहीं है हम तो साधारण लोग हैं। स्वभाविक काम है अपने देश के लिए काम करना है। समर्पण होता है इसके चलते उनमें ताकत आ जाती है। अपने कुछ जन्मजात गुणों के अलावा संघ कार्य में बहुत नई बातें सीख लेते हैं। लेकिन उनकी शक्ति का पूर्ण आविष्कार तब होता है जब वो अपनी इच्छा को भी संघ में विसर्जित कर देते हैं। संघ ने जो काम बताया वो सबसे महत्वपूर्ण है, उसमें संतोष का भाव है । मैं मेरा, मेरी रुचि, मेरी अरूचि, मेरा अभिमत कुछ नहीं है, संघ जो कहेगा वो मैं करूंगा। समर्पण की शक्ति ऐसी होती है। संघ को जानना है तो यहाँ आकर अनुभूति करें ... डॉ भागवत ने कहा कि संघ के प्रचारक निकले हैं, अभी भी निकल रहे हैं। संघ कार्य सब विपरीतताओं के बावजू़द लगातार बढ़ रहा है। स्वयंसेवकों के भाव बल और जीवन बल से आगे बढ़ रहा है, यही संघ का रहस्य है । लोग बाहर से टीका टिप्पणी करते हैं, वो यह रहस्य बताने के बावजूद समझेंगे नहीं जब तक संघ में आकर संघ कार्य की प्रत्यक्ष अनुभूति नहीं लेते। आज इस परंपरा को समझने की आवश्यकता है। अब संघ की उपेक्षा और विरोध समाप्त हो गया है, अनुकूलता ही अनुकूलता है। न चाहते हुए प्रसिद्धि होती है, न चाहते हुए मान प्राप्त होता है। कार्य के आवश्यक भाग के नाते सम्मान पर बैठना पड़ता है। ग्रंथ पढ़कर सीख लेनी चाहिए ... भागवत ने कहा कि प्रचारकों की जीवटता से सीख लेना होगा। मानसिकता से हर स्वयंसेवक प्रचारक हो जाता है, प्रत्यक्ष परिस्थिति में अंतर आता है। संघ की यही जीवन शक्ति है। संघ को अपना कार्य सफल करना है तो इसी शक्ति से आगे बढ़ना है। संघ केवल शाखा मैदान या कागज नहीं है। संघ यानी स्वयंसेवक, संघ यानी स्वयंसेवकों का जीवन है। उनका भाव बल है और इसके आधार पर आगे बढ़ना है। इस ग्रंथ को पढ़ना उनके प्रति कृतज्ञता गौरव का भान करना उन्हें अच्छा नहीं लगेगा लेकिन अगर इसको पढ़कर अपने कार्य से शतांश भाव आ गया तो वो खुश होंगे। इस ग्रंथ को स्वयंसेवकों को अपने घर में रखना चाहिए । स्वयंसेवकों की नई पीढ़ी को इसका वाचन करना चाहिए। हमारे पथ आलोकित करने वाला उस पथ पर चलने वाला ग्रंथ बन गया है। प्रकाशन किया है तो वरण किया है।
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DGDeepak Goyal
Nov 16, 2025 08:55:46
Jaipur, Rajasthan:सुप्रीम कोर्ट द्वारा आवारा कुत्तों से जुड़ी बढ़ती घटनाओं पर दिए गए ताज़ा निर्देशों के बाद राजस्थान के सभी शहरी निकाय हरकत में आ गए हैं। राज्य के स्कूल, कॉलेज, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल, कोर्ट परिसर, बाजार और स्टेडियम अब डॉग-फ्री ज़ोन घोषित किए जाएंगे। इसके लिए स्वायत्त शासन विभाग (DLB) ने जिला कलेक्टरों और सभी नगरीय निकायों को नई SOP और टाइमलाइन जारी कर दी है। दो सप्ताह में हटेंगे स्ट्रीट डॉग्स, 8 सप्ताह में पूरी प्रक्रिया पूरी। भीड़भाड़ वाले सभी सार्वजनिक परिसरों को 2 सप्ताह में श्वान-मुक्त करना अनिवार्य। पूरी प्रक्रिया पूरी करने के लिए 8 सप्ताह की अधिकतम अवधि तय। निगरानी की जिम्मेदारी सीधे जिला कलेक्टरों पर। निकायों को अपने-अपने क्षेत्रों के स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों, खेल परिसरों, बस डिपो और रेलवे स्टेशनों को चिन्हित कर दो सप्ताह में रिपोर्ट भेजनी होगी। हर संस्थान के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जिसका नाम मुख्य द्वार पर प्रदर्शित होगा। DLB ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि