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राजनाथ यादव को मिला फर्जी आवासीय पट्टा, ग्राम प्रधान पर लगे गंभीर आरोप!
Chandauli, Uttar Pradesh
SLUG : सुदूर इलाके में चल रहा है अजब गजब खेल, राजनाथ यादव को राजनाथ अनुसूची जाति का बताकर दें दिया गया आवासीय पट्टा, ग्राम प्रधान लेखपाल पर लगा गंभीर आरोप.
Anchor : खबर यूपी के जनपद चंदौली से है... प्रदेश की योगी सरकार भूमिहीन वनवासी, आदिवासी, अनुसूचित जाति के लोगों को छत मुहैया कराने के लिए लगातार योजनाएं चल रही है। योगी सरकार का प्रयास ऐसे लोगों को आवासीय पट्टा करने के साथ-साथ प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास बनाने के लिए धन भी मुहैया करा रही है। लेकिन जिले की सुदूर इलाके में भूमि पट्टा आवंटन में एक बड़ा खेल सामने आया है। जहां पर अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों को आवासीय पट्टा न देकर पिछड़ी जाति के और संपन्न लोगों को भूमि का पट्टा दे दिया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस खेल में ग्राम प्रधान लेखपाल ने मिली भगत कर अपात्र लोगों को भूमि का पट्टा दे दिया है। मामले की शिकायत ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से की। जिसमें जिलाधिकारी ने एसडीएम के नेतृत्व में टीम गठित कर दिया और जांच रिपोर्ट आने के बाद करवाई का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है। वही इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी भी प्रदेश की योगी सरकार और भाजपा नेताओं पर हमलावर है।
VO:01:- जिले का सुदूर पहाड़ी इलाका नौगढ़ तहसील क्षेत्र अभी भी विकास से कोसो दूर है। यहां वनवासी आदिवासी समाज के लोग काफी संख्या में है जो जंगल के बीच में जंगल की जमीन पर आबादी की ज़मीन पर झोपड़ियां कच्चे मकान में रहने को मजबूर है। इनको अपना छत मुहैया करने के लिए योगी सरकार की तरफ से दिसंबर 2022 में आवासीय पट्टा दिया गया. नौगढ़ तहसील के बाघी गांव में शासन के निर्देश पर 75 अनुसूचित जाति के लोगों को आवासीय पट्टा दिया गया था। पट्टा देने के दौरान सरकार द्वारा तय किये गए मानक और नियमों को ताख पर रखकर जमकर गड़बड़ियों की गई। ग्राम प्रधान और लेखपाल ने मिलकर बड़े पैमाने पर खेल किया और दो दर्जन से अधिक अपात्रों को यहां पट्टा कर दिया गया। जब आवंटिक पट्टा भूमि पर मकान बनाना शुरू हुआ। तब यह मामला खुलकर सामने आया। इस मामले को लेकर जिलाधिकारी के साथ-साथ आइजीआरएस पोर्टल पर भी ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गयी। हैरानी की बात यह है कि यहां अनुसूचित जाति के जगह पिछड़ा और अन्य वर्ग के लोगों को पैसे के बल पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर आवासीय भूमि का पट्टा कर दिया गया।
VO :02:- बाघी गांव के धोबियाना बस्ती निवासी राजनाथ ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया कि वह कच्चे मकान में कई वर्षों से रह रहा है। राजनाथ ने बताया कि उसने आवास के लिए ग्राम प्रधान से संपर्क किया तो ग्राम प्रधान ने उसे दस्तावेज मांगे। जिस पर उसने अपना आधार कार्ड ग्राम प्रधान को दे दिया। राजनाथ का आरोप है कि उसके नाम के आगे टाइटल नहीं लगा था। जिसका लाभ उठाते हुए ग्राम प्रधान नीलम ओहरी और लेखपाल ने मिलकर उसके साथ खेल कर दिया और यादव जाति के राजनाथ नाम के व्यक्ति को जिसके पिता का नाम कुछ और है मेरी जगह आवासीय पट्टा कर दिया। जबकि वह व्यक्ति राजनाथ यादव नौगढ़ तहसील के सेमरा कुशही गांव का निवासी है। लेकिन उसको बगही गांव का निवासी और अनुचित जाती का दिखाकर आवासीय पट्टा कर दिया गया। जबकि बागी बाजार में वह मेडिकल स्टोर चलता है।
