Back
अरुण कुमार: विजयदशमी पर राष्ट्र परिवर्तन समाज के भीतर बदलाव से संभव
VSVishnu Sharma
Oct 02, 2025 17:31:42
Jaipur, Rajasthan
नेता और नारों से नहीं बदलेगा राष्ट्र का भाग्य, पहले समाज और खुद में बदलाव लाना होगा ..अरुण कुमार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा राष्ट्र का भाग्य बदलना है तो समाज में परिवर्तन लाना होगा । नेता और नारों के आधार पर भाग्य नहीं बदलेगा। बड़ा व्यक्ति समाज के सामने अपना जीवन रखेगा, उससे प्रभावित होंगे, लेकिन परिवर्तन नहीं आएगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सीकर रोड पर आयोजित विजयदशमी उत्सव में संघ के सह सर कार्यवाह अरुण कुमार मौजूद रहे। कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने शारीरिक और दंड योग का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में स्वयंसेवकों के साथ ही बड़ीसख्या में आम जन भी मौजूद थे। शस्त्र पूजन के बाद अरुण कुमार ने कहा विजयदशमी के दिन 1925 में डॉक्टर हेड गवार ने संघ की स्थापना की। उस समय प्रचलन में था कि देश में परिवर्तन लाना है तो अंग्रेजों को भगाओ। अंग्रेज चले गए लेकिन समाज में वह परिवर्तन नहीं आया। वर्ष 2014 में देश की सत्ता में परिवर्तन आया । जितनी समाज में परिवर्तन की तैयारी है, उतना परिवर्तन हम दिखाएंगे और कुछ करना बाकी उसके लिए भी समाज की तैयारी है ।
संघ की स्थापना में डॉ हेडगेवार ने स्पष्ट कहा था समाज में बदलाव भाषण से नहीं होगा, सत्ता के परिवर्तन से नहीं होगा । इसका एक तरीका है जो बदलना चाहता है उसे जीवन से बताना होगा कि हमें क्या बदलना है । जो कोई बदलाव लाना चाहता है उसे अपने जीवन में पहले बदलाव लाना होगा।
उसके जीवन को देखकर संपर्क में आए व्यक्ति को लगता है कि यह ऐसा कर सकता है तो मैं क्यों नहीं कर सकता
यह अंदर से आता है भाषणों से नहीं आता बुद्धि से नहीं आता । भाषण बुद्धि से प्रभावित कर सकते हैं बदलाव नहीं ला सकते । हर व्यक्ति के अंदर परिवर्तन की इच्छा का भाव जगाना है । परिवर्तन की इच्छा देश के हर कोने में खड़ी करनी होगी । परिवर्तन करना है तो मेन टू मेन हार्ट टू हार्ट देशभर में करना होगा ।
अरुण कुमार ने कहा हमारा हिंदू समाज ईर्ष्या, द्वेष से ऊपर उठकर बने तो ऐसी शाखा रखो । हम समाज का जैसा स्वरूप रखना चाहते हैं उसका लघु रूप शाखा है।
हम जैसा समाज चाहते हैं वैसा शाखा के अलावा 23 घंटे के जीवन में स्वयंसेवक को आचरण व्यवहार करना होगा। डॉक्टर साहब ने कहा कि बदलना है तो बड़ी-बड़ी बातें मत करो, जिनको बदलना चाहते हैं उनसे एक कदम आगे रहो, तभी असर होगा।
आज देश में 1 लाख 10 हजार की मंडल बस्ती में एक लाख से ज्यादा स्थानों पर संघ का कार्य चल रहा है
जैसे-जैसे यह काम बढ़ता जाएगा एक समय आएगा सारे देश में निश्चित परिमाण तक काम पहुंच जाएगा। गांव में 1% स्वयंसेवक नगरों में तीन प्रतिशत स्वयंसेवक होंगे।
1000 इस्लाम, ईसाइयत के आक्रमण के कारण जिन विचारधाराओं के संपर्क में आए उनके प्रभाव के कारण देश में वैचारिक परिवर्तन हुआ । हिंदुओं का संगठन सांप्रदायिक है यह सवाल करते थे, डॉक्टर साहब ने कहा कि हिंदुओं का संगठन सांप्रदायिक कैसे हो सकता है ।
हजारों साल की इस यात्रा का नाम हिंदुत्व है भारत एक राष्ट्रीय सनातन राष्ट्र प्राचीन राष्ट्र, हिंदू राष्ट्र हैं।
