Prayagraj: उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर कला कुंभ में हुआ भव्य आयोजन
24 जनवरी 2025 को महाकुंभनगर के कला कुंभ परिसर में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश अपनी सांस्कृतिक धरोहर के साथ विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने 'विकास व विरासत प्रगति पथ पर उत्तर प्रदेश' थीम को राज्य की प्रगति का संकल्प बताया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों ने प्रदेश की प्रगति और उपलब्धियों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई।
Ayodhya: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा में समाजवादियों पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए समाजवादियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि जो संपत्ति के चक्कर में पड़े, वह सच्चा समाजवादी नहीं है। आज के समाजवादी सिर्फ संपत्ति में उलझे हुए हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार कर रहे हैं, जबकि देश और दुनिया महाकुंभ के लिए प्रयागराज की ओर आकर्षित हो रही है।
Prayagraj - नारी गुरुकुल के अंतर्गत विश्व हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में परिचर्चा का हुआ आयोजन
नारी गुरुकुल प्रयागराज के अंतर्गत होटल प्रयागराज में विश्व हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में मुखरित गागरी, हमारी देवनागरी पर एक चर्चा परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता नारी गुरुकुल प्रयागराज की संस्थापक अध्यक्षा डा.स्नेह सुधा ने की, अतिविशिष्ट अतिथि वक्ता प्रोफेसर राजेंद्र कुमार, डा.विमला व्यास, एसोसिएट प्रोफेसर रतन कुमारी वर्मा, प्रोफेसर मिथिलेश त्रिपाठी, उमेश श्रीवास्तव,रंजन पाण्डेय एवं कवयित्री रचना सक्सेना रही मुख्य अतिथि पूर्व महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी जी थी।
Prayagraj: श्री अविमुक्तेश्वनंद सरस्वती 1008 की पेशवाई, भव्य शोभायात्रा में उमड़ी श्रद्धा
पथरचट्टी रामबाग से श्री अविमुक्तेश्वनंद सरस्वती 1008 की भव्य पेशवाई निकाली गई। शोभायात्रा में हाथी, घोड़े, ऊंट, डीजे, बैंड पार्टी और पंजाबी भांगड़ा डांस शामिल थे। डीजे पर भक्ति गीत बज रहे थे, जिन पर श्रद्धालु झूम-झूम कर नृत्य कर रहे थे। रास्ते में साधु-संत और संन्यासी रथ और बग्घियों पर सवार होकर चल रहे थे। यात्रा के दौरान त्रिशूल, तलवार, लाठी और डंडे के साथ युद्ध कला का प्रदर्शन किया गया। पूरे मार्ग में साधु-संतों पर पुष्प वर्षा होती रही। प्रयागराज के लोग इस भव्य आयोजन को देखकर भाव-विभोर हो उठे और "राम नाम" के जयकारे लगाते रहे।