किसी परिसर में कुत्ते दोबारा पाए जाते हैं, तो संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई तय होगी। कुत्तों की पकड़, नसबंदी, टीकाकरण- पूरी प्रक्रिया अब सिस्टमेटिक नई SOP के अनुसार आवारा कुत्तों को मानवीय तरीके से प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा पकड़ा जाएगा। पशु कल्याण संगठनों और पंजीकृत पशु चिकित्सकों की निगरानी में नसबंदी, टीकाकरण, कृमिनाशन करवाया जाएगा। प्रक्रिया के बाद कुत्तों को उनके मूल स्थान पर छोड़ा जाएगा। लेकिन रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल, स्कूल, यूनिवर्सिटी और स्टेडियम से पकड़े गए कुत्तों को उन्हीं परिसरों में वापस नहीं छोड़ा जाएगा। रेबीज-संदिग्ध श्वानों को अलग श्वानालय में रखा जाएगा, जहां उन्हें भोजन–पानी उपलब्ध रहेगा। बार-बार काटने वाले श्वानों को विशेष निगरानी में रखना अनिवार्य होगा। खेल परिसरों में चौबीसों घंटे सुरक्षा, डॉग फीडिंग जोन भी बनाए जाएंगे। खेल मैदानों और स्टेडियमों को कुत्तों से मुक्त रखने के लिए संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर 24×7 सुरक्षा कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। नगरीय निकाय शहर में विभिन्न स्थानों पर डॉग फीडिंग जोन विकसित करेंगे। इन स्थानों पर बोर्ड लगाए जाएंगे और नागरिकों को इन्हीं निर्धारित जोनों में भोजन कराने के लिए प्रेरित किया जाएगा, जिससे स्वच्छता और सह-अस्तित्व दोनों सुनिश्चित रहे। अस्पतालों को एंटी-रेबीज वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक रखना होगा अनिवार्य। सरकारी ही नहीं, बल्कि निजी अस्पतालों को भी अनिवार्य रूप से एंटी-रेबीज वैक्सीन, इम्युनोग्लोबुलिन का पर्याप्त स्टॉक हर समय उपलब्ध रखना होगा, ताकि काटने की घटनाओं में त्वरित इलाज संभव हो सके। शिकायत के लिए 24 घंटे सक्रिय हेल्पलाइन -181 शहर में कहीं भी श्वान द्वारा काटे जाने की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने 181 हेल्पलाइन को 24×7 सक्रिय किया है। सड़कों और हाइवे को भी पशु-मुक्त किया जाएगा। नगरीय निकाय, PWD और NHAI के साथ मिलकर शहर की मुख्य सड़कों, राज्य मार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग को आवारा पशुओं से मुक्त करेंगे। इन पशुओं को सुरक्षित आश्रयों और गौशालाओं में भेजा जाएगा, जहां भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। काग़ज़ी आदेशों की असली परीक्षा होगी ज़मीनी अमल। प्रदेश में पहली बार सभी सार्वजनिक परिसरों को तय समयसीमा में डॉग-फ्री बनाने की जवाबदेही नगरीय निकायों पर तय की गई है। जनवरी की पहली तारीख़ सिर्फ़ एक डेडलाइन नहीं, बल्कि जवाबदेही की घड़ी है। आने वाले दो महीने यह तय करेंगे कि आदेशों का ज़मीनी क्रियान्वयन कितना प्रभावी होता है और क्या प्रदेश अपने निर्धारित लक्ष्य पर खरा उतर पाएगा।
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SKSundram Kumar
Nov 16, 2025 08:55:29
