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Chandigarh160022
हरियाणा मानव अधिकार आयोग ने अंबाला जेलब्रेक पर कड़ी कार्रवाई और ऑडिट की मांग
VRVIJAY RANA
Oct 05, 2025 02:45:22
Chandigarh, Chandigarh
चंडीगढ़- 04 अक्टूबर 2025- हरियाणा मानव अधिकार आयोग ने 29.09.2025 को प्रकाशित एक समाचार रिपोर्ट का संज्ञान स्वप्रेरणा से लिया है, जिसमें अंबाला केंद्रीय कारागार में सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक को उजागर किया गया है। आरोप है कि एक विचाराधीन कैदी अजय कुमार, निवासी बिहार, जिस पर पंचकूला पुलिस द्वारा मार्च 2024 में दर्ज POCSO मामले में अभियोग लगाया गया था, 28 सितम्बर 2025 को अंबाला केंद्रीय कारागार से फरार हो गया। यह भागना 18 फुट ऊँचे बिजली के खंभे पर चढ़कर और ऊपर से गुजर रही विद्युत तारों का उपयोग कर किया गया, जिसमें जेल परिसर के अंदर बिजली गुल होने ने मदद की। यह घटना पिछले दो महीनों में दूसरी बार हुई है। इससे पहले अगस्त 2025 में उत्तर प्रदेश निवासी विचाराधीन कैदी सुखबीर भी फरार हुआ था। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि कैदियों की सुरक्षा और निगरानी बनाए रखने में बार-बार गंभीर असफलता हो रही है। आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार, अजय कुमार को जेल कारखाने में कार्य हेतु नियुक्त किया गया था और नियमित दोपहर की गिनती के दौरान वह गायब पाया गया। सीसीटीवी फुटेज से पुष्टि हुई है कि उक्त कैदी ने कारखाने के पास की दीवार पर चढ़कर बिजली के खंभे और तारों की मदद से भागने की कोशिश की। अंबाला जेल अधीक्षक सतविंदर गोदारा ने घटना की पुष्टि की और बताया कि दो जेल कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है तथा अन्य के विरुद्ध कर्तव्य में लापरवाही को लेकर चार्जशीट की सिफारिश की गई है। पुलिस की कई टीमें, जिनमें सीआईए और बलदेव नगर पुलिस शामिल हैं, खोज अभियान चला रही हैं, लेकिन अब तक न तो अजय कुमार और न ही अगस्त 2025 में भागा हुआ सुखबीर पकड़ा गया है। हरियाणा मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस ललित बत्रा तथा दोनों सदस्यों कुलदीप जैन और दीप भाटिया को मिलाकर बने पूर्ण आयोग का मानना है कि यह जेल सुरक्षा प्रोटोकॉल की गंभीर विफलता को दर्शाता है। उपरोक्त घटनाएँ जेल नियमावली का स्पष्ट उल्लंघन हैं, जो कैदियों की निगरानी, सुरक्षा और प्रबंधन से संबंधित है। इन नियमों के अनुसार, जेल प्रशासन का दायित्व है कि सभी कैदियों की सुरक्षित अभिरक्षा सुनिश्चित की जाए, भागने की घटनाओं को रोका जाए और संरचनात्मक एवं प्रक्रियागत सुरक्षा उपाय लागू किए जाएँ। लगातार हो रहे जेलब्रेक इस बात का संकेत हैं कि उच्च जोखिम वाले कैदियों की निगरानी, सुरक्षा व्यवस्था, विद्युत सुरक्षा और गिनती एवं सीसीटीवी निगरानी जैसे मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया जा रहा है। जस्टिस ललित बत्रा की अध्यक्षता वाले पूर्ण आयोग ने अपने आदेश में लिखा है कि इन लगातार हो रही सुरक्षा चूकों और अपर्याप्त पर्यवेक्षण के कारण न केवल विचाराधीन कैदियों के मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है बल्कि आमजन की सुरक्षा भी खतरे में पड़ रही है। संविधान के अनुच्छेद 21 में निहित जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार इस प्रकार के लापरवाह प्रबंधन् से प्रभावित हो रहा है। सुरक्षित अभिरक्षा सुनिश्चित करने में विफलता समाज की सुरक्षा के लिए खतरा है और यह कैदियों को अतिरिक्त-न्यायिक घटनाओं के जोखिम में