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Shahdol484001

SECL अमलाई ओपनकास्ट हादसे में डोजर-डंपर ऑपरेटर लापता, सुरक्षा पर सवाल

PCPUSHPENDRA CHATURVEDI
Oct 12, 2025 11:01:45
Shahdol, Madhya Pradesh
SECL अमलाई ओपनकास्ट में बड़ा हादसा — मिट्टी धंसने से डोजर व डंपर और ऑपरेटर लापता, R.K.T.C कंपनी की लापरवाही पर उठे सवाल शहडोल जिले के SECL अमलाई ओपनकास्ट माइंस में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। मिट्टी धंसने से एक डोजर और डंपर समेत ऑपरेटर दलदल में समा गए। हादसे के बाद से ऑपरेटर का कोई पता नहीं चल सका है। बताया जा रहा है कि मिट्टी फीलिंग के दौरान यह दुर्घटना हुई, जिसमें मिट्टी का बड़ा हिस्सा अचानक खिसक गया और मशीन सहित ऑपरेटर गहराई में धंस गए। रात होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन तुरंत शुरू नहीं हो सका, रविवार सुबह 7 बजे से रेस्क्यू शुरू किया जाना था, लेकिन वास्तविक कार्रवाई सुबह 10:30 बजे के बाद प्रारंभ हुई। मौके पर पहुंची SDRF की टीम सिर्फ एक नाव के सहारे डोजर और डंपर की खोजबीन कर रही है। बताया जा रहा है कि SECL प्रबंधन के पास ऐसे हादसों से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं हैं, जिससे बचाव कार्य में देरी हो रही है। हादसे की जानकारी मिलते ही शहडोल कलेक्टर केदार सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार को 45 लाख रुपए की सहायता राशि प्रबंधन द्वारा दी जा रही है। इसके अलावा, “हम प्रबंधन से बात कर रहे हैं कि परिवार को और क्या आर्थिक या अन्य लाभ दिलाया जा सकता है,” कलेक्टर ने कहा। घटनास्थल की स्थिति बेहद गंभीर बताई जा रही है। जिस क्षेत्र में मिट्टी फीलिंग का कार्य चल रहा था, उसकी गहराई लगभग 50 से 60 फीट है। इसी कारण स्थानीय स्तर पर रेस्क्यू में कठिनाई आ रही है। प्रशासन ने बताया कि बनारस, प्रयागराज और जबलपुर से विशेष रेस्क्यू टीमें बुलाई जा रही हैं ताकि बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा सके。 प्रत्यक्षदर्शियों का बयान हादसे के समय मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि यह घटना उनकी आंखों के सामने हुई। कई श्रमिकों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। उन्होंने दावा किया कि SECL प्रबंधन को पहले से ही इस बात की जानकारी थी कि उस क्षेत्र में मिट्टी खिसक रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, “उसी दिन शाम करीब 5 बजे मिट्टी का बड़ा हिस्सा खिसक गया था, जिसकी सूचना कर्मचारियों ने SECL और R.K.T.C कंपनी को दी थी। इसके बावजूद भी मिट्टी फीलिंग का कार्य नहीं रोका गया।” इसके अलावा, लगातार बारिश और पानी के रिसाव के बावजूद काम जारी रहा, जिससे हादसा हुआ। पीड़ित परिवार का दर्द और आरोप लापता ऑपरेटर के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन मऊगंज और जबलपुर से मौके पर पहुंचे हैं। उनका आरोप है कि “यह सिर्फ हादसा नहीं, बल्कि प्रबंधन की लापरवाही से हुई गैर-इरादतन हत्या है।” परिवार का कहना है कि “कर्मचारियों को मौत के मुंह में धकेला गया,” जबकि प्रबंधन को पहले से खतरे की जानकारी थी। परिजन मांग कर रहे हैं कि प्रबंधन और कंपनी R.K.T.C के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए। SECL प्रबंधन की चुप्पी अब तक SECL प्रबंधन ने ऑपरेटर की मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। हालांकि, घटना के लगभग 24 घंटे बीत जाने के बाद भी न तो बॉडी मिली है और न ही मशीनें, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि स्थिति गंभीर है। स्थानीय लोगों का गुस्सा स्थानीय लोगों और श्रमिकों में भारी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि SECL प्रबंधन सुरक्षा मानकों की लगातार अनदेखी कर रहा है। मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि यदि पहले ही रेस्क्यू और सुरक्षा इंतजाम दुरुस्त होते, तो शायद आज एक जान बचाई जा सकती थी। शहडोल के अमलाई ओपनकास्ट में हुआ यह हादसा कई सवाल छोड़ गया है — क्या SECL में सुरक्षा सिर्फ कागजों पर है? लापरवाही, देरी और जिम्मेदारी से बचने की कोशिश — क्या इस लापरवाही की कीमत एक और मजदूर को अपनी जान देकर चुकानी पड़ेगी? बाइट 01-मनोज कुशवाहा ( डंपर ऑपरेटर का भाई) बाइट02-GM (SCEL) बाइट03-ऑपरेशन,GM (SCEL) बाइट04-केदार सिंह (कलेक्टर शहडोल) बाइट05-सूर्य प्रकाश रजक (प्रत्यक्ष दर्शी RKTC कर्मचारी) बाइट06-प्रदीप शर्मा (प्रत्यक्ष दर्शी RKTC कर्मचारी) बाइट07-अभिषेक द्विवेदी(ग्रामीण) बाइट08-अजय अवस्थी (जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शहडोल) WT-पुष्पेंद्र चतुर्वेदी