Patna, Bihar:रिपोर्ट: सुन्दरम पटना राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार चुनाव परिणाम पर कहा कि बिहार की जनता खास कर के महिलाएं धन्यवाद की पात्र है इतना प्रचंड बहुमत दिया है .एनडीए को हमारी पार्टी को इस बात के लिए बहुत-बहुत उनका धन्यवाद. रोहिणी आचार्य के द्वारा लगाए जा रहे हैं आरोप पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा क्या कहा जाए उनके परिवार का आंतरिक मामला है इसमें कोई कुछ नहीं कर सकता है. लेकिन इस तरह का ही आचार व्यवहार के लोग हैं उसमें कुछ स्थिति परिवार के अंदर है.जो बाहर दिख रही है. रोहिणी के द्वारा लगातार किए जा रहे हैं ट्वीट पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा बिहार की जनता सारी चीजों को देख रही है क्या हो रहा है. उनके जनता ही पर छोड़ दीजिए जनता किस रूप में देखती है लेकिन जनता ने अभी भी बता दिया आरजेडी को कहा जाता है मिट्टी में गाड़ दिया. मिट्टी में गाड़ दिया बिहार की जनता ने उनको संजय यादव के मामले पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा यह उनका मामला है. बाइट : उपेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय अध्यक्ष,राष्ट्रीय लोक मोर्चा सह राज्यसभा सांसद
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RSRajkumar Singh
Nov 16, 2025 08:55:13
Hajipur, Bihar:बड़ी खबर वैशाली से है जहाँ वैशाली थाना क्षेत्र के गोपालपुर चौक पर स्थित ज्ञान निकेतन कोंचिंग हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाले एक 7 वर्षीय छात्र की गला रेतकर हत्या किए जाने के बाद जमकर बवाल हो गया।आक्रोशित लोगों ने पहले हॉस्टल में तोड़फोड़ की और गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया उसके बाद पुलिस पर भी पथराव कर दिया।हालांकि घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस और भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे लालगंज एसडीपीओ ने मोर्चा संभाल लिया है और हालात को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है।घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और तोड़फोड़ शुरू कर दिया और जब पुलिस मौके पर पहुंची तो ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया।बताया गया कि मृत 7 वर्षीय छात्र बेलसर ओपी क्षेत्र के कल्याणपुर गांव निवासी रामशंकर ठाकुर का पुत्र अर्जुन ठाकुर है जो इसी हॉस्टल में रह कर पढ़ाई करता था इसी बीच खून से लथपथ हाल में उसका शव हॉस्टल के कमरे में मिला जिसकी खबर इलाके में आग की तरह फैल गई और उसके बाद लोगो ने जमकर बवाल किया।इस बारे में मृत बच्चे के परिजनों ने बताया कि बच्चे के शरीर पर कई जगह जख्म के निशान है और गला भी रेता हुआ है।वहीं एसडीपीओ सदर-2 गोपाल मंडल ने बताया कि मामले में हॉस्टल संचालक समेत चार लोगों को हिरासत में लिया गया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।वहीं उन्होंने बताया कि हॉस्टल में लगे सीसीटीवी कैंमरे को भी खंगाला जा रहा है फ़िलहाल एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची है जो वैज्ञानिक तरीके से मामले की जांच कर रही है।
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BSBHUPENDAR SINGH SOLANKI
Nov 16, 2025 08:54:52
Tonk, Rajasthan:उनियारा टोंक ककोड रोड पर अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर सड़क जाम, प्रशासन को चेताया उनियारा (टोंक). ककोड रोड पर अतिक्रमण नहीं हटाए जाने और राजस्व विभाग की लापरवाही से नाराज़ महिलाओं और पुरुषों ने आज नगर फोर्ट–ककोड मार्ग को जाम कर दिया। जाम लगते ही दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे यात्रियों और वाहन चालकों को करीब आधे घंटे तक भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद समस्या की सुनवाई नहीं हो रही है। आक्रोशित लोगों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं होती, विरोध जारी रहेगा। सूचना मिलते ही पुलिस और नगरफोर्ट तहसीलदार मौके पर पहुंचे और जाम खोलने के लिए लोगों को समझाइश देने में जुटे हैं。