भी डालती है, जिससे विधि के शासन और मानवाधिकार मानकों का हनन होता है। अंबाला केंद्रीय कारागार में हुई यह घटनाएँ जेल अधिकारियों के वैधानिक दायित्वों की गंभीर उपेक्षा को दर्शाती हैं। ऐसी लापरवाही से न केवल विचाराधीन कैदियों का जीवन और अधिकार संकट में आते हैं बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा और सामाजिक व्यवस्था पर भी गंभीर खतरा उत्पन्न होता है। जबकि जेल परिसर के हर कोने में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, जेल अधिकारियों द्वारा फुटेज की निगरानी न करना उनके कर्तव्य की उपेक्षा को स्पष्ट करता है। स्वयं जेल अधिकारी ने समाचार रिपोर्ट में स्वीकार किया है कि सीसीटीवी फुटेज से कैदी के भागने की विधि की पुष्टि हुई है। यह घटनाएँ पर्यवेक्षण, सुरक्षा और जवाबदेही की विफलता का प्रमाण हैं, जिससे कारागार प्रणाली पर जनता का विश्वास डगमगा रहा है। उपरोक्त तथ्यों को ध्यान में रखते और अंबाला केंद्रीय कारागार में हो रही बार-बार की सुरक्षा विफलताओं पर हरियाणा मानव अधिकार आयोग गंभीर चिंता व्यक्त करता है और हरियाणा के महानिदेशक कारागार को निर्देश देता है कि वे तत्काल सख्त कार्रवाई करें, जिसमें: हाल ही में हुए जेलब्रेक की प्रणालीगत चूकों की गहन जांच की जाए। सुरक्षा ढाँचे को मजबूत किया जाए, जिसमें निगराणी, परिधि जांच, विद्युत सुरक्षा उपाय और नियमित कैदियों की गिनती शामिल हो। जिन जेल अधिकारियों/कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारी में विफलता दिखाई है, उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। जेल नियमावली और मानवाधिकार सुरक्षा उपायों के अनुपालन का नियमित रूप से ऑडिट किया जाए तथा प्रगति रिपोर्ट आयोग को समयबद्ध रूप से भेजी जाए। हरियाणा की सभी जेलों में सीसीटीवी फुटेज की वास्तविक समय में निगरानी सुनिश्चित की जाए और इसे अक्षरशः लागू किया जाए। आयोग के प्रोटोकॉल, सूचना व जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. पुनीत अरोड़ा ने बताया कि उपलब्ध तथ्यों और गंभीर आरोपों को देखते हुए, हरियाणा मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस ललित बत्रा के साथ दोनों सदस्य कुलदीप जैन और दीप भाटिया को अपेक्षा है कि हरियाणा राज्य और कारागार प्रशासन, महानिदेशक कारागार के पर्यवेक्षण में, पुनरावृत्ति को रोकने और सभी विचाराधीन कैदियों की सुरक्षित अभिरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएँगे तथा वैधानिक प्रावधानों और मानवाधिकार मानकों का पालन करेंगे। हरियाणा मानव अधिकार आयोग ने उपरोक्त तथ्यों पर महानिदेशक कारागार, पंचकूला, हरियाणा से अगली सुनवाई की तिथि 20.11.2025 से पहले विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है
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BBBindu Bhushan
Oct 05, 2025 05:05:01
Madhubani, Bihar:मधुबनी और नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में कई दिनों से हो रही वर्षा के कारण कमला नदी के जल स्तर में भारी वृद्धि हुई है। जयनगर में नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 30 सेमी ऊपर हो गया है। कमला नदी तटबंध के भीतर बसे गांव के लोगों में दहशत का माहौल हैं, तटबंध के भीतर बसा गांव डोड़वार, ब्रह्मोतर, छड़की एवं बेलही गांव जाने वाले सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है जिससे गांव का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से कट गया है। जल संसाधन विभाग अधिकारी नदी तटबंध का निगरानी कर रहे हैं। कमला पुल के सभी फाटकों को खोल दिया गया है। जिला प्रशासन ने लोगों को ऊंची जगहों पर जाने का निर्देश दिया है। मौसम विभाग ने जिला को 6 अक्टूबर तक ऑरेंज अलर्ट पर रखा है।