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Dec 07, 2025 08:21:40
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HBHemang Barua
Dec 07, 2025 08:20:38
Noida, Uttar Pradesh:फरीदाबाद ब्रेकिंग फरीदाबाद के भुपानी इलाके में शराब के ठेके पर जमकर चले लाठी डंडे यह सारी वारदात ठेके के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई शराब की बोतल पर डिस्काउंट ना मिलने के कारण चले लाठी डंडे। दो युवकों को ठेके के अंदर घुसकर लाठी डंडे से मारपीट करते हुए दिखाई दिए बदमाश यह सारी वारदात 6 दिसंबर की बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस को इस पूरे मामले की शिकायत दे दी गई है और पुलिस इस मामले की जांच कर रही है मारपीट की वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। फरीदाबाद में बदमाशों के हौसले लगातार बुलंद होते हुए दिखाई दे रहे हैं। dिनदहाड़े शराब के ठेके में घुसकर दो युवकों को जमकर लाठी डंडों से मारपीट करते हुए दिखाई दे रहे हैं फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है और जलधारी उपायों को गिरफ्तार करने की बात कह रही है dिनदहाड़े शराब के ठेके में घुसकर दो युवकों के साथ जमकर लाठी डंडे से मारपीट करते हुए दिखाई दिए बदमाश
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MSMAYUR SHUKLA
Dec 07, 2025 08:20:08
Lucknow, Uttar Pradesh:उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक बोर्ड और हज बोर्ड के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री भाजपा नेता मोहसिन रजा की verschiedene मुद्दों पर बाइट। 1 - अखिलेश यादव ने नई बाबरी के सवाल पर दिया बड़ा बयान.. कहा- बीजेपी भावनाओं से कर रही खिलवाड़.. तो लोग भी अपनी भावनाएं सामने लाएंगे 2 - ग़ज़नवी आक्रमण’ को नए कक्षा 7 के एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक में बड़ा हिस्सा दिया गया है। शुक्रवार को जारी की गई नई कक्षा 7 की एनसीईआरटी सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में ‘ग़ज़नवी आक्रमणों’ पर बड़ा अनुभाग शामिल है — जिसमें महमूद ग़ज़नी के ‘विनाश और लूटपाट’ तथा गैर-मुस्लिम क्षेत्रों में अपने संस्करण के इस्लाम को फैलाने की उसकी उत्सुकता पर ध्यान केंद्रित किया गया है — जो पिछली संस्करण की तुलना में अधिक विस्तृत है। 3 - "हम सभी जगह पहुँचेंगे और पहुँच चुके हैं": अयोध्या राम मंदिर के बाद काशी-मथुरा पर योगी आदित्यनाथ का संकेत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद अगला फोकस क्या होगा, इस पर संकेत दिया। काशी और मथुरा पर संभावित ध्यान को लेकर पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने आत्मविश्वास भरा उत्तर दिया— “सभी जगह पहुँचेंगे, और पहुँच चुके हैं।” यह टिप्पणी राज्य में धार्मिक धरोहर स्थलों से जुड़े जारी प्रयासों की ओर संकेत मानी गई, जिनमें वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद से जुड़े विवाद शामिल हैं। 4 - विश्व हिंदू परिषद निकालेगा शौर्य यात्रा, शौर्य दिवस मनाने का किया है विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने ऐलान, 'अयोध्या हुई हमारी है, अब मथुरा की बारी है।' नारे वाले पोस्टर शौर्य यात्रा से पहले लगे, जिसने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। 5 - sir को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि जिस चुनाव आयोग का काम वोट बढ़ाने का है वह वोट कटवाने का काम कर रहा है。
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RKRupesh Kumar
Dec 07, 2025 08:19:56
Betul, Madhya Pradesh:छिंदवाड़ा में गोवंश वध की सूचना के बाद पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। मामला चांद थाना क्षेत्र के ग्राम लालगांव का बताया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों से सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, जहां नाले में एक सफेद रंग का गोवंश मृत अवस्था में मिला। मृत गोवंश की हत्या कर शव को क्षत विक्षत कर दिया गया था, पास में ही सफेद बोरी भी बरामद हुई है, जिससे प्राथमिक जांच में गोवंश वध की पुष्टि हुई है। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सक ने मृत गोवंश का पोस्टमार्टम किया। बीमारी फैलने की आशंका को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर JCB से गड्ढा खुदवाकर अवशेष सहित गोवंश को सुरक्षित दफनाया गया है। पुलिस ने प्राथमिक जांच के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कर हिरासत में ले कर पूंछताछ कर रही है।
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SMSandeep Mishra
Dec 07, 2025 08:18:03
Dindori, Madhya Pradesh:मनरेगा में काम न मिलने का दर्द! कलेक्टर के सामने मजदूर महिला के छलके आंसू.. बीमार पति के साथ टूटे फूटे मकान में रहने को मजबूर लाख जतन के बाद भी सुविधा नदारत मध्यप्रदेश के डिंडोरी में कलेक्टर अंजू पवन भदौरिया के सामने एक महिला मजदूर रो पड़ी। उदरी गांव के दौरे पर पहुंचीं कलेक्टर के सामने महिला ने रोजगार गारंटी में काम न मिलने की अपनी दर्दभरी दास्तान सुनाई… और बात करते–करते भावुक हो उठी और फूट फूट कर रोने लगी। कलेक्टर अंजू पवन भदौरिया के सामने उदरी गांव की एक महिला मजदूर रोते हुए अपनी व्यथा बताई… कि उसे महीनों से मनरेगा में काम नहीं मिल रहा। परिवार में बीमार पति, टूटा–फूटा घर… और दो वक्त की रोटी जुटाने तक के लाले पड़े हुए हैं। महिला की हालत देख कलेक्टर ने उसकी बात गंभीरता से सुनी… ढांढस बंधाया… और मौके पर मौजूद अधिकारियों को फटकार लगाते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि जिनका जॉब कार्ड है, उन्हें काम जरूर मिलेगा और महिला को हरसंभव मदद दी जाएगी। जब हमारी टीम महिला के घर पहुंची, तो उसकी बेबसी साफ नजर आई। बीमार पति का सहारा बनी कलकतिया बाई टूटी दीवारों और जर्जर मकान के बरामदे में रहने को मजबूर है। न पेंशन… न आवास… और ऊपर से परिवार का बढ़ता संघर्ष। पड़ोसियों का भी कहना है कि यह परिवार लंबे समय से संकट झेल रहा है, लेकिन जिम्मेदार जानकर भी अनजान बने हुए थे।
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SKSundram Kumar
Dec 07, 2025 08:17:44
Patna, Bihar:नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्ष के लिए लेवल प्लेयिंग फील्ड नहीं है सारा सरकारी तंत्र सत्ता पक्ष के पास है इसलिए हम लोग चुनाव हारे। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हार गए हैं इसलिए कुछ कहेंगे हार की बेचैनी मे अनाप-शनाप बोल रहे हैं। जनता का आशीर्वाद मिला है जनता का निर्णय नहीं पच पा रहा है तो गांव में जाकर के घूम करके देख ले। मतदान केंद्र की डाटा ले ले और गांव में जाकर के देख ले कि वास्तव में जनता ने वोट दिया है कि नहीं दिया है। जमीन उनकी पूरी तरीके से खिसक चुकी है एनडीए के साथ जनता थी इसलिए NDA के पक्ष में जनता ने वोट दिया इस तरह से इलेक्शन कमीशन और किसी पर आरोप लगा करके अपनी चीज उतार रहे तो इससे क्या होना है। राजद बाबरी मस्जिद का शहादत दिवस मना रही है इस पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा राजद क्या कर रहा है हमने कहा राजद इलेक्शन कमीशन को ही आरोप लगा रहा है उसकी बात का क्या कहना है। 15 लाख लोग जेल में है तेजस्वी यादव इस तरह की बातें कर रहे हैं जिस पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बात करते-करते हैं वह थक चुके हैं जनता उनकी सुनने वाली नहीं है नहीं सुनेगी तो करते रहे.
