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Barmer344001
बाड़मेर बॉर्डर पर ATS की बड़ी कार्रवाई: देवबंद से लौटे मौलवी ओसामा सहित संदिग्ध गिरफ्तार
DSDurag singh Rajpurohit
Nov 07, 2025 12:50:43
Barmer, Rajasthan
बाड़मेर बॉर्डर से एटीएस की बड़ी कार्रवाई: देवबंद से लौटे मौलवी ओसामा सहित तीन संदिग्धों की कहानी ने उठाए कई सवाल दुर्गसिंह राजपुरोहित बाड़मेर बाड़मेर राजस्थान एटीएस द्वारा हाल ही में पकड़े गए पांच संदिग्धों में से तीन संदिग्ध बाड़मेर जिले के सरहदी इलाके के रहने वाले बताए जा रहे हैं। इनमें दो सगे भाई हैं, जबकि तीसरा युवक मूलतः इसी क्षेत्र का रहने वाला बताया जा रहा है। इनकी गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सीमावर्ती इलाकों में खुफिया सतर्कता और बढ़ा दी है। ओसामा की पृष्ठभूमि: स्थानीय मदरसे से देवबंद तक की यात्रा ज़ी मीडिया की ग्राउंड रिपोर्ट में सामने आया कि संदिग्ध ओसामा का ताल्लुक बाड़मेर बॉर्डर के एक छोटे से गांव से है। ओसामा ने शुरुआती तालीम इलाके के ही एक मदरसे में हासिल की थी। इसके बाद वह अपने पिता के साथ उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध दारुल उलूम देवबंद में पढ़ाई के लिए गया। देवबंद से धार्मिक शिक्षा पूरी करने के बाद जब ओसामा वापस अपने गांव लौटा, तो उसके स्वभाव और सोच में गहरा बदलाव देखने को मिला। गांववालों के अनुसार, पहले जो युवक मिलनसार था, वह अब बेहद चुप और अलग-थलग रहने लगा था। लोगों से बातचीत कम कर दी और धीरे-धीरे उसका मेलजोल लगभग खत्म हो गया। सांचौर के मदरसे में रह रहा था मौलवी ओसामा कुछ समय बाद ओसामा ने सीमावर्ती जालौर जिले के सांचौर कस्बे के एक मदरसे में रहना शुरू किया। वह वहां मौलवी के रूप में बच्चों को धार्मिक शिक्षा देता था। लेकिन मात्र आठ महीने के भीतर ही वह एटीएस के रडार पर आ गया। एटीएस ने खुफिया इनपुट के आधार पर 31 अक्टूबर को ओसामा और उसके साथियों को हिरासत में लिया। एजेंसी को संदेह है कि ये युवक एक आतंकी संगठन से जुड़े नेटवर्क के संपर्क में थे। बाद में सांचौर से पकड़े गए मौलवी ओसामा के खिलाफ औपचारिक रूप से मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया। दोनों भाई मदरसों में कर रहे थे पढ़ाई एटीएस सूत्रों के अनुसार, ओसामा के साथ डिटेन किए गए दो भाई भी बाड़मेर जिले के ही हैं। इनमें एक सांचौर के मदरसे में तालीम ले रहा था, जबकि दूसरा जोधपुर के पीपाड़ स्थित मदरसे में पढ़ाई कर रहा था। एजेंसी ने दोनों को संदिग्ध गतिविधियों के चलते पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। रामसर थाने में अब तक कोई शिकायत नहीं स्थानीय स्तर पर रामसर पुलिस थाने से मिली जानकारी के अनुसार, इन युवकों के खिलाफ अब तक कोई शिकायत या प्राथमिकी दर्ज नहीं है। बॉर्डर इलाकों में बढ़ी सतर्कता बाड़मेर और जैसलमेर के बॉर्डर इलाकों में पिछले कुछ महीनों से लगातार एजेंसियां सक्रिय हैं। एमडी ड्रग्स फैक्ट्रियों, तस्करी और अब धार्मिक मदरसों में पनप रहे संदिग्ध नेटवर्क ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। एटीएस की कार्रवाई के बाद यह सवाल भी उठ रहा हैं? कि क्या सीमांत इलाकों में धार्मिक शिक्षा के नाम पर कुछ कट्टरपंथी विचारधाराएं धीरे-धीरे पैर पसार रही हैं?