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PKPankaj Kumar
Oct 05, 2025 05:03:58
Motihari, Bihar:बारिश से नेपाल में बाढ़ जैसे हालात, कई जगह हुआ भूस्खलन, धंस गए रोड नेपाल के पहाड़ो में मूसलाधार बारिश के बाद अब मोतिहारी में बाढ़ का खतरा बढ़ गया। पहाड़ से निकलने वाली नदियों के जलस्तर काफी बढ़ गए है। बिरंगज से क काठमाडौं जाने वाले रस्ते में कई जगह भूस्खलन हुआ है। तेज बारिश एवं भूस्खलन के वजह से नेपाल के एक दर्जन सड़क मार्ग बन्द किए गए है। तेज बारिश के कारण काठमाडू में सड़क धस गया है। जिसे नेपाल पुलिस एवं आर्मी बांस बल्ले से सड़क को बचाने में जुटे है। नेपाल पुलिस राहत एवं बचाव कार्य मे लगे है。 पुलिस सड़को एवं नदियों के आसपास माइकिंग कर रही है। अगर इमरजेंसी हालात नही हो तो घर से बाहर नही निकले। कोई भी व्यक्ति नदी, खोला के आसपास नहीं जाए। जो व्यक्ति नदी के आसपास है वह ऊँचे स्थानों पर चले जाए। खराब मौसम के कारण नेपाल के त्रिभुवन एयरपोर्ट से हवाई उड़ान को रद्द कर दिया गया है। एडवाजरी जारी किया गया हैं कि सोमवार तक यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है। पर्यटन विभाग के अनुसार नेपाल में 25 हजार पर्यटक फंसे है। पर्यटक विभाग ने नेपाल के नागरिकों से आग्रह किया है की बाढ़ बारिश में फंसे पर्यटक का ख्याल रखें।
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AGAdarsh Gautam
Oct 05, 2025 05:03:45
Sidhi, Madhya Pradesh:सीधी जिले के संजय टाइगर रिजर्व में बाघों की चहल-पहल से पर्यावरण और पर्यटन दोनों निखर रहे हैं। 2022 की गणना के अनुसार बाघों की संख्या लगभग 40 से 42 तक पहुँच चुकी है। विभाग ने रिजर्व क्षेत्र में बाघों की निगरानी के लिए कैमरे लगाए हैं और इसी माह से शुरू हुए इवनिंग सफारी का पर्यटक लाभ भी उठा रहे हैं। होटल बुकिंग online फूल हो चुकी है। सीधी जिला आदिवासी बहुल क्षेत्र है और रिजर्व का बड़ा हिस्सा इसी जिले में आता है जहां बाघ सहित अन्य जानवर विचरण कर रहे हैं। ऐसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जो बाघों की चहलकदमी और पानी से खेलने को दर्शाते हैं, जिससे सैलानियों की संख्या बढ़ रही है।
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APASHISH PRAKASH RAJA
Oct 05, 2025 05:03:26
Narayanpur, Jharkhand:गढ़वा जिले के केतार प्रखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मूसलाधार बारिश से पंडा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से आसपास के गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। नदी का पानी उफान पर आने से ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल है। निचले इलाकों में बसे कई घरों में पानी घुस गया है। लोग अपने घरों से निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर जाने को मजबूर हो गए हैं। वहीं खेतों में खड़ी फसलें जलमग्न हो गई हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान की आशंका है। कुछ जगहों पर गाय-बैल बह जाने की भी खबर है। इस बीच, कुछ लोग नदी में बहकर आ रही लकड़ियों को निकालने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है। एसडीपीओ स्वयं प्रभावित इलाकों में पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। पूल से नदी मे बह रहे लकड़ी चुनने वाले को हटाया।