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PSParmeshwar Singh
Nov 16, 2025 08:54:43
Sheopur, Madhya Pradesh:श्योपुर जिले में चल रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका भर्ती में गड़बड़ी और लेनदेन के मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष गुड्डी बाई आदिवासी ने अनियमितताओं के आरोपों लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन अभी तक ना कोई जांच हुई और ना ही कोई कार्यवाही, जिला पंचायत अध्यक्ष गुड्डी बाई ने कल होने वाली बैठक का बहिष्कार करते हुए कहा कि उनके अनपढ़ होने का गलत फायदा उठाकर उनके विरोध में माहौल बनाया जा रहा है और दावे आपत्ति की फाइलों का अवलोकन भी नहीं कराया जा रहा है अध्यक्ष गुड्डी बाई ने बताया कि आंगनवाड़ी भर्ती प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताओं की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं, जिन पर पारदर्शी जांच आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वह इस पूरे मामले को लेकर 24 तारीख को भोपाल जाकर प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात करेंगी तथा उन्हें विस्तृत जानकारी देंगी। गुड्डी बाई का कहना है कि वह मामले की निष्पक्ष जांच चाहती हैं ताकि पात्र महिलाओं को न्याय मिले और भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके। जिले में यह मामला लगातार चर्चा में बना हुआ है और आगे होने वाली राजनीतिक व प्रशासनिक कार्रवाई पर सबकी निगाह बनी हुई है।
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PKPrakash Kumar Sinha
Nov 16, 2025 08:54:18
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AMATUL MISHRA
Nov 16, 2025 08:54:05
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RVRaunak Vyas
Nov 16, 2025 08:53:53
Bikaner, Rajasthan:सनातन हिंदू एकता पदयात्रा, देश के बड़े संत,महात्माओं द्वारा देशव्यापी निकाली जा रही सनातन हिंदू एकता पदयात्रा, बागेश्वर धाम सरकार के धीरेंद्र शास्त्री सहित कई बड़े संत,महात्माओ द्वारा निकाली जा रही पदयात्रा, 7 नवंबर से शुरू हुई यह पदयात्रा 16 नवंबर को सम्पन्न होगी Intro - देश में इन दिनों सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का खास माहौल देखने को मिल रहा है। देश के नामी संतों और महात्माओं के आह्वान पर निकाली जा रही यह देशव्यापी पदयात्रा लगातार चर्चा में बनी हुई है। इसी कड़ी में राजस्थान के नोखा सिलवा मूल के समाजसेवी और उद्योगपति पुनम कूलरिया भी इस पदयात्रा में शामिल हुए। उनके साथ बागेश्वर धाम सरकार के धीरेंद्र शास्त्री सहित देशभर के अनेक बड़े संत–महात्मा भी पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। पुनम कूलरिया, जो राजस्थान के प्रसिद्ध गौसेवी संत श्री दुलाराम कुलरिया के पुत्र हैं, पदयात्रा में विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि हिंदू हृदय सम्राट परम पूज्य बागेश्वर धाम सरकार की इस पदयात्रा में शामिल होना उनके लिए “अत्यंत अलौकिक और भावनात्मक अनुभव” रहा। यह विशाल पदयात्रा 7 नवंबर से शुरू होकर 16 नवंबर को अपने समापन की ओर बढ़ रही है। सनातन एकता और सांस्कृतिक जागरण का संदेश देती यह यात्रा जहां भी पहुंच रही है, वहां श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है。
