Back
उड़द-कुल्थ दाल की पैदावार घटने से किसान चिंतित, विभाग से समाधान मांग
BSBhushan Sharma
Nov 25, 2025 16:03:24
Nurpur, Himachal Pradesh
सुलयाली व अनोह क्षेत्र में उड़द–कुल्थ दाल की पैदावार घटी
किसान चिंतित, कृषि विभाग से समाधान की अपील
किसान बोले—पैदावार लगातार घट रही, कारण समझ नहीं आ रहा
किसान ने बताया कि रासायनिक खादों और स्प्रे के अत्याधिक उपयोग से मिट्टी के उपयोगी कीटाणु नष्ट हो रहे हैं, जिससे पैदावार पर सीधा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पहले बैलों से जुताई होती थी, जिससे जमीन की बनावट ठीक रहती थी, लेकिन ट्रैक्टरों से होने वाली गहरी जुताई ने भी उत्पादन पर असर डाला है। उन्होंने कृषि विभाग से अपील की कि किसानों को फसल बढ़ाने के लिए उपयोगी तकनीक व समाधान उपलब्ध कराए जाएं।
किसान का कहना है कि उनके गांव में बुजुर्गों के समय माह और कुल्थ की दाल की इतनी पैदावार होती थी कि लोग दूर-दूर से खरीदने आते थे। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उत्पादन तेजी से गिर रहा है। उन्होंने कहा कि यह समझ नहीं आ रहा कि कमी किसानों में है या मिट्टी में। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि कृषि विभाग दिशा-निर्देश जारी करे, ताकि किसान फिर से इन फसलों को उभार सकें।
उन्होंने बताया कि पहले वे 25–30 क्विंटल उड़द और 20–25 क्विंटल कुल्थ की पैदावार लेते थे, लेकिन इस वर्ष 50 कनाल में बोवाई करने के बावजूद शायद 1 क्विंटल फसल भी न निकल पाए। उन्होंने कहा कि मौसम के साथ-साथ एक नया कीड़ा फसल पकते ही नुकसान पहुंचा रहा है। तीन बार स्प्रे करने के बाद भी कोई परिणाम नहीं मिला। उन्होंने सरकार व विभाग से वैज्ञानिक सुझाव देने की अपील की।
विशेषज्ञों ने बताए कारण और समाधान
विषय-विशेषज्ञ डॉ. शैलешपाल सूद ने कहा कि इस क्षेत्र में गर्मी और सर्दी—दोनों मौसमों में दालें उगाई जाती हैं, जिनमें माह और कुल्थ खरीफ की मुख्य फसलें थीं। सुलयाली और अनोह क्षेत्र को कभी इन दालों का गढ़ माना जाता था, परंतु समय के साथ उत्पादन में गिरावट आई है।
उन्होंने बताया कि इन फसलों के लिए पर्याप्त पानी की आवश्यकता होती है, और सुलयाली, लौहारपुरा व आसपास के क्षेत्रों में सिंचाई सुविधा की कमी एक बड़ा कारण है। जिन किसानों के पास पानी उपलब्ध है, वे कुछ हद तक उत्पादन ले लेते हैं, लेकिन बारिश पर निर्भर किसान अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
डॉ. सूद ने सलाह दी कि किसान कृषि विभाग से संपर्क करें और नेशनल फूड सिक्योरिटी मिशन (NFSM) के तहत मिलने वाले लाभों का उपयोग करें, जिनमें—
बीज व प्रदर्शन (डेमो) मुफ्त,
खाद पर अनुदान,
देसी खाद बनाने की तकनीक,
फसल सुधार के प्रशिक्षण शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि समय पर विभाग से संपर्क कर समस्याएं बताना और विशेषज्ञों से सुझाव लेना बेहद जरूरी है, ताकि पैदावार में फिर से बढ़ोतरी हो सके।
0
Report
For breaking news and live news updates, like us on Facebook or follow us on Twitter and YouTube . Read more on Latest News on Pinewz.com
Advertisement
SSSanjay Sharma
FollowNov 25, 2025 18:00:58Noida, Uttar Pradesh:सिखों के नौवें गुरु श्री तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर उनके सम्मान में विशेष सिक्का और स्मारक डाक टिकट जारी कर बहुत गौरवान्वित हूं।
47
Report
NSNitesh Saini
FollowNov 25, 2025 16:46:47121
Report
SSSanjay Sharma
FollowNov 25, 2025 16:45:43135
Report
SSSanjay Sharma
FollowNov 25, 2025 16:45:27Noida, Uttar Pradesh:President Droupadi Murmu attended Red Fort ceremony commemorating the 350th martyrdom of Guru Teg Bahadur Ji.
156
Report
TSTEJINDER SINGH
FollowNov 25, 2025 16:04:14186
Report
SSSanjay Sharma
FollowNov 25, 2025 15:46:51Noida, Uttar Pradesh:DELHI: INDIAN KABADDI WOMEN TEAM ARRIVES AT DELHI AIRPORT AFTER WINNING 2ND SUCCESSIVE KABADDI WORLD CUP TITLE/ VISUALS/REAX
149
Report
VKVipan Kumar
FollowNov 25, 2025 15:18:56133
Report
BSBHARAT SHARMA
FollowNov 25, 2025 15:18:11130
Report
KSKamaldeep Singh
FollowNov 25, 2025 15:15:30168
Report
ADAnkush Dhobal
FollowNov 25, 2025 15:00:08300
Report
SSSanjay Sharma
FollowNov 25, 2025 14:50:50161
Report
ADAnkush Dhobal
FollowNov 25, 2025 14:48:35167
Report
SSSanjay Sharma
FollowNov 25, 2025 14:37:57Noida, Uttar Pradesh:AMRITSAR (PUNJAB): ENCOUNTER TAKES PLACE BETWEEN POLICE & MISCREANTS
133
Report
TBTarsem Bhardwaj
FollowNov 25, 2025 14:37:49130
Report