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KJKamran Jalili
Oct 05, 2025 05:03:13
Ranchi, Jharkhand:झारखंड बीजेपी को नया कार्यकारी अध्यक्ष मिला है तो नव नियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष के सामने पहली अग्निपरीक्षा होगी घाटशिला में होने वाला उपचुनाव। बिहार विधानसभा के साथ साथ होना है, घाटशिला विधानसभा का उपचुनाव, घाटशिला पर झामुमो का कब्जा रहा है, शिक्षा मंत्री के निधन से खाली हुआ है घाटशिला का सीट , न कार्यकारी अध्यक्ष का पहला लिटमस टेस्ट घाटशिल में होगा घाटशिला उपचुनाव को लेकर बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य साहू ने कहा कि झारखंड की आवाम राज्य के वर्तमान सरकार से ग्रस्त हो चुकी है इसीलिए घाटशिला उपचुनाव में सरकार के खिलाफ वहां की जनता का जनादेश दिखेगा और हम यकीनन घाटशिला की सीट जीतेंगे। उन्होंने कहा कि जो विकास घाटशिला की होनी चाहिए थी वह आज तक नहीं हुई है। वहां पर जो भी कार्य हुआ है वह प्रधानमंत्रीके आशीर्वाद से हुआ है। वहां के लोग कहते हैं कि जब-जब एनडीए की सरकार बनी है वहां विकास हुआ है और जब इंडिया गठबंधन की सरकार हुई है वहां सिर्फ भ्रष्टाचार हुए हैं। बाइट.... आदित्य साहू कार्यकारी अध्यक्ष बीजेपी के बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की कार्यकारी अध्यक्ष का स्वागत हर से होगा और यह हार माला की नहीं बल्कि पराजय की होगी। उन्होंने कहा कि इस देश में जुमले की सरकार चल रही है तो उनके जो बच्चे हैं वह भी जुमला बोलेंगे। घाटशिला में भारी बहुमत से हराकर उनकी औकात बताई जाएगी। वोट चोरी कर प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री बने हैं बाबूलाल मरांडी भी सदन पहुंचे हैं अब चोरी नहीं चलेगी। बाइट....कमल ठाकुर,कांग्रेस झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मामले पर कहां की आदित्य साहू जी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है यह उनका अंदरूनी मामला है लेकिन डॉक्टर रविंद्र राय की जगह बोल पाएंगे या नहीं वह वक्त बताएगा। घाटशिला यूपी चुनाव में तो आदित्य साहू को जानने वाले इक्का-दुक्का लोग होंगे। कार्यकारी अध्यक्ष बन जाने से कोई अंतर नहीं पड़ेगा। पूरे झारखंड में हेमंत सोरेन के सामने विपक्ष में एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो खड़े होकर चुनौती देने का सोच सके। बाइट....मनोज पांडेय,जेएमएम,प्रवक्ता धीरज ठाकुर,जी मीडिया रांची
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PGPiyush Gaur
Oct 05, 2025 05:02:32
Ghaziabad, Uttar Pradesh:जेल भगाने की सनसनीखेज साजिश का भंडाफोड़ — जेल भगाने की साजिश का मास्टरमाइंड निकला वर्दी वाला!”वर्दी में छिपे मास्टरमाइंड’, निजी कार से आए थे बंदी छुड़ाने, गाजियाबाद की डासना जेल से बंदी भगाने का ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने पुलिस महकमे में भूचाल ला दिया है — और जो सुनकर दिमाग हिल जाए। 04 अक्टूबर 2025 को जेल अधीक्षक के चेतावनी फोन ने एक गंभीर षड़यंत्र का पर्दाफाश किया: रिजर्व पुलिस लाइन्स के दो हीरो न होकर दो आरोपित आरक्षी अपने निजी नाम नहीं बल्कि अपनी वर्दी की आड़ लेकर जेल से बंदी छुड़ाने पहुँचे थे। रिपोर्ट के मुताबिक सिपाही सचिन कुमार और सिपाही राहुल कुमार पुलिस लाइन्स से किसी सरकारी वाहन के बिना अपनी निजी कार (DL-9CAZ-8309) पर डासना जेल पहुँचे। उनके द्वारा दिखाई गई तलबी में कुल छह बंदियों के नाम अंकित थे, फिर भी उन्होंने सिर्फ एक बंदी — बिजेन्द्र (पुत्र सुरेशपाल) को ही साथ ले