बालाघाट जिला उत्तर से दक्षिण रेलमार्ग के लिए काफी अहम है। इस मार्ग से लगभग 238 किलोमीटर की दूरी कम होती है। रेलवे यात्रियों के लिए यह मार्ग ना केवल आर्थिक रूप से बल्कि समय की भी बचत करता है। जिस मार्ग से रेलवे मंत्रालय ने गुरूवार को दो नई ट्रेनो के रवाना होने की घोषणा की है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीसी के माध्यम से यह जानकारी दी। जिन्होंने बताया कि व्हाया बालाघाट होते हुए जबलपुर से रायपुर और रीवा से पुणे के लिए ट्रेन रवाना होगी। जिससे जिले के यात्रियों का इसका लाभ मिलेगा। सांसद भारती पारधी ने बताया कि विगत लंबे समय से लंबी दूरी की ट्रेन की डिमांड जिले के यात्रियो के लिए की जा रही थी और लगातार हम भी इसको लेकर प्रयासरत थे।

बालाघाट जिले को मिली दो नई ट्रेने, रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने की घोषणा
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बालाघाट कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को कलेक्टर मृणाल मीना की अध्यक्षता में विषमता वाले परिवारों के सत्यापन कार्य की समीक्षा बैठक हुई। इसमें बताया गया कि नगर पालिका बालाघाट, वारासिवनी, लांजी, बैहर और कटंगी में शत प्रतिशत सत्यापन पूरा हो चुका है। वहीं, जनपद पंचायत बैहर, लालबर्रा और वारासिवनी में भी यह कार्य समाप्त हो गया है। बैठक में यह भी बताया गया कि लांजी, बिरसा और मलाजखण्ड क्षेत्रों में सत्यापन का काम अभी कम हुआ है। इसके अलावा जिले में ई-केवायसी का कार्य 92 प्रतिशत पूरा हो चुका है। कलेक्टर ने बाकी बचे 1,07,940 ई-केवायसी कार्यों को उचित मूल्य की दुकानों से निगरानी कर जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
बालाघाट के कटंगी थाना क्षेत्र के ग्राम जराहमोहगांव से खबर है कि जमीन-जायदाद को लेकर एक वृद्ध दंपति को उनके बेटे, बहू और नाती ने मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल वृद्ध दंपति को प्राथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल बालाघाट में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार, 72 वर्षीया तुरजा बाई और उनके 77 वर्षीय पति बीजूलाल गढ़पांडे को कटंगी के सरकारी अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद बालाघाट जिला अस्पताल रेफर किया गया। घटना की शिकायत पर कटंगी पुलिस ने बेटे, बहू और नाती के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
झांसी मंडल के जूही लॉबी में लोको पायलटों और उनके परिवारों के लिए एक प्रेरणादायक फैमिली सेमिनार आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य क्रू नियंत्रक, मुख्य लोको निरीक्षक, 35 लोको पायलट एवं सहायक लोको पायलट और उनके लगभग 20 परिवारिक सदस्य शामिल हुए। सेमिनार का मकसद था कि लोको पायलटों के चुनौतीपूर्ण कामकाज में उनके परिवारों की भूमिका को समझना और एक सहायक, सकारात्मक परिवारिक माहौल बनाने के लिए उन्हें मार्गदर्शन देना। इस मौके पर कुंभ मेले में ड्यूटी देने वाले छह लोको पायलटों की पत्नियों को खास सम्मानित किया गया और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। साथ ही, सभी बच्चों को भी उपहार दिए गए। कार्यक्रम के दौरान स्वादिष्ट स्वल्पाहार की व्यवस्था भी की गई।
हरदोई के स्वामी विवेकानंद सभागार में आबकारी राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल की अध्यक्षता में मिशन मैदान को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में मंत्री ने निर्देश दिए कि सभी विद्यालयों में प्रेरक खेल वातावरण तैयार किया जाए और आदर्श खेल मैदान विकसित किए जाएं। उन्होंने कहा कि स्कूलों में खेल उपकरणों की खरीद की जाए और जिन विद्यालयों में स्थान कम है वहां रूफटॉप इंडोर खेल सुविधाएं बनाई जाएं। बैडमिंटन कोर्ट को पक्का किया जाए और प्राथमिकता उन स्कूलों को दी जाए जहां मैदान के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध है। मंत्री ने जिलाधिकारी से कहा कि मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति बनाई जाए जो मिशन मैदान की नियमित निगरानी कर सके।