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JSJAMNJAY SINHA
Nov 07, 2025 14:21:24
Mahasamund, Chhattisgarh:लोकेशन-महासमुंद बांदूमुड़ा, तेंदुकोना, ग्राम कलमीदादर के आश्रित ग्राम बांदूमुड़ा में नवीन धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग को लेकर ग्रामीण किसानों ने एकजुट होकर आज कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी मांग का ज्ञापन सौपा है। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुकोना धान खरीदी केंद्र में चारों गांव की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया था कि बांदूमुड़ा में धान खरीदी केंद्र खोला जाएगा, लेकिन अब कलमीदादर में खरीदी केंद्र बनाने की बात कही जा रही है, जो कि उनके लिए अनुचित है। ग्रामीण किसानों ने बताया कि बांदूमुड़ा तीन गांवों - डोकरपाली, टुरीझर और बांदूमुड़ा के बीचों-बीच स्थित है और आने-जाने की सुविधा भी है। बांदूमुड़ा से कलमीदादर की दूरी मात्र 2.5 किलोमीटर है, जबकि बांदूमुड़ा से डोकरपाली की दूरी 2.0 किलोमीटर और टुरीझर की दूरी 1.5 किलोमीटर है। ग्रामीण किसानों ने शासन से मांग की है कि बांदूमुड़ा में नवीन धान खरीदी केंद्र खोला जाए, जिससे तीनों गांव के किसानों को सुविधा होगी। अगर शासन द्वारा उनकी मांग नहीं मानी जाती है, तो वे 17 नवंबर 2025 को तेंदुकोना खरीदी केंद्र में धरना देने और चक्का जाम करने हेतु बाध्य होंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। ग्रामीण किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी जाती है, तो वे अपना धान तेंदुकोना में ही खरीदी करेंगे और शासन को मजबूरन उनकी मांग माननी पड़ेगी।
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OTOP TIWARI
Nov 07, 2025 14:20:57
Surajpur, Chhattisgarh:नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत आज सूरजपुर के दौरे पर रहे, जहाँ वे पनिका समाज द्वारा आयोजित रतिराम पनिका की पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होने रंगमंच मैदान पहुंचे, उनके आगमन पर युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अग्रसेन चौक पर लड्डुओं से तौल कर उनका जोरदार स्वागत किया, कार्यक्रम में पहुंचे नेता प्रतिपक्ष ने मीडिया से कहा कि वे मुख्य रूप से समाज के इस सामाजिक कार्यक्रम में भाग लेने आए हैं, उन्होंने कहा कि पनिका समाज की अनुसूचित जनजाति एसटी में शामिल किए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा हो चुकी है, मध्यप्रदेश के सात जिले में यह समाज आदिवासी वर्ग में आते हैं, समाज की इस मांग पर हमारी पिछली कांग्रेस सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था, हम सबकी ओर से कोशिश जारी है कि पनिका समाज को शामिल किया जाए, लेकिन आदिवासी समाज के कुछ वर्गों का यह भी मानना है कि उनकी संख्या पहले से पर्याप्त है और किसी नई जाति को शामिल करने की जरूरत नहीं है, फिलहाल इस मुद्दे पर सभी की निगाहें केंद्र सरकार के फैसले पर टिकी हुई हैं, रंगमंच पर आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे
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GBGovindram Bareth
Nov 07, 2025 14:20:41
Saiki, Bihar:अनुरोध पटेल ने ऐतिहासिक धार्मिक नया तालाब को बचाने,जन सुनवाई में किया निवेदन! विरासत बचाने और संवर्धित करने हेतु कलेक्टर का किया ध्यान आकर्षण! सारंगढ़ रियासतकालीन तालाब कहे जाने वाली नया तालाब शहर के माध्यम विभिन्न प्रकार की ब्यवसाय से घिरी हुई यही कारण है कि आज नया तालाब दूरदर्शा,गंदगी का आज पर्याय बन गया है! शहर के लिए हमेशा आवाज उठाने वाले अनुरोध पटेल ने मंगलवार को जन सुनाई में कलेक्टर को निवेदन किया है जिसमे उन्होंने लिखा है कि सारंगढ़ नगर के मध्य में नया तालाब अवस्थित है जो की ऐतिहासिक धार्मिक एवं नैसर्गिक से सिर्फ़ महत्व की हैं बल्कि इस तालाब से जन भावना एवं जन