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ASAshok Singh Shekhawat
Dec 07, 2025 08:16:56
Sikar, Rajasthan:लोकेशन श्रीमाधोपुर सीकर आखिर इन हादसों से कब लिया जायेगा सबक, सीवरेज ठेकेदारों की लगातार आ रही लापरवाही सामने, ठेकेदारों की लापरवाही आमजन पर भारी, जिम्मेदार अधिकारी मौन, चौधरियों के मोहल्ले में फिर आया हादसा सामने, सीवरेज ठेकेदार ने चैंबर बनाने के लिए खोदा गड्ढा और खुला छोड़कर नदारद, सप्ताहक से खुला पड़ा खड्डा, स्कूटी सवार स्कूटी सहित गिरा गड्ढे में, बड़ा हादसा टला, आखिर कब लगेगा इन हादसों पर अंकुश, या फिर नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारी आंखे मूंदकर यूं ही बैठे रहेगें या फिर लेगें इन हादसों से सबक एंकर सीकर जिले के श्रीमाधोपुर शहर में सीवरेज कार्य की लापरवाही लगातार आमजन के लिए खतरा बनी हुई है, लेकिन इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी मौन बैठे हैं। चौधरियों के मोहल्ले में सीवरेज ठेकेदार की लापरवाही एक बार फिर बड़ा हादसा करवाते–करवाते बच गई। जानकारी के अनुसार ठेकेदार द्वारा चैंबर निर्माण के लिए गड्ढा खोदकर उसे खुले ही छोड़ दिया गया, जो पिछले एक सप्ताह से बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के आम राहगीरों के लिए जोखिम बना हुआ था। इसी बीच बीते दिवस एक स्कूटी सवार युवक खुले गड्ढे को नहीं देख सका और स्कूटी सहित सीधे उसमें गिर पड़ा। गनीमत रही कि युवक को गंभीर चोट नहीं लगी, वरना एक बार फिर लापरवाही से बड़ा हादसा सामने आ सकता था। खुले गड्डो के सामने कोई भी साईन बोर्ड या अन्य कोई संकेत भी नहीं लगा रखें हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सीवरेज ठेकेदारों की मनमानी और नगरपालिका की चुप्पी शहर में हादसों को दावत दे रही है। कई बार शिकायतें करने के बावजूद अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचते, न ही ठेकेदारों पर किसी प्रकार की कार्रवाई होती है। सवाल यह है कि आखिर कब इन हादसों पर अंकुश लगेगा? क्या नगरपालिका यूं ही आंखें मूंदकर बैठी रहेगी या फिर किसी बड़े हादसे का इंतजार है?
