
कोण्डागांव कलेक्टर ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र के स्कूल में शिक्षक की भूमिका निभाई
2017 बैच के आईएएस अधिकारी और कोण्डागांव के जिला कलेक्टर कुणाल दुदावत ने नक्सल प्रभावित ग्रामीण क्षेत्र बयानार के चलका हाई स्कूल में शिक्षक की भूमिका निभाई। उन्होंने कक्षा दसवीं और बारहवीं के छात्रों को गणित से संबंधित सवाल-जवाब किए। इस दौरान कलेक्टर ने 'एक पेड़ मां के नाम' कार्यक्रम के तहत पौधारोपण भी किया। कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ ने शिक्षा सत्र के बेहतर परिणाम के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
पानी से भरे गड्ढे में तैरता मिला नवविवाहिता का शव, जांच में जुटी पुलिस
कोण्डागांव में महज 4 महीने पहले परिणय सूत्र में बंधी आलोर गांव की 27 वर्षीय महिला का शव मोहलाई गांव स्थित उसके ससुराल वाले घर से कुछ दूर पानी से भरे गड्ढे में तैरता हुआ मिला है। इस पूरे मामले पर महिला के पिता ने उसके पति विमल बघेल व अन्य परिजनों पर जान लेने का संदेह जताया है। फिलहाल मामले पर सिटी कोतवाली कोण्डागांव पुलिस सभी एंगल से विवेचना कर रही है। घटना के बाद मोहलाई गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है।
अज्ञात वाहन की ठोकर से अज्ञात युवक की गई जान, जांच में जुटी कोण्डागांव पुलिस
सिटी कोतवाली कोण्डागांव अंतर्गत नेशनल हाईवे 30 पर घोड़ागांव के पास एक गंभीर सड़क हादसा हुआ है, जिसमें पैदल चल रहे अज्ञात युवक को किसी भारी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। सड़क हादसा इतना गंभीर था कि मृत युवक के शव की पहचान भी पुलिस द्वारा संभव नहीं हो पाई।
कोण्डागांव में बारिश से गिरे पेड़ से टकराई बाइक के चलते दो युवकों की गई जान
कोण्डागांव (छत्तीसगढ़) में एक गंभीर सड़क हादसा हुआ। उमरकोट मार्ग पर ग्राम पंचायत बफना के फरसगांव के पास तेज बारिश के कारण सड़क पर पेड़ गिर गया। इस पेड़ से एक मोटरसाइकिल टकरा गई, जिससे दो युवकों की मौके पर ही जान चली गई। मृतक मालगांव के रहने वाले थे और कोण्डागांव के जगन्नाथ किराना स्टोर में काम करते थे। वे काम से घर लौट रहे थे जब यह दुर्घटना हुई। घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार, पुलिस और वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
कोण्डागांव में शिक्षकों को आपात स्थिति से निपटने का दिया गया प्रशिक्षण
कोण्डागांव के खंड स्रोत समन्वय कार्यालय में तीन दिवसीय जूनियर रेड क्रॉस प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें विकासखंड कोण्डागांव के सभी स्कूलों के एक-एक शिक्षक को आपात स्थितियों से निपटने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहले दिन बाढ़, आगजनी, सांप और कुत्ते के काटने जैसी स्थितियों पर ध्यान दिया गया। अंतिम दिन स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जाएगी।