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रणथंभौर में बाघों की बढ़ती गतिविधि से श्रद्धालुओं की सुरक्षा खतरे में
ASArvind Singh
Dec 21, 2025 03:45:40
Sawai Madhopur, Rajasthan
रणथंभौर की पैराफेरी में बाघों की आहट -अरविंद सिंह-सवाई माधोपुर 21 दिसम्बर 2025
एंकर-बाघों की नर्सरी कहे जाने वाले प्रदेश के सबसे बड़े रणथंभौर टाईगर रिजर्व की पैराफेरी में इन दिनों लगातार बाघों की पदचाप सुनाई दे रही है ,एक और जहाँ रणथंभौर के बाघ आये दिन रणथंभौर से सटे पैराफेरी इलाके में नजर आ रहे है , वहीं रणथंभौर की ह्रदय स्थली कहे जाने वाले रणथंभौर के मुख्य कोर एरिया में स्थित त्रिनेत्र गणेश मार्ग ,रणथंभौर दुर्ग और जोगी महल गेट के आसपास लगातार बाघों का मूवमेंट बना हुआ है । बाघों के लगातार मूवमेंट के चलते त्रिनेत्र गणेश श्रद्धालुओं सहित रणथंभौर दुर्ग भ्रमण पर जाने वाले सैलानियों की जान पर हमेशा खतरा मंडराता रहता है । हालांकि वन विभाग द्वारा लगातार बाघों की मॉनिटरिंग ओर ट्रैकिंग की जा रही है ,लेकिन खतरा बरकरार है ।
रणथंभौर का नाम आते ही जहन में स्वच्छंद बाघों की अठखेलियां हिलोरें लेने लगती है । बाघों की अठखेलियां देखने के लिए रणथंभौर में साल भर देशी विदेशी सैलानियों का जमावड़ा लगा रहता है ,रण्थंभौर को बाघों की नर्सरी भी कहा जाता है ,वर्तमान में रणथंभौर में करीब 73 बाघ बाघिन और शावक मौजूद है , जिनमें 24 बाघ 25 बाघिन एवम 24 सब एडाल्ट शावक है । रणथंभौर ही प्रदेश का एक मात्र ऐसा टाईगर रिजर्व है जिसकी बदौलत राजस्थान के अन्य टाईगर रिजर्व बाघों से आबाद है । रणथंभौर में लगातार बढ़ती बाघों की संख्या जहाँ सुकून दे रही है ,वहीं बाघों की बढ़ती संख्या के चलते आये दिन बाघ मानव संघर्ष की घटनाओं में बढ़ोतरी होने से लोगो के लिए जान का जोख़िम भी बना रहता है । पिछले एक वर्ष की बात की जाये तो रणथंभौर में बाघ-मानव संघर्ष की घटनाओं में वृद्धि हुई है । साल 2025 में बाघ एव पैंथर के हमले में चार लोगों की मौत हो चुकी है । रणथंभौर में बढ़ती बाघों की संख्या यहाँ के लोगो के लिए कहीं ना कहीं परेशानी का सबब भी बनती जा रही है । बाघों की संख्या में वृद्धि होने से बाघ आए दिन रणथंभौर की परिधि से निकलकर पैराफेरी इलाके में घूम रहे है ,जिसकी वजह से बाघ मानव संघर्ष की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है ,ग्रामीण इलाकों में जहाँ आये दिन बाघों की पदचाप सुनाई दे रही है ,वही रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश मार्ग ,जोगी महल और रणथंभौर दुर्ग सहित रणथम्भौर दुर्ग के मुख्य प्रवेश द्वार पर बाघों की चहलकदमी नजर आ रही है । हालही में रणथंभौर की बाघिन रिद्धि टी 124 अपने दो शावकों के साथ रणथंभौर दुर्ग के मुख्य प्रवेश द्वार पर चहलकदमी करती नजर आई । जिसके चलते वन विभाग को खासा मशक्कत करनी पड़ी थी ,बाघिन व शावकों के रणथंभौर दुर्ग के प्रवेश द्वार पर मूवमेंट के चलते सबसे अधिक परेशानी त्रिनेत्र गणेश मंदिर दर्शनों को जाने वाले श्रद्धालुओं को उठानी पड़ती है ,साथ ही रणथंभौर दुर्ग भ्रमण पर जाने वाले सैलानियों को भी खतरा रहता है । इन दिनों बाघिन रिद्धि व उसके शावकों का मूवमेंट रणथम्भौर दुर्ग के प्रवेश द्वार व जोगी महल गेट पर बना रहता है ,ऐसे में त्रिनेट गणेश श्रद्धालुओ व रणथंभौर दुर्ग भ्रमण पर आने वाले सैलानियों की जान को हमेशा खतरा बना रहता है ,हालांकि वन विभाग द्वारा लगातार बाघों की मॉनिटरिंग की जा रही है ,लेकिन बावजूद उसके खतरा बरकरार है ।
