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Ashoknagar473331

चंदेरी में साधु पर हमले के बाद हिंदू समुदाय में दिखा आक्रोश

Aug 01, 2024 13:47:40
Ashoknagar, Madhya Pradesh

चंदेरी में एक साधु पर जानलेवा हमले के बाद हिंदू समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया है। घटना गिलउआ मंदिर में हुई, जहां साधु सो रहे थे। आरोपी अभी भी फरार हैं। हिंदू संगठनों ने पुलिस को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है, आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अशोक नगर जिले से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। शहर के प्रमुख स्थानों पर पुलिस तैनात की गई है। हिंदू समुदाय के लोग थाने पहुंचकर ज्ञापन दे चुके हैं। पुलिस स्थिति पर नजर रखे हुए है।

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BPBHUPESH PRATAP
Dec 28, 2025 07:19:44
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DBDevender Bhardwaj
Dec 28, 2025 07:19:32
Gurugram, Haryana:गुरुग्राम- गुरुग्राम में मार्बल मार्किट में मचा हड़कंप हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुनादी से मचा हड़कंप मार्बल मार्किट को खाली कराने के लिए विभाग ने कराई मुनादी मार्बल मार्केट में 60 दुकानों को खाली करने का दिया मात्र 2 दिन का समय विभाग के खिलाफ व्यापारियों में रोष 21 साल पहले एमजी रोड और शीतला माता रोड से व्यापारियों को यहां किया गया था शिफ्ट 21 साल बाद एक बार फिर से व्यापारियों को यहां से किया जा रहा शिफ्ट मेट्रो का डिपो इस मार्केट में स्थापित करने का है प्रस्ताव व्यापारियों का कहना कि सेक्टर 34 में स्थाई तौर पर व्यापारियों को किया जाए शिफ्ट फिलहाल विभाग व्यापारियों को अस्थायी तौर पर कर रहा है शिफ्ट यह कोई फूल का टोकरा नहीं, जिसे एक दिन में उठाया जा सके-मार्बल व्यापारी मार्बल मार्केट को यहां से शिफ्ट करने पर व्यापारियों और रोजगार पर पड़ेगा असर- व्यापारी बाइट-मार्बल व्यापारी दरअसल इस इलाके में मेट्रो डिपो स्थापित करने का प्रस्ताव है, जिसके चलते मार्बल मार्केट को हटाया जा रहा है।व्यापारियों ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि उन्हें सेक्टर-34 में स्थायी रूप से शिफ्ट किया जाए, ताकि उनका व्यापार और रोजगार प्रभावित न हो। हालांकि, फिलहाल विभाग व्यापारियों को अस्थायी तौर पर ही शिफ्ट करने की बात कर रहा है, जिससे असमंजस की स्थिति बनी हुई है।मार्बल व्यापारियों का कहना है कि यह कोई फूल का टोकरा नहीं है, जिसे एक दिन में उठाया जा सके। इतनी कम समय सीमा में दुकानों को खाली करना संभव नहीं है。 बाइट-मार्बल व्यापारी व्यापारियों की माने तो है कि यदि मार्बल मार्केट को यहां से शिफ्ट किया गया, तो न सिर्फ व्यापार प्रभावित होगा बल्कि सैकड़ों लोगों के रोजगार पर भी इसका सीधा असर पड़ेगा।फिलहाल मार्बल मार्केट के व्यापारी विभाग के फैसले का विरोध कर रहे हैं और स्थायी समाधान की मांग पर अड़े हुए हैं।
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RSRajendra sharma
Dec 28, 2025 07:19:13
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Dec 28, 2025 07:18:54
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DGDeepak Goyal
Dec 28, 2025 07:18:50