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ACAshish Chaturvedi
Dec 07, 2025 08:16:43
Karauli, Rajasthan:प्रस्तावित डूंगरी बांध को लेकर क्षेत्रीय ग्रामीणों मे रोष, सरकार ने डूंगरी बांध रद्द करने की मांग , प्रशास्न प्रस्तावित बांध की वस्तुस्थिति , लाभ और समझाइश के कर रहा प्रयास, जिला करौली, ज्योति दीप्ती, एंकर इंट्रो - पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों को पीने का पानी और सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने की मंशा के साथ सरकार द्वारा संशोधित पीकेसी ERCP लिंक परियोजना के पहले चरण का शिलान्यास 17 दिसंबर 2024 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा जयपुर के दादिया से किया गया लेकिन इस परियोजना के तहत करौली और सवाई माधोपुर जिले की सीमा पर बहने वाली बनास नदी पर प्रस्तावित डूंगरी बांध का निर्माण से पहले ही ग्रामीणों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है । डूंगरी बांध के निर्माण को रद्द करवाने के लिए करौली और सवाई माधोपुर जिले के सैकड़ो गांवों के ग्रामीण पिछले 1 साल से लगातार डूंगरी बांध रद्द करने और गांवों के विस्थापन को रोकने की मांग कर रहे हैं । प्रशास्न प्रस्तावित बांध क्षेत्र के लोगो को बांध बनने से क्षेत्र के लोगो को होने वाले लाभ और समझाइश के प्रयास मे जुटा है । साथ ही संभावित विस्थापित किए जाने वाले गाँवो की वस्तुस्थिति से ग्रामीणों को अवगत कराया जा रहा है । PKC ERCP परियोजना के पहले चरण के तहत प्रस्तावित डूंगरी बांध के विरोध में ग्रामीणों के द्वारा आधा दर्जन से अधिक महापंचायत आयोजित की जा चुकी है और पिछले दिनों 21 नवंबर को उपखंड सपोटरा के जोड़ली गांव में आयोजित हुई विशाल महापंचायत में आक्रोशित ग्रामीण डूंगरी बांध संघर्ष समिति के बैनर तले सरकार से आर पार की लड़ाई का ऐलान भी कर चुके हैं, डूंगरी बांध रद्द करने और गांवों के विस्थापन को रोकने के लिए आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा राजस्थान सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अल्टीमेटम भी दिया जा चुका है, आपको बता दे डूंगरी बांध संघर्ष समिति अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री स्तर पर सीधी वार्ता करना चाहती हैं लेकिन सरकार के द्वारा अभी तक वार्ता का न्यौता संघर्ष समिति को नहीं मिला है जिसके कारण सर्वसमाज के लोगों में रोष व्याप्त हो रहा है और कभी भी बड़े आंदोलन की शुरुआत हो सकती है, डूंगरी बांध निर्माण का विरोध करने वाले ग्रामीणों का कहना है कि सरकार पीड़ित लोगों के धैर्य की परीक्षा नहीं ले यदि सरकार ने डूंगरी बांध रद्द नहीं करके तानाशाहीपूर्वक गांवों का विस्थापन करने का प्रयास किया तो राजस्थान में बहुत बड़ा जन आंदोलन होगा जिसमें प्रदेश को बहुत बड़ी जनहानि उठानी पड़ेगी।/District administration के साथ वार्ता में मिली थी मुख्यमंत्री से वार्ता का भरोसा, जोड़ली गांव में विशाल महापंचायत के बाद 30 नवंबर को करौली कलेक्ट्रेट के सूचना केंद्र सभागार में डूंगरी बांध डूब क्षेत्र के प्रभावित गांवों के किसानों और जिला प्रशासन के बीच महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई जिसमें ग्रामीणों ने अपनी आपत्तियां रखीं, आक्रोशित सर्वसमाज के ग्रामीणों ने कहा कि सरकार पूंजीपति लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए हमारे घर, जंगल, जमीन, आजीविका हमसे छीन कर हमें बेघर करना चाहती है हमारी गांवों की भारतीय संस्कृति को मिटाना चाहती है जिसे हम बिल्कुल स्वीकार नहीं करते, डूंगरी बांध डूब क्षेत्र में आ रहे करौली–सवाई माधोपुर जिले के प्रभावित गांवों के ग्रामीणों ने बैठक में मांग रखी कि पीकेसी लिंक परियोजना में प्रस्तावित डूंगरी बांध को तत्काल निरस्त किया जाए और गांवों का विस्थापन नहीं किया जाए, ग्रामीणों का कहना था कि बांध बनने की स्थिति में बड़ी संख्या में वे गरीब लोग और किसान प्रभावित होंगे, जिनका जीवन पूरी तरह खेती पर आधारित है। उनका तर्क था कि परियोजना का प्रारंभिक उद्घाटन चंबल क्षेत्र में किया गया था और उसी स्थान पर इस परियोजना का निर्माण होना चाहिए, बैठक के दौरान 21 सदस्यीय कमेटी के मुखिया ने स्पष्ट कहा कि डूंगरी बांध बनने से लोगों के घर, जंगल जमीन पानी में डूब जाएंगे कई गांवों की कृषि भूमि डूब क्षेत्र में चली जाएगी, जिससे ग्रामीणों कीAujourd'hui
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