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VPVEDENDRA PRATAP SHARMA
Nov 16, 2025 08:52:52
Azamgarh, Uttar Pradesh:पुलिस ने ढोल बजवा कर किया आरोपी को सीमा से बाहर, गुंडा एक्ट में हुई कार्रवाई, जिला बदर होने पर कहा 4 महीने तक जिले में नहीं दिखूंगा। जनपद आजमगढ़ में एक आरोपी को गुंडा एक्ट में जिला बदर किया गया। पुलिस ने ढोल बजवा कर आरोपी को सीमा से बाहर कर दिया। सीमा से बाहर होने पर आरोपी ने कहा 4 महीने तक जिले में नहीं दिखूंगा। जिले के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने अपराध व अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया है। जिसमें वाद संख्या 957/25, धारा 3(1) उत्तर प्रदेश गुंडा नियंत्रण अधिनियम, 1970 के अंतर्गत पारित आदेश के अनुपालन में अभियुक्त इरशाद कुरैशी, निवासी पठान टोला, कस्बा सरायमीर को जनपद की सीमाओं से निष्कासित किया गया। आजमगढ़ जिले के अपर जिला मजिस्ट्रेट, संजय ओझा द्वारा 7 नवंबर 2025 को पारित आदेश के क्रम में की गई कार्यवाही के अंतर्गत अभियुक्त को 4 माह की अवधि हेतु जनपद आजमगढ़ की भौगोलिक सीमा से बाहर रहने का निर्देश दिया गया है। यह भी निर्देशित किया गया है कि यदि न्यायालय में लंबित अभियोगों में निर्धारित तिथि पर अभियुक्त की उपस्थिति अनिवार्य हो, तो उसे केवल उसी उद्देश्य हेतु जनपद में प्रवेश की अनुमति होगी। अभियुक्त ऐसे मामलों में नियत तिथि से 24 घंटे पूर्व जनपद में प्रवेश कर सकेगा। न्यायालय में पेशी पूर्ण होने के उपरांत वह पुनः तुरंत जनपद की सीमाओं से बाहर चला जाएगा। इस संबंध में आदेश का विधिवत अनुपालन कराया गया तथा अभियुक्त को जनपद की सीमाओं से बाहर भेज दिया गया।
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PCPUSHKAR CHAUDHARY
Nov 16, 2025 08:52:25
Jokhanalagga Bura, Uttarakhand:देश के चारों धाम में से एक भू बैकुंठधाम श्री बद्रीनाथ में इस साल समय से पहले ही कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अक्टूबर और नवंबर की बर्फबारी के बाद, यहाँ का तापमान माइनस 10 से माइनस 16 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। आमतौर पर कपाट बंद होने के बाद दिखने वाला यह नजारा अब पहले ही सामने आ गया है। बीओ - बर्फीली हवाओं के कारण शेषनेत्र झील, ऋषिगंगा के झरने और यहाँ बहने वाली नदियाँ जमने लगी हैं। स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं को अत्यधिक ठंड का सामना करना पड़ रहा है। बद्रीनाथ यात्रा के कपाट बंद होने में अभी 10दिन शेष हैं, लेकिन ठंड की बढ़ती तीव्रता ने चिंता बढ़ा दी है। अत्यधिक ठंड के कारण यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए चुनौतियाँ बढ़ गई हैं। प्रशासन ने स्थानीय लोगों और यात्रियों को ठंड से बचने के उपाय अपनाने के लिए सतर्क किया है। श्रद्धालुओं को गर्म कपड़े और अन्य शीतकालीन आवश्यकताएँ सावधानीपूर्वक तैयार करने की सलाह दी जा रही है। स्थानीय प्रशासन यात्रा मार्गों की स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है और पर्यटकों को मौसम के बारे में सही जानकारी दे रहा है। आगामी दिनों में ठंड में और वृद्धि होने की आशंका है, ऐसे में यात्रियों को पूरी सुरक्षा और सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
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