Jaipur, Rajasthan:प्रदेश के शहरों की स्वच्छता रैंकिंग को बेहतर बनाने के लिए स्वायत्त शासन विभाग ने अब इन-हाउस ऑडिट की नई व्यवस्था लागू कर दी है। इसके तहत नगरीय निकायों के कामकाज का आकलन अब राज्य स्तर पर ही किया जा रहा है, ताकि कमियों की पहचान समय रहते कर सुधार किया जा सके। यह कवायद ऐसे समय शुरू की गई है, जब देश की स्वच्छता रैंकिंग में राजस्थान की स्थिति संतोषजनक नहीं मानी जा रही और राजधानी जयपुर के हालात भी चिंताजनक बने हुए हैं। शहरों की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार के लिए अब राज्य सरकार ने अपने स्तर पर नगरीय निकायों का होमवर्क चैक करना शुरू कर दिया है। केन्द्र सरकार के मापदंडों के अनुसार ही प्रदेश के निकायों को रैकिंग देना शुरू कर दिया गया है। आबादी के आधार पर चार कैटेगिरी में बांटा गया है। स्वायत्त शासन विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह रैंकिंग पूरी तरह केंद्र सरकार के स्वच्छता सर्वेक्षण के मापदंडों के अनुरूप ही तैयार की जा रही है, ताकि निकायों को वास्तविक स्थिति का आईना दिखाया जा सके। प्रदेश के सभी शहरों को वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार आबादी के आधार पर चार कैटेगरी में विभाजित किया गया है और हर महीने किए गए कार्यों के आधार पर रैंकिंग जारी की जा रही है। नवम्बर माह के प्रदर्शन के आधार पर 3 लाख से 10 लाख आबादी वाली श्रेणी में भीलवाड़ा नगर निगम ने पहला स्थान हासिल किया है। अलवर नगर निगम दूसरे और उदयपुर नगर निगम तीसरे स्थान पर रहा। यह संकेत देता है कि सीमित संसाधनों के बावजूद यदि योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाए, तो बेहतर परिणाम संभव हैं। 50 हजार से 3 लाख की आबादी वाली कैटेगरी में भरतपुर 45.70 अंकों के साथ प्रदेश के 47 शहरों में अव्वल आया है। छोटे निकायों में 20 से 50 हजार आबादी वाले शहरों में नाथद्वारा 56.33 अंक के साथ सबसे आगे रहा। पुष्कर दूसरे और डूंगरपुर तीसरे स्थान पर रहे। 20 हजार से कम आबादी में बड़ी सादड़ी प्रथम रहा। वहीं राजधानी जयपुर की आबादी 10 लाख से अधिक होने के कारण इसे अलग श्रेणी में रखा गया है। लेकिन इसी श्रेणी में जयपुर की स्थिति सबसे ज्यादा चिंता का कारण बनकर सामने आई है। इन-हाउस आकलन में जयपुर ग्रेटर नगर निगम को महज करीब 35 प्रतिशत अंक और हैरिटेज नगर निगम को केवल 21 प्रतिशत अंक ही मिल पाए हैं। जयपुर में एक नगर निगम बनने से पहले यह हुआ। स्वायत्त शासन विभाग ने इस स्थिति को गंभीर मानते हुए तत्काल काम में जुटने के निर्देश दिए हैं। स्वायत्त शासन विभाग के इस इन-हाउस ऑडिट का मुख्य उद्देश्य कमजोर प्रदर्शन करने वाले निकायों की स्थिति सुधारना है। इसके तहत यह विश्लेषण किया जाएगा कि किस मापदंड में कितने अंक मिले। जहां कम अंक मिले हैं, वहां कारणों की पहचान की जाएगी। संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। सुधार के लिए समयबद्ध कार्ययोजना बनाई जाएगी। शहरों को साफ रखने के लिए राज्य सरकार ने स्टेट लेवल पर सफाई को लेकर नवंबर में प्रतिस्पर्धा करवाई। अब ये हर माह होगी। कचरा निस्तारण, पोर्टल अपडेट, ओडीएफ प्लस, जीएवी फ्री शहर और जन जागरूकता श्रेणी के आधार पर रैंकिंग दी गई। स्वायत्त शासन विभाग ने सफाई को अंक देते हुए शहरों की नवंबर माह की सफाई रैंकिंग जारी की है। कमजोर निकायों की स्थिति सुधरना, रिड्यूज, रिसाइकिल और रियूज (आरआरआर) पर काम हो, क्योंकि