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Kaithal136027

कैथल के शहीद संजय सिंह सैनी को राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई

VSVIPIN SHARMA
Jul 09, 2025 13:34:13
Kaithal, Haryana
Kaithal News Reporter Vipin Sharma 0907ZDN_KTH_SHAHID_R कैथल के गांव कवारतन का जवान संजय सिंह सैनी लेह लद्दाख में हुआ शहीद, राजकीय सम्मान के साथ गांव में हुआ अंतिम संस्कार , पूरे कैथल जिले से श्रद्धांजलि देने वालों का लगा तांता हरियाणा के कैथल जिले के कवारतन गांव के वीर सपूत संजय सिंह सैनी (39) बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। सेना की 10 सिख रेजिमेंट में तैनात संजय का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनके 14 वर्षीय बेटे ने मुखाग्नि दी। शहीद के सम्मान में उनकी पत्नी और बेटे ने श्मशान घाट पर सैल्यूट कर अंतिम विदाई दी।संजय का पार्थिव शरीर बुधवार दोपहर 3 बजे के बाद हेलिकॉप्टर से चंडीगढ़ लाया गया, जहां से इसे उनके गांव पहुंचाया गया। घर पर अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर रखा गया, जिसके बाद विशाल अंतिम यात्रा निकाली गई। गांववासियों और सेना के जवानों ने नम आंखों से अपने शहीद को विदाई दी। शहादत की वजह: भीषण ठंड में सिर में खून जमना परिवार के अनुसार, लेह-लद्दाख में अचानक आए तूफान और भीषण ठंड के कारण संजय के सिर में खून जम गया, जिससे उनके शरीर में रक्त संचार रुक गया। इस वजह से वह मंगलवार को शहीद हो गए। सेना के अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को चंडीगढ़ लाया गया। संजय सिंह सैनी: देशसेवा का जुनून मिली जानकारी के अनुसार संजय 2004 में सेना में भर्ती हुए और 2005 में उनकी ट्रेनिंग शुरू हुई। 20 साल की सेवा के बावजूद, जब परिवार ने उनसे रिटायरमेंट की बात कही, तो संजय ने कहा, “अभी दो साल और बाकी हैं, मुझे देश की सेवा करनी है।” उनकी देशभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा सभी के लिए प्रेरणा थी। आखिरी बातचीत: “यहां सब ठीक है” तीन महीने पहले उनके पिता का निधन हुआ था, तब संजय छुट्टी पर गांव आए थे। कुछ दिन पहले फोन पर बातचीत में उन्होंने कहा था, “यहां सब ठीक है।” सेना के उच्च अधिकारियों ने गांव के सरपंच को फोन कर संजय की शहादत की सूचना दी।परिवार और गांव में शोक की लहर संजय अपने पीछे पत्नी, 14 और 11 साल के दो बेटों, बुजुर्ग मां और बड़े भाई को छोड़ गए हैं। उनका परिवार साधारण है, और संजय की शहादत ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया। गांववासियों ने उनके बलिदान को याद करते हुए गर्व और दुख के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दी।संजय सिंह सैनी की शहादत देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है, और उनका बलिदान हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। Byte देवेंद्र हंस विधायक
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