आस्था भी जुड़ी हुई है वर्तमान में अतिक्रमण एवं होटलों के अवशिष्ट पदार्थों के डालने से अस्तित्व को खो कर लबरेज़ होते हुए एक दलदल के रूप में परिवर्तित हो चली है! यहाँ यह उल्लेखनीय है कि इस तालाब के किनारे पर नगर के प्रतिष्ठित तिवारी परिवार के द्वारा राम सप्ताह का आयोजन किया जाता था इसका एक धार्मिक महत्व है साथ ही तालाब में सारंगढ़ राज परिवार के द्वारा इस स्मृति चिन्ह का कछुआ भी छोड़ा गया था एवं इस तालाब के एक घाट का नामकरण भी गवर्नर पचरी रूप में प्रचलित है विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि इस तालाब का पानी नगर के हर एक व्यक्ति पीने के रूप में इस्तेमाल करता था एवं इस तालाब से इसकी स्वच्छता एवं निर्मलता को सुरक्षित रखने लिए चौकीदार की ड्यूटी लगायी जाती थी ऐसे तालाब का वर्तमान में दोजख में परिवर्तित हो जाना विकास इस दौर में विनाश की ओर इंगित करता है ऐसे धार्मिक एतिहासिक एवं जन जीवन के लिए बहुमूल्य जल स्रोतों का नया तालाब को तत्काल प्रभाव से अतिक्रमण एवं प्रदूषण मुक्त कराने की कवायद करेंगे ताकि जनजीवन पर इस तालाब प्रदूषित होने से किसी भी प्रकार का संकट उत्पन्न न हो एवं यह ऐतिहासिक धार्मिक एवं नैसर्गिक से परिपूर्ण जनता की बहुमूल्य धरोहर नया तालाब प्रदूषण एवं अतिक्रमण से मुक्त होकर सुरक्षित एवं संरक्षित होकर अपने सम्पूर्ण अस्तित्व को प्राप्त कर सके। कलेक्टर ने त्वरित संज्ञान लेते हुए नगर पालिका सीएमओ और एसडीएम को दिए निर्देश。 जन सुनवाई मिले आवेदन पर जिला कलेक्टर डॉक्टर संजय कौन्नजे ने त्वरित संज्ञान लेते हुए सारंगढ़ नगर पालिका अधिकारी सीएमओ और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एसडीएम को मार्किंग किया है!
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OTOP TIWARI
Nov 07, 2025 14:19:48
Surajpur, Chhattisgarh:सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिश्रामपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ 13 महीने की मासूम बच्ची को गलत रिपोर्ट देकर उसकी जान जोखिम में डाल दी गई. मामला कुंजनगर निवासी मो. मुबारक की बेटी का है बताया गया है कि बच्ची का वजन कम होने के कारण परिजन उसे आंगनबाड़ी केंद्र लेकर गए थे, वहाँ मितानिन ने डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी, जिसके बाद परिजन बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिश्रामपुर ले गए. तीन दिन इलाज के बाद बच्ची को घर भेज दिया गया. कुछ दिनों बाद अस्पताल से फोन आया कि बच्ची की जांच करानी है. जब जांच की गई तो रिपोर्ट में बच्ची को सिक्लिन पॉजिटिव बताया गया. रिपोर्ट देखकर परिजन घबरा गए और पति पत्नी की भी जांच करवायी गई, लेकिन दोनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई. इससे उन्हें संदेह हुआ कि कहीं रिपोर्ट में गलती तो नहीं है. संदेह दूर करने के लिए परिजनों ने एक प्राइवेट लैब में भी टेस्ट करवाया, जहाँ रिपोर्ट नेगेटिव आई, जिसके बाद अस्पताल ने दोबारा जांच की और इस बार बच्ची की रिपोर्ट नेगेटिव आई. जब परिजनों ने अस्पताल के लैब कर्मचारियों से गलत रिपोर्ट को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने कथित तौर पर बदतमीजी की. घटना से परिजनों में भारी आक्रोश है, उन्होंने CMHO को लिखित शिकायत दी है और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. वही शिकायत के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने पूरे मामले की जांच करा कर कार्यवाही की बात कही. वही इस मामले ने कई सवाल खड़ा कर दिया है कि अगर अस्पताल के डॉक्टर सिक्लिन के फर्जी रिपोर्ट के अनुसार इलाज कर देते और बच्ची को कुछ हो जाता तो उसके जिम्मेदारी किसकी होती साथ ही अस्पताल के लैब में होने वाले टेस्ट के रिपोर्ट पर मरीजों कितना भरोसा रखा जाए. इस मामले ने ऐसे कई सवाल को जन्म दे दिया है।
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DSDeepesh shah
