Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Nagaur341001

दीपावली: मिट्टी के दिये गिरते, आधुनिक लाइटिंग से कुम्भकारों की आजीविका संकट

DIDamodar Inaniya
Oct 18, 2025 10:58:07
Nagaur, Rajasthan
दीपावली यानि खुशियों का त्योंहार इस पांच दिवसीय उत्सव में देशभर में जमकर खरीददारी की जाती है हर घर, गली और बाजार हर तरफ सजावट की जाती है लेकिन समय के साथ कई ऐसी परम्परायें हैं जो सिमटती जा रही है। दीपावली का मतलब है दीपों का उत्सव लेकिन अब दीपावली पर माटी से बने दीयों का स्थान धीरे धीरे आधुनिक चमचमाती चाइनीज लाइटिंग ने ले ली है। यह चमचमाती रंगीन लाइट्स आपके घरों की रौशनी तो बढ़ा रही है लेकिन इसकी वजह से पारंपरिक दीपक की बाती से निकलने वाली रौशनी कहीं ओझल होती नजर आ रही है। दीपावली पर कुम्भकार बड़ी आस के साथ और कड़ी मेहनत से जो दिये बनाते थे उनके घरों में दीपावली की वो खुशी अब काफूर है जो पहले हुआ करती थी। अब भी लोग बाजारों से हाथ से बने यह दीपक खरीदते हैं लेकिन केवल इतनी ही मात्रा में कि केवल परम्परा निभाई जा सके जिसकी वजह से कुम्भकारों को उनकी मेहनत का पूरा फल नहीं मिल पाता। एक तरफ सरकार लोकल फॉर वोकल अभियान चलाकर स्वदेशी अपनाने के लिए आमजन को जागरूक करने की कोशिश कर रही है लेकिन दूसरी तरफ इन कुम्भकारों की पीड़ा सुनने वाला भी कोई नहीं है। कुम्भकारों का कहना है कि सरकारी योजनाएं बनती तो हैं लेकिन धरातल पर नहीं उतरती अगर इन योजनाओं का पूरा लाभ मिले तो संभव है कि हम भी अपने परिवारों को अच्छे से पाल सकें। एक तरफ आम जनता हमारी मेहनत से मुंह मोड़कर आधुनिकता कि तरफ जा रही है और दूसरी ओर सरकारें भी धरातल पर कुछ करते हुए नज़र नहीं आ रही है। दीपावली पर कुम्भकार केवल दिये ही नहीं बेचते थे बल्कि उनके साथ माटी से बनी कई अन्य बर्तन और गुल्लक भी लोग विशेष रूप से लक्ष्मी पूजा के लिए लेते थे लेकिन अब यह सब परम्परायें समय के साथ ख़त्म होती जा रही है।
3
comment0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
SBSharad Bhardwaj
Oct 18, 2025 18:31:38
Delhi, Delhi:दिल्ली में दीवाली के मौके पर देश के सबसे बड़े एम्स हॉस्पिटल में बर्न बैड बढ़ाए गए हैं। ऑपरेशन थिएटर तैयार हैं, डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई गई है और बर्न सर्जन जनता से अपील कर रहे हैं। दीवाली के दिन भी धरती के भगवान हॉस्पिटल में सेवा के लिए तैनात रहेंगे। दिल्ली दीवाली अपने परिवार के खुशियाँ मनाएगी, डॉक्टर हॉस्पिटल तैनात रहेंगे। लोकेशन... एम्स। एंकर... देश भर में दीवाली बड़े खुशी के साथ मनाई जाती है, पटाखों के साथ लेकिन कभी-कभी छोटी सी लापरवाही बड़ा हादसा बना देती है। धरती पर भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर दीवाली के दिन भी अपनी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। देश के सबसे बड़े एम्स हॉस्पिटल के डॉ. मनीष सिंघल (प्लास्टिक, पुनर्निर्माण और बर्न सर्जरी) ने कहा: दीवाली पर देश के सबसे बड़े एम्स हॉस्पिटल में बर्न बैड बढ़ाए गए हैं, ऑपरेशन थिएटर तैयार हैं, डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई गई है, और जनता से अपील है कि दिवाली पर पटाखों से सावधान रहें और खुशियाँ मनाएं; पटाखों से खिलवाड़ न करें, नहीं तो जिंदगी खराब हो सकती है। बच्चों के साथ बड़े रहें। आज हर किसी को यह खबर देखनी चाहिए। दीवाली पर विशेष जानकारी है। शरद भारद्वाज... बाइट... डॉ. मनीष सिंघल, प्लास्टिक, पुनर्निर्माण और बर्न सर्जरी, एम्स हॉस्पिटल, दिल्ली
