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Moradabad244001

कावड़ यात्रा पर एस. टी. हसन का बयान: क्या है साजिश?

ASAkash Sharma
Jul 18, 2025 12:03:44
Fazalpur, Uttar Pradesh
Story Details..... *कावड़ यात्रा कों लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर सपा के पूर्व सांसद का बयान,* कावड़ यात्रा एक पवित्र आयोजन है जिसमे लोग पैदा करने वाले की ईबादत करते है, *लोग सेकड़ो किलोमीटर पैदल चलकर अपने मंदिरो मे जाकर गंगा का पानी चढ़ाते है,* ऐसे लोगो का सभी सम्मान करते है औऱ करना भी चाहिए, हमारे हिन्दू भाई नमाज का सम्मान करते है औऱ हमारे मुसलमान भाई कावड़ यात्रा मे सेवा करने के लिए टेंट लगाकर सेवा करते है, चंद लोग इसको बदनाम करना चाहते है, करोड़ो लोगो मे अगर 100 200 लोग ऐसी हरकते करते है तो सबको ब्लैम नहीं किया जा सकता, वैसे तो मुसलमान लोग टेंट करके सेवा करते है लेकिन अब ऐसा माहौल बना दिया की मुसलमान झिझक रहे है, पता नहीं कोई क्या कह दे क्या कर दे.... मुसलमान के हाथ का हलवा खा लेंगे या नहीं, ये माहौल बनाना भी एक साजिश है ताकि मुसलमानो औऱ हिन्दुओ के बीच फासले पैदा कर दिए जाए। *मौलाना साजिद रसीदी के कावड़ कों भगवा आतंकवादी वाले बयान के खिलाफ खडे हुए पूर्व सांसद एस. टी. हसन,* मे उनकी बात से सहमत नहीं क्योकी कही कोई आदमी उत्पात मचा रहा है तो वो आतंकवादी थोड़ी ना हो गया, आतंकवाद तो वो है जो आदमी कों टेरराइस कर रहा है, बहुत से लोग या तो कावड़ यात्रा मे इमप्लांड किए जाते है या फिर साजिश के तहत आते है ताकि कावड़ यात्रा कों बदनाम कर दिया जाए, सारे यात्री ऐसे नहीं होते है, हमें देखा है अगर हमारी गाड़ी गुजरती है तो उन यात्रियों मे से बहुत से लोग रास्ता देकर निकलवाते है, लेकिन कहीं कहीं ऐसा भी होता है की गाड़ी के आगे आकर जान कर डांस करते है, जो लोग इबादत कर रहे है उनका सबका सम्मान करना चाहिए औऱ उनको ध्यान रखना चाहिए की आम जनता कों परेशानी ना हो, होटलों मे अधिकारियो के बदले खुद जाकर चेकिंग करना, पेंट उतरवाकर देखना...... ये वो लोग है जो कावड़ यात्रा कों बदनाम करते है। *वहीँ उत्तराखंड सरकार द्वारा NCRT के कोर्स में भागवत गीता शामिल करने पर एस. टी. हसन ने जताया एतराज,* भागवत गीता पवित्र ग्रन्थ जिसमे करोड़ो लोगो की आस्था, सारे मजहबो मे चाहे इस्लाम हो, क्रिश्चनिटी हो या सिख हो, कुरान ए पाक मे, बायबिल मे, वाहे गुरु साहेब मे सबमे जो इंसानियत की बाते कही गई है जो भागवत गीता मे भी है, जो सामान चीजे है उनको बच्चो कों पढ़ाना चाहिए, ताकि लोग ये ना समझें दूसरे मजहब के लोग क्रूर है या सही रास्ते पर नहीं है, हर आदमी अपने पैदा करने वाले की इबादत करता है, सारे धर्मों ने इंसानियत सिखाई है ना की हेवानियत। *भागवत गीता पढ़ाने के फैसले पर एस. टी. हसन का उत्तराखंड सरकार पर हमला,* इस तरह के जो फैसले उत्तराखंड सरकार ले रही है वो एक कम्युनिटी के लोगो कों टॉर्चर करने कों ले रही है, अब इसको टॉर्चर कहे या परेशान करना, अगर स्कूल मे सूर्य नमस्कार करा रहे है तो मुसलमान कैसे कर लेगा, हम इबादत या पूजा नहीं करते किसी भी चीज की, हमारा कंसर्ट तो ये है इंसान सुप्रियंट क्रिएएचर है अल्लाह का ईश्वर का, बाकी तमाम चीजे इंसान कों अस्सेस्ट करने के लिए बनायीं गयीं है, हम सिर्फ अल्लाह की ईबादत करते है, ऐसा काम क्यों करते है की एक दूसरे से दूरिया बढ़ती रहे। Byte :- डॉ एस. टी. हसन, पूर्व सपा सांसद, मुरादाबाद।
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