Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Gautam Buddha Nagar201304
अभिनेता मुकेश ऋषि ने Satish Shah के निधन पर प्रतिक्रिया दी
SSSanjay Sharma
Oct 25, 2025 14:46:02
Noida, Uttar Pradesh
MUMBAI (MAHARASHTRA): MUKESH RISHI (ACTOR) ON ACTOR SATISH SHAH’S DEMISE
0
comment0
Report

For breaking news and live news updates, like us on Facebook or follow us on Twitter and YouTube . Read more on Latest News on Pinewz.com

Advertisement
SSSanjay Sharma
Oct 25, 2025 18:45:48
Noida, Uttar Pradesh:पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने शनिवार को श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर दिल्ली से गुरुद्वारा श्री रकाबगंज साहिब में भव्य कीर्तन दरबार का आयोजन किया। इस पावन कीर्तन दरबार में "आप" के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब से मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत पंजाब सरकार के मंत्री समेत अन्य गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया। अरविंद केजरीवाल ने बड़ी श्रद्धा के साथ पूरा कीर्तन सुना। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी शताब्दी के अवसर पर गुरुद्वारा श्री रकाबगंज साहिब में आयोजित पावन कीर्तन दरबार में सम्मिलित होकर गुरु साहिब जी के चरणों में मत्था टेक आशीर्वाद प्राप्त किया। उनका बलिदान सदियों तक हमें सत्य, धर्म और मानवता की रक्षा के लिए प्रेरित करता रहेगा। इस पवन अवसर पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे लगता है कि पूरी मानवता के इतिहास में श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत की कोई मिसाल नहीं है। जिस तरह की शहादत उन्होंने दी, उसे पूरी मानवता को प्रेरणा मिलती है कि यह जीवन हमें दूसरों के लिए न्योछावर कर देना चाहिए। उन्हें हिंद दी चादर भी कहा जाता है। उनके पास कश्मीरी पंडित आए और उन्होंने बताया कि उस वक्त के मुगल शासक किस तरह से उन कश्मीरी पंडितों के धर्म के ऊपर वार और आक्रमण कर रहे थे। उन कश्मीरी पंडितों को बचाने के लिए गुरु जी महाराज ने अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया और उन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब सरकार श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के सम्मान में, उनकी शहादत को नमन करने के लिए एक महीने तक पंजाब के अलग-अलग क्षेत्र में कई सारे कार्यक्रम कर रही है और शनिवार को दिल्ली से इसकी शुरुआत हुई है। इस मौके पर मैं दिल्ली के लोगों को, देश और दुनिया भर के लोगों को आमंत्रित करता हूं कि आप सब लोग पंजाब में होने वाले सभी कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा भाग लें। गुरु जी महाराज की शहादत से हम सब लोग प्रेरणा लें, उनकी शहादत का सम्मान करें और उन्हें नमन करें। इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आज ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहब रकाबगंज में गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी पर्व के उपलक्ष्य में मुख्य समागम शुरू हुआ है। 25 अक्टूबर से शुरू होकर 25 नवंबर तक पूरे महीने पंजाब सरकार उन सभी स्थानों पर जाएगी, जहां गुरु साहब के चरण पड़े थे। इस दौरान महान कीर्तन जत्थे इलाही कीर्तन करेंगे, स्कूलों में गुरु साहब की शहादत के बारे में पढ़ाया जाएगा और सिलेबस में शामिल किया जाएगा। जिन गांवों में गुरु साहब के चरण पड़े, उन गांवों से पहले ही संपर्क किया जा चुका है और उनके विकास के लिए बजट जारी हो चुका है। भगवंत मान ने कहा कि दिल्ली में संगत की अनुमति से यह समागम हो रहा है, क्योंकि यहीं पर गुरु साहब को लखी शाह बंजारा ने अपने घर में शरण दी थी। फिर भाई जैता जी ने तूफानी रात में गुरु साहब का शीश लेकर आनंदपुर साहब पहुंचाया। भाई मती दास, भाई सती दास और भाई दयाला जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भगवंत मान ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी की शहादत सिखों के लिए ही नहीं, बल्कि मानवता और मानव अधिकारों के लिए थी। ऐसी मिसाल कहीं नहीं मिलती। भगवंत मान ने बताया कि पंजाब सरकार पूरे महीने श्रीनगर, फरीदकोट, फिरोजपुर, भटिंडा और अन्य स्थानों पर, जहां गुरु साहब के चरण पड़े, समागम आयोजित करेगी। 