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किसानों की यूरिया खाद संकट में बढ़ी परेशानी, क्या होगा समाधान?
PKPramod Kumar Gour
FollowJul 16, 2025 12:03:28
Kushinagar, Uttar Pradesh
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स्लग - यूरिया खाद की किल्लत से किसान हुए परेशान
एंकर - कुशीनगर जनपद में यूरिया खाद का संकट गहरा गया है। धान की खेती में अपनी सारी जमा पूंजी खर्च कर चुका किसान अब यूरिया के लिए समितियों और इफको केंद्रों का चक्कर काट रहा है।लेकिन खेती के इस पीक समय में समितियों और इफको केंद्रों से यूरिया खाद के ना मिलने से किसान परेशान होकर मारा मारा फिर रहा है। जनपद में खाद की किल्लत इस कदर बढ़ गई है कि इफको केंद्रों पर नो यूरिया का स्लिप चिपका दिया गया है। और इन केंद्रों पर यूरिया खाद की उपलब्धता कब होगी इसकी कोई समयसीमा नहीं बताई गई है। वही समितियों पर खाद ना होने से कुछ केंद्रों पर ताला लटक रहा है तो कही सचिव के अनुपस्थिति में समिति का कार्यभार वहां का कर्मचारी देख रहा है और वह खाद कब उपलब्ध होगी इसका सिर्फ कयास लगा रहा है। हालांकि इन सबके बीच जिला कृषि अधिकारी जनपद में भरपूर मात्रा में खाद की उपलब्ध होने का दावा कर रही है और आने वाले दिनों में जनपद को और खाद का आवंटन होने की बात कह रही है लेकिन उनके दावे और जमीनी हकीकत में भारी अंतर देखने को मिल रहा है ।
वी०ओ०- तस्वीरों में दिख रहा यह कसया का यह इफको केंद्र उर्वरक का बड़ा सेंटर है इस केंद्र से लगभग 10 हजार से ज्यादा किसान जुड़े हुए है लेकिन इस सेंटर पर नो यूरिया का स्लिप चिपका हुआ है और यूरिया कब उपलब्ध होगी इसकी कोई समय सीमा नहीं बताई गई है। जब हमने इस सेंटर के प्रबंधक से बात की तो उनका कहना था कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष जनपद को यूरिया का आवंटन कम हुआ है हमारे पास बोरे वाली यूरिया के विकल्प के रूप में लिक्विड नैनो यूरिया है जो उतना ही कारगर है।तात्कालिक यूरिया संकट के बारे में उनका कहना था कि हम खाद के रा मैटेरियल के लिए विदेशों पर निर्भर है और वहा इसके आयात पर कुछ प्रतिबंध लगाया गया है जिससे यूरिया का संकट उत्पन्न हुआ है।
कसया इफको केंद्र के बाद हमने सांखोपार,और कानखोरिया स्थित समितियों पर वहां का हाल जानने की कोशिश की तो कनखोरिया समिति पर यूरिया के अभाव में सचिव के कार्यालय में ताला लटक रहा था तो साख़ोपार सेंटर पर सचिव ही अनुपस्थित थे और वहां का कार्यभार उनका अधीनस्थ सम्हाल रहा था जो खाद कब उपलब्ध होगी इसका सिर्फ कयास लगा रहा था...।
बाइट - डा० मेनका - जिला कृषि अधिकारी
बाइट - राकेश पांडेय - प्रबंधक इफको सेंटर कसया
बाइट - राजेंद्र यादव, खाद के लिए भटक रहा किसान
बाइट -हरिंद्र उपाध्याय - किसान
बाइट - मनीष गौतम - किसान
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