हरदोई के टड़ियावां ब्लॉक में अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के तहत महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्थानीय भाजपा विधायक श्याम प्रकाश रहे। विधायक ने माता अहिल्याबाई होलकर को नमन करते हुए उन्हें भारतीय इतिहास की महान और प्रेरणादायी महिला बताया। उन्होंने कहा कि हमारे देश में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और वीरांगना उदादेवी जैसी अनेक महिलाएं रही हैं जिन्होंने यह सिद्ध किया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। माता अहिल्याबाई का जीवन और समाज सेवा का कार्य सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
हरदोई कलेक्ट्रेट में हुई जन सुनवाई के दौरान जिलाधिकारी अनुनय झा ने बड़ी संख्या में लोगों की समस्याएं सुनीं। लोगों ने जमीन कब्जा, अंश निर्धारण, पैमाइश और थाकबंदी से जुड़ी शिकायतें रखीं, जिनके त्वरित निस्तारण के निर्देश जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को दिए। पेंशन से वंचित वृद्ध, विधवा और दिव्यांग पात्र लोगों की समस्याओं को सुनते हुए जनसुनवाई कक्ष में मौजूद विभागीय लिपिकों के माध्यम से तुरंत पेंशन प्रक्रिया पूरी करवाई गई। इसके अलावा, जन सुनवाई में चार बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड भी मौके पर बनाए गए। अहिरोरी ब्लॉक के एक गांव से आए दिव्यांग युवक ने ट्राईसाईकिल की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जिला दिव्यांग कल्याण अधिकारी के माध्यम से युवक को ट्राईसाईकिल उपलब्ध कराई।
बालाघाट जिले के खैरलांजी थाना क्षेत्र अंतर्गत अमई निवासी एक व्यक्ति की सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हो गए थे जिनकी जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई है। जिसकी सूचना पुलिस को दिए जाने पर अस्पताल चौकी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव बरामद कर पंचनामा कार्रवाई को पूर्ण किया है। चिकित्सक व परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है, मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया है। मामले के संबंध में अस्पताल पुलिस चौकी से शुक्रवार को मिली जानकारी के अनुसार अमई निवासी पुन्नेद्र लिल्हारे, अपनी पत्नी व छोटे बेटे के साथ मोटर साइकिल से महाराष्ट्र नागरा जाने घर से निकला था। घर के सामने से निकलते ही सड़क पर सामने से एक भैंस अचानक से मोटर साइकिल से टकरा गई जिससे हादसा हो गया।
प्रयागराज के प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल का जनसंपर्क अभियान लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। सपा के अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष कमर के साथ वे क्षेत्र के कई गांवों में पहुंचे और लोगों से मुलाकात कर हालचाल जाना। प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल महोलिया गांव भी पहुँचे। इसके अलावा उन्होंने सरायवंशी गांव निवासी एडवोकेट योगेश पाल के घर आयोजित शादी समारोह में भी शिरकत की, जहां प्रतापपुर विधायक विजमा यादव भी मौजूद रहीं।
बालाघाट कलेक्ट्रेट में शुक्रवार को आयोजित बैठक में सामाजिक न्याय विभाग द्वारा संचालित विभिन्न पेंशन योजनाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान यह सामने आया कि पेंशन योजनाओं की स्थिति पूरी तरह संतोषजनक नहीं है। कल्याणी पेंशन, इंदिरा गांधी विधवा पेंशन, कन्या अभिभावक पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन, मुख्यमंत्री अविवाहित पेंशन और सामाजिक सुरक्षा पेंशन सहित कई योजनाओं में कई लाभार्थियों को शामिल किया गया है, लेकिन योजनाओं के संचालन में कई खामियां पाई गईं। दिव्यांगजनों के लिए चलाई जा रही योजनाओं में भी स्थिति समान रही। बहु दिव्यांग सहायता योजना, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय असशक्तता पेंशन और दिव्यांग शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत लाभ जरूर दिए जा रहे हैं, लेकिन इन योजनाओं का दायरा अभी भी सीमित दिख रहा है। सभी योजनाओं के लाभार्थी वर्ष 2011 की जनगणना और समय-समय पर किए गए सर्वे के आधार पर चयनित किए गए हैं। बैठक में पेंशन वितरण प्रणाली की समीक्षा करते हुए इसे और प्रभावी बनाने की आवश्यकता महसूस की गई।