25 नवंबर को गुरु साहब द्वारा बसाई गई गुरु की नगरी आनंदपुर साहब में भव्य समागम होगा। वहां कीर्तन होगा और बाबा बलवीर सिंह जी जैसे महान संत मौजूद रहेंगे। आनंदपुर साहब में एक भव्य संग्रहालय तैयार किया गया है, जहां गुरु साहब का शीश लेकर भाई जैतार जी द्वारा की गई यात्रा और गुरु गोविंद सिंह जी को शीश भेंट करने की घटना को दर्शाया जाएगा। भगवंत मान ने कहा कि सिख धर्म दुनिया का सबसे नया और जीवंत धर्म है, जिसका दर्शन दूसरों को देना और सबके लिए रास्ता बनाना है। निशान साहिब की यात्रा में पैदल चलने वाले यात्री लंगर और रहने की जगह पाते हैं। सिख धर्म में कोई भेदभाव नहीं; परमात्मा ने सभी को एक समान बनाया है। उन्होंने संगत और अरविंद केजरीवाल के समागम में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि 25 नवंबर के बाद फिर चांदनी चौक में समागम होगा, जहां गुरु साहब की शहादत हुई थी। भगवंत मान ने कहा कि गुरु साहब के स्थानों पर सड़कें बनाने और बुनियादी ढांचे के लिए बजट आवंटित किया गया है। 350वें शहीदी दिवस के लिए अलग से बजट रखा गया है और आनंदपुर साहब में एक टेंट सिटी बनाई जा रही है। देश के सभी मुख्यमंत्रियों को निमंत्रण भेजा गया है और सोमवार को राष्ट्रपति जी से मिलने का समय लिया गया है। भगवंत मान ने कहा कि पूरी दुनिया में सिख संगत ने मेहनत और परमात्मा की कृपा से नाम कमाया है। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह जी के 10वें लेख का जिक्र करते हुए कहा कि गुरु तेग बहादुर जी का त्याग और बलिदान अद्वितीय है। भाई मती दास जी को चरखी पर चढ़ाया गया, भाई सती दास को उबाला गया, लेकिन गुरु साहब ने परमात्मा के प्रति प्रेम और मानवता के लिए बलिदान दिया। औरंगजेब की कब्र पर कोई दीया जलाने नहीं जाता, लेकिन आनंदपुर साहब में गुरु की नगरी में श्रद्धालुओं की लाइन कभी नहीं टूटती। यह अंतर है। भगवंत मान ने कहा कि इस पवित्र स्थान पर कीर्तन सुनकर और दर्शन करके आत्मा को सुकून और शांति मिलती है। सड़क पर बैठे कानून के साये में भी यह श्रद्धांजलि दी जा रही है। पहली बार संसद में भी गुरु साहब को श्रद्धांजलि दी गई। उनकी कुर्बानी निजी स्वार्थ के लिए नहीं, बल्कि मानवता और मनुष्यता के लिए थी। उन्होंने संगत से अपील की कि वे दिल्ली से आनंदपुर साहब जरूर जाएं, दर्शन करें और गुरु साहब के दिखाए रास्ते पर चलें। सामाजिक बुराइयों और झगड़ों को छोड़कर परमात्मा की शक्ति और सेवा में लगें। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के लोग सेवा का अवसर लेते रहेंगे और गुरु साहब की प्रेरणा को जन-जन तक पहुंचाएंगे। उन्होंने प्रार्थना की कि उनकी हाजिरी कबूल हो। उन्होंने गुरुद्वारों और गुरु साब के स्थानों को ठीक करने का जिक्र करते हुए कहा कि सभी कमियों को दूर किया जा रहा है। सड़कों, बुनियादी ढांचे और अन्य सुविधाओं के लिए बजट आवंटित है। अंत में उन्होंने संगत से आह्वान किया कि वे गुरु साहब की शिक्षाओं को अपनाएं और उनकी शहादत को याद रखें। वहीं, आम आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरव भारद्वाज ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा गुरु श्री तेग बहादुर साहिब जी की 150वीं शहरी दिवस के अवसर पर 1 महीने तक विभिन्न तरह के भव्य कार्यक्रम दिल्ली और पंजाब में किए जाएंगे। शनिवार को दिल्ली से इसकी शुरुआत की गई। श्री गुरु तेग बहादुर की शहादत दिल्ली में हुई। हिंदुओं, खासकर कश्मीरी पंडितों और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए उन्होंने अपनी और अपने बच्चों की शहादत दी। गुरु तेग बहादुर समेत सभी सिख गुरुओं भाईचारे, प्यार और मोहब्बत का संदेश दिया। आम आदमी पार्टी की सरकार उन सभी सिख गुरुओं के संदेश को आगे बढ़ाएगी।