जाने की ज़िद की। जेल अधीक्षक की सतर्कता ने तब शंका जगाई — और जांच ने जो सच उघाड़ा वह दिल दहला देने वाला था। और तो और, आगे की तफ्तीश में पता चला कि इन आरक्षियों का असली मकसद वंश (पुत्र धर्मेन्द्र), मुअसं 253/2025, गौतमबुद्धनगर को डासना जेल से भगाना था — यानी संगठित और पूर्वनियोजित योजना के तहत जेल में सेंध लगाने जैसा प्रयास। कविनगर में दर्ज रिपोर्ट में बताया गया है कि उस दिन रिजर्व पुलिस लाइन्स से न तो कोई आधिकारिक वाहन भेजा गया था और न ही बंदी पेशी की ड्यूटी तय थी — मगर वर्दी की आड़ लेकर दोनो आरोपी निजी साधन से आए थे। इस गंभीर खुलासे के बाद प्रतिकार निरीक्षक द्वितीय चन्द्रमान सिंह ने थाना कविनगर को लिखित शिकायत भेज कर आरोपियों के विरुद्ध कठोर वैधानिक और विभागीय कार्रवाई की मांग की है। शॉट्स यह मामला बताता है कि अगर वर्दी में छिपे कुछ लोग कानून को ठेंगा दिखाने पर उतारू हों तो शराफत भंग हो सकती है — और इसलिए दोषियों के खिलाफ तेज़ कार्रवाई, कड़ी जांच और पारदर्शिता की सख्त ज़रूरत है।
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DCDILIP CHOUDHARY
Oct 05, 2025 05:01:59
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NJNarendra Jaiswal
Oct 05, 2025 05:01:53
Jasa, Bihar:कर्मनाशा नदी उफान पर, दुर्गावती-ककरैत मार्ग बंद लगातार बारिश और मुसाखाड़ बांध से छोड़े गए पानी के बाद कर्मनाशा नदी का जलस्तर बढ़ा, सुरक्षा के लिए डायल 112 की टीम तैनात। कैमूर यूपी का संपर्क टूटा कैमूर जिले के दुर्गावती थाना क्षेत्र में बहने वाली कर्मनाशा नदी एक बार फिर से उफान पर है। लगातार 48 घंटे से हो रही तेज बारिश के कारण नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। इसके चलते उत्तर प्रदेश और बिहार को जोड़ने वाला दुर्गावती-ककरैत मार्ग पूरी तरह से जलमग्न हो गया है, जिससे दोनों राज्यों के बीच आवागमन बाधित हो गया है। जानकारी के अनुसार, मुसाखाड़ बांध से करीब 35 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद लतीफ शाह बीयर से भी हजारों क्यूसेक पानी ओवरफ्लो होकर कर्मनाशा नदी में गिर रहा है। परिणामस्वरूप नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया और महज 24 घंटे में ही नदी उफान पर आ गई। ककरैत मार्ग पर करीब ढाई से तीन फीट पानी की तेज धारा बह रही है, जिससे राहगीरों के लिए यह रास्ता खतरनाक बन गया है। स्थिति को देखते हुए डायल 112 की पुलिस टीम सुरक्षा की दृस्टि से मौके पर तैनात की गई है। पुलिसकर्मी नितिन कुमार ने बताया कि नदी के बढ़े जलस्तर के कारण मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। कोई दुर्घटना न हो, इसको लेकर पुलिस टीम लगातार आने-जाने वालों को दूसरे रास्ते से जाने की अपील कर रही है। वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष पंडित रामप्रवेश शर्मा ने बताया कि यह मार्ग उत्तर प्रदेश के जमनिया और बिहार के दुर्गावती को जोड़ता है। जितिया पर्व के बाद इस साल पहली बार बाढ़ जैसे हालात बने हैं। उन्होंने कहा कि हर वर्ष बारिश के समय यही स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे लोगों को परेशानी होती है। शर्मा ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि इस जगह पुलिया की जगह एक स्थायी पुल का निर्माण कराया जाए, ताकि हर साल होने वाली इस समस्या से स्थायी राहत मिल सके। फिलहाल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और प्रशासन की टीम सतर्क बनी हुई है।
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