Nov 07, 2025 14:19:32
Vidisha, Madhya Pradesh:छत्तीसगढ़ के कथित राजनेता अमित बघेल द्वारा हाल ही में सिंधी समाज के आराध्य देव भगवान झूलेलाल और अग्रवाल समाज के आराध्य देव महाराजा अग्रसेन के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर देशभर में विरोध जारी है। इसी क्रम में विदिशा में सिंधी समाज और अग्रवाल समाज ने संयुक्त रूप से एक विरोध रैली निकाली। रैली शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची, जहां समाजजनों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि अमित बघेल पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) के तहत कार्रवाई की जाए। समाज के प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो देशभर में उग्र आंदोलन किया जाएगा। बाइट – दीवान मंतनी, समाज अध्यक्ष। बाइट – जगदीश अग्रवाल, समाजजन。
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HSHITESH SHARMA
Nov 07, 2025 14:19:19
Durg, Chhattisgarh:एंकर-दुर्ग से इस वक्त की बड़ी खबर जहाँ दुर्ग के लोकसभा सांसद विजय बघेल और छत्तीसगढ़ की स्वर कोकिला आरू साहू की जुगलबंदी देखने को मिली बीजेपी ने वंदेमातरम की 150 वा उत्सव पर देश भक्ति गीत संगीत के कार्यक्रम का आयोजन किया रहा जिसमे छत्तीसगढ़ के मंत्री रामवीचार नेताम औए गजेन्द्र यादव सहित लोकसभा के सांसद विजय बघेल भी शामिल हुए थे जिसमें आम जनो की विशेष फरमाइश पर सांसद विजय बघेल और गायिका आरू ने साथ मिलकर एक स्टेज परफॉर्मेंस दिया जिसमें छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध गीत मोर अंग चलव और चना के दार गीत गाकर दोनों ने समा बांध दिया आपको बता दे कि सांसद विजय इसके पहले भी कई बार स्टेज पर छत्तीसगढ़ के पप्रसिद्ध गीत गा चुके है.
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MDMahendra Dubey
Nov 07, 2025 14:19:04
Damoh, Madhya Pradesh:सरकारी दफ्तरों के चपरासियों को अब गवारा नहीं। भ्रत्य शब्द कहा अंग्रेजों ने दिया पद स्वीकार नहीं। एंकर/ एमपी में अब सरकारी दफ्तरों के मुलाजिमों मेस एक वर्ग ने अपने पदनाम को लेकर मोर्चा खोल दिया है और इस वर्ग को अपने पदनाम से घोर आपत्ति है ये वर्ग अमूमन सरकारी ऑफिस में चपरासी या भ्रत्य के नाम से जाना जाता है। इस पदनाम को बदलकर ये लोग अब कार्यालय सहायक के पदनाम की मांग कर रहे हैं। दरअसल दमोह में आज प्रदेश संगठन के आह्वाहन पर लघु वेतन कर्मचारी संघ के पदाधिकारी और सदस्य दूसरे कर्मचारी संघ के लोगों के साथ अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपने गए थे इस 15 सूत्रीय मांग पत्र में अहम मांग पदनाम बदलने की है। कर्मचारी नेताओं के मुताबिक इस शब्द को अंग्रेजों ने रखा था और ये अंग्रेजियत की याद दिलाता है, आजादी के बाद बहुत सारी चीजों में तब्दीलिया आई लेकिन दफ्तरों में काम करने वाले इस वर्ग के पदनाम का बदलाव नहीं किया गया, इन कर्मचारियों की माने तो इस शब्द की वजह से उन्हें देखना पड़ता है जो कि आधुनिक युग में ठीक नहीं है। उन्होंने दलील दी कि कुछ विभागों में भ्रत्य पदनाम में बदलाव किया गया है और सरकार को चाहिए कि वो तमाम विभागों में ये बदलाव लाए। मांग के पीछे की एक वजह ये भी है कि अब तक कम पढे लिखे लोग ही इस पद पर तैनात रहते थे लेकिन बीते कुछ सालों में ग्रेजुएट और यहां तक कि पोस्ट ग्रेजयुट लोग भी चपरासी जैसे पदों पर काम कर रहे हैं ऐसे में उनकी शैक्षणिक योग्यता को देखते हुए उन्हें ये पदनाम नीचा दिखा रहा है। इस सब के अलावा इन कर्मचारियों ने सरकार से वेतन विसंगति दूर करने के साथ प्रमोशन जैसे विषय पर भी अपनी मांग रखी है। बाइट/ प्रमोद अहीरवाल ( अध्यक्ष लघु वेतन कर्मचारी संघ दमोह) बाइट/ राकेश हजारी ( अध्यक्ष तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ दमोह) बाइट/ बृजेश सिंह ( डिप्टी कलेक्टर दमोह)
