बीजापुर में उफनती नदी पार कराना पड़ा गर्भवती महिला को, जिम्मेदारों ने नहीं भेजा बचाव दल
बीजापुर जिले के रेड्डी और कमकानार गांव के बीच की नदी में ग्रामीण आज एक गर्भवती महिला को उफनती नदी पार करते हुए चारपाई में लादकर ले जाते हुए नजर आए। महिला को प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचाना था लेकिन जिम्मेदारों से मदद मांगने के बावजूद बचाव दल नहीं भेजा गया। मजबूरन ग्रामीणों ने महिला को चारपाई में लादकर नदी पार कराया।
बीजापुर-जगदलपुर नेशनल हाईवे पर नेशनल हाईवे बना लोगों के लिए समस्या
बीजापुर-जगदलपुर नेशनल हाईवे पर जांगला में नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा निर्मित नया पुल बाढ़ की समस्या को और बढ़ा रहा है। पहले बाढ़ का पानी आधे घंटे में उतर जाता था, लेकिन अब पुल के कारण पानी जमा हो रहा है। 2024 की बारिश में यह क्षेत्र तीन बार बाढ़ से प्रभावित हो चुका है। सड़क के दोनों ओर सैकड़ों वाहन और एंबुलेंस फंस रहे हैं, जिससे आवागमन बाधित हो रहा है। पिछले दस दिनों से लगातार बारिश जारी है।
बीजापुर में भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति, सड़कें बंद
बीजापुर में पिछले दस दिनों से बीजापुर में भारी बारिश जारी है, जिससे छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं और नेशनल हाईवे कई बार बाढ़ से बंद हो चुका है। बीजापुर अब टापू की तरह नजर आने लगा है। बीजापुर से जगदलपुर की सड़क जांगला के पास दोनों ओर से ब्लॉक हो गई है, जिससे सैकड़ों वाहन बाढ़ के दोनों तरफ फंस गए हैं। बाढ़ का पानी धीरे-धीरे बढ़ रहा है और जांगला पुल के ऊपर खड़ी गाड़ियां भी फंस चुकी हैं।
बीजापुर में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, प्रशासन सतर्क
बीजापुर जिले में बीते एक सप्ताह में करीब 11 मिमी बारिश हुई है जिससे नदी-नाले भर गए और सड़कें जाम हो गई हैं। अंदरूनी और दूरस्थ इलाकों में चुनौतियां बढ़ गई हैं। मीनूर में गोंडी बर्तन के सहारे यो रेड्डी इलाके में नगर सेना को रेस्क्यू करना पड़ा। इंद्र देवता की कृपा से अगले कुछ दिनों तक सूर्य देवता के दर्शन नहीं होंगे। प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और जरूरी कदम उठा रहा है। आसमान में काले बादल छाए हुए हैं और हल्की बारिश जारी है।
बीजापुर में बाढ़ की स्थिति, गर्भवती महिलाओं का सफल रेस्क्यू
बीजापुर में तीन दिनों से लगातार बारिश से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है जिससे नदी-नालों में जनभराव और नेशनल हाईवे जाम हो गए हैं। आज गंगालूर क्षेत्र से सुखद खबर आई कि नगर सेना की बोट से कामकानार इलाके में दो गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित नदी पार कराया गया। दोनों को CHC गंगालूर भेजा गया है। भारी बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने 22 जुलाई को अशासकीय और शासकीय संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है।
बीजापुर में लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात, सड़कें बंद
बीजापुर जिले में तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र की सीमा पर बाढ़ आने से दोनों सड़कें बंद हो गई हैं। जिले के चेरपाल, मिरतूर, बासागुड़ा, और कुटरु क्षेत्रों में नदी नाले उफान पर हैं। इंद्रावती नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान को छूने लगा है। बीजापुर मुख्यालय के पास धनोरा में बाढ़ के कारण बोरजे और तोयनार क्षेत्र के कई गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है।
बीजापुर विधायक ने लगाया आरोप, कहा- भाजपा सरकार में हो रहा आदिवासीयों के खिलाफ षड्यंत्र
बीजापुर में मलेरिया से गई जानों के मामले में अब सियासी पलटवार शुरू हो गया है। जहां स्वास्थ्य मंत्री के दौरे के बाद बीजापुर कांग्रेस MLA विक्रम मंडावी ने पूरे दौरे को खानापूर्ति का नाम दिया। MLA मंडावी ने मलेरिया से गई जानों को लेकर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। सरकार के नियंत्रण में स्वास्थ्य विभाग नहीं है। मौतों के बाद भी जिम्मेदारी तय करके कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही। MLA ने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा के षड्यंत्र आदिवासियों के लिए साफतौर से जाहिर है।
बीजापुर में मलेरिया से प्रभावित 15 बच्चों से स्वास्थ्य मंत्री ने की मुलाकात
बीजापुर जिला अस्पताल के एमसीएच भवन में स्थित पीडियाट्रिक वार्ड में 15 मलेरिया पॉजिटिव बच्चे भर्ती हैं। सूचना के अनुसार इनमें से दो बच्चों की हालत नाजुक बताई जा रही है। साथ ही डॉक्टरों के अनुसार, इन बच्चों को झटके आ रहे हैं। वहीं पोटाकेबिन में दो बच्चों की जान जाने के बाद यह कदम उठाया गया। आपको बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री ने प्रभावित बच्चों से मुलाकात की और घटना को ले कर जी मीडिया के संवाददाता पवन दुर्गम ने भी बच्चों से बातचीत की।
बीजापुर के पोटाकेबिन छात्राओं की जा रही जानों से डरे अभिभावक
पोटाकेबिन में तीन दिनों के भीतर दो आदिवासी छात्राओं की जान जाने के बाद अभिभावक चिंतित हो गए हैं। सूचना के अनुसार दर्जनों पालक संगमपल्ली पोटाकेबिन पहुंचे और कई अपने बच्चों को घर ले जाना चाहते थे। साथ ही तारलागुड़ा और संगमपल्ली की घटनाओं के बाद मलेरिया पीड़ित बच्चों के परिजन सरकारी इलाज से बच रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग सक्रिय है और CMHO बी.आर. पुजारी ने मद्देड अस्पताल का निरीक्षण किया और अधिकारी स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं और आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
बीजापुर के आश्रम शालाओं में मलेरिया का फैला प्रकोप
पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर बताया कि बीजापुर जिले की आश्रम शालाओं में कई आदिवासी बच्चे मलेरिया से पीड़ित हैं। सूचना के अनुसार तीन दिनों में तारलागुड़ा और संगमपल्ली पोटाकेबिन में दो छात्राओं की जान चली गई। वहीं इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हुआ है और स्थिति पर नियंत्रण पाने का प्रयास कर रहा है।
नक्सलियों के नाम पर आदिवासियों को प्रताड़ित करना दुर्भाग्यजनक: लखेश्वर बघेल
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार कांग्रेस का छः सदस्यीय जांच दल नड़पल्ली गांव गया और ग्रामीणों से हालात का जायजा लिया लखेश्वर बघेल ने कहा कि नक्सलियों के नाम पर पूरे नड़पल्ली गांव के आदिवासियों को रात 4 बजे थाना लाकर प्रताड़ित करना दुर्भाग्यजनक है। उन्होंने बताया कि 15 दिन पहले एक IED ब्लास्ट में एक मां अपने दोनों पैर खो बैठी और पुलिस ने उसके बेटे को नक्सली बताकर उठा लिया। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि उनके शासन में आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ गए हैं।