0
comment0
Report
SSSanjay Sharma
Oct 25, 2025 18:01:41
Noida, Uttar Pradesh:भगवंत मान - गुरु तेग बहादुर जी की शहीदी को समर्पित समागमों की शुरुआत आज से हो गई है जहाँ जहाँ गुरु जी से संबंधित चीजें हैं वहां वहां समागम होंगे स्कूलों, कॉलेज में भी पढ़ाया जाएगा। दिल्ली में इसी जगह गुरु जी का संस्कार हुआ था। यहीं से भाई jaita शीश लेकर आनंदपुर साहिब पहुंचे थे अरविंद केजरीवाल पूरी मानवता के इतिहास में श्री गुरु तेग बहादुर की सहादत मिसाल है कश्मीरी पंडित उनके पास आए मुग़ल शासक धर्म पर वार कर रहे थे उनको बचाने के लिए उन्होंने अपना बलिदान दिया आज से एक महीने तक कई कार्यक्रम कर रही आज यहाँ से उसकी शुरुआत हो रही है गुरु जी की शहादत से सब प्रेरणा ले उनको नमन करे
0
comment0
Report
SSSanjay Sharma
Oct 25, 2025 17:30:53
Noida, Uttar Pradesh:ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਦਫ਼ਤਰ, ਪੰਜਾਬ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਤੇਗ਼ ਬਹਾਦਰ ਜੀ ਦੇ 350ਵੇਂ ਸ਼ਹੀਦੀ ਦਿਵਸ ਨੂੰ ਸਮਰਪਿਤ ਸਜਾਏ ਕੀਰਤਨ ਦਰਬਾਰ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋਏ ‘ਆਪ’ ਕਨਵੀਨਰ ਅਰਵਿੰਦ ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਅਤੇ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਭਗਵੰਤ ਮਾਨ * ਕਿਹਾ; ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਦਾ ਜੀਵਨ, ਫ਼ਲਸਫ਼ਾ ਅਤੇ ਲਾਸਾਨੀ ਸ਼ਹਾਦਤ ਸਮੁੱਚੀ ਮਨੁੱਖਤਾ ਲਈ ਚਾਨਣ ਮੁਨਾਰਾ ਨਵੀਂ ਦਿੱਲੀ/ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ, 25 ਅਕਤੂਬਰ: ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਅਤੇ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਕੌਮੀ ਕਨਵੀਨਰ ਅਰਵਿੰਦ ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਨੇ ਅੱਜ ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਤੇਗ਼ ਬਹਾਦਰ ਜੀ ਦੇ 350ਵੇਂ ਸ਼ਹੀਦੀ ਦਿਵਸ ਦੇ ਸਬੰਧ ਵਿੱਚ ਕਰਵਾਏ ਜਾ ਰਹੇ ਸਮਾਗਮਾਂ ਦੀ ਲੜੀ ਦੇ ਹਿੱਸੇ ਵਜੋਂ ਸਜਾਏ ਗਏ ਕੀਰਤਨ ਦਰਬਾਰ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋ ਕੇ ਰੂਹਾਨੀ ਕੀਰਤਨ ਸਰਵਨ ਕੀਤਾ। ਗੁਰਦੁਆਰਾ ਰਕਾਬ ਗੰਜ ਸਾਹਿਬ ਵਿਖੇ ਕਰਵਾਏ ਕੀਰਤਨ ਦਰਬਾਰ ਦੌਰਾਨ ਇਕੱਠ ਨੂੰ ਸੰਬੋਧਨ ਕਰਦਿਆਂ 'ਆਪ' ਦੇ ਕੌਮੀ ਕਨਵੀਨਰ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਖੁਸ਼ਕਿਸਮਤ ਹੈ ਕਿ ਉਸ ਨੂੰ ਨੌਵੇਂ ਗੁਰੂ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ teਗ ਬਹਾਦਰ ਜੀ ਨੂੰ ਸਮਰਪਿਤ ਯਾਦਗਾਰੀ ਸਮਾਗਮਾਂ ਦੀ ਲੜੀ ਕਰਵਾਉਣ ਦਾ ਮੌਕਾ ਮਿਲਿਆ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ ਕਰਵਾਏ ਜਾ ਰਹੇ ਇਹ ਸਮਾਗਮ ਅੱਜ ਕੌਮੀ ਰਾਜਧਾਨੀ ਤੋਂ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋਏ ਹਨ। ਅਰਵਿੰਦ ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਮੁਗਲਾਂ ਨੇ ਹਿੰਦੂਆਂ ਨੂੰ ਜ਼ਬਰਦਸਤੀ ਇਸਲਾਮ ਧਰਮ ਵਿੱਚ ਤਬਦੀਲ ਕਰਨ ਦੀ ਯੋਜਨਾ ਬਣਾਈ ਸੀ, ਜਿਸ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਕਸ਼ਮੀਰ ਦੇ ਪੰਡਿਤ ਆਪਣੇ ਧਰਮ ਦੀ ਰੱਖਿਆ ਲਈ ਮਦਦ ਵਾਸਤੇ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਤੇਗ ਬਹਾਦਰ ਜੀ ਕੋਲ ਆਏ ਸਨ। ਕੌਮੀ ਕਨਵੀਨਰ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਮੁਗਲ ਬਾਦਸ਼ਾਹ ਵੱਲੋਂ ਕਈ ਪੇਸ਼ਕਸ਼ਾਂ ਦੇ ਬਾਵਜੂਦ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਨੇ ਜ਼ੁਲਮ ਅੱਗੇ ਝੁਕਣ ਤੋਂ ਇਨਕਾਰ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਅਤੇ ਧਰਮ ਦੀ ਰਾਖੀ ਲਈ ਸ਼ਹਾਦਤ ਦਾ ਰਾਹ ਚੁਣਿਆ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ teਗ ਬਹਾਦਰ ਜੀ ਨੂੰ 1675 ਵਿੱਚ ਦਿੱਲੀ ਵਿੱਚ ਸ਼ਹੀਦ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਸੀ ਅਤੇ ਦੁਨੀਆ ਭਰ ਵਿੱਚ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਅਜਿਹੇ ਪਹਿਲੇ ਸ਼ਹੀਦ ਵਜੌਂ ਯਾਦ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਮਨੁੱਖੀ ਅਧਿਕਾਰਾਂ ਦੀ ਰੱਖਿਆ ਲਈ ਆਪਣੀ ਜਾਨ ਕੁਰਬਾਨ ਕਰ ਦਿੱਤੀ। ਅਰਵਿੰਦ ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਦੁਨੀਆ ਦੇ ਇਤਿਹਾਸ ਦੇ ਪੰਨੇ ਸੰਜਮ, ਬਹਾਦਰੀ, ਕੁਰਬਾਨੀ ਅਤੇ ਸੇਵਾ ਦੀਆਂ ਮਹਾਨ ਘਟਨਾਵਾਂ ਨਾਲ ਭਰੇ ਹੋਏ ਹਨ, ਫਿਰ ਵੀ ਧਾਰਮਿਕ ਆਜ਼ਾਦੀ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਕਦਰਾਂ-ਕੀਮਤਾਂ ਲਈ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਤੇਗ਼ ਬਹਾਦਰ ਜੀ ਦੀ ਲਾਸਾਨੀੁਰਬਾਨੀ ਨੇ ਮਨੁੱਖੀ ਇਤਿਹਾਸ ਵਿੱਚ ਬੇਮਿਸਾਲ ਅਧਿਆਇ ਜੋੜਿਆ। 'ਆਪ' ਦੇ ਕੌਮੀ ਕਨਵੀਨਰ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਮੁਗਲ ਸ਼ਾਸਕ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ ਅੱਗੇ ਝੁਕਣ ਦੀ ਬਜਾਏ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਨੇ ਆਪਣੀ ਸ਼ਹਾਦਤ ਨਾਲ ਜ਼ੁਲਮ ਦੀਆਂ ਜੜ੍ਹਾਂ ਹਿਲਾ ਦਿੱਤੀਆਂ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਦੀ ਸ਼ਹਾਦਤ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਦਾਦਾ ਜੀ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਅਰਜਨ ਦੇਵ ਜੀ ਨੂੰ ਵੀ ਮੁਗ਼ਲ ਸ਼ਾਸਕਾਂ ਵੱਲੋਂ ਤਸੀਹੇ ਦੇ ਕੇ ਸ਼ਹੀਦ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਸੀ। ਅਰਵਿੰਦ ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ teਗ ਬਹਾਦਰ ਜੀ ਵੱਲੋਂ ਸੱਚਾਈ ਅਤੇ ਧਰਮ ਦੀ ਰਾਖੀ ਲਈ ਦਿੱਤੀ ਲਾਸਾਨੀ ਕੁਰਬਾਨੀ ਨੇ ਭਾਰਤ ਦੇ ਇਤਿਹਾਸ ਦਾ ਰੁਖ਼ ਬਦਲ ਦਿੱਤਾ। ਕੌਮੀ ਕਨਵੀਨਰ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਮਹਾਨ ਰੂਹਾਂ ਦੀਆਂ ਸ਼ਹਾਦਤਾਂ ਸੰਸਾਰ ਨੂੰ ਨਵਾਂ ਰਾਹ ਦਿਖਾਉਂਦੀਆਂ ਹਨ ਅਤੇ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਬਦਲਾਅ ਲਿਆਉਂਦੀਆਂ ਹਨ, ਜਿਸ ਨਾਲ ਭਾਈਚਾਰੇ ਦੀ ਵਿਲੱਖਣ ਪਛਾਣ ਨੂੰ ਨਵਾਂ ਰੂਪ ਮਿਲਦਾ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਅੱਗੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਨੇ ਆਪਣੀ ਲਾਸਾਨੀ ਸ਼ਹਾਦਤ ਰਾਹੀਂ ਸ਼ਾਸਕਾਂ ਨੂੰ ਸਪੱਸ਼ਟ ਸੰਦੇਸ਼ ਦਿੱਤਾ ਕਿ ਧਰਮ ਨੂੰ ਕਿਸੇ ਉੱਤੇ ਜ਼ਬਰਦਸਤੀ ਨਹੀਂ ਥੋਪਿਆ ਜਾ ਸਕਦਾ। ਅरਵਿੰਦ ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਦੀ ਸ਼ਹਾਦਤ ਨੇ ਸਿੱਖਾਂ ਵਿੱਚ ਨਿਡਰਤਾ, ਹਿੰਮਤ, ਸਵੈ-ਮਾਣ ਅਤੇ ਦੱਬੇ-ਕੁਚਲੇ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਰਖਵਾਲੇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖਤਾ ਦੇ ਰਾਖੇ ਬਣਨ ਦੀ ਨਵੀਂ ਭਾਵਨਾ ਪੈਦਾ ਕੀਤੀ। 'ਆਪ' ਦੇ ਕੌਮੀ ਕਨਵੀਨਰ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਨੇ ਸਮੁੱਚੀ ਮਾਨਵਤਾ ਨੂੰ ਸਵੈ-ਮਾਣ ਨਾਲ ਜਿਊਣ ਦਾ ਰਾਹ ਦਿਖਾਇਆ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਦਿੱਲੀ ਦੇ ਚਾਂਦਨੀ ਚੌਕ ਵਿਖੇ ਗੁਰੂ ਜੀ ਦੀ ਸ਼ਹਾਦਤ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਭਾਈ ਮਤੀ ਦਾਸ, ਭਾਈ ਸਤੀ ਦਾਸ ਅਤੇ ਭਾਈ ਦਿਆਲਾ ਜੀ ਨੂੰ ਤਸੀਹੇ ਦੇ ਕੇ ਸ਼ਹੀਦ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਸੀ। ਅਰਵਿੰਦ ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਭਾਈ ਮਤੀ ਦਾਸ ਜੀ ਨੂੰ ਜਿੰਦਾ ਆਰੇ ਨਾਲ ਚੀਰਿਆ ਗਿਆ ਸੀ, ਭਾਈ ਸਤੀ ਦਾਸ ਜੀ ਨੂੰ ਰੂੰ ਵਿੱਚ ਲਪੇਟ ਕੇ ਸਾੜਿਆ ਗਿਆ ਸੀ, ਜਦੋਂ ਕਿ ਭਾਈ ਦਿਆਲਾ ਜੀ ਨੂੰ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਉਬਾਲਿਆ ਗਿਆ ਸੀ। ਕੌਮੀ ਕਨਵੀਨਰ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਸ ਮੌਕੇ ਸੰਗਤ ਵੱਲੋਂ ਗੁਰੂਘਰ ਦੇ ਅਨਿਨ ਸ਼ਰਧਾਲੂ ਭਾਈ ਜੈਤਾ ਜੀ ਨੂੰ ਵੀ ਸ਼ਰਧਾ ਨਾਲ ਯਾਦ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਮੁਗਲ ਸ਼ਾਸਨ ਦੇ ਜ਼ੁਲਮ ਭਰੇ ਵਤੀਰੇ ਦੀ ਪਰਵਾਹ ਨਾ ਕਰਦਿਆਂ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਦੇ ਸੀਸ ਨੂੰ ਦਿੱਲੀ ਦੇ ਚਾਂਦਨੀ ਚੌਕ ਤੋਂ ਸ੍ਰੀ ਕੀਰਤਪੁਰ ਸਾਹਿਬ ਲਿਆਂਦਾ। ਭਾਈ ਲੱਖੀ ਸ਼ਾਹ ਵਣਜਾਰਾ ਜੀ ਨੂੰ ਸ਼ਰਧਾਂਜਲੀ ਭੇਟ ਕਰਦਿਆਂ ਅਰਵਿੰਦ ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਦੇ ਧੜ ਨੂੰ ਬਚਾਉਣ ਲਈ ਆਪਣੀ ਜਾਨ ਜ਼ੋਖਿਮ ਵਿੱਚ ਪਾ ਕੇ ਆਪਣੇ ਘਰ ਵਿੱਚ ਹੀ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਦੇ ਧੜ ਦਾ ਸਸਕਾਰ ਕਰ ਦਿੱਤਾ। ਇਸ ਸਥਾਨ `ਤੇ ਹੁਣ ਗੁਰਦੁਆਰਾ ਰਕਾਬ ਗੰਜ ਸਾਹਿਬ ਸੁਸ਼ੋਭਿਤ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸਿੱਖ ਇਤਿਹਾਸ ਸ਼ਹਾਦਤਾਂ ਨਾਲ ਭਰਿਆ ਹੋਇਆ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਸ਼ਹੀਦੀ ਸਿੱਖ ਧਰਮ ਵਿੱਚ ਸਰਬ ਉੱਚ ਸਥਾਨ ਰੱਖਦੀ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸਿੱਖ ਸ਼ਹੀਦ ਕਦੇ ਵੀ ਜ਼ੁਲਮ ਜਾਂ ਜਾਬਰ ਅੱਗੇ ਨਹੀਂ ਝੁਕੇ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਆਪਣੀਆਂ ਜਾਨਾਂ ਵਾਰ ਦਿੱਤੀਆਂ ਪਰ ਆਪਣਾ ਸਿੱਖੀ ਸਿਦਕ ਨਹੀਂ ਛੱਡਿਆ。 ਇਸ ਦੌਰਾਨ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਨ੍ਹਾਂ ਸ਼ਹੀਦਾਂ ਦੀਆਂ ਕੁਰਬਾਨੀਆਂ ਨਿੱਜ ਲਈ ਨਹੀਂ, ਸਗੋਂ ਮਨੁੱਖਤਾ ਦੀ ਭਲਾਈ ਅਤੇ ਸੱਚ ਤੇ ਨਿਆਂ ਲਈ ਸਨ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ teਗ਼ ਬਹਾਦਰ ਜੀ ਦੀ ਸ਼ਹਾਦਤ ਤੋਂ 24 ਸਾਲ ਬਾਅਦ 1699 ਵਿੱਚ ਸ੍ਰੀ ਅਨੰਦਪੁਰ ਸਾਹਿਬ ਦੀ ਪਵਿੱਤਰ ਧਰਤੀ `ਤੇ ਖਾਲਸਾ ਪੰਥ ਦੀ ਸਾਜਨਾ ਹੋਈ ਸੀ। ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਦਸਵੇਂ ਗੁਰੂ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਗੋਬਿੰਦ ਸਿੰਘ ਜੀ ਨੇ ਆਪਣੇ ਪੂਰੇ ਪਰਿਵਾਰ ਨੂੰ ਧਰਮ ਲਈ ਕੁਰਬਾਨ ਕਰ ਦਿੱਤਾ, ਜੋ ਪੂਰੀ ਦੁਨੀਆਂ ਦੇ ਇਤਿਹਾਸ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਲਾਸਾਨੀ ਮਿਸਾਲ ਹੈ। ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੰਜਾਬੀਆਂ ਨੂੰ ਜ਼ੁਲਮ ਨਾਲ ਆਢਾ ਲੈਣ ਅਤੇ ਬੇਇਨਸਾਫ਼ੀ ਵਿਰੁਧ ਡਟ ਕੇ ਖੜ੍ਹਨ ਦੀ ਭਾਵਨਾ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਅਰਜਨ ਦੇਵ ਜੀ, ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਤੇਗ਼ ਬਹਾਦਰ ਜੀ ਅਤੇ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਗੋਬਿੰਦ ਸਿੰਘ ਜੀ ਤੋਂ ਵਿਰਾਸਤ ਵਿੱਚ ਮਿਲੀ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਕੁਰਬਾਨੀ ਦੀ ਭਾਵਨਾ ਸਾਡੇ ਖੂਨ ਵਿੱਚ ਹੈ ਅਤੇ ਪੰਜਾਬੀਆਂ ਨੂੰ ਆਪਣੀ ਸ਼ਾਨਦਾਰ ਵਿਰਾਸਤ `ਤੇ ਮਾਣ ਹੈ। ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਸ ਮਹਾਨ ਦਿਹਾੜੇ ਨੂੰ ਮਨਾਉਣ ਦਾ ਉਦੇਸ਼ ਨੌਵੇਂ ਗੁਰੂ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਤੇਗ਼ ਬਹਾਦਰ ਜੀ ਦੇ ਫ਼ਲਸਫ਼ੇ ਨੂੰ ਪੂਰੀ ਦੁਨੀਆ ਵਿੱਚ ਪਹੁੰਚਾਉਣਾ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋ ਸ਼ਾਂਤੀ, ਸਦਭਾਵਨਾ ਅਤੇ ਧਰਮ ਨਿਰਪੱਖਤਾ ਦੇ ਆਦਰਸ਼, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਲਈ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਸ਼ਹਾਦਤ ਦਿੱਤੀ ਸੀ, ਨੂੰ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਰੱਖਿਆ ਜਾ ਸਕੇ。 ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਜੋ ਕੌਮਾਂ ਆਪਣੀ ਸ਼ਾਨਾਮੱਤੀ ਵਿਰਾਸਤ ਨੂੰ ਭੁੱਲ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ, ਉਹ ਇਤਿਹਾਸ ਦੇ ਪੰਨਿਆਂ ਤੋਂ ਜਲਦ ਹੀ ਮਿਟ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਜੋ ਕੌਮਾਂ ਆਪਣੇ ਪਿਛੋਕੜ ਤੋਂ ਪ੍ਰੇਰਨਾ ਲੈਂਦੀਆਂ ਹਨ ਅਤੇ ਸ਼ਹਾਦਤਾਂ ਦੀ ਰਹਿਨੁਮਾਈ ਹੇਠ ਚੱਲਦੀਆਂ ਹਨ, ਉਹ ਹਨੇਰੇ ਵਿੱਚ ਵੀ ਉਮੀਦ ਦੀ ਕਿਰਨ ਲੱਭ ਲੈਂਦੀਆਂ ਹਨ। ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਨੌਵੇਂ ਗੁਰੂ ਏਕਤਾ ਅਤੇ ਧਰਮ ਨਿਰਪੱਖਤਾ ਦੇ ਸਮਰਥਕ ਸਨ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਅੱਗੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਜੀਵਨ ਅਤੇ ਸਿੱਖਿਆਵਾਂ ਸਾਰੀ ਮਨੁੱਖਤਾ ਲਈ ਚਾਨਣ ਮੁਨਾਰਾ ਹਨ。 ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਦੇ ਸ਼ਹੀਦੀ ਦਿਵਸ ਨੂੰ ਮਨਾਉਣ ਲਈ ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਰਾਜਾਂ ਵਿੱਚ ਸਮਾਗਮ ਕਰਵਾ ਕਰ ਰਹੀ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਅੱਜ ਗੁਰਦੁਆਰਾ ਸੀਸ ਗੰਜ ਸਾਹਿਬ ਤੋਂ ਸਮਾਗਮ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋ ਰਹੇ ਹਨ ਅਤੇ ਗੁਰਦੁਆਰਾ ਸ੍ਰੀ ਰਕਾਬ ਗੰਜ ਸਾਹਿਬ ਵਿਖੇ ਵਿਸ਼ਾਲ ਕੀਰਤਨ ਦਰਬਾਰ ਕਰਵਾਇਆ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ 1 ਨਵੰਬਰ ਤੋਂ 18 ਨਵੰਬਰ ਤੱਕ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਸਾਰੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹਿਆਂ ਵਿੱਚ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਤੇਗ਼ ਬਹਾਦਰ ਜੀ ਦੇ ਜੀਵਨ ਅਤੇ ਫ਼ਲਸਫ਼ੇ ਨੂੰ ਦਰਸਾਉਂਦੇ ਲਾਈਟ ਐਂਡ ਸਾਊਂਡ ਸ਼ੋਅ ਕਰਵਾਏ ਜਾਣਗੇ। ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਦੀ ਚਰਨ ਛੋਹ ਪ੍ਰਾਪਤ ਪਵਿੱਤਰ ਕਸਬਿਆਂ ਅਤੇ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿੱਚ ਕੀਰਤਨ ਦਰਬਾਰ ਸਜਾਏ ਜਾਣਗੇ ਅਤੇ 18 ਨਵੰਬਰ ਨੂੰ ਸ੍ਰੀਨਗਰ (ਜੰਮੂ ਅਤੇ ਕਸ਼ਮੀਰ) ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਕੀਰਤਨ ਦਰਬਾਰ ਸਜਾਇਆ ਜਾਵੇਗਾ, ਜਿਸ ਤੋਂ ਬਾਅਦ 19 ਨਵੰਬਰ ਨੂੰ ਇੱਕ ਨਗਰ ਕੀਰਤਨ ਸਜਾਇਆ ਜਾਵੇਗਾ, ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਸੈਂਕੜੇ ਕਸ਼ਮੀਰੀ ਪੰਡਿਤ ਹਿੱਸਾ ਲੈਣਗੇ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ 20 ਨਵੰਬਰ ਨੂੰ ਤਖ਼ਤ ਸ੍ਰੀ ਦਮਦਮਾ ਸਾਹਿਬ (ਤਲਵੰਡੀ ਸਾਬੋ), ਫ਼ਰੀਦਕੋਟ ਅਤੇ ਗੁਰਦਾਸਪੁਰ ਤੋਂ ਤਿੰਨ ਨਗਰ ਕੀਰਤਨ ਸਜਾਏ ਜਾਣਗੇ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਹ ਚਾਰੇ ਨਗਰ ਕੀਰਤਨ 22 ਨਵੰਬਰ ਨੂੰ ਸ੍ਰੀ ਅਨੰਦਪੁਰ ਸਾਹਿਬ ਵਿਖੇ ਸੰਪੰਨ ਹੋਣਗੇ। ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ 23 ਤੋਂ 25 ਨਵੰਬਰ ਤੱਕ ਸ੍ਰੀ ਅਨੰਦਪੁਰ ਸਾਹਿਬ ਵਿਖੇ ਵੱਡੇ ਪੱਧਰ 'ਤੇ ਸਮਾਗਮ ਕਰਵਾਏ ਜਾਣਗੇ । ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਵੱਡੀ ਗਿਣਤੀ ਵਿੱਚ ਆਉਣ ਵਾਲੀਆਂ ਸੰਗਤਾਂ ਦੇ ਠਹਿਰਨ ਲਈ “ਚੱਕ ਨਾਨਕੀ" ਨਾਂ ਦਾ ਇੱਕ “ਟੈਂਟ ਸਿਟੀ" ਵੀ ਬਣਾਇਆ ਜਾਵੇਗਾ। ਇਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਗੁਰੂ ਸਾਹਿਬ ਦੇ ਜੀਵਨ ਅਤੇ ਸਿੱਖਿਆਵਾਂ ਨੂੰ ਉਜਾਗਰ ਕਰਦੀਆਂ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨੀਆਂ ਅਤੇ ਡਰੋਨ ਸ਼ੋਅ ਦੇ ਨਾਲ ਸਰਬ ਧਰਮ ਕਾਨਫਰੰਸ ਵੀ ਕਰਵਾਈ ਜਾਵੇਗੀ। ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ 24 ਨਵੰਬਰ ਨੂੰ ਪੰਜਾਬ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਦਾ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਸੈਸ਼ਨ ਸ੍ਰੀ ਅਨੰਦਪੁਰ ਸਾਹਿਬ ਵਿਖੇ ਹੋਵੇਗਾ, ਜਿੱਥੇ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਸ਼ਖਸੀਅਤਾਂ ਵੱਲੋਂ ਗੁਰੂ ਜੀ ਦੇ ਜੀਵਨ, ਫ਼ਲਸਫ਼ੇ ਅਤੇ ਧਾਰਮਿਕ ਆਜ਼ਾਦੀ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਅਧਿਕਾਰਾਂ ਲਈ ਦਿੱਤੀ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਕੁਰਬਾਨੀ `ਤੇ ਵਿਚਾਰ ਸਾਂਝੇ ਕੀਤੇ ਜਾਣਗੇ । ਇਸ ਮੌਕੇ ਕੈਬਨਿਟ ਮੰਤਰੀ ਅਮਨ ਅਰੋੜਾ, ਹਰਜੋਤ ਸਿੰਗ ਬੈਂਸ, ਗੁਰਮੀਤ ਸਿੰਘ ਖੁੱਡੀਆਂ, ਹਰਭਜਨ ਸਿੰਘ ਈ.ਟੀ.ਓ., ਤਰੁਨਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਸੌਂਦ, ਲਾਲ Chੰਦ ਕਟਾਰੂਚੱਕ, ਮਹਿੰਦਰ ਭਗਤ ਤੇ ਬਰਿੰਦਰ ਗੋਇਲ, ਲੋਕ ਸਭਾ ਮੈਂਬਰ ਡਾ. ਰਾਜ ਕੁਮਾਰ ਚੱਬੇਵਾਲ, ਗੁਰਮੀਤ ਸਿੰਘ ਮੀਤ ਹੇਅਰ ਤੇ ਮਾਲਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਕੰਗ, ਰਾਜ ਸਭਾ ਮੈਂਬਰ ਵਿਕਰਮਜੀਤ ਸਿੰਘ ਸਾਹਨੀ, ਸਲਾਹਕਾਰ ਸੈਰ-ਸਪਾਟਾ ਤੇ ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਮਾਮਲੇ ਦੀਪਕ ਬਾਲੀ, ਮੁੱਖ ਸਕੱਤਰ ਕੇ.ਏ.ਪੀ. ਸਿਨਹਾ ਤੇ ਹੋਰ ਹਾਜ਼ਰ ਸਨ。
0
comment0
Report
RBRohit Bansal
Oct 25, 2025 15:46:17
Chandigarh, Chandigarh:ਦਫ਼ਤਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਲੋਕ ਸੰਪਰਕ ਅਫ਼ਸਰ ਮਾਨਸਾ ਬੱਚਾ ਵੇਚਣ ਤੇ ਖ਼ਰੀਦਣ ਵਾਲਿਆਂ 'ਤੇ ਕੇਸ ਦਰਜ; ਮੁਲਜ਼ਮ ਗ੍ਰਿ੃ਤਾਰ ਬੱਚਾ ਰੈਸਕਿਊ ਕਰਨ ਉਪਰੰਤ ਸੁਰੱਖਿਆ ਤੇ ਦੇਖਭਾਲ ਲਈ ਅਨੰਤਨਾਥ ਆਸ਼ਰਮ ਨਥਾਣਾ ਦੇ ਸਪੁਰਦ ਮਾਨਸਾ/ ਬੁਢਲਾਡਾ, 25 ਅਕਤੂਬਰ ਆਪਣਾ ਬੱਚਾ ਵੇਚਣ ਵਾਲੇ ਮਾਤਾ-ਪਿਤਾ ਸਬੰਧੀ ਮਾਮਲਾ ਧਿਆਨ ਵਿੱਚ ਆਉਣ 'ਤੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ੍ਰੀਮਤੀ ਨਵਜੋਤ ਕੌਰ ਆਈ.