0
comment0
Report
NANasim Ahmad
Oct 18, 2025 18:31:11
Delhi, Delhi:दिल्ली में दीपावली पर गंदगी का अंबार — सफाई अभियान दम तोड़ता नजर आया जहाँ एक ओर पूरा देश दीपावली की तैयारियों में जुटा है, वहीं दिल्ली के कई इलाकों में सफाई व्यवस्था की पोल खुलती नज़र आ रही है। त्योहार के मौके पर भी लोगों को गंदगी और बदबू से राहत नहीं मिल पा रही। बुराड़ी की इंद्रप्रस्थ कॉलोनी इसका बड़ा उदाहरण है, जहाँ सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है。 दिल्ली में बुराड़ी की इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में दीपावली की रौनक फीकी पड़ गई है। कॉलोनी के एंट्री गेट पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है। दिन निकलते ही घरों के आगे कूड़ा फैला नजर आता है और सुबह की ताज़ा हवा की जगह लोगों को दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। हालात ऐसे हैं कि राहगीर अपने मुंह पर रुमाल या कपड़ा रखकर गुजरने को मजबूर हैं। त्योहार के वक्त जहां नगर निगम सफाई व्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहा है, वहीं जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। कॉलोनी के लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद सफाईकर्मी नजर नहीं आते। कूड़े के ढेर से उठती बदबू और मच्छरों के प्रकोप ने स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। लोग का कहना है कि दीपावली जैसे पवित्र त्योहार पर जहां हर कोई अपने घर की सफाई में जुटा है, वहीं घरों के बाहर पसरी गंदगी उनकी खुशियों पर ग्रहण लगा रही है। स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस समस्या पर कोई ठोस कदम उठाने को तैयार नहीं हैं। त्योहारों पर सफाई और स्वच्छता के दावे करने वाली एजेंसीयों के लिए यह हालात एक आईना हैं। बुराड़ी की इंद्रप्रस्थ कॉलोनी जैसे इलाके साफ-सुथरी राजधानी की तस्वीर को धूमिल कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि दीपावली की चमक में दिल्ली के इन अंधेरों पर कब रोशनी पड़ती है।
0
comment0
Report
PCPranay Chakraborty
Oct 18, 2025 18:30:14
Noida, Uttar Pradesh:दीपोत्सव के पांच दिवसीय पर्व का आगाज आज धनतेरस से हुआ। सोने, चांदी की बढ़ती कीमतों, बढ़ती हुई महंगाई के कारण कई माह से व्यापार नही चल रहा था। ग्राहक नहीं होने के कारण बाजारों में सन्नाटा पसरा रहता था। दीपोत्सव त्यौहार को मद्देनजर रखते हुए लोगों ने आज अपनी अपनी आवश्यकताओं की वस्तुएं खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। धनतेरस पर्व व्यापारियों के लिए कुछ हद तक खुशी की खबर लेकर आया। शहर की हर छोटी बड़ी दुकान, शोरूम पर खरीददारों की भीड़ नजर आई। व्यापारियों द्वारा की गई विद्युत सज्जा शहरवासियों के लिए आकर्षण का केन्द्र धनतेरस पर लौटी बाजारो में रौनक, पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व शुरु रही। शहर के इन्द्रा मार्केट, कोटा रोड़, चौमुखा बाजार, सब्जी मण्डी, रोड़, खोजागेट, लंकागेट, ठठेरा, सदर, मोची बाजार, खाईलेण्ड, नैनवां रोड़ क्षेत्र में खरीददारी की चहल पहल सुबह से ही नजर आने लगी। वहीं दूसरी ओर इलेक्ट्रोनिक्स, ज्वैलरी, बर्तन, रेडिमेड कपड़ों के बाजार भी ग्राहकों से गुलजार रहे। मोबाइल विक्रेताओं के यहां भी ग्राहकों की अच्छी रौनक बनी रही।
0
comment0
Report
Advertisement
Back to top