इसके 100 अंक हैं। रैकिंग में कमजोर रहने वाले निकायों में समय रहते सुधार किया जाएगा। यह देखेंगे कि किस मापदंड में कितने अंक मिले। कम अंक मिले तो उसकी वजह क्या है और कैसे सुधारा जाए। हर निकाय में मुख्यमंत्री सद्भावना केन्द्र खोले जाएं। देश में स्वच्छता रैकिंग में राजस्थान की स्थिति अच्छी नहीं है। राजधानी जयपुर के हालात भी स्वच्छता को लेकर परेशान करने वाले हैं। इसी कारण स्वायत्त शासन विभाग ने इन-हाउस काम शुरू किया है। बहरहाल, स्वायत्त शासन विभाग की यह पहल साफ संकेत देती है कि अब स्वच्छता के नाम पर केवल कागजी दावे नहीं चलेंगे। हर महीने होने वाला इन-हाउस आकलन निकायों पर लगातार दबाव बनाए रखेगा और कमजोर प्रदर्शन करने वालों पर सख्ती तय मानी जा रही है। विशेषकर जयपुर जैसे बड़े शहरों के लिए यह चेतावनी है कि यदि जमीनी स्तर पर ठोस काम नहीं हुआ, तो स्वच्छता रैंकिंग में सुधार की उम्मीद बेमानी साबित होगी।
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ASArvind Singh
Dec 28, 2025 07:17:51
Sawai Madhopur, Rajasthan:एंकर_ स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की छुट्टियों के चलते बच्चों को लेकर लोग घूमने फिरने के लिए जगह-जगह का टूर प्लान बनाते रहते हैं । क्रिसमस की छुट्टियों के साथ ही नए साल के आगमन और पुराने साल की विदाई को लेकर भी लोग खासा उत्साहित नजर आते हैं। इसी कड़ी में सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क में पर्यटकों की भारी आवक देखने को मिल रही है। टाइगर के स्वच्छंद विचरण को लेकर विश्व पटल पर अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाला रणथंभौर पैंथर, भालू सांभर , चीतल एवं अन्य वन्य जीवों की साइटिंग के लिए भी खास प्रसिद्ध है। इन दिनों रणथंभौर नेशनल पार्क में देसी विदेशी पर्यटकों की भीड़ जमा हो रही है । रणथंबोर वन प्रशासन की ओर से पर्यटकों के लिए पीक सीजन को देखते हुए एक्स्ट्रा वाहनों की विशेष व्यवस्था की गई है ताकि अधिक से अधिक पर्यटकों का टाइगर सफारी का सपना पूरा हो सके साथ ही सैलानियों को किसी तरह की कोई परेशानी भी न उठानी पड़े। रणथंभौर नेशनल पार्क पर्यटको को अपनी ओर बर्बश ही आकर्षित कर लेता हैl रणथंभौर टाईगर रिजर्व में वैसे तो हमेशा ही देशी विदेशी सैलानियों की खासा भीड़ रहती है जिसके चलते रणथंभौर का पर्यटन हमेशा गुलजार रहता है। देश से ही नही अपितु सात समंदर पार से भी बड़ी संख्या में सैलानी स्वछंद विचरण करते बाघों के दीदार करने के लिए रणथंभौर आते है । लेकिन रणथंभौर के पर्यटन के लिहाज़ से दिसम्बर और जनवरी माह को पिक सीज़न माना जाता है । दिसम्बर में शीतकालीन छुट्टियों के साथ ही नये साल का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में देशी विदेशी सैलानी रणथंभौर पहुंचते है । ऐसे में सैलानियों की आवक को देखते हुवे वन विभाग द्वारा दिसम्बर माह में ही पर्यटकों के लिए विशेष इंतजाम कर लिए जाते है । इस बार अभी से ही रणथंभौर में पर्यटकों की खासा भीड़ नजर आने लगी है । ऐसे में पर्यटकों की आवक को लेकर रणथंभौर की ऑनलाइन बुकिंग आगामी करीब दो माह के लिए पूरी तरह से फूल चल रही है । वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रणथंभौर की ऑनलाइन बुकिंग के साथ ही करंट बुकिंग भी पूरी तरह से फूल चल रही है , वनाधिकारियों के मुताबिक जिन पर्यटको ने ऑनलाइन बुकिंग पहले से