ਐੱਸ. ਏ ਦੀਆਂ ਹਦਾਇਤਾਂ 'ਤੇ ਕਾਰਵਾਈ ਅਮਲ ਵਿਚ ਲਿਆਉਣਦਿਆਂ ਬੱਚੇ ਨੂੰ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਬਾਲ ਸੁਰੱਖਿਆ ਦਫਤਰ ਵੱਲੋਂ ਰੈਸਕਿਊ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਅਤੇ ਗੋਦ ਲੈਣ ਦਾ ਦਾਅਵਾ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਪਤੀ, ਪਤਨੀ ਅਤੇ ਗੋਦ ਦੇਣ ਵਾਲੇ ਮਾਤਾ-ਪਿਤਾ 'ਤੇ ਥਾਣਾ ਬਰੇਟਾ ਪੁਲਿਸ ਨੇ ਕੇਸ ਦਰਜ ਕਰਦਿਆਂ ਮੁਲਜ਼ਮਾਂ ਨੂੰ ਗ੍ਰਿਫ਼ਤਾਰ ਕਰ ਲਿਆ ਹੈ। ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਬਾਲ ਸੁਰੱਖਿਆ ਅਫ਼ਸਰ ਹਰਜਿੰਦਰ ਕੌਰ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਮਾਪੀਆਂ ਵਲੋਂ ਆਪਣਾ ਬੱਚਾ ਵੇਚਣ ਸਬੰਧੀ ਮਾਮਲਾ ਧਿਆਨ ਵਿੱਚ ਆਇਆ ਸੀ, ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਬਾਲ ਸੁਰੱਖਿਆ ਦਫ਼ਤਰ ਵੱਲੋਂ ਬੱਚਾ ਰੈਸਕਿਉ ਕਰਨ ਉਪਰੰਤ ਬਾਲ ਭਲਾਈ ਕਮੇਟੀ ਕੋਲ ਪੇਸ਼ ਕਰਦੇ ਹੋਏ ਬੱਚੇ ਨੂੰ ਅਨੰਤਨਾਥ ਆਸ਼ਰਮ ਨਥਾਣਾ ’ਚ ਸ਼ਿਫ਼ਟ ਕੀਤਾ ਗਿਆ। ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਬਾਲ ਸੁਰੱਖਿਆ ਅਫ਼ਸਰ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਹ ਮਾਮਲਾ ਧਿਆਨ ’ਚ ਆਉਣ ਉਪਰੰਤ ਤੁਰੰਤ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਮਾਨਸਾ ਵੱਲੋਂ ਕਾਰਵਾਈ ਕਰਨ ਦੀ ਹਦਾਇਤ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋਈ ਸੀ ਜਿਸ ਉਪਰੰਤ ਥਾਣਾ ਬਰੇਟਾ ਪੁਲਿਸ ਨਾਲ ਤਾਲਮੇਲ ਕਰਦੇ ਹੋਏ ਬੱਚਾ ਰੈਸਕਿਊ ਕਰਨ ਦੇ ਬਾਅਦ ਵੇਚਣ ਵਾਲੇ ਅਤੇ ਖਰੀਦਣ ਵਾਲਿਆਂ ‘ਤੇ ਪੁਲਿਸ ਵੱਲੋਂ ਮਾਮਲਾ ਦਰਜ ਕੀਤਾ गया। ਓਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੁਲਿਸ ਵਲੋਂ ਕੀਤੀ ਤਫਤੀਸ਼ ਅਨੁਸਾਰ ਬੱਚਾ ਵੇਚਣ ਦੇ ਮਾਮਲੇ ਦਾ ਨਸ਼ੇ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਨਾਲ ਕੋਈ ਸਬੰਧ ਨਹੀਂ ਹੈ। ਭਾਵੇਂ ਕਿ ਮਾਪੇ ਨਸ਼ਾ ਕਰਦੇ ਸਨ, ਪਰ ਇਹ ਨਸ਼ੇ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਲਈ ਬੱਚਾ ਵੇਚਣ ਦਾ ਮਾਮਲਾ ਨਹੀਂ ਹੈ। ਥਾਣਾ ਬਰੇਟਾ ਵਿੱਚ ਬੱਚਾ ਰੈਸਕਿਊ ਕਰਨ ਸਮੇਂ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਬਾਲ ਸੁਰੱਖਿਆ ਅਫ਼ਸਰ ਹਰਜਿੰਦਰ ਕੌਰ, ਬਾਲ ਸੁਰੱਖਿਆ ਅਫ਼ਸਰ ਨਤੀਸ਼ਾ ਅੱਤਰੀ, ਰਜਿੰਦਰ ਕੁਮਾਰ, ਰਾਜਵੀਰ ਸ਼ਰਮਾ, ਸੁਖਦੀਪ ਕੌਰ, ਨਵਜੋਤ ਕੌਰ, ਬਾਲ ਭਲਾਈ ਕਮੇਟੀ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਮਹਿੰਦਰਪਾਲ ਸਿੰਘ, ਨਿਲਮ ਕਕੱੜ ਤੇ ਸੁਤੰਤਰ ਭਾਰਦਵਾਜ ਆਦਿ ਮੌਜੂਦ ਸਨ।
2
comment0
Report
MSManish Sharma
Oct 25, 2025 15:31:04
Tarn Taran Sahib, Punjab:तरन तारन विधानसभा उपचुनाव के बीच लगातार नेताओं के दल बदलने का सिलसिला जारी है। आम आदमी पार्टी को बड़ा राहत देने वाली खबर तब आई जब आप छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए यादविंदर सिंह ने दो दिन बाद ही घर वापसी कर ली। शनिवार को आप के वर्किंग प्रधान शैरी कलसी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी。 शैरी कलसी ने बताया कि यादविंदर सिंह ने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला भावनात्मक दबाव में लिया था, लेकिन उन्होंने दोबारा आप में वापसी कर पार्टी की विचारधारा और मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व पर भरोसा जताया है。 वहीं, यादविंदर सिंह ने कहा कि उनका कांग्रेस में जाना किसी राजनीतिक स्वार्थ का हिस्सा नहीं था, बल्कि परिवार में कुछ नाराजगी के चलते उन्होंने जल्दबाजी में यह कदम उठाया। उन्होंने कहा कि now वे पहले से ज्यादा मजबूती के साथ आम आदमी पार्टी के लिए काम करेंगे और तरन तारन में पार्टी की जीत सुनिश्चित करेंगे। उधर, लगातार दल-बदल के इस दौर ने चुनावी माहौलको और गरम कर दिया है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस तरह के बदलाव से जहां एक ओर नेताओं की व्यक्तिगत साख प्रभावित होती है, वहीं दूसरी ओर पार्टियों के बीच वफादारी की परीक्षा भी होती है।
3
comment0
Report
SPSomi Prakash Bhuveta
Oct 25, 2025 15:19:12
