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कटनी में EWS सर्टिफिकेट का बड़ा फर्जीवाड़ा, बिना दस्तावेज बने प्रमाण पत्र!
Katni, Madhya Pradesh
स्टोरी कटनी 25/06/25
नितिन चावरे
स्लग EWS
सुपर एक्सक्लूसिव
कटनी जिले के स्लीमनाबाद तहसील में EWS के बने कई
फर्जी सर्टिफिकेट (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग)
कार्यालय रिकॉर्ड में नहीं है ews के दस्तावेज ..... फिर भी जारी कर दिए प्रमाण पत्र
नियमों को ताक पर रख कर बनाए (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) के प्रमाण पत्र
सलीमनाबाद तहसील से जारी हुए है फर्जी ews के प्रमाण पत्र
कलेक्टर ने एसडीएम को दिए जांच के आदेश
एंकर। कटनी जिले के
स्लीमनाबाद तहसील में EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) के लिए जारी करे गए प्रमाणपत्रों को लेकर बड़ा मामला सामने आया है जिसमें
कई व्यक्तियों के बिना मूल दस्तावेजों के महज 10 मिनट के भीतर ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र जारी कर दिए गए है और तो ओर नाबालिग का भी EWS
का सर्टिफिकेट बना दिया गया
जो कि बहुत ही अचंभा वाली बात है ये सब सलीमनाबाद तहसीलदार कार्यालय की है
वी ओ 1 लोक सेवा केंद्र सलीममनानबाद के मैनेजर सावन वेद ने बताया कि EWS
(आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग)
के प्रमाणपत्र बनाने के लिए कुछ
नियम है जिन्हें आवेदक को पूरा करना जरूरी है एक तो बालिग होना चाहिए...दस्तावेज की कॉपियों आवश्यक है...वही 15 दिवस के अंदर EWS का प्रमाण पत्र बनेगा..ओर अतशीघ्र चाहिए तो 2 से 3 दिन में ही EWS का प्रमाण पत्र मिलेगा..
बाइट सावन वेद
लोक सेवा केंद्र मैनेजर
वी ओ 2 वही संतोष पाल ने बताया कि उन्हें पता चला कि सलीमनाबाद तहसील में
EWS के प्रमाण पत्र बड़ी ही आसानी से महज दस से पंद्रह मिनट में बन रहे है तब इसकीबन जानकारी निकाली गई तो पता चला EWS के प्रमाण पत्र बनाने के लिए बालिग होना आवश्यक है आधार कार्ड अंक सूची
आय प्रमाण पत्र समग्र आईडी
जमीन की कॉपी जो 5एकड़ से जायदा नहीं होनी चाहिए ओर सबसे महत्वपूर्ण है पटवारी का प्रतिवेदन होता है जिसके बगैर EWS सर्टिफिकेट नहीं बन पाता है पर यहां की तहसील पर पाया
की मात्र 10 मिनट में Ews प्रमाण बना दिया जाता है
.( 10:09 बजे आवेदन किया गया और 10:19 बजे प्रमाण पत्र जारी हो गया।) जिसकी कॉपी भी हमारे पास है वही जब तहसील कार्यालय से ‘एक दिन समाधान योजना’ के तहत जानकारी मांगी गई कि कितने EWS सर्टिफिकेट बने है तो
सलीमनाबाद तहसील कार्यालय की ओर से लिखित जवाब में बताया गया कि मूल दस्तावेज तहसील में मौजूद नहीं हैं।
तो सवाल ये उठता है कि जिन लोगों के प्रमाण पत्र बनाए गए है
तो बिना मूल दस्तावेज को देखे बिना कैसे प्रमाण पत्र बना दिए गए है ओर कैसे EWS के प्रमाण पत्रों पर तहसीलदार के डिजिटल सिग्नेचर हुए है या डिजिटल सिग्नेचर का दुरुपयोग किया जा रहा है
बाइट संतोष पाल
वी ओ 3 वही इस पूरे मामले में एडीएम साधना परस्ते ने बताया कि EWS सर्टिफिकेट बनाने में फर्जीवाड़ा हुआ है जो कि सभी अधिकारियों के संज्ञान में है और कलेक्टर कटनी ने इसके जांच के आदेश एसडीएम को दिए है जो कि तीन दिवस के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेंगे
बाइट साधना परस्ते
एडीएम कटनी
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