Byte/टिकटैक : राजनाथ(अनुसूचित जाती), शिकायतकर्ता
VO : 03 :- ऐसे कई ग्रामीण सामने आए जिन्होंने आरोप लगाया कि उनसे पैसे की डिमांड की गई और वह पैसा नहीं दे पाए तो उनकी जगह अपात्र लोगो से मोटी रकम लेकर पट्टा दे दिया गया। पट्टाधारी लाभार्थियों में सोनार के दुकानदार, जनरल स्टोर की दुकान चलाने वाले अन्य दुकान चलाने वाले लोग शामिल है। जबकि जो पात्र है अनुसूचित जाति के लोग हैं। वह आज भी कच्चे मकान में रहने को मजबूर है। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उससे पैसे की डिमांड की गयी। उसने ₹21000 रूपये दिए भी। लेकिन एक साल बाद उसके पैसे वापस लौटा दिए गए और उसको पट्टा नहीं दिया गया।
Byte/टिकटैक : ग्रामीण, बाघी नौगढ़, चंदौली
VO :04 :- मामले को लेकर ग्रामीण ने रजिस्ट्री के माध्यम से जिलाधिकारी को शिकायती पत्र दस्तावेज और सबूत के साथ भेजे थे। हालांकि एक माह बाद भी इसमें कोई पहल न होता देख ग्रामीणों ने खुद डीएम दरबार पहुंचकर जिलाधिकारी को सबूत के साथ शिकायती पत्र दिया। जिस पर जिलाधिकारी ने नौगढ़ एसडीएम के माध्यम से पूरे मामले की जांच करा कर उचित कार्रवाई का ग्रामीणों को आश्वासन दिया।
Byte : शिकायत कर्ता (विजुअल डीएम को पत्रक देते )
VO:05 : वनवासी क्षेत्र में अनुसूचित जाति के लोगों को आवासीय पट्टा न देकर अन्य वर्ग के लोगों को पट्टा देने के मामले में समाजवादी पार्टी ने प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोला। सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के जनप्रतिनिधि मिलकर बड़े पैमाने पर लूट खसोट का काम कर रहे हैं और वनवासी क्षेत्र में इस तरह का कार्य के लिए कहीं ना कहीं सरकार के योजनाओ को लूट का माध्यम बनाया जा रहा है। बड़ी बात यह है कि प्रदेश की भाजपा सरकार लोगों को योजनाओं का लाभ पहुंचाने का दावा कर रही है। लेकिन अभी यह योजनाएं भ्रष्टाचार का अड्डा बनती जा रही है।
Byte : सत्यनारायण राजभर, जिलाध्यक्ष, समाजवादी पार्टी, चंदौली.
VO:06:- जिले का नौगढ़ तहसील चकिया विधानसभा अंतर्गत आता है और यह विधानसभा रॉबर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र में आता है। रॉबर्ट्सगंज लोकसभा से सपा सांसद और बाघी गांव निवासी छोटेलाल खरवार ने इस मामले को लेकर भाजपा सरकार पर हमला करते हुए बताया कि ग्राम प्रधान बाघी भाजपा के लोगों के साथ मिलकर इस प्रकार का कृत्य कर रही है। बहुत गलत है इसकी जांच कराया जाएगा और आगामी बैठक में वह इस मामले को डीएम के सामने भी रखेंगे।
Byte : छोटेलाल खरवार सपा सांसद रॉबर्ट्सगंज
FVO : हैरानी की बात यह है कि योगी सरकार लगातार यह दावा करती है कि सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया जा रहा है। लेकिन 2 साल गुजर जाने के बाद जब यह मामला सामने आया तो अभी तक सिर्फ जांच की खानापूर्ति की कार्रवाई की जा रही है। ताकि जो गड़बड़ी हुई है उसको सुधारा जा सके और इस मामले को रफा दफा किया जा सके। योगी सरकार की योजनाएं सुदूर इलाकों में किस प्रकार परवान चढ़ रही है यह इसका जीता जागता उदागरण है।
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