Chamba, Himachal Pradesh:भगवान लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर चंबा में शुक्रवार से भोग नहीं लगने पर आक्रोश ट्रस्ट बनने के कारण प्रशासन के अधीनस्थ चल रहा चंबा नगर के अधिष्ठाता भगवान लक्ष्मीनाथ का मंदिर परिसर बहरहाल व्यवस्था में सुधार के लिए प्रशासन से मिला प्रतिनिधिमण्डल चंबा। ट्रस्ट बनने के कारण प्रशासन के अधीनस्थ चल रहे चंबा नगर के अधिष्ठाता भगवान लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर चंबा में शुक्रवार से भोग नहीं लगने पर आक्रोशित चंबा वासियों ने प्रशासन से इस व्यवस्था को सुधारने को आवाज़ बुलंद की है‌। क्योंकि इससे पहले भी इस तरह की अव्यवस्था सामने आ चुकी है। ऐसे में एक बार फिर से जब चंबा नगर के अधिष्ठाता भगवान लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर चंबा में शुक्रवार से भोग नहीं लगने का मामला सामने आया है तो चंबा नगर वासियों में आक्रोश होना लाजिमी है‌‌। बहरहाल शनिवार को इस संदर्भ में चंबा वासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन से मुलाकात कर भोग की व्यवस्था और अन्य प्रबंधन व्यवस्था में सुधार को आवाज़ बुलंद की है ताकि चंबा नगर के अधिष्ठाता भगवान लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर चंबा में भोग नहीं लगने जैसी अव्यवस्था दोबारा से पेश न आए।
2
comment0
Report
ADAnkush Dhobal
Oct 25, 2025 15:03:12
Shimla, Himachal Pradesh:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज हुई हिमाचल मंत्रिमंडल की बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए। सबसे बड़ा फैसला राज्य सरकार ने स्पेशल पैकेज को पूरे प्रदेश में लागू करने का लिया है। अब तक यह राहत राशि केवल मंडी जिला के लिए लागू थी, लेकिन अब पूरे प्रदेश के उन लोगों को राहत दी जाएगी जिनके मकान आपदा के दौरान नष्ट या क्षतिग्रस्त हुए हैं। स्पेशल पैकेज अब पूरे प्रदेश में लागू उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि जिन लोगों के मकान पूरी तरह नष्ट हुए हैं, उन्हें चार लाख रुपये की पहली किश्त जारी की जाएगी, जबकि आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए डेढ़ लाख रुपये एकमुश्त दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 1500 करोड़ रुपये के स्पेशल पैकेज को लेकर भी चर्चा की गई, लेकिन अब तक केंद्र सरकार से राशि नहीं मिली है। इसके बावजूद राज्‍य सरकार अपने संसाधनों से प्रभावितों की मदद करेगी। कैबिनट ने स्वास्थ्य विभाग में 400 स्टाफ नर्सों के पद सृजित करने को मंजूरी दी। इन पदों पर नियुक्तियां राज्य चयन आयोग के माध्यम से की जाएंगी और इनकी वेतन राशि 25 हजार रुपये प्रतिमाह तय की गई है। कैबिनेट ने पंचायतों के पुनर्गठन (Reorganization) की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में पंचायती राज विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने के आदेश दिए गए हैं। मंत्रिमंडल ने नगर निगमों में मेयर और डिप्टी मेयर के कार्यकाल को ढाई साल से बढ़ाकर 5 साल करने की मंजूरी दी। मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि ढाई साल के कार्यकाल के कारण बार-बार हॉर्स ट्रेडिंग की स्थिति बनती थी, इसलिए अब कार्यकाल 5 साल तय किया गया है। हिमाचल में टूरिज्म इन्वेस्टमेंट प्रमोशन काउंसिल गठित की जाएगी, जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री स्वयं होंगे। यह काउंसिल टूरिज्म एंड सिविल एविएशन विभाग के अधीन काम करेगी। 50 करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट की मंजूरी इस काउंसिल से लेनी होगी। इसके साथ ही विभिन्न अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) 14 दिन के भीतर जारी करने की व्यवस्था होगी, ताकि परियोजनाओं में देरी न हो। कैबिनेट ने प्रथम चरण में कनिष्ठ कार्यालय सहायक (आईटी) के 300 पदों को जॉब ट्रेनी के रूप में सृजित करने का निर्णय लिया है। इन पदों को भर्ती निदेशालय के अधीन एक अलग राज्य कैडर के रूप में बनाया जाएगा।
2
comment0
Report
Diwali 2025
Advertisement
Back to top