हर व्यक्ति सोचता है कि मुझे क्या मिलेगा लेकिन यह नहीं, मैं देश समाज को क्या दे सकता हूं ।
जो लोगों के पास है वह समाज का दिया हुई है । जिंदगी भर समाज होता ही रहेगा क्या ? या मुझे देना भी है
समाज की प्रति व्यक्ति में भाव आना चाहिए कि मैं समाज को क्या दे सकता हूं यह राष्ट्रभक्ती है । केवल भारत माता का जय घोष लगाने से राष्ट्रभक्ति नहीं हो सकती । सारा समाज में मेरा परिवार आत्म केंद्रित चारों तरफ यही वातावरण दिखाई देता है । समाज में ईर्ष्या द्वेष गुट बड़ी पता नहीं कब खत्म होगी । चार व्यक्ति मिलकर मंदिर बनाने का काम करते हैं दो गुट हो जाते हैं
हमारे समाज में किस कालखंड में पता नहीं आत्मविश्वास खत्म हो गया ।
RSS के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा विजयदशमी आस्था और विश्वास का पर्व है। दुनिया में सबसे प्राचीन राष्ट्र भारत है, हमारी विशेषता प्राचीनता नहीं निरंतरता है । हमारी संस्कृति के लिए शब्द होता है चिरंतर, सभी संस्कृतियों पैदा हुई लेकिन कुछ समय बाद खत्म हो गई हमारी संस्कृति में अनेक बार उतार चढ़ाव आए। जितनी बार जितनी बार उतार आए उसमें संस्कृति वापस निखर कर आई । बुराई पर अच्छाई की जीत होती है इसी विश्वास के साथ हमारा समाज चल रहा है
हम सब का विश्वास है कि अंततोगत्वा विजय सत्य की होती है विजय धर्म की होती है।
RSS के सह सरकार्यवाह में अरुण कुमार ने महात्मा गांधी का स्मरण किया। इन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष के साथ उन्होंने देश को एक किया । स्वाधीनता के साथ-साथ उन्होंने चरखा और अपने हाथ से बने सूत के साथ स्वदेशी का संदेश दिया । गौ रक्षा का प्रश्न आया तो उन्होंने अपना पक्ष जाहिर की । ग्राम स्वराज की संकल्पना आज भी उतनी ही प्रासंगिक है , जब तक हम उसे मार्ग पर आगे नहीं बढ़ेंगे तब तक वास्तविक स्वतंत्रता नहीं आनी है । उस पूरे समय में महात्मा गांधी का स्मरण जरूरी है । अरुण कुमार ने लाल बहादुर शास्त्री को भी श्रद्धा सुमन अर्पण किए।
RSS के सह सरकार्यवाह में अरुण कुमार ने कहा हमने 100 वर्ष पहले संघ की स्थापना की । शताब्दी वर्ष में यह करने का विचार है कि हम कहां से चले थे कहां तक पहुंचे ।यह हमारे लिए यह समय है आत्म विश्लेषण और आत्म निरीक्षण करने का है
बाइट अरुण कुमार सह सरकार्यवाह RSS
5
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement
NJNEENA JAIN
FollowOct 03, 2025 19:00:3610
Report
SASHAKIL AHMAD
FollowOct 03, 2025 19:00:252
Report
SASHAKIL AHMAD
FollowOct 03, 2025 19:00:140
Report
SLSanjay Lohani
FollowOct 03, 2025 18:50:202
Report
KSKumar Shashivardhan
FollowOct 03, 2025 18:50:111
Report
AGAdarsh Gautam
FollowOct 03, 2025 18:49:593
Report
D1Deepak 1
FollowOct 03, 2025 18:49:342
Report
RKRishikesh Kumar
FollowOct 03, 2025 18:49:160
Report
RKRishikesh Kumar
FollowOct 03, 2025 18:49:060
Report
DSDeepesh shah
FollowOct 03, 2025 18:48:510
Report
NKNeeraj Kumar Gaur
FollowOct 03, 2025 18:48:350
Report
PKPankaj Kumar
FollowOct 03, 2025 18:48:250
Report
MSManish Sharma
FollowOct 03, 2025 18:47:550
Report
RKRakesh Kumar
FollowOct 03, 2025 18:47:420
Report
SBSharad Bhardwaj
FollowOct 03, 2025 18:47:330
Report