करा रखी है उन्हें तो टाईगर सफारी में कोई परेशानी नही हो रही है ,लेकिन जो लोग बिना ऑनलाइन बुकिंग के रणथंभौर आ रहे है उन्हें करंट में टिकिट नही मिल पाने से परेशानी हो रही है ,रणथंभौर में पर्यटकों का इतना रस है कि सभी को सफारी उपलब्ध होना मुश्किल हो रहा है ,क्यो की एनटीसीए की गाइड लाइन के मुताबिक रणथंभौर में 140 वाहन ही प्रति पारी सफारी पर जा सकते है ,एक दिन में दिनों परियों में 280 वाहन ही सफारी पर भेजे जा सकते है , ऐसे में कई बार कई वो पर्यटक सफारी से वंचित रह जाते है जिनकी पहले से बुकिंग नही है ,हालांकि वन विभाग द्वारा ऐसे पर्यटकों के लिए अलग से पांच वाहनों की व्यवस्था की गई है ,जिनके पहले से बुकिंग टिकिट नही है ,लेकिन पर्यटकों की भीड़ अभी से इतनी है कि अलग से वन विभाग द्वारा की गई पांच वाहनों की व्यवस्था भी कम पड़ रही है ,ऐसे में टिकिट नही मिलने से कई पर्यटकों को निराश ही बिना टाईगर सफारी के रणथंभौर से मायूस होकर लौटना पड़ रहा है ,रणथम्भौर के पर्यटन डीएफओ संजीव शर्मा का कहना है कि रणथंभौर में अभी से इतना रस है ,तो आगामी दिनों में तो ओर भी भीड़ बढ़ने की संभावना है । वन विभाग आगामी दिनों में रणथंभौर नेशनल में आने वाले पर्यटकों की तादात को लेकर अलर्ट है। जिससे यहाँ आने वाले पर्यटकों को कोई असुविधा ना हो ,लेकिन बडी बात ये है कि रणथंभौर में एनटीसीए की गाइड लाइन के मुताबिक वाहनों की निर्धारित संख्या है ,लेकिन यहाँ पर्यटको की भारी भीड़ उमड़ रही है ,ऐसे में जो पर्यटक बिना बुकिंग के रणथम्भौर भ्रमण पर आने का प्लान बना रहे है ,उन्हें यहाँ टाईगर सफारी नसीब हो सके यह कहा नही जा सकता ।
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AVArun Vaishnav
Dec 28, 2025 07:17:14
Jaipur, Rajasthan:देशी-विदेशी सैलानियों से गुलजार हुई स्वर्णनगरी,पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की पीक, न्यू ईयर का वेलकम करने को सैलानी पहुंच रहे जैसलमेर, जैसलमेर स्वर्णनगरी जैसलमेर इन दिनों देशी-विदेशी सैलानियों से गुलजार है। हर साल की तरह इस साल भी दिसंबर में क्रिसमस व जनवरी से शुरू होने वाले नववर्ष की पूर्व संध्या पर जैसलमेर में पर्यटकों की भीड़ उमडऩे लगती है। इस साल भी आने वाले साल 2026 के वेलकम को सेलिब्रेट करने के लिए सैलानी जैसलमेर पहुँच रहे है। ऐसे में स्वर्णनगरी जैसलमेर में पर्यटकों की बूम नजर आ रही है। जैसलमेर के सोनार फोर्ट,पटवा हवेली, सालमसिंह हवेली, नथमल हवेली,गड़ीसर लेक पर सैलानियों की भीड़ से ही जाम लगने लगा है। जिसमे दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिमी बंगाल, हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों की संख्या में सैलानी जैसलमेर आ रहे हैं। भारी भीड़ के चलते कई रिसোর্ট और होटलों में नो-रूम की स्थिति हो गई है। अब 31 दिसंबर 31st की नाइट को लेकर जैसलमेर में देशी विदेशी सैलानियों की पीक देखने को मिल रही है। हालात यह है कि यहां 31 दिसंबर तक चौगुनी कीमतों में होटल व रिजॉर्ट के रेट बढ़ चुके हैं। ऐसे में जैसलमेर शहर के जहां होटल्स के रेट चौगुने हो चुके हैं वहीं डेजर्ट के नाम से विश्व विख्यात सम क्षेत्र में भी करीब 200 रिसॉर्ट में 7000 से अधिक टेंट लगाए गए है। 1500 रूम रेट की होटल में भी 5000 से कम कमरा बुक नहीं किया जा रहा है। 1500 से 5000 तक की रेट के टेंट 15000 से ₹35000 में बुक हो रहे हैं। वहीं गेस्ट 31st की इस नाइट को यादगार बनाने के लिए कोई कंजूसी रखते नजर नहीं आ रहे है ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि 31 दिसंबर की शाम को करीब 5 लाख के करीब सैलानी जैसलमेर में नववर्ष का स्वागत करने के लिए पहुंच रहे हैं। जैसलमेर में सोनार फोर्ट, पटवा हवेली,सालमसिंह की हवेली, नथमल हवेली,गड़ीसर लेक,बड़ाबाग की छतरियां, झरोखे, कुलधरा,सम-खुहडी के रेत के धोरे, सनराइस व सनसेट के मनोहारी नजारें, कैमल सफारी, कल्चरल नृत्य कार्यक्रम, एडवेंचर स्पोट्स, जीप राइड, पैरा मोटर, डेजर्ट स्कूटर व पैरा सीलिंग आदि सैलानियों को लुभाते हैं। इसी के साथ रात्रि में होने वाली राजस्थानी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, कालबेलिया डांस के साथ ही विभिन्न प्रकार के राजस्थानी व्यंजन जब सैलानियों की थाली में परोसे जाते हैं। तो उनके आनंद का ठिकाना नहीं रहता है ऐसे व्यंजनों में दाल बाटी चूरमा के साथ ही राजस्थान की केर-सांगरी की सब्जी, बाजरे की रोटी पर्यटकों को काफी मनभांति है। पर्यटकों की आवक को देखकर के पर्यटन से जुड़े व्यवसाईयों के चेहरे खिले नजर आ रहे
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RMRAJESH MISHRA
Dec 28, 2025 07:16:53
Danti, Uttar Pradesh:मीरजापुर में शहर कोतवाली क्षेत्र के तरकापुर मोहल्ले में बीती रात एक युवक पर चाकू से हमला किए जाने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। हमले में घायल युवक को मंडलीय अस्पताल में इलाज कराया गया। घटना को लेकर इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। रविवार को पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। मुकदमे में कानूनी कार्रवाई की जा रही हैं। एक रिपोर्ट वॉयस 1: संकटमोचन मोहल्ला निवासी मनीष गौड़ शनिवार रात करीब 10 बजे डीजे कॉलोनी के पास अलाव तापते हुए कुछ लोगों के साथ बैठा था। इसी दौरान जेल से हाल ही में छूटकर आए वारिस नामक युवक वहां पहुंचा। आरोपी ने पहले मनीष से विवाद किया और फिर अचानक चाकू से उसके चेहरे पर हमला कर दिया। हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। आसपास मौजूद लोगों ने घायल को मंडलीय अस्पताल ले गए। इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। परिजनों और स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह हमला पुरानी रंजिश और बदले की भावना के तहत किया गया। बताया गया कि करीब छह महीने पहले वारिस पर एक हिंदू युवती पर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने का आरोप लगा था। इस मामले में मनीष गौड़ ने विरोध किया था और न्याय की मांग के लिए सक्रिय भूमिका निभाई थी। उसी प्रकरण में वारिस को जेल भेजा गया था। नाबालिग होने के कारण उसे वाराणसी स्थित बाल गृह में रखा गया था, जहां से हाल ही में जमानत पर बाहर आया था। घटना की सूचना मिलते ही शहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी अप्रिय घटना से निपटा जा सके। अधिकारी ने बताया कि फिलहाल इलाके में शांति व्यवस्था सामान्य है। बाइट 1: नितेश सिंह, एसपी सिटी, मीरजापुर बाइट 2: पीड़ित ने बताया कि वारिस मुझे देखते ही गाली गलौज करता है। कल रात साथ चलने के लिए कहा मना करने पर चाकू से वार कर दिया। बाइट 3: आरोपी का इंतजार यमराज और योगी पुलिस कर रही है।
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