रणथंभौर दुर्ग रणथंभौर टाईगर रिजर्व के बीचों बीच स्थित है और पूरी तरह से जंगलों से घिरा हुआ है । ऐसे में इस इलाके में लगातार बाघों का मूवमेंट रहता है । विशेषकर त्रिनेत्र गणेश मार्ग पर इन दिनों आधा दर्जन से भी अधिक बाघ बाघिन एवम शावकों का मूवमेंट रहता है , बाघिन रिद्धि व उसके दो शावक सहित उसके दो सब एडाल्ट शावक ,बाघिन सुल्ताना , टाईगर टी 120 गणेश सहित अन्य दो से तीन बाघ बाघिनों का मूवमेंट रहता है ,ऐसे में त्रिनेत्र गणेश मार्ग पर वन विभाग द्वारा इन दिनों विशेष निगरानी की जा रही है ,ताकि कोई हादसा नहीं हो ,वनकर्मियों का गश्ती दल लगाकर रणथंभौर दुर्ग से गणेश धाम तक गस्त पर रहते है , वहीं वन विभाग द्वारा त्रिनेत्र गणेश श्रद्धालुओं व रणथम्भौर दुर्ग भ्रमण पर आने वाले श्रद्धालुओं की पैदल व दुपहिया वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है । सिर्फ आरजे 25 चौपहिया वाहनों सहित निर्धारित टैक्सियों को ही रणथंभौर दुर्ग तक प्रवेश दिया जा रहा है ,ताकि श्रद्धालुओं के साथ कोई अनहोनी नहीं हो ,जब भी त्रिनेत्र गणेश मार्ग व रणथम्भौर दुर्ग के आस पास टाईगर का मूवमेंट होता है , तो त्रिनेत्र गणेश श्रद्धालुओं व सैलानियों को रोक दिया जाता है । रणथंभौर दुर्ग के गाइडों का कहना है कि अक्सर कई मर्तबा यहाँ बाघों का मूवमेंट रहता है ,ऐसे में त्रिनेत्र गणेश श्रद्धालुओ की जान को खतरा बना रहता है और श्रद्धालु भगवान त्रिनेत्र गणेश के भरोसे हैं ।
रणथंभौर में साल 2025 में टाईगर हमले में तीन व पैंथर के हमले में एक जने की मौत हो हो चुकी ,रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश मार्ग पर 16 अप्रैल को टाईगर हमले में 7 वर्षिय बालक कार्तिक सुमन की मौत हो गई थी । टाईगर हमले में बालक की दर्दनाक मौत ने सब को हिलाकर रख दिया था , घटना के कुछ दिन बाद बाघिन कनकटी ने एक बार फिर 11 मई को हमला किया और वन विभाग के रेंजर देवेंद्र चौधरी को मौत के घाट उतार दिया था । महज कुछ ही दिनों में दो लोगो को मौत के घाट उतारने वाली बाघिन कनकटी को रणथंभौर में दहशत पर्याय मानते हुए वन विभाग ने बाघिन को ट्रंकुलाइज कर भीड़ नाके पर बने एनक्लोजर में कैद कर दिया । लेकिन रणथंभौर वन प्रशासन द्वारा बाघिन को एनक्लोजर में कैद करने के बाद भी रणथंभौर में 9 जून को एक बार फिर टाईगर हमला हो गया और इस बार टाईगर हमले में जैन मंदिर के पुजारी राधेश्याम माली की मौत हो गई ,इस बार हमला कनकटी के भाई मेल शावक RBT 2509 ने किया था । वही विगत दिनों रणथंभौर में एक पैंथर के हमले में 8 वर्षिय बालक विक्रम की मौत हो गई , रणथंभौर में अप्रैल ,मई ओर जून 2025 में टाईगर हमले में तीन लोगों की मौत के बाद वन विभाग द्वारा रणथंभौर की कमेटी की सिफारिश पर NTCA के निर्देश पर रणथंभौर की बाघिन टी 84 के तीनों शावकों को रणथंभौर से अन्यत्र शिफ्ट किया गया । NTCA से आदेश मिलने के बाद रणथंभौर वन प्रशासन ने बाघिन एरोहेड टी 84 के मेल शावक RBT 2509 को कैलादेवी अभ्यारण व मादा शावक RBT 2508 को बूंदी के रामगढ़ विषधारी अभ्यारण भेज दिया और बाघिन कनकटी RBT 2507 को ट्रंकुलाइज कर कोटा के मुकुंदरा टाईगर हिल्स भेज दिया गया । त्रिनेत्र गणेश मार्ग पर दहशत का प्रर्याय बन चुके एरोहेड के तीनों शावकों को अन्यत्र शिफ्ट करने के बाद कुछ दिनों तक तो इस मार्ग पर शांति रही ,लेकिन एक बार फिर इस मार्ग पर आधा दर्जन बाघों का मूवमेंट होने से त्रिनेत्र गणेश श्रद्धालुओं की जान पर जोखिम बना हुआ है ।
रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश मार्ग पर लगातार बाघों का मूवमेंट रहने से सबसे अधिक परेशानी त्रिनेत्र गणेश श्रद्धालुओं को हो रही है ,हालांकि वन विभाग द्वारा लगातार क्षेत्र में गस्त की जा रही है और बाघों की मॉनिटरिंग व ट्रैकिंग की जा रही है ,बावजूद त्रिनेत्र गणेश दर्शनों व रणथंभौर दुर्ग भ्रमन पर आने वाले सैलानियों की जान को खतरा हमेशा बना हुआ है ,वन अधिकारियों का कहना है कि यह इलाका रणथंभौर के कोर एरिया में आता है और यहाँ बाघों का मूवमेंट रहना लाजमी है ,वन अधिकारियों ने त्रिनेत्र गणेश श्रद्धालुओं सहित रणथम्भौर दुर्ग आने जाने वाले लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है ।
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SPSanjay Prakash
FollowDec 21, 2025 05:19:380
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OTOP TIWARI
FollowDec 21, 2025 05:18:570
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DDDeepak Dwivedi
FollowDec 21, 2025 05:18:46Gwalior, Bhopal, Madhya Pradesh:मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मेट्रो का Commercial रन शुरू हो गया है। बता दें कि सभी लोगों में खासा उत्साह है; परिवार के साथ बच्चे पहले रन पर Subhash नगर से एम्स अस्पताल तक पहुंचे हैं। बच्चों और बड़ों में खासा उत्साह देखने को मिला है।
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PKPrakash Kumar Sinha
FollowDec 21, 2025 05:16:290
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HBHemang Barua
FollowDec 21, 2025 05:15:350
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HBHemang Barua
FollowDec 21, 2025 05:15:270
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SYSHRIPAL YADAV
FollowDec 21, 2025 05:15:190
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HBHemang Barua
FollowDec 21, 2025 05:15:07Noida, Uttar Pradesh:Indian Youth Congress IYC Save Aravalli. Save our air, water, and future!
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HBHemang Barua
FollowDec 21, 2025 05:03:410
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HBHemang Barua
FollowDec 21, 2025 05:02:56Noida, Uttar Pradesh:धन्यवाद सर आपने बिल्कुल सही कहा है
बची रहे जो अरावली
तो दिल्ली रहे हरीभरी
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HBHemang Barua
FollowDec 21, 2025 05:02:480
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DCDILIP CHOUDHARY
FollowDec 21, 2025 05:02:230
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MKMohammad Khan
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DRDivya Rani
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HKHARI KISHOR SAH
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