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ASAshok Singh Shekhawat
Nov 07, 2025 14:18:49
Sikar, Rajasthan:अजीतगढ के सीपूर में चार लोगों की मौत के मामलें में सात घंटे बाद गतिरोध समाप्त हुआ। जयपुर के हरमाड़ा इलाके में हुए दर्दनाक सड़क हादसे ने अजीतगढ़ थाना क्षेत्र के सीपुर गांव में गहरा मातम फैला दिया है। एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत से गांव में कोहराम मचा हुआ है। तीन दिन पहले इस हादसे में दशरथ बुनकर, महेंद्र बुनकर और पांच वर्षीय मासूम भानु की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि गंभीर रूप से घायल 19 वर्षीय वर्षा ने आज अलसुबह इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सुबह जैसे ही वर्षा का शव गांव पहुंचा, माहौल बेहद भावुक और तनावपूर्ण हो गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। दुख और गुस्से से भरे ग्रामीणों ने अजीतगढ़–शाहपुरा स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया। एंबुलेंस में शव रखकर महिलाएं और पुरुष सड़क पर धरने पर बैठ गए। देखते ही देखते दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात ठप हो गया। ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मृतक परिवारों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा, संविदा पर नौकरी और दो-दो आवासीय भूखंड देने की मांग रखी। मौके पर डिप्टी एसपी उमेश गुप्ता, तहसीलदार जगदीश प्रसाद बैरवा, शाहपुरा विधायक मनीष यादव और प्रधान शंकर लाल यादव पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। शुरू में दो बार की वार्ता विफल रही, लेकिन पांच घंटे बाद बनी 11 सदस्यीय कमेटी के साथ वार्ता के बाद गतिरोध टूटा। करीब सात घंटे तक चले इस विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति बन गई। प्रशासन ने अधिकतम मुआवजा, दो आवासीय प्लॉट और दो परिवारजनों को संविदा पर नौकरी देने का भरोसा दिलाया। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क से जाम हटाया। पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है, हर आंख नम है। हादसे ने न सिर्फ एक परिवार को तबाह किया बल्कि पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि इस तरह के हादसों पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में कोई और परिवार ऐसी त्रासदी का शिकार न बने।
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PSPIYUSH SHUKLA
Nov 07, 2025 14:18:30
Panna, Madhya Pradesh:पन्ना का हीरा डे , शाम को जमा हुए हीरे पन्ना के किसान की चमकी किस्मत, एक साथ 5 नग छोटे बड़े हीरे मिले, सभी हीरो का वजन 5.79 कैरेट ,अनुमानित कीमत लगभग 15 लाख रुपए एंकर-मध्यप्रदेश की रत्नगर्भा धरा से कब किसकी किस्मत चमक जाए इसका अंदाजा लगाना बड़ा मुश्किल होता है।कुछ इसी प्रकार सिरस्वाहा गांव के किसान ब्रजेंद्र कुमार शर्मा के साथ हुआ है।जिन्हें एक साथ 5 नग छोटे बड़े हीरे मिले हैं।जिनका वजन 0.74, 2.29,0.77,1.08 0.91 कैरेट है।जिनका कुल वजन 5.79 कैरेट है।किसान ने अपने 6 साथियो के साथ मिलकर सिरस्वाहा गांव में निजी भूमि में खदान लगाई थी। 6 माह की मेहतन के बाद आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें एक साथ 5 नग हीरा मिलने से किस्मत बदल गई।हीरा जमा करने के बाद किसान ने कहा कि अब अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करेंगे।बच्चो की पढ़ाई में खर्च करेंगे。 बाइट- ब्रजेंद्र कुमार (किसान) बाइट -- अनुपम सिंह हीरा पारखी हीरा कार्यालय पन्ना
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RTRAJ TAKIYA
Nov 07, 2025 14:18:19
Rohtak, Haryana:रोहतक में डबल मर्डर बलियाना में बाप-बेटे को मारी गोली गांव की रंजिश में हमले की आशंका रोहतक के गांव बलियाना में शनिवार सुबह उस वक्त दहशत फैल गई जब अज्ञात हमलावरों ने बाप-बेटे की गोलियों से हत्या कर दी। मृतकों की पहचान धर्मवीर उर्फ टिल्लू और उसके बेटे दीपक के रूप में हुई है। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। प्रारम्भिक जांच में पुलिस ने बताया कि यह पुरानी रंजिश का मामला हो सकता है। हमलावर वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए। सूचना मिलते ही रोहतक पुलिस की कई टीमें मौके पर पहुंचीं और घटनास्थल की जांच शुरू की। आसपास के इलाकों में नाकेबंदी कर हमलावरों की तलाश की जा रही है वही रोहतक पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पुलिस ने आरोपियों की तलाश सुरु कर दी है
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ASANIMESH SINGH
Nov 07, 2025 14:18:01
Ujjain, Madhya Pradesh:उज्जैन। महाकाल मंदिर विस्तारीकरण के दौरान तोड़ी गई तकिया मस्जिद को दोबारा बनवाने की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने भी खारिज कर दी है। सर्वोच्च न्यायालय ने प्रशासन के पक्ष में फैसला सुनाते हुए हाईकोर्ट के निर्णय को बरकरार रखा है। अब महाकाल मंदिर क्षेत्र में रुका हुआ विस्तारीकरण कार्य फिर से शुरू होने की संभावना है। जनवरी 2025 में हुई थी कार्रवाई 11 जनवरी 2025 को जिला प्रशासन ने महाकाल मंदिर के शक्ति पथ के पास स्थित पार्किंग से लगी भूमि को खाली कराने की कार्रवाई की थी। इस दौरान वहां बने 257 मकानों और तकिया मस्जिद को ध्वस्त किया गया था। प्रशासन का कहना था कि यह भूमि सरकारी है और उस पर अवैध निर्माण किया गया था。 हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक मामला मस्जिद में नमाज अदा करने वाले 13 नमाजियों ने इस कार्रवाई को चुनौती देते हुए इंदौर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। सिंगल बेंच और डबल बेंच, दोनों ने ही याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद पक्षकारों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहाँ से भी अब राहत नहीं मिली और अपील को खारिज कर दिया गया। लोगों की प्रतिक्रियाएँ शहीद कुरैशी (अध्यक्ष, जुना सुमेर कब्रिस्तान समिति, उज्जैन): “सुप्रीम कोर्ट का आदेश माननीय है, लेकिन इस भूमि के अधिग्रहण की जानकारी न तो वक्फ बोर्ड को दी गई और न ही स्थानीय कमेटी को। हमने इस संबंध में वक्फ बोर्ड को पत्र लिखा है। अब बोर्ड इस पर अपना पक्ष रखेगा।” अर्जुन सिंह भदौरिया (हिन्दू जागरण मंच): “सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है। यह जमीन किसी मस्जिद की नहीं थी, बल्कि सरकारी भूमि थी जिस पर अवैध कब्जा किया गया था। जिनके मकान थे, उन्हें विधिवत मुआवजा भी दिया गया है। अब महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण को गति मिलेगी。” रितेश माहेश्वरी (हिन्दू नेता, उज्जैन): “मैं जिला प्रशासन और महाकाल मंदिर प्रबंध समिति को बधाई देता हूँ। 2019 से कुछ असामाजिक तत्व मस्जिद की आड़ में अपनी कमाई करने की कोशिश कर रहे थे। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले से इस विवाद का अंत हो गया है। महाकाल लोक के विकास कार्य को अब नई गति मिलेगी।” महामंडलेश्वर स्वामी शैलेशानंद गिरि: “महाकाल मंदिर उज्जैन की प्राचीनता और वैदिक संस्कृति का प्रतीक है। बार-बार अदालतों में याचिका लगाना केवल अनावश्यक हस्तक्षेप है, जो मानसिक असंतुलन का द्योतक है। उज्जैन, अवंतिका का क्षेत्र है — आर्य और विक्रमादित्य के समय से यह वैदिक परंपरा का केंद्र रहा है। ऐसे में महाकाल मंदिर के निर्माण कार्य में रुकावट डालना उचित नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने सही फैसला लिया है।” अब क्या आगे? सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद प्रशासन महाकाल मंदिर विस्तारीकरण के रुके हुए हिस्सों पर फिर से काम शुरू कर सकता है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में शक्ति पथ से जुड़े निर्माण कार्य तेज